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behan ki chudai

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हाये दोस्तों आज मैं कहानी लाया हूं फिर कंट्री साईड मतलब गांव देहात से जहां अक्सर लंड और चूत के खेल खेतों में खेले जाते हैं। मैं एक किसान का बेटा हूं इसलिए हमारे घर में खेती होती है और जब कभी मैं गांव जाता हूं खेतों पर अवश्य जाकर थोड़ा समय बिताता हूं। अक्सर गांव की हसीन मल्लू आंटियां, नवयौवनाएं और भाभियां खेतों में जाती हैं कुछ न कुछ काम करने के लिए और यहां तक कि लोटा लेकर शौच पर भी निकल जाती हैं। इसलिए गांड देखने और चूत मारने का अच्छा जुगाड़ रहता है। इस बार मेरे यहां चने की खेती हुई थी और चना की खास निगरानी करनी पड़ती है। रात को महिलाएं जाकर चने के खेत में अक्सर शौच…

हेलो दोस्तों आज मैं आपको एक नयी कहानी सुनाने जा रहा हूं, पहाड़न की चूत मेरे पहाड़ी एडवेंचरों की एक ऐसी कहानी है जिसको पढ कर आप का दिल खुश हो जाएगा। तो आईये चलते हैं कहानी की तरफ। मेरा मामा गांव है विंध्याचल पर्वत की तराईयों में। जहां कि हम सब भैंस चराने के लिए पहाड़ की हरियाली पर उपर जाते हैं। हमारे झूंड में लड़कियां भी भैंस लेकर जाती हैं, और सच तो ये है कि लड़के लड़कियां दोनों ही मिलजुल के रहते हैं। उनको मुसीबतों में एक दूसरे का साथ देना होता है और ये चरवाहों के समूह के नियम भी हैं।

Desi Sex Kahani

कुछ भी कहने से पहले या कुछ भी सुनाने से पहले मैँ आपको बता दूँ कि यह एक सत्य कथा है. आप इस पर यकिन करिये या ना करे यह आपकी मर्ज़ी, लेकिन मेरा फर्ज़ है आपको यह बता देना.तो शुरुआत करते हैँ मुझसे, मेरा नाम शीबा है, मैँ दिल्ली की रहने वाली एक पढी लिखी लडकी हूँ. मेरी उम्र 26 साल और पेशे से मैँ एक पत्रकार हूँ. मेरा काम है लोगोँ तक सच्चाई को लाना. इस काम को करने के लिये मुझे ना जाने किन किन लोगोँ से दो चार होना पडता है. मेरे लिये दिन रात सब एक समान हैँ. आधी रात को भी मुझे अक्सर न्यूज कवरेज करने जाना पडता है. दिखने मेँ मैँ काफी सुन्दर, गोरी, 5.7’’ लम्बी और…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम करन है. इससे पहले भी मैं कई चुदाई स्टोरी लिख चूका हु. मेरा यहीं प्रयास होगा, कि आप को भरपूर आनंद आये. दोस्तों, ये चुदाई की कहानी बिलकुल रियल है बट उस समय की है, जब मैं अलीगढ के पास एक गाँव में रहता था पूरी फॅमिली के साथ. मेरी ऐज करीब १८ साल की होगी. मेरी बॉडी अच्छी थी और गाँव में रहने की वजह से और वर्जिश करने के वजह से. मैं खेतो में काफी काम करता था सुबह और शाम को खेतो में काम ज्यादा करते थे. दोपहर में धुप में काम नहीं कर पाते थे, तो हम लोग आराम करते थे. एक दिन सारा काम ख़तम करके मैं आराम से घर सोया था. कि तभी अचानक…

पड़ोस की सेक्सी लड़की मेरे साथ पढ़ती थी आईये दोस्तों आपको अपनी पड़ोसन रंगीली की गीली चूत मारने की कहानी सुनाते हैं। रंगीली मेरे कक्षा में ही पढती है और मेरे पड़ोस में रहती है। हम दोनों इंटरमीडियेट फाइनल इयर में थे और दोनों का साइंस ग्रुप था। दोनों ही पढने में होशियार माने जाते थे, पर रंगीली होशियार होने के साथ साथ खूबसूरत भी थी। वो जब जीन्स टाप पहन के निकलती थी तो मुहल्ले के लड़कों की फट जाती थी चढ्डी उसे देख कर। कसम से कटीली जवानी की धनी रंगीली का हुस्न उसके नाम के अनुरुप ही था। उसका मरमरी बदन, मासूम चेहरा, भरी हुई लेकिन सपाट गांड जिसको देख कर देखते ही गांड मारने का मन करे। लाल लाल होट…

गुरुमाता से प्रतिशोध लिया गाइड के शोषण का। हाए दोस्तों क्या खोज खबर है, भाई, क्या कोई देसी गांड मारने को मिली इधर बीच? अरे यार अगर मारने को न मिली तो मरवाया जरुर होगा, हा हा! चलो तुम्हें कहानी सुनाते हैं अपनी ताजा ताजा पर रोमांचक और लंड को दनदनाती हुई। क्या कभी अपनी टीचर की वाईफ को पेला है? नहीं ना? मैं आप सबको बताने जा रहा हूं अपने टीचर की बीबी की रसदार जवानी को चोदने की घट्ना। सुकेश चौधरी, जो कि हमारे कालेज में एक सम्मानित प्रोफेसर हैं, उनके अंदर में मैं रिसर्च कर रहा हूं। वो कमाल का चूतिया आदमी है और उसकी बीबी बहुत खूबसूरत है।

बड़ी गांड के बड़े जलवे। हेलो दोस्तों क्या इधर बीच किसी बड़ी गांड की सवारी गांठी की नहीं। अगर नहीं गांठी तो तैयारी कर लीजिए चोदने की कोई दमदार हसीन मस्त और नाजनीन गांड क्योंकि जो मजा गांड मारने में है वो शाय्द ही चूत मारने में हो। चूत मारने से ज्यादा मजा आता है किसी बड़ी गांड के टाईट छेद को चोदने में क्योंकि पहाड़ सी गांड का मानमर्दन करना एक अलग मजेदार विषय है और इसलिए सच ओत ये है कि इस प्रकार से गांड को चोदने में जिस तरह की आनंद की अनुभूति होती है वो दुर्लभ होती है।

चूंचे और बहुत ही ऊंचे दर्जे के। वो नुकीले चूंचे कौन भूल सकता है भला। कालेज के दिनों में मेरे साथ पढ़ने वाली नताशा के चूंचे देख कर के लड़के आह भरते थे और टीचर  मूठ मारते थे। बाथरुम की दीवालें नताशा को चोदने की फंतासियों से भरी रहती थीं। सच तो ये है कि नताशा मेरे गाँव से ही कालेज जाती थी। और अक्सर वो शाम को बस पकड़ के कालेज जाती थी। आईये आपको नताशा के बदन की पूरी ज्योग्राफिया समझा दें। चौतीस के नुकीली चूंचियां, छत्तीस की गांड अठ्ठाईस की कमर। पूरा बदन गठा कमाल का, लसलसा रस चूता होठो से और शायद उसकी भाव भंगिमाएं देख कर यही लगता था कि उसके चूत से भी रस लगातार टपकता रहता होगा।…

चोदने के लिए बेचैन बेलन! ये आरजू है कि एक चूत हमको मिल जाए, लन्ड के धागे से गांड मेरी सिल जाए, फटे जो मुह में घुसाके ही मेरी ले लेना, ऐसा कोई यार हो जो यार मुझपे पिल जाए। ये शायरी गुनगुनाते हुए बेलन जब अपने कालेज जा रहा था तो उसको सुबह की घास  पर बिखरी ओस की बूंदें और चारो तरफ खड़ी अरहर की घनी खेती को देख कर कभी भी अंदर घुस कर के मूठ मार लेने का मन कर रहा था। बड़ी ही सूखेपन की स्थिति आ गयी थी, कई दिनों से कोई फुदी, कोई चूत छोड भोसड़ा तक का दर्शन न हुआ था। अश्लील बेलन आज बड़े अनमने ढंग से अपने पाकेट में हाथ डाले लंड को पकड़े…

जनवरी की सुबह की धूप, आसपास के इलाके की सबसे ऊंची इमारत और चुत पाने का मौका, बहुत रोमांटिक नहीं तो बहुत खराब माहौल भी नहीं है. यह मेरा नाम अमित रावत और मैं बात कर रहा हूं, खैर पहला तो नहीं पर एक मेरे ठीक-ठाक सेक्स अनुभव की. तब मैं इंटर कालेज का छात्र था. दिखने में सामान्य गोरा, पाँच 10 की हाईट, और 10 इंच का लण्ड, यानि मुसिबत, कितनी भी ढीली पैंट पहनूँ या टाइट चड्ढी कोई फायदा नहीं, दूर से ही किसी को भी मेरा लण्ड आराम से झूलता पता चल जाता था.