हेल्लो मेरा नाम विनय है में जयपुर का रहने वाला हूँ. मैने इस साइट की सारी कहानी पढ़ी है. में इस साइट का डेली रीडर हूँ. मुझे सारी कहानी बहुत ही अच्छी लगी है. आज में अपनी दीदी की कहानी सुनाने जा रहा हूँ. जिसे मैने अपने आंखो के सामने देखा था. इससे पहले की में अपनी कहानी शुरू करू सबसे पहले में आपसे उन दोनो लोगो का परिचय करा दूँ. में जिसके बारे मे आपको बताने जा रहा हूँ उनमे से एक मेरी दीदी है और दूसरा मेरे पड़ोस मे रहने वाला एक ठेकेदार है. उसका नाम नदीम है मेरी दीदी एक सुंदर और जवान लड़की है. दीदी को देख कर सबके लंड खड़े हो जाते है। अब में अपनी कहानी की तरफ चलता…
हाय दोस्तों कैसे हो. मेरी दूसरी दीदी का नाम राधिका है. मेरी दीदी राधिका को गन्दी किताब पढ़ने की बुरी आदत हो गयी थी. अपनी किताब मे चुदाई की कहानियो की किताब छुपाकर पढ़ने के बहाने चुदाई की कहानी पढ़कर अपनी चूत मे उंगली डाल कर चुदाई के मज़े लेती थी. अपनी चूत में उंगली डाल कर और पैर (लेग्स) हिला हिला कर खूब आनंद लेती थी. मेरी दीदी राधिका हमारे पड़ोस मे रहने आये सरदार जी के साथ काफ़ी घुल मिल गयी थी. उसकी बीवी और दो बच्चे थे. मेरी दीदी राधिका उसे जीजाजी कहा करती थी. गर्मी के दिन मेरी दीदी राधिका और मेरी माँ घर के आँगन मे रात को चारपाई पर साथ मे सोये हुये थे. रात को करीब 1 या…