हैल्लो दोस्तों, मेरी ये पहली कहानी है. सबसे आप सभी पाठकों को नमस्कार. मेरा नाम शिवा है और अभी में 21 साल का हुआ हूँ, मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. में दिन में 2 बार मुठ मारता हूँ. ये कहानी मेरी माँ की चुदाई की है जिसका नाम रूबी है. यह कहानी जब की है जब में 12वीं क्लास में था और उस वक्त में 19 साल का था. मेरी माँ का फिगर 40-36-44 है, इस स्टोरी के समय वो 41 साल की थी. मेरी माँ को देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाएगा, मेरी माँ बहुत ही अच्छी औरत है और वो कभी भी किसी से ग़लत सम्बंध नहीं बना सकती है, ये मेरा भरोसा था. मेरे पापा दलाल (ब्रोकर) है इसलिए वो ज्यादातर बाहर जाते रहते है.

एक बार की बात है जब मेरे पापा काम के सिलसिले से अपने 2 दोस्तों के साथ 30 दिनों के लिए ग्वालियर जा रहे थे, तो मेरे पापा ने मुझसे कहा कि तुम भी चलो, तो में मान गया और उसी दिन सुबह 6 बजे हमारे घर पर किचन बनाने वाले कारीगर आ गये. मेरे पापा ने उनसे 8 बजे आने को कहा, क्योंकि अभी हम दोनों को ग्वालियर जाना था.

फिर पापा ने मम्मी को किचन का पूरा डिजाईन समझा दिया और में और पापा उनके दोस्त के घर 2-4 किलोमीटर दूर अपने घर से चले गए, लेकिन फिर वहाँ पर मेरा जाना केन्सिल हो गया, तो में ये सुनकर बहुत दुखी हुआ और अपने घर के लिए निकल पड़ा. मैंने सोचा कि अगर में घर जाऊंगा तो मम्मी मुझे स्कूल भेज देगी इसलिए में अपने दोस्त के घर चला गया. हम दोनों के घर आपस में चिपके हुये थे.

फिर मैंने उससे कहा तो उसने मुझे अपनी छत पर जाकर छुपने के लिए कहा, क्योंकि उसको स्कूल जाना था. हम दोनों की छत आपस में चिपकी हुई थी और बीच में 1 फुट की दिवार थी. फिर में 15 मिनट तक बैठा रहा और फिर मैंने देखा कि मेरे घर की बेल बजी, तो मैंने देखा जब लकड़ी वाले आए थे.

मैंने देखा कि मम्मी उस समय गाउन पहने थी और एक बात मम्मी सोते समय कभी पेंटी नहीं पहनती तो मम्मी उस समय बिना पेंटी के थी. फिर मैंने देखा कि मम्मी उन दोनों कारपेंटर को आँगन में लाई और अब मेरा मन किचन का नक्शा देखने का था, तो में ऊपर से ही सब देख रहा था. फिर मैंने देखा कि वो लोग नीचे आँगन में बैठे थे और मम्मी को होश नहीं था कि उनकी चूत भी दिख रही है, अब मम्मी उन्हें नक्शा समझाए जा रही थी.

फिर 20 मिनट तक समझाने के बाद उसने मम्मी से पानी माँगा और जब मम्मी पानी लेने गई तो वो दोनों धीरे धीरे कुछ बात कर रहे थे. फिर इतने में एक आदमी एक डिब्बा लेकर टायलेट में चला गया और 20 मिनट के बाद वापस आया. जब मम्मी एक आदमी के साथ बैठे हुए थी, तो एक आदमी ने उस डब्बे में से चुपके से 3 कोकरोच मम्मी के गाउन पर डाल दिए.

फिर एक आदमी जोर से चिल्लाया कोकरोच आपके गाउन से आपकी चूत में जा रहे है. फिर मम्मी ने देखा कि उनकी चूत पर कोई काट रहा है तो मम्मी झट से उठी और इतनी देर में मम्मी जोर से चीखी बचाओं में मर जाउंगी. फिर उन लोगों ने मम्मी का गाउन उतार दिया और अब मम्मी उनके सामने सिर्फ़ ब्रा में थी. अब मम्मी सिर्फ़ ब्रा में उनके सामने थी और मम्मी ने उनसे उसका गाउन माँगा.

अब वो अपने हाथ से अपनी चूत को छुपा रही थी, लेकिन उन लोगों ने मम्मी का गाउन नहीं दिया, तो मम्मी ने उन्हें पुलिस की धमकी दी. फिर उनमें से एक का नाम भरत और एक का नाम अरमान था, तो भरत ने मम्मी के गाल पर 5-6 थप्पड़ कसकर मारे. अब मम्मी रो रही थी और अब इतनी देर में अरमान ने एक लकड़ी ली और मम्मी के चूतड़ पर 4-5 बार मारी. अब मम्मी रो रही थी और अब उसके गाल सूज गये थे और उनकी गांड पर निशान पड़ गये थे. अब उन लोगों ने कहा कि शांति से मान जा वरना बहुत मार खायेगी.

फिर मम्मी थप्पड़ और लकड़ी की मार खाने के बाद मान गई. फिर उन्होंने मम्मी से अपना लंड चूसने को कहा. मम्मी ने कहा कि उन्होने कभी ऐसा नहीं किया. तो अरमान ने एक थप्पड़ खींचकर मारा और कहा कि अब कर तो मम्मी ने 30 मिनट तक उन दोनों का लंड चूसा और फिर उन दोनों का पानी पी गई.

फिर भरत ने मम्मी की ब्रा पकड़कर निकाल दी और अरमान ने कसकर मम्मी के बूब्स पर काट लिया, तो वहाँ से हल्का सा खून आ गया. फिर भरत ने अपना 9 इंच का लंड मम्मी की चूत पर रखा और 4 झटकों के बाद बड़ी मुश्किल से मम्मी की चूत में अंदर घुसा दिया. फिर मम्मी जोर से चीखी अहह और मम्मी की चूत से हल्का सा खून भी आ गया. फिर उसने मम्मी से पूछा कि आखरी बार चुदाई कब हुई थी?

मम्मी ने कहा कि 11 साल पहले जब मेरे जेठ का देहांत हुआ था, क्योंकि मेरे पति का लंड खड़ा नहीं होता है इसलिए उन्होंने मुझे मेरा बेटा दिया है. अब मेरे पैरो से तो जैसे ज़मीन खिसक गई थी, लेकिन मैंने हिम्मत रखी. फिर अरमान ने पूछा कि क्या तेरे पति को सब पता है? तो मम्मी ने मना कर दिया और उसने मेरी मम्मी को 40 मिनट तक खूब चोदा और अपना पानी मेरी मम्मी की चूत में ही छोड़ दिया. फिर अरमान ने अपने 8 इंच के लंड को मम्मी की गांड मारने के लिए तैयार किया. फिर मम्मी ने कहा कि उन्होने अपनी गांड कभी नहीं मरवाई है, तो भरत ने कहा कि तो अब मरवा ले.

फिर अरमान ने कस कसकर 5 झटको के बाद अपना लंड मम्मी की गांड में घुसा दिया. अब मम्मी जोर-जोर से चीखी अहह फट गई और 45 मिनट के बाद अरमान ने अपना पानी छोड़ दिया और इस तरह से उन लोगों ने मम्मी की चुदाई शाम के 5 बजे तक की. फिर में अपने दोस्त की छत से उतरा और अपने घर की बेल बजाई तो अरमान ने दरवाजा खोला और पूछा कि तुम यहाँ कैसे? तो मैंने उन्हें सब बताया और कहा कि इतनी देर में अपने दोस्त के यहाँ था.

फिर वो आदमी मेरे मुँह पर दरवाजा बंद करके अंदर घर में भाग गया और 10 मिनट के बाद दरवाजा खोलने आया. फिर उस आदमी ने मुझसे कहा कि तुम्हारी मम्मी कहीं बाहर गई है और वो सीधा बाथरूम में चला गया. फिर 2 घंटे के बाद वो और भरत बाथरूम से निकले और फिर मम्मी भी बाथरूम से 30 मिनट के बाद निकली और कहा कि वो अभी बाथरूम में गई थी, लेकिन में तो सब जानता था. फिर हमारे घर में 4 महीने तक काम चला और इस दौरान उन लोगों ने मम्मी को हर दिन चोदा.

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