मैंने मसाज पार्लर वाली से पूरे बदन का मसाज कराया, उसके बाद मैंने sex stories hindi की घटना में नंगीकर उसकी मखमली चूत की चुदाई कर अपने लण्ड के रस को पिलाया..

दोस्तो,

मैं नीलेश, अपनी पहली कहानी लिखने जा रहा हूँ! यह मेरी कहानी नहीं, बल्कि! यह कहानी मेरी और मेरे दोस्तों के बीच की! जो शायद इस कहानी के बाद उन्हें पता चलेगी।

यह कहानी मेरे दोस्त भूषण की है। हम जब गोआ गए थे, तो वहाँ एक मसाज पार्लर में कुछ करवाने के लिए 3 हज़ार लेकर गया था। जब वापस आया! तो कह रहा था, कि यार पैसे तो गए और हाथ से ही मुठ मारनी पड़ी।

मैं समझ गया! कि यह एक झूठ था। जब मैंने रात को! उससे पूछा, कि क्या हुआ था?

उसने जवाब दिया, कि किसी को मत बताना! और उसने अपनी बात कहानी शुरू की, जब मैं तुम सब लोगों से अलग होकर पार्लर की ओर गया, तो मुझे वहाँ एक दलाल मिला।

sex stories hindi में मुझे चूत चुदाई की प्यास

मुझे देखते ही! वह यह समझ गया था! कि मैं चूत का प्यासा हूँ। मेरे पास आया और 3 लड़कियों की फोटो दिखाई! उनमें से एक देखने लायक थी! तो मैंने उसे पसंद किया।

वो मुझे एक कमरे में ले गई, जहाँ उनका मसाज का काम चलता था! वहाँ सी।सी। टीवी लगे थे पर वो बंद थे। उसने मुझे सिर्फ़ अंडरवियर पर उल्टे लेटने के लिए कहा, तो मैंने भी मज़ाक में कह डाला, कि तुम कब लेटोगी? तो वो हँस पड़ी।

मैं टेबल पर उल्टा सोया पड़ा था, उसे एक तेल की बोतल ली और मेरे सारा पीछे के बदन पर डाल दिया, और अपने मुलायम हाथों से मालिश करने लगी।

जैसे जैसे उसका नर्म! हाथ मेरे पैरों से जाँघो की तरफ जा रहा था। मेरा लण्ड टेबल तोड़ने को कर रहा था। वो धीरे धीरे! मेरी जाँघो के बीच में तेल लगाए जा रही थी, और मैं तड़प रहा था।

पैरों की मालिश के बाद! अब पीठ की बारी थी! पीठ मसलने के बाद! जब उसने मुझे पलटने को कहा, तो मैंने दो मिनट माँगे वो समझ गई कि लिंगराज जाग गया है!

दो मिनट! वो बाहर से घूम कर आई, तब तक तम्बू सपाट हो चुका था। उसने गर्दन से मालिश करनी शुरू की, पहले तो मुझे गुदगुदी हुई, और उत्तेजना भी! पर लण्ड खड़ा ना हो जाए!

इसलिए, मैं कुछ और सोचने लगा! पर लण्ड तो आख़िर लण्ड है! उसकी मुलायम हथेलियों तो मैं पिघल ही गया, उसका हाथ मेरे पेट पर था और लण्ड का तम्बू बना था। मुझे लगा! अब शायद इसे हाथ में लेगी पर उसने ऐसा नही किया।

अब उसने पैरों की तरफ बढ़ना शुरू किया, और ऐसा करते हुए पूरा बदन मालिश कर दिया। मैंने हिम्मत करके पूछा! क्या मेरे छोटू मियाँ की मालिश नही होगी। उसने हँसते हुए कहा- 1000 ज़्यादा लगेंगे।

नंगी कर चूत चोदने के दिए पैसे

मैं कामवासना में इस तरह लिपट गया था! 1000 क्या 5000 भी कहा होता तो दिए होते। मैने उससे कहा ठीक है! और 500 के 2 नोट दिए। उसने मुझे आँखें बंद करने के लिए कहा, तो मैने आँखें बंद की पर पूरी नही!

उसने लाइट डीम की और अपने कपड़े उतारने लगी, तो मैंने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा- यह मेरा काम है! और उसके कपड़ों को एक एक कर! उसके शरीर से कम करता गया। अब वो मेरे सामने सिर्फ़ गुलाबी ब्रा और पैन्टी में थी।

उसे देख कर! मेरा बुरा हाल था। उसने मुझे कहा- जल्दी करो! वरना मालिक चिल्लाएगा। मैंने उसके कुछ और कहने से पहले! उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए! और पागलों की तरह चूसने लगा! वो भी मेरा लण्ड देखकर काफ़ी उत्तेजना में थी।

हम खड़े खड़े ही! एक दूसरे को किस करते रहे, अब मैंने उसे टेबल पर लिटाया और उसके बूब्स ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा! वो आ! आ! की आवाज़ निकालकर मुझे मदहोश कर रही थी। मैं और भी उत्तेजित हो गया।

अब मेरा एक हाथ उसके बूब्स पर! और एक उसकी चूत पर था! अब मुझसे रहा नहीं गया, और मैने पैंट की जेब से कन्डोम का पैकेट निकाला और लगाया। वो मुझे कहे जा रही थी- राजा जल्दी आजा!

मैं भी कहा रुकने वाला था! मैंने लण्ड को उसकी चूत पर रखा और एक धक्का लगाया! और 2 या 3 धक्कों में ही वो मेरे लण्ड को पूरा निगल गई। मैं एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था और एक से उसके होंठों के साथ खेल रहा था।

करीब 10 मिनट! की लड़ाई के बाद! मैं झड़ने वाला था और वो भी! मैंने उससे कहा, कि मैं झड़ने वाला हूँ! क्या करू?

वो बोली- मैं भी झड़ने वाली हूँ! और कहने लगी, मुझे तुम्हारा रस पीना है!

मैने कहा- नहीं!

वो जिद्द करने लगी और कहने लगी- 500 कम देना पर यह दे दे!

मैं हँस पड़ा! और कहा- ठीक है!

उसको पैसे देकर भी मेरे लण्ड का रस पीना था

मैंने अपना लण्ड बाहर निकाला! और कन्डोम उतारकर, लण्ड उसके हाथ मे दिया। वो लोलीपोप की तरह उसे चूसे जा रही थी! और आखरी बूँद तक पी गई।

अब मुझसे पूछने लगी- क्या मेरा रस पियोगे?

मैने कहा- नहीं!

इस बार उसने कुछ नहीं कहा! अब हमने कपड़े पहन लिए और दो किस और दो बार बूब्स दबा कर रूम से बाहर आया। जब मैं जा रहा था! तो वो मेरे पास आई, उसने मुझे वादे के अनुसार 500 वापस किए।

अब मैं तुम लोगों क पास आया और तुम्हें वो मनगड़ंत कहानी बताई की! कुछ हुआ ही नहीं!

मैंने ठहाके लगाते हुए कहा- तो यही था भूषण तेरे मुठ का झूठ!

मस्ती से भरा यह कहानी! अगर आपको पसंद आया हो तो मुझे मेल करें!
nileshsharma9096@rediffmail.com

मैं उस मसाज वाली से मसाज करने लगा, और सोचा कि वो अपने हाथों से मेरे नंगे बदन को छुएगी! पर उसने ऐसा नहीं किया। मैंने उसको टोक दिया! तो उसने कहा, मुझे अलग से पैसे देने होंगे! मैं राजी हो गया और उसको नंगी कर उसकी चूत की जमकर चुदाई की! तब मैंने भी sex stories hindi की इस किस्से में उसे अपने लण्ड का रस पिलाने के पैसे लिए..

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