मैं जूली की रसदार चूचियों को चूसना चाहता था! पर मेरी किस्मत में एक नहीं दो चूतें थी! जूली की साथ उसकी चाची को भी Hindi Sex Stories की घटना मुझसे में चुद गई..

Hindi Sex Stories की इस कड़ी में जूली के मुलाकात

मैं राज अपनी कहानी लिख रहा हूँ। मैं बिलासपूर का रहने वाला हूँ। जब मैं बीसीए का फर्स्ट एअर का स्टूडेंट हूँ। मेरे मकान में जूली नाम की लड़की रहने आई थी।

उसका फिगर कम से कम 34.36.34 था, उसके मम्मे इतने बड़े थे! कि देखने वालों के मूह में पानी आ जाए। मेरा भी कुछ हाल ऐसा ही था। वो अभी 11थ क्लास में थी।

मैं उसके मम्मों को हमेशा ताकता रहता था! कि कभी पीने का मौका मिल जाए! भगवान् ने भी मेरी सुन ली। एक दिन! उसने मुझे पढ़ाने को कहा, मैं तो कब से तैयार था भी! तुरन्त हाँ बोल दिया।

वो भी पढ़ने आने लगी। रोज जूली के मम्मे देख कर रह जाता! अचानक! एक दिन जूली ने कहा- तुम रोज रोज मेरी तरफ क्या देखते हो?

मैंने उससे कहा- कुछ भी तो नहीं।

वो बोली- जानकर भी अनजान बनते हो! कह क्यों नहीं देते! कि तुमको क्या चाहिए।

मैंने भी कह दिया- तुम जानकर भी अंजान क्यों बनती हो!

इस पर वो कहने लगी- मैं तुमको बेहद प्यार करती हूँ!

मैंने भी उससे कहा -मैंने भी तुमसे बहुत प्यार करता हूँ। यह सुनते ही वो मुझे अपनी बाँहों में लेकर चूमने लगी और मैंने भी उसको खूब चूमा!

जूली ने की मुझे चुदाई भरी बातें

उस दिन के बाद हमारी बातें होना चालू हो गई। हम भी पहले! औरों के तरह फ़ोन पर सेक्स की बातें करते!

एक दिन मैं जूली को बोला- क्या? वो मेरे नाल चुदाई का खेल खेलेगी! वो पहले तो मना करने लगी! बाद मैं मान गई!

वो मुझसे बोली- कल मेरा पूरा परिवार बाहर जा रहा है! तो इवनिंग में कॉल कर दूँगी! तब तुम पहुँच जाना!

मैं भी जूली के फ़ोन का इंतजार करने लगा! फ़ोन आते ही! मैं जूली के घर पहुँच गया। जूली ने काली कलर की फ्रोक पहन रखी थी, देख कर लगा! कि अभी चोद दूँ!

हालांकि! मेरे पास टाइम ही टाइम था तो रुक गया! वो मुझसे बोली- मैं नहाकर आती हूँ। मैं अन्दर गया तो देखा! कि जूली की मामी भी है।

मामी घर पर सबका हाल पूछने लगीं और मुझसे कहा- तुम टीवी देखो, मैं नहा कर अभी आई।

मैंने कहा- जी, ठीक है!

कुछ देर बाद! बाथरूम से आवाज आई- राज, मैं अपना तौलिया बाहर भूल गई हूँ! प्लीज़ जरा पकड़ाना..!

मैंने पूछा- जूली है क्या? पर जूली की चाची थी!

मैंने जैसे! तौलिया पकड़ाने के लिए हाथ आगे किया, तो बाथरूम का दरवाजा खुल गया! चाची मेरे सामने पूरी नंगी खड़ी थीं!

उनके गोल-गोल मम्मों पर ही! मेरी नज़रें गड़ कर रह गईं! और मेरा लौड़ा भी खड़ा हो गया। चाची ने भी यह सब देख कर! जल्दी से दरवाजा बन्द कर लिया।

चाची जब नहा कर! बाहर आईं, तो मैं उनसे नजरें नहीं मिला पा रहा था।

चाची ने कहा- राज क्या हूआ?

मैंने कहा- कुछ नहीं चाची जी।

चाची ने कहा- कभी उस हालत में! लड़की को नहीं देखा क्या?

मैंने कहा- नहीं चाची जी..!

क्यों? तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है!

 

मैंने कहा- जूली तो, ओन्ली फ्रेंड है मेरी!

चाची ने मुस्कुरा कर कहा- चलो आज से! मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड बन जाती हूँ..! मैं हतप्रभ था!

चाची ने कहा- अब तो मत शर्माओ!

मैंने कहा- ठीक है! चाची जी!

मेरा मन बहुत ही खुश था! पर मुझे नहीं मालूम था, कि इतनी जल्दी मौका मिल जाएगा।

रात को! चाची ने मेरा बिस्तर, एक ही पलंग पर लगा दिया। रात को सोते समय, मुझे लगा! कि कोई मेरे लौड़े को हिला रहा है!

मैंने देखा! जूली मेरे लौड़े को चूस रही है! मेरा लौड़ा सख्त होने लगा! लेकिन मैंने सोने का नाटक जारी रखा!

वो शायद यह समझ गई थी! मुझे सताने के लिए चाची भी सोने लगीं।

तब मैं बोला- चाची और करो ना..!

जूली ने कहा- तुम भी साथ दो ना..!

मैं खड़ा हुआ और चाची के होंठों को चूसने लगा। चाची भी पूरे दिल से! मेरे होंठों को निचोड़ रही थी!

मैंने चाची के सारे कपड़े धीरे-धीरे उतार दिए! और चाची ने मेरे कपड़े उतार फेंके! फिर मैं चाची के खरबूजों को चूसने लगा!

चाची की चुदासी चूत की जमकर चुदाई

चाची की चूत में उंगली करने लगा, जो पूरी तरह से गीली हो चुकी थी। फिर मैं उस गुलाबी सी चूत को चूसने लगा, जूली मेरे लौड़े को मुँह में भरे थी!

अब जूली की चाची ने कहा- डाल दे अपना लौड़ा..! मेरी चूत में..! कब से प्यासी है..! तुम्हारी जान..!

मैंने कहा- नहीं चोदते तुम्हें..! मैं कब से प्यासी फिर रही हूँ..! अब तू बुझा दे मेरी प्यास..!

मैं जूली की चाची दोनों टाँगों के बीच आकर बैठ गया, और अपना लौड़ा सीधे उनकी चूत में डाल दिया! जूली की चाची की चीख निकल गई, फिर धीरे-धीरे झटके देने लगा!

कुछ ही पलों में! जूली की चाची भी मेरा साथ देने लगीं। करीब तीस मिनट! की चुदाई के बाद हम दोनों साथ में झड़ गए।

कुछ देर बाद! मैंने जूली की रजामंदी से उनकी गांड भी मारी, और सुबह तक हम नंगे ही सोए रहे और लण्ड-चूत का खेल खेलते रहे!

जब तक मैं वहाँ रहा, जूली को जी भर कर चोदता रहा और जूली की प्यास बुझाता रहा!

अब भी जब भी उनकी मर्जी होती है! तब जूली और उनकी सहेलियों को जी भर कर चोदता हूँ!

अपना जवाब ज़रूर दे! और ज़रूरत हो मेरी तो मेल करें.. मेरा मेल आईडी–rajsee584@gmail.com

जूली ने मुझको अपने घर बुलाई, क्योंकि घर पर कोई नहीं था। पर ऐसा नहीं था! उसकी चाची भी मौजूद थी वहाँ पर। वो दोनों नहाने बाथरूम में गई हुई थीं। किसी ने मुझसे तौलिया माँगा! तो मैं जैसे ही तौलिया देने गया, बाथरूम का दरवाजा खुल गया और मैंने चाची को नंगा देख लिया और मुझसे रहा नहीं गया और Hindi Sex Stories के इस कड़ी में उसकी चूत की चुदाई कर डाली..

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