हैलो दोस्तों आप सबने मेरी पिछली कहानी
विधवा टीचर के तन की प्यास पढ़ी।
उसके लिए मुझे बहुत से लोगों के मेसेज मिले। मेरी
कहानी सब को पसंद आई
इसके लिए सबको धन्यवाद।
बहुत से लोगों ने मुझसे पूछा की मै कालबोय
क्यों बना तो मैं इसी का जवाब
दे रहा हूँ। यह मेरे जीवन की सबसे पहले सेक्स की
कहानी है।
मुझे फिल्म्स देखने का बहुत शौक रहा है। उस
समय मेरी उम्र 16 वर्ष थी।
मेरा भी बहुत मन करता था कि मेरी कोई
प्रेमिका हो। और मैं इन्ही विचारों
में खोया रहता था। मेरी नजर किसी लड़की
को तलाशने लगी थी। मेरे घर के
बिलकुल सामने शर्मा अंकल की फॅमिली रहती
थी। उनकी एक लड़की थी। जिसका नाम
राधिका था। वो मुझसे 2 साल बड़ी थी। वो
18 की थी। उसका एक बड़ा भाई भी था
वो 20 साल का था और भोपाल से
इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा था। राधिका
ने
उस साल 12 की थी और मैंने 10 के एग्जाम दिए
थे।उनके घर से हमारे अच्छे
सम्बन्ध थे। मुझे अब आगे पढाई करनी थी।
राधिका को टीचर बनना था तो वो एक
दिन मेरे घर आई और मेरी मम्मी से बोला की मुझे
उसके यहाँ ट्यूशन को भेज
दिया करें। मेरी मम्मी मान गई और मैं इंग्लिश
का ट्यूशन पड़ने उसके घर
जाने लगा।
लगभग 1 महीने तो सब ठीक चलता रहा फिर
मुझे ऐसा लगा की वो मुझ से कुछ कहना
चाहती है। कभी कभी वो मज़ाक में यहाँ वहाँ
मारने लगी कभी मुझसे पूछती की
क्या मेरी गर्लफ्रेंड है कभी कहती की क्या मैंने
किसी से प्यार किया है।
मेरे मना करने पर एक दिन वो बोली कि मैं उससे
प्यार कर लूँ। मैं भी प्यार
चाहता था लेकिन मैंने कहा की हमारी उम्र
ठीक नहीं ह वो मुझसे 2 साल बड़ी
जो थी। इस पर वो बोली कि प्यार मैं ये सब
नहीं देखा जाता । और उसकी बात
सच भी थी। मैंने कुछ टाइम माँगा। मैं रात भर
सोचता रहा। फिर मैंने सोचा
कि प्यार किसी नसीब वाले को ही मिलता
है। अगले दिन मैं उसके पास गया और
उसके प्यार को कबूल कर लिया। काश मैं उसकी
आँखों में देख पाता कि वह तो
कोई प्यार था ही नहीं। वो सब तो एक धोखा
था। मैं अपनी कहानी पर आता हूँ।
उसके बाद हमारे बीच फ्रेंड्स का रिलेशन बन
गया। मैं अपनी और वो अपनी सब
बात मुझसे बताती। उस समय मुझे सेक्स की
नॉलेज नहीं थी। लेकिन उसकी हरकतें
अब बदलने लगी थीं।जब मैं उसके घर जाता तो
वो कभी नाहा रही होती।कभी कभी
मेरे सामने ड्रेस चेंज करने लगती। मैं कुछ भी नहीं
बोलता। लेकिन अब हमारे
बीच की दूरी कम होने लगी थी। अब हम एक
दुसरे के साथ क िस भी करने लगे थे।
लेकिन मुझे उसके साथ कोई सेक्स फीलिंग नहीं
आती क्योंकि मैं चाहता था कि
ये सब शादी के बाद हो। मैं उसको बहुत प्यार
करता था।लेकिन वो मुझसे सेक्स
करना चाहती थी।एक दिन मैं उसके पास पढ़ने
गया तो वो बाथ रूम में नाहा रही
थी। मैंने उसे बुलया तो आवाज बाथरूम से आई
की आती हूँ। कुछ देर बाद उसने
मुझसे कहा कि वो अपना तौलिया ले जाना
भूल गई है उसे पकड़ा दूँ।जैसे ही
मैंने उसे तौलिया देने को बाथरूम का दरवाजा
खोला तो वो बिलकुल नंगी बैठी
थी मैंने फ़ौरन तौलिया अंदर फेंककर दरवाजा
बंद कर दिया। उसके बाहर आने पर
माफ़ी भी मांगी। लेकिन उसकी ये हरकतें बंद
नहीं हुई।एक दिन वो अपनी किसी
सहेली की पार्टी में जा रही थी। वो कपडे चेंज
करने के लिये अंदर गई और
कुछ देर बाद मुझे अंदर बुलाया और बोली की
उसकी ब्रा का हुक नहीं लग रहा
है। उस समय वो जींस और ऊपर ब्रा में थी।
उसका ब्रा साइज़ 32 था। उसने ब्लू
ब्रा पहनी हुई थी।मैंने हुक लगाने के लिए हाथ
आगे किया लेकिन मेरा हाथ
काँप रहा था। ये पहला मौका था जब मैं
किसी लड़की को इस हालात में देख रहा
था। मेरा लिंग अकड़ने लगा। मैंने उसकी ब्रा का
हुक लगाया। उसके बाद उसका
ध्यान मेरे लिंग पर गया और वो मुस्करा दी।मैं
झेंप गया।फिर हमारे बीच किस
तो आम बात हो गई। अब कभी वो मेरे पेंट के
ऊपर से ही लिंग को दबा देती तो
कभी मैं उसके बूब्स दबाने लगा।वो अब साफ़
साफ़ मुझसे सेक्स के लिए कहने
लगी। लेकिन मैं ये सब अभी नहीं करना चाहता
था। लेकिन शायद होनी को कुछ और
ही मंजूर था। राधिका के स्कूल में टेस्ट चल रहे थे
और उसकी किसी
रिश्तेदारी में किसी की शादी आ गई। उसकी
मम्मी ने मेरी मम्मी से कहा की
मुझे रात में उनके यहाँ सोने को भेज दें नहीं तो
अकेले में राधिका को
सोने में डर लगेगा। मेरी मम्मी मान गई।मैं शाम 7
बजे ही उसके घर पहुँच
गया।उसने पहले हमारे लिए चाय बनाई फिर। हम
दोनों टीवी देखने लगे। 9 बजे
हमने डिनर लिया ओर सोने चले गए।हम एक ही
बेड पर लेटे थे। लगभग 1 बजे रात
में मेरी आँख खुली।वो मेरे पैंट की जिप खोलकर
मेरे लिंग को चाट रही थी ।
मेरे जागने पर भी उसने चाटना नहीं छोड़ा।अब
मुझे भी मज़ा आने लगा।मैं उठ
बैठा और मैं उसे किस करने लगा।वो इस टाइम
गाउन में थी उसने गाउन उतार
दिया था। मैं भी आखिर को इंसान ही था।मैं
उसके हांथों को ककिस करते हुए
उसकी बगलों पर आया। उसकी बगलें क्लीन थी
जैसे आज ही शेव की हों। जैसे ही
मैंने वहाँ चूमाँ वो उछाल पड़ी। लगभग 10 मिनट तक वह चूमा। इसी तरह दूसरी
बगल को भी चूस कर गीला कर दिया। मेरा यह
पहला सेक्स था तो हर बात में वो
ही पहल कर रही थी।मैं फिर से उसके होंठो को
चूमने लगा।फिर मैंने उसके
पूरे चेहरे को चूमना शुरू कर दिया।मैं वही सब कर
रहा था जो की हिंदी
फिल्म्स में दिखाया जाता है। अब मैं उसकी
कान की लौ को चूसने लगा और वो
सी सी करने लगी। 10 मिनट बाद वो बोली
कि क्या मैं उसका दूध पीना चाहूँगा
तो मैंने हाँ बोल दिया। उसने अपनी ब्लैक ब्रा
खोल दी। कसम से उसके दूध
गजब के थे। गुलाबी स्किन पर डार्क रेड निप्पल
बहुत सुन्दर लग रहे थे।मैं
खुद पर कण्ट्रोल नहीं रख पाया और उन पर जैसे
टूट ही पड़ा।एक निप्पल को
चूसने लगा और दुसरे निप्पल को चुटकी में लेकर
मसलने लगा मेरी इन हरकतों
से वो उछल उछल जा रही थी।मैं कभी उसके
नैप्प्ले की दांतों से हल्का हल्का
काट लेता तो कभी निप्पल पर जीभ फेरता।
वो मेरे सर को अपने दूधों में घुसा
रही थी। वो बहुत उत्तेजित थी। उसने अपनी
पैंटी भी उतार दी थी।अब वो नीचे
बैठ गई और मेरे लिंग को चूसने लगी।अब मेरे मुह से
आहे निकलने लगी।फिर जब
मेरा लिंग पूरे तनाव में आ गया तो उसने अपनी
योनि में डालने को कहा।
मैंने डालने कि कोशिस की लेकिन सही से जा
नहीं पा रहा था।फिर उसने ही सही
जगह लिंग को टिकाया और मैंने अंदर डाल
दीया।उसके मुँह से सिसकारी निकल
गई।अब वो अपनी कमर हिलाने लगी और मैं भी
उसका साथ देने लगा। लगभग 10 मिनट
में हम दोनों झड़ गए।ये मेरा पहला सेक्स था इसके
बाद तो हमें जब भी मौका
मिलता तो मस्ती कर लेते। ये सम्बन्ध हमारे 3
साल चले। लेकिन एक दिन मेरे
ऊपर जैसे बिजली ही गिर पड़ी जब मैंने उसकी
शादी की खबर सुनी मैं उसको
मिला। तो वो मूझ पर हंसने लगी और बोली
की मेरे पास है ही क्या ना पैसा ना
कोई फॅमिली बैक ग्राउंड। मैंने उसे सेक्स संबंधो
की भी दुहाई दी तो वो
बोलो की उसके तो मेरे जैसे 4 बॉयफ्रेंड थे। मैं
बहुत रोया लेकिन वो मेरा
दिल तोड़कर चली गई। लेकिन जाते जाते अपना
मुँह बंद करने के लिए 10 हजार
रुपए दे गई।मैं रुपए लेना नहीं चाहता था लेकिन
उसने मुझे कहा की अगर
मैंने उसे प्यार किया ह तो रुपए तो लेने पड़ेंगे। और
तब से मैं यही काम कर
रहा हूँ।क्योंकि आज के जमानेB में पैसा ही सब
कुछ है।उसने अपनी कुछ
सहेलियों को भी मुझसे चुदवाया।वो सब बाद में
बताऊंगा। मेरे सभी दोस्तों
को नमस्कार। मेरी कहानी कैसी लगी जरूर
बताएँ। मेरी ई-मेल है-mg532359@gmail.com

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