यह कहानी आज से दो साल पहले की है लेकिन पहले में आपको अपनी कज़िन के बारे में बता दूँ। दोस्तों उसका नाम रेशू है और उसकी उम्र 22 है.. उसके बूब्स 36 साईज़ के हैं और उसकी गांड भी 36 की है। मेरी रेशू से बहुत बनती थी में और वो हर रोज मैसेज से बात किया करते थे। वो और में अपनी हर बात एक दूसरे से शेयर करते थे। फिर एक बार उसके फेमिली वाले तीन दिन के लिए शहर से बाहर जाने वाले थे तो उसने मुझे मैसेज करके बताया और कहा कि भाई तुम्हारी बहुत याद आ रही है प्लीज मिलने आ जाओ ना.. तभी मैंने उसे कहा कि ठीक है में कल सुबह तक आ जाऊंगा और में रात की ट्रेन पकड़ कर दूसरी सुबह उसके घर पहुँच गया।
वो उस समय नहाकर आई थी और किचन में कुछ काम कर रही थी और फिर मैंने जाकर उसे पीछे से पकड़ लिया.. वो मुझे देखकर बहुत खुश हुई और मेरे गले लग गयी। फिर वो मुझसे बोली कि भाई तुम फ्रेश हो जाओ में खाना लगाती हूँ। तभी में जब बाथरूम में नहाने गया तो वहाँ पर मैंने नहाने से पहले उसकी पेंटी देखी जो उसने अभी नहाकर उतारी थी और जो कि उसकी चूत के पानी से पूरी गीली थी और उसे देखकर मेरा तो लंड एकदम खड़ा हो गया और मैंने उसकी पेंटी को उठाकर अपने होंठो से लगाकर पूरा पानी चूस लिया और अपने लंड पर उसकी पेंटी को लपेट कर रगड़ता रहा जब तक कि मेरे लंड से पानी नहीं निकल गया। फिर में नहाकर बाथरूम से बाहर आया और उसके साथ बैठकर खाना खाया। फिर वो बोली कि भाई तुम थक गये होंगे तो तुम थोड़ी देर आराम कर लो और में रूम में जाकर बेड पर लेट गया। फिर वो थोड़ी देर बाद काम खत्म करके आई और मेरे पास आकर बैठ गयी।
उसने उस टाईम नाईट सूट पहना था और वो मेरे सीने पर सर रखकर बैठ गयी और मैंने उसे पकड़ कर अपने बराबर में लेटा लिया और उसके बालों में हाथ फेरता हुआ उससे बातें करने लगा। तभी अचानक मैंने उसके माथे पर किस कर लिया.. लेकिन उसने कुछ नहीं किया और मैंने उसे कसकर पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर हल्के हल्के अपने होंठ रगड़ने लगा और शायद उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था और वो भी मेरे बालों में अपनी उंगलियाँ घुमाने लगी। फिर में उसके होंठो को चूसने लगा और वो भी मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी और में अपने एक हाथ से उसकी एक चूची को दबाने लगा और वो बहुत कामुक होने लगी। तभी मैंने उसका टॉप निकाल दिया और उसकी दोनों चूचियों को ब्रा के ऊपर से दबाने और चूसने लगा। तभी मैंने उसकी ब्रा भी बाहर निकाल दी और उसकी एक चूची को मुहं में डालकर चूसने लगा और अपने एक हाथ को उसके लोवर में डालकर उसकी चूत तक ले गया और में तो पागल हो गया.. उसने अंदर पेंटी नहीं पहनी थी और मेरा हाथ सीधा उसकी चूत से टच हुआ और फिर में अपने हाथ से उसकी चूत को सहलाने लगा। तभी वो बिल्कुल पागल हो रही थी.. उसने अपने एक हाथ को मेरी पेंट में डालकर मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी। तभी मैंने नीचे बैठकर उसका लोवर भी उतार दिया और अपने भी सारे कपड़े उतार दिए।
अब में धीरे से अपने हाथों को उसकी जाँघो पर रगड़ा रहा और उसकी चूत तक अपने होंठों से रगड़ता रहा और फिर मैंने उसकी चूत को अपने होंठो से पकड़ लिया और चूसने लगा वो पागल हो रही थी और मेरे सर को ज़ोर से अपनी चूत पर दबा रही थी। मैंने उसकी चूत को खोलकर उसकी चूत की एक फाँक को पकड़ लिया और चूसने लगा वो ज़ोर जोर से चिल्ला रही थी.. और चूसो भाई और ज़ोर से चूसो.. खा जाओ मेरी चूत को। में 20 मिनट तक उसकी चूत की फाँक को चूसता रहा.. उसकी चूत बहुत गीली हो रही थी और वो ज़ोर से चिल्लाई भाई अब चोद दो मेरी चूत को फाड़ दो इसे अपना पूरा लंड अंदर तक ठोक कर चोदो।
फिर मैंने उसकी जाँघो को पूरा फैला दिया और उसकी चूत की फाँक में अपने लंड के टोपे को रगड़ने लगा.. वो बस पागल हुई जा रही थी और मैंने उसकी कमर को पकड़कर एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा लंड उसकी सील को तोड़ता हुआ उसकी चूत में आधा अंदर चला गया और वो ज़ोर से चिल्लाने लगी प्लीज निकालो इसे बहुत दर्द हो रहा है। तभी में उसके ऊपर आकर थोड़ी देर रुका और उसके निप्पल को चूसने लगा जब उसे कुछ आराम हुआ तो मैंने मौका देखकर अपना पूरा लंड एक जोर के धक्के के साथ चूत के अंदर डाल दिया और उसे धीरे धीरे चोदने लगा। उसे अब बहुत मज़ा आने लगा और वो भी अपनी कमर हिलाने लगी और में उसे ज़ोर ज़ोर से लंड को अंदर बाहर करके चोदने लगा और वो भी चिल्लाने लगी कि भाई चोदो और ज़ोर से चोदो फाड़ दो अपनी बहन की चूत को.. मेरी चूत को इतना चोदो की इसकी सारी खुजली मिट जाए। में उसे ऐसे ही 15 मिनट तक चोदता रहा वो झड़ने वाली थी और उसके साथ साथ में भी।
तभी मैंने उससे कहा कि में झड़ने वाला हूँ कहाँ निकालूँ? तो उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और कहा कि मेरी चूत में निकालो। तभी में ज़ोर ज़ोर से धक्के मारते हुए उसकी चूत में ही झड़ने लगा और वो भी साथ में झड़ गयी और उसने अपनी चूत में कसकर मेरे लंड को जकड़ लिया। फिर में ऐसे ही उसके ऊपर लेटा रहा। फिर उसके बाद हम बाथरूम में गये और वहाँ पर जाकर मैंने उसे कमोड पर बैठा दिया और उसकी जांघों को पूरा फैलाकर नीचे बैठ गया और उसकी चूत की फांकों को अपने होंठों से पकड़ कर चूसने लगा। तभी वो अपनी चूत में दो उँगलियाँ डालकर अंदर बाहर कर रही थी और चिल्ला रही थी.. भाई चूसते रहो ऐसे ही अपनी बहन की चूत को खा जाओ। फिर मैंने घुटनो पर बैठकर उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और वो अपनी कमर को ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे करने लगी और कह रही थी कि भाई चोदो और ज़ोर से चोदो आज मुझे रंडी की तरह चोदो आज मेरी चूत का भोसड़ा बना दो चोद चोदकर और में उसे ऐसे ही चोदता रहा। फिर में कमोड पर बैठ गया और वो मेरे ऊपर आकर अपनी चूत पर लंड लगाकर उस पर बैठ गयी और ज़ोर ज़ोर से उछलने लगी.. अब उसका पानी निकालने वाला था। तभी उसने कहा कि भाई में झड़ने वाली हूँ.. में उसकी चूत के नीचे बैठकर उसकी चूत को चूसने लगा और जब उसका पानी निकला तो मैंने सारा पानी पी लिया।
तभी उसके बाद मैंने उसे बाथरूम के फर्श पर लेटा दिया और उसे चोदने लगा। में ज़ोर ज़ोर से उसकी चूत को फाड़ रहा था और वो कह रही थी कि भाई ऐसा मज़ा मुझे कभी नहीं आया.. बस मुझे ऐसे ही चोदते रहो फाड़ दो मेरी चूत को। में भी अब झड़ने वाला था और मैंने दो तीन ज़ोर के धक्के लगाए और उसकी चूत में ही झड़ गया और उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और हम थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे। फिर हम नहाकर बाहर आए और ऐसे ही नंगे एक दूसरे से चिपक कर लेटे रहे।
दोस्तों इस तरह मैंने उसे लगातार तीन दिन तक चोदा ।।