हॉट लड़की कुसुम की चूत चुदाई

हाय दोस्तों मेरा नाम अनिल हे और में एक कम्पनी में जॉब करता हूँ मेरी अच्छी तन्खवाह हे लेकिन मेंरा घर अब भी सुना सुना हे कोई आ जाए इस जिंदगी में शोर मचाने वाली अगर आप किसी को  जानते हे तो आप मुझे जरुर बताना में शादी करना चाहता हूँ.

पहली बात तो ये हे की दोस्तों में अपने जज्बात और अपने लंड पर काबू नहीं रख रख सकता. मेरा लंड दिन में दो से तिन बार मचल मचल उठता हे और रात में तो पूरी रात ये अटेंनसन रहता हे. रात में दो से तिन बार में मुठ मारकर इसको शांत करता हु तभी तो ये थोडा शांत होकर मुझे सोने देता हे वरना सोने ही नहीं देता ये मेरी नींद ही उड़ा देता हे.

दोस्तों में आप सभी के सामने अपनी सेक्स लाइफ खुली कर रहा हूँ में अपनी सेक्सी सेक्सी तमाम रातो की कहानिया आप सभी के सामने रख रहा हूँ मेरी तमाम कहानिया सच्ची और मजेदार हे मुझे आशा हे की आप सभी को मेरी सब कहानिया पसंद आएगी आज की मेरी कहानी कुछ एसी हे.

एक दिन में अपनी जॉब पर जा रहा था. की रास्ते में मुझे एक लड़की मिली जो दिखने में बहुत ही खुबसूरत थी और उसके बूब्स बड़े बड़े थे और उसकी गांड भी बहुत बड़ी थी में तो उसकी गांड देखते ही लालच में पड़ गया. में सोच में पड़ गया की में इससे दोस्ती केसे बढ़ाऊ ना जान पहेचान.

दोस्तों में तो अभी सोच ही रहा था की वो खुद ही बस का वक्त पूछती हुई मेरे पास आई. वो जहा में जा रहा था वही का पता पूछ रही थी मेने उसे मुझे फॉलो करने को कहा जब बस आई हम दोनों साथ साथ ही उसमे छाडे और साथ साथ ही स्टेशन पर उतरे.

हम दोनों ने बातो बातो में एक दुसरे का नाम पूछ लिया था दोस्तों उस गोरी सेक्सी लेडी का नाम कुसुम था. और वो यहाँ इस सहर में एकदम नयी थी. हम ने बातो बातो में एक दुसरे के फोन नंबर भी ले लिए. फिर हम दोनों अलग हुए लेकिन सही बात तो ये हे की हम वह से अलग नहीं एक हुए थे.

घर आने के बाद हम लोगो का फोन पर बाते करना सुरु हो गया हम दोनों घंटो तक बाते करते रहते थे. बातो बातो में हम दोनों सेक्स पर आ गए और अब सिर्फ और सिर्फ सेक्स की ही बाते करने लगे थे और बातो बातो में मेरी पेंट गीली हो जाती थी और उसकी चड्डी भी गीली हो जाती थी वो फोन पर बता रही थी जब हम दोनों बात करते हे तो उसकी चूत में कुछ होने लगता हे और फिर एक दम से चूत उसकी फुल्ली फूली हो जाती हे फिर वो मेरे साथ  बाते करते करते ही अपनी चूत में उंगलिया करती रहती और अपनी चूत को उंगलियों से छोडती और छोड़ कर शांत करती थी.

एक दिन रात को उसका फोन आया की आज तो रहा नहीं जा रहा प्लीज् आकर मेरी चूत को शांत कर दो वो साली भूली भूली बेठी हे. फडफडा रही हे शांत होने का नाम ही नहीं ले रही बहुत उंगलिया कर कर के में थक गई थक गई में उसे छोड़ छोड़ के उसे तो तुम्हारा लंड ही चाहिए तो प्लीज् आप जल्दी से देर किया बिना फ़ौरन आ जाओ में तैयार बेठी हूँ.

में तो चाहता ही था में तो निकल गया उसके घर जाने के लिए और ठीक १० हि मिनट में में उसके घर पहोंच गया मेने उसके दरवाजे की डोर बेल बजाई तो उसने १ मीनट में ही दरवाजा खोल दिया मेने देखा की वो पूरी नंगी हे उसने नंगे ही मेरे लिए दरवाजा खोला था में भी अन्दर जाते ही झट से दरवाजा बंद करके उसके ऊपर टूट पड़ा उसको सर से लेकर पौ तक चूमा चाटा और फिर मेने अपने कपडे निकाले और उसके हाथ में लम्बा लंड थमा दिया.

वो मेरे लंड से खेलती रही और में उसके बूब्स को काटता रहा एसा हमने ३०-४० मिनट तक किया और फिर में उठा और उसकी बालो से भरी चूत के अन्दर अपना लंड घुसाने लगा ठीक ५ मिनट के बाद मेरा लंड उसकी चूत के अन्दर घुसा अन्दर घुसते ही क्या मजे देने लगा इसे मजा मुठ मारने में कहा.

में तो लंड को अंदर रखते हुए २० मिनट तक इसे ही उसके ऊपर लेता रहा और फिर थोड़ी देर के बाद उसकी चूत को चोदने लगा. लंड को उसकी चूत के अन्दर बहार कर करके चोदने लगा क्या मजा आ रहा था उसकी चूत में से पहले से ही सफ़ेद पानी निकल रहा था जो जब में लंड को अन्दर बहार कर रहा था तब वो पच …………………….पच……….पच………….पच……………….पच………….पच…………..पच…..पच…….जो माहोल को और भी सेक्सी बना रही थी.

उसकी चूत में लंड को अन्दर बहार करते करते ही में उसकी चूत में ही झड गया.

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