भावना की मस्त चुदाई

यह कहानी मेरी और मेरी पड़ोसन भावना की है ! भावना की उम्र २८ वर्ष है रंग गोरा और मोटे – मोटे बूब्स, लाल होट जैसे की एक दम रस भरे है. साडी पहनती है तो एकदम हिरोइन लगती है. जो भी देखता है वो उसका दीवाना हो जाता है. उसे देख के अच्छे अच्छो के लंड खड़े हुए हैं और कितने लोगों के अपनी बीवियों से झगड़े हुए हैं.मै भावना को बचपन से जानता हूँ. मै और भावना एक दुसरे के घर आते जाते रहते थे. मेरी और  भावना की अच्छी बनती थी. पहले मै भावना के बारे में कभी भी कुछ भी गन्दा नही सोचता था. भावना के साथ मेरी अच्छी दोस्ती थी और वो बहुत ही खुले विचारो की थी. मै उसके साथ अपनी हर बात शेयर करता था.  इसलिए वो मेरी हर बात जानती थी.

मेरी सेक्सी भावना

एक दिन जब मै भावना के घर गया तो मैंने देखा की घर का दरवाजा खुला हुआ था. वो घर पर अकेली थी और अपने रूम में कपडे चेंज कर रही थी. मै सीधा उसके रूम में चला गया और देखा तो भावना सिर्फ अपनी ब्रा और पेंटी में थी, मैं तो उसे देखता ही रह गया. भावना मुझे देख कर एक दम हैरान हो गयी.  फिर मैने अपने होश संभाले और बाहर आ गया. मै थोडा डर गया था की भावना कहीं मुझसे नाराज ना हो जाये. पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और भावना ने अंदर से मुझे आवाज़ लगाई. मै अंदर गया और मैने देखा की भावना उसी पोजीशन में खडी थी. उसने मुझे पूछा की क्या हुआ? तो मैं थोडा डरते हुआ बोला की कुछ भी नहीं. इस पर उसने मुझे पूछा की क्या मैंने कभी किसी लड़की को नंगा नहीं देखा, तो मैं बोला नहीं, मैंने पहले कभी ऐसा नज़ारा नहीं देखा. इस पर वो बोली कि अभी तो तुमने मुझे नंगा देखा है. फिर मैं बोला नंगा कहाँ देखा है, तुमने ब्रा और पेंटी पहन तो रखी है. फिर उसने अपनी ब्रा और पेंटी भी उतार दी और कहा कि लो अब मुझे पूरा नंगा देखो, पर प्लीज मेरे पास मत आना. दूर से ही देखते रहो, इस पर मैंने भी सहमती में अपना सर हिला दिया और उसे ब्रा पेंटी उतारते हुआ देखने लगा.

फिर उस ने अपनी ब्रा और पेंटी भी उतार दी. अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी. उसकी बॉडी पूरी दूध की तरह सफ़ेद थी और चमक रही थी. उसके बड़े बड़े बूब्स जसे मुझे उसे चोदने को उकसा रहे थे. उसकी क्या मस्त चूत थी, उपर से उभरी हुई और उस पर एक भी बाल नही था. उसकी चूत एकदम शेव की हुई थी. यह देख मेरा लंड पूरी टाइट हो गया. उस ने मुझसे भी अपने कपडे उतारने को कहा, इस पर मैने भी अपने पुरे कपडे उतार दिए. मेरा लंड बिलकुल टाइट हो चूका था. मेरे लंड को देख कर वो चोंकते हुए बोली की इतना लम्बा, पहले कितनी लडकियों को अपना शिकार बना चुके हो. मैंने कहा किसी को भी नहीं. अब मुझसे और रहा नहीं जा रहा था.

मैं अपना सारा कण्ट्रोल खो चूका था और मैंने भावना को अपनी बांहों में ले लिया और पागलो की तरह किस करने लगा. मैं जोर जोर से उसके बूब्स दबाने लगा और वो भी इसमें मेरा साथ दे रही थी क्योंकि उसे भी बहुत मज़े आ रहे थे. मैं २० मिनट तक उसे किस करता रहा और उसके रसीले बूब्स चूसता रहा. फिर मैने उसके पेट को चूमा और साथ ही फिर मैने उसकी चूत पर अपना हाथ रख दिया और उसे मसलने लगा. फिर मैने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा. उसके मुह से उम्ह्ह आह्ह्ह की आवाजे आने लगी थी और चूत से पानी रिसने लगा. मै समझ गया था की अब वो पूरी तरह गरम हो चुकी थी.

गरम कर के चूत ली

फिर मैने देर ना करने हुए उसे बेड पर लिटा दिया. मैंने उसकी टागे फैला कर अपना लंड उसकी चूत पर रख दिया और एक जोरदार धक्का मारा. मेरा लंड धक्के के साथ ही आधा उसकी चूत में चला गया और वो दर्द से कहराने लगी. उसकी आखो से आंसू आने लगे. यह देख कर मैं उसे किस करने लगा और बूब्स को दबाने लगा. मै थोड़ी देर के लिए रुका और फिर से धीरे धीरे अपना लंड अंदर बाहर करने लगा. फिर मैने एक और जोरदार धक्का मारा, इसके साथ ही मेरा पूरा लंड उसकी चूत मै सेट हो गया और वो चिल्लाई कि फाड़ दी मेरी चूत को. फिर मैं थोडा धीरे धीरे धक्के मारने लगा और उसे भी मज़े देने लगा. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. गांड ऊपर करके मेरा लंड पूरा अंदर तक ले रही और मुह से मदमस्त आवाजे निकल रही थी और कह रही थी मुझे और जोर से चोदो, इसके साथ ही मैने अपनी अपनी स्पीड और बढ़ा दी. वो भी मेरे साथ एकदम मजे से संभोग में जुटी हुई थी. हम दोनों के बदन से पसीना बह रहा था जो हमारी उत्तेजना की चाड़ी खाता था. उसकी चूत के अंदर मेरे लंड ने जबरदस्त धमाल मचाई थी जो चुदाई के हर लम्हे के बाद जैसे की बढती ही जा रही थी.

लगभग आधे धंटे बाद ऐसा लगने लगा जैसे वो झरने वाली है. मै भी झरने वाला था. इस पर मैने उसे मैने कहा की मै अब झरने वाला हु, तो उसने अपनी चूत मेरे लंड के सामने कर दी और मैंने अपना सारा वीर्य उसकी चूत में छोड़ दिया. अपना वीर्य निकाल के उसके पास में ही लेट गया. करीब आधे घंटे बाद हम दोनों उठे और बाथरूम में जाकर सब कुछ साफ किया और अपने कपडे पहने  और फिर भावना को किस किया. वो काफी खुश और संतुष्ट लग रही थी. बाद में, मैं अपने घर चला गया.  आज भी जब भी मौका मिलता है हम सेक्स करते हैं. उसकी चूत की दीवानगी मेरे दिमाग से शायद ही कभी खत्म होंगी.

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