मेरा नाम प्रिन्स (बदला हुआ नाम) है।
मैं सूरत (डायमंड सिटी) का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 20 वर्ष है मैं दिखने में काफ़ी स्मार्ट और हैंडसम हूँ। मेरा रंग गोरा, चेहरा एकदम सुंदर और काफ़ी घने ब्राउन कलर के बाल हैं। कुल मिलकर एक मॉडल जैसा लगता हूँ।
और मैं एक कॉलबॉय हूँ। मैं कॉल बॉय कैसे बना वो मैं आपको इस सेक्स स्टोरी में बताऊंगा। मैं आपको यह भी बता दूँ कि मेरे लंड का साइज़ 6.3 इंच का है।
दोस्तो, इस कहानी में मैं कोई भी असत्य बात नहीं लिखूंगा, सिर्फ़ जगह और पात्र का नाम बदल दिए हैं, उम्मीद है कि यह मेरी पहली भाभी सेक्स स्टोरी है लेकिन मेरा पहला सेक्स नहीं… आपको अच्छी लगेगी। औरत रब की एक खूबसूरत क्रियेशन है, उससे समझना मुश्किल जरूर है, पर नामुमकिन नहीं है।
ये स्टोरी एक भाभी की है.. भाभियाँ हर वो सुख दे सकती हैं जो एक गर्लफ्रेंड या लवर कभी भी नहीं दे सकती। इसी लिए कहते हैं कि अगर गर्लफ्रेंड चुदाई की शुरूआत है.. तो भाभियाँ चुदाई की एक्सपर्ट्स होती है और एक्सपर्ट्स की सलाह हमेशा लेनी चाहिए।
ये कहानी काजल भाभी की है.. वे दिखने में दूध सी गोरी हैं, उनकी हाइट लगभग 5’6″ है और भाभी उम्र में 25 साल की हैं। उनका फिगर साइज़ 34-30-36 का है भाभी की पूरी बॉडी मेंटेंड है।
पिछले महीने जुलाई की बात है, जब मैं शॉपिंग करने हमारे यहाँ के बिग बाजार में गया था। काफ़ी घूमने के बाद भी कुछ पसंद ही नहीं आया, तो फिर मैंने सोचा कि चलो लेडीज कॉर्नर में चलता हूँ, इसी बहाने लड़कियों को देख के दिल बहला लूँगा।
मैं वहां गया.. उधर घूमते-घूमते मैं ब्रा-पैंटी के स्टॉल के पास पहुँच गया और वहां वो सब कुछ देखने लगा जिससे लंड को तसल्ली सी हो जाती है। वहां से बहुत सारी औरतें गुजर रही थीं.. मुझे भी सभी को देखने में मज़ा आ रहा था।
पर दोस्तो नज़र कहाँ किसी की शक्ल पर जा रही थी, हर लड़के की तरह मेरी भी आदत सेम थी, चेहरा छोड़ के मम्मों पर ही ध्यान जाता था। किसके कितने बड़े मम्मे हैं.. किसके सॉलिड चूचे हैं.. बस इसे ही देखते-देखते मजा ले रहा था।
तभी वहां सामने से एक औरत गुजर रही थी.. तो अचानक उसके हाथ से उसका मोबाइल स्लिप कर गया। वो साड़ी में थी, तो नीचे झुकी और उसी समय मुझे उसकी साड़ी के ऊपर से मम्मों के बीच वाली लाइन दिख गई। मैं भी कमीना कुत्ता वैसे ही उसकी चूचियों की घाटी को देखता रहा।
वो जब उठी तो उसकी नज़रें मुझसे मिलीं और उसने भी मुझे एक नशीले अंदाज में देखा, साथ ही साथ गुस्से में मुँह भी बनाया।
उसके बाद वो भाभी मेरे सामने आईं और मैं जहाँ खड़ा था.. वहां पर ब्रा देखने लगीं। मैं वहीं वैसे खड़े रहा और उसको देखता रहा। उसके बाद उन्होंने एक ब्रा खरीदी और चलती बनी।
फिर कुछ दूर जाके रुक गईं और पीछे मुड़कर मुझे देखने लगीं। फिर पता नहीं उनका क्या मन हुआ, उन्होंने अपने पर्स में से एक पेपर निकाला.. कुछ लिखा और पेपर को वहीं गिरा कर चली गईं।
मैंने सोचा शायद उनका कुछ गिर गया और जब मैंने उस पेपर को उठा कर खोल कर देखा तो उस पर एक मोबाइल नंबर लिखा हुआ था और लिखा हुआ था कॉल मी आफ्टर 2 आवर।
मैं समझ गया कि ये भाभी मुझसे बात करना चाहती हैं।
मैंने दो घंटे बाद उनको कॉल किया।
मैं- हैलो, मुझे आपका ये नंबर शॉपिंग माल में मिला था, जब आपने पेपर में लिख कर गिरा दिया था।
औरत (काजल)- यस, आप अभी कहाँ हो.. अगर फ्री हो तो मिल सकते हो?
मैं- हाँ ज़रूर.. कहाँ पे मिलना है, बोलिए?
उन्होंने अपने घर का एड्रेस दिया और बोलीं- आधे घंटे में आ जाओ।
उसके बाद क्या था.. मैं वहां से झट से निकला अपनी बाइक पर और उनके बताए एड्रेस पर पहुँच गया। उधर जाकर डोरबेल पुश किया.. अन्दर से दरवाजा खुला तो वही भाभी थीं। उन्होंने मुझे अन्दर बुलाया, मैं अन्दर आ गया। उनके घर में कोई नहीं था और वो भाभी अभी भी साड़ी में ही थीं।
फिर उन्होंने मुझे बैठने को कहा और पूछा- क्या तुम मुझे जानते हो?
मैं- नहीं.. मगर जानना चाहता हूँ।
काजल- तो फिर ऐसे क्यों देख रहे थे?
मैं- अच्छा लगा तो देख रहा था।
काजल- क्या अच्छा लगा, मैं या मेरे चूचे?
मैं उसके मुँह से चूचे शब्द सुनकर थोड़ा हैरान सा हुआ और ये सोचने लगा कि ये पक्का चुदवाना चाहती हैं, मगर कोई यकीन नहीं कर पाता कि पहली मुलाकात में कोई कैसे चुदवाना चाहेगा या चाहेगी। पर कभी कभी ये भी हो जाता है कि नज़रें बहुत कुछ कमाल कर देती हैं।
इसके बाद उन भाभी ने मेरे बारे में पूछा, तो मैंने भी अपने बारे में बताया, भाभी की सेक्स स्टोरी हिंदी में सुनी, अपनी कुछ सेक्स स्टोरीज के बारे में बताया, वो जान कर बहुत खुश हुईं, उन्हें शायद मेरी स्टोरीज अच्छी लगीं।
तो उन्होंने कहा- बहुत अच्छी स्टोरी है।
उसके बाद मैं वहां से चलने के लिए उठा।
वो भाभी बोलीं- अगर आप बुरा ना मानो तो एक बात पूछूँ?
मैं- पूछिए?
काजल- क्या आप आज रात को मेरे घर आ सकते हैं, मैं भी सेक्स में इंट्रेस्टेड हूँ।
मैं- नेकी और पूछ-पूछ.. ठीक है आप जब भी फ्री हो कॉल कर दीजिएगा, मैं आ जाऊंगा।
दोस्तो, एक बात ज़रूर कहना चाहूँगा.. मुझे वो औरत भाभियाँ ज्यादा पसंद हैं.. जो दिल की बात डायरेक्ट बोल देती हैं। अरे चुदवाना है डायरेक्ट बोलो। कुछ शरमीली होती हैं और कुछ स्ट्रेट फॉर्वर्ड होती हैं।
उसके बाद मैं वहां से चला आया और मेडिकल स्टोर जाकर कन्डोम भी खरीद लिए। आफ्टर ऑल हेल्मेट ज़रूरी है, क्योंकि जहाँ सावधानी हटी, वहां दुर्घटना घटी।
रात को 8 बजे करीब काजल भाभी का फोन आया कि प्रिन्स आप अभी आ जाओ। मैं जल्दी से वहां पहुँच गया, पहुँच कर मैंने दरवाजे की घंटी बजाई, भाभी ने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर बुलाया।
उस वक्त भाभी ने पारदर्शी नाइटी पहनी हुई थी। भाभी की उस नाइटी में वो बड़ी ही कामुक लग रही थीं। झीनी सी नाइटी में से उनके निप्पल दिख रहे थे। मेरा मन हो रहा था कि उनके मम्मों को पकड़ कर सारा रस निकाल लूँ।
भाभी ने मुझे देखा और बोलीं- ऐसे क्या देख रहे हो, पूरी रात पड़ी है देखने के लिए.. घर में अन्दर तो आ जाओ।
मैंने एक कातिल मुस्कुराहट दी और मैं अन्दर गया और भाभी से पूछा- आपके घर में कोई नहीं रहता क्या?
तो उन्होंने कहा- मेरे पति बंगलोर में रहते हैं, वे महीने में एक बार आते हैं और महीने भर मैं सेक्स से भूखी रह कर तड़पती रहती हूँ।
मैं- कोई बात नहीं अब आपको और नहीं तड़पना पड़ेगा.. मैं अब हूँ ना!
भाभी मुस्कुराई, बोली- चलो डिनर करते हैं।
हम दोनों ने खाना खाया। सच में भाभी ने मस्त खाना बनाया था, बहुत टेस्टी खाना था।
उसके बाद भाभी सेक्स करने के लिए बोली।
तो मैंने बोला- अभी थोड़ा रूको.. कुछ देर बातें करते हैं।
एक बात याद रखना दोस्तो.. खाने के तुरंत बाद कभी भी सेक्स ना करें, खाने के बाद कुछ ब्रेक करें.. तब सेक्स करें, वरना सेक्स के बाद कमर दर्द, पीठ दर्द की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं और साथ ही लड़के जल्दी झड़ जाते हैं। सो लड़कियों कभी भी अपने पार्ट्नर को खाने के बाद तुरंत सेक्स के लिए मत बोलें, वरना नुकसान आपका ही होगा, क्योंकि लड़का झड़ जाएगा और आप भूखी रह जाओगी।
लगभग एक घंटे बाद मैंने भाभी से मस्ती करने के बाद कहा- चलिए शुरू करते हैं।
भाभी मुझे अपने बेडरूम में ले गईं और बिस्तर पर बिठा कर एक नॉटी सी स्माइल देते हुए मेरे ऊपर झपट पड़ीं और मेरे होंठों को चूमने लगीं.. मुझे फ्रेंच किस देने लगीं। मैं उनकी पीठ सहलाने लगा।
मेरा लंड तो पहले से ही सलामी दे रहा था।
मैंने कहा- भाभी आप मेरी टी-शर्ट खोलो.. मैं आपकी नाइटी खोलता हूँ।
भाभी भी मान गईं और उन्होंने मेरी शर्ट को खोल दिया और साथ ही साथ मेरे पैंट और चड्डी को भी उतार दिया।
उसके बाद मैंने नाइटी खोली।
ओह माय गॉड.. वॉट ए सीन यार! मैं तो भरी जवानी देख कर पागल हो गया। मैंने उनके चूचे हाथ में लिए और सहलाने लगा। क्या आनन्द था.. मुझे जैसे लगा कि जन्नत मिल गई हो।
फिर मैंने भाभी के मम्मों को अपने मुँह में ले लिया, तो भाभी ने कामुक आवाज़ निकाली ‘आआआह.. सस्स्शह.. प्लीज़ प्रिन्स और जोर से चूसो.. और जोर से दबाओ..’
ओह वाउ क्या मज़ा आ रहा था। उनके चूचे ही ऐसे थे, जिसे देखके कोई भी मर्द का खड़ा हो जाएगा।
उसके बाद मैंने भाभी को बिस्तर पे लिटाया और उन्हें किस करने लगा। पहले गले पर और फिर से उनके मम्मों को चूसने लगा, चाटने लगा। इतना ज्यादा चाटने लगा कि मेरे थूक से उनके चूचे पूरे गीले हो गए।
मैं- भाभी कैसा लग रहा है?
काजल- चूसते रहो प्रिंस.. उईई आआ आआह..
फिर मैंने उनकी नाभि में किस किया, तो भाभी और तेज सिसकारियाँ लेने लगीं- प्रिन्स आआहह.. मेरे मम्मों को दबाओ.. ह्म्म्म्म म और खा जाओ इन्हें.. तेरी भाभी ये भूखी है।
मैं पागलों की तरह उनके मम्मों को दबाता.. कभी चाटता.. तो कभी चूसता। उसके बाद मैं नीचे उनकी चुत की तरफ गया। भाभी की चुत पर बाल नहीं थे, उन्होंने चुत को क्लीन शेव्ड किया था। फिर क्या था.. मैंने उनकी चिकनी चुत को किस किया और चाटना शुरू कर दिया।
भाभी- आआआह प्रिंस.. क्सीई सस्स्स्सह आह.. मज़ा रहा है प्रिन्स.. और करो और चूसो..
मैं- हाँ भाभी आज पूरा खा जाऊंगा आपको.. आह..
भाभी- हाँ खा जाओ.. जी भरके खाओ.. मुझे प्यार करो आआहह..
भाभी ने बहुत दिनों से सेक्स नहीं किया था इसलिए वो बहुत भूखी थीं। भूखा शेर और सेक्स की भूखी औरत को कंट्रोल करना मुश्किल होता है, सही से ना कर पाओ.. तो जान जाने का ख़तरा होता है।
मैं भाभी को वैसे ही चूसता रहा। करीबन दस मिनट तक भाभी अपने कंट्रोल में थीं, लेकिन फिर उनकी चुदास का बाँध टूट गया।
भाभी- प्रिन्स, अहह.. मैं झड़ रही हूँ आअहह आआआअ..
भाभी की साँसें तेज हो गईं और उन्होंने कस कर मेरे सिर के बाल पकड़ लिए और अचानक झड़ गईं और शांत पड़ गईं।
फिर भाभी उठीं.. मुझे लिटाया और किस करने लगीं। पहले मेरे होंठों को, फिर दाएं हाथ में मेरे लंड को पकड़ के ऊपर-नीचे की और मेरा लंड का सुपारा खोल दीं। मेरा लंड भी महाहरामी था.. पहले से ही खड़ा था।
भाभी बोलीं- तुम्हारा लंड अच्छा है मोटा भी.. मैं इससे आज बहुत खेलूँगी।
ये कह कर उन्होंने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चाटने लगीं।
बहुत अच्छा फील होता है, जब एक औरत आपके लंड को मुँह में लेके अन्दर-बाहर करे, उसे चाटे। उसमें आपके सिसकारियां कम निकलती हैं और गुदगुदी ज्यादा होती है, पर अच्छा लगता है।
भाभी वैसे ही मेरे लंड को चूसती रहीं। दस मिनट तक लंड चूसने के बाद भाभी बोलीं- मैं अब तुम्हारे ऊपर आ रही हूँ.. अपने लंड मेरी चुत के अन्दर पेल दो।
मैंने कहा- ठीक है।
फिर भाभी मेरी जाँघ के ऊपर बैठ गईं और मेरे लंड पर कन्डोम लगा कर अपनी चुत के अन्दर लेने लगीं। पहले धीरे-धीरे नीचे को हुईं और मेरा लंड उनकी चुत में अन्दर घुसता चला गया। लंड जैसे ही घुसा.. वो अपना मुँह फाड़ कर ‘आअहह..’ करने लगीं। मेरा पूरा लंड अब चुत के अन्दर था और वो मेरे ऊपर से मुझे क़िस दे रही थीं।
भाभी ने मेरी आँखों में देखा और बोलीं- प्रिन्स मुझे अब ऐसे चोदो कि मुझे सेक्स की कमी ना हो और अगर मुझे तुम्हारा सेक्स स्टाइल पसंद आया तो आगे भी मैं तुमसे चुदवाऊंगी और मेरी फ्रेंड्स को भी तुमसे ही चुदवाऊंगी.. बस अब चोद दो मुझे अच्छे से।
उसके बाद भाभी ने अपनी गांड उठाई और मेरे लंड पर उछलना शुरू कर दिया।
भाभी- आआहह आआआआह ह्म्म्म्म ..
करीब 5 मिनट ऊपर नीचे-होने के बाद मेरा लंड गीली चुत की वजह से स्लिप करके बाहर निकल गया।
मैं- भाभी आप लेट जाओ.. मैं ऊपर आ जाता हूँ।
भाभी उठकर बिस्तर पर लेट गईं और मैंने उनके ऊपर आकर अपना लंड उनकी चुत में पेल दिया.. और बस फिर क्या था बस चुदाई शुरू हो गई।
साथियो, औरत की पूरी स्पीड से चुदाई करो ताकि उसको शिकायत का कोई मौका ही ना मिले।
भाभी- अयाया अम्म्म ओह प्रिन्स और जोर से और जोर से करो..
मैं- हाँ भाभी ले लो मेरा लंड.. आज ये तुम्हारा ही है।
भाभी- हाँ कमीने दे मुझे चुत का होल को बड़ा कर दे मेरा, चोद और चोद आआहह..
भाभी बस ऐसे ही ‘आआहह हुउंम्म.. उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ करती रहीं और मैं शॉट पे शॉट मारता रहा। दस मिनट के अन्दर भाभी फिर झड़ गईं पर मैं नहीं झड़ा था।
फिर मैं रुका.. थोड़ा भाभी को किस किया, फिर शुरू हो गया, इससे होता यह है कि आपका झड़ने का टाइम थोड़ा बढ़ जाता है। चुत को लगातार नहीं पेल कर.. अगर रुक-रुक कर चोदा जाए, मतलब बीच में थोड़ा सा रुक जाओ.. उसको किस करो.. फिर चुदाई शुरू करो, तो जल्दी झड़ने का चान्स कम हो जाता है।
उसके बाद मैंने फिर भाभी को चोदना शुरू किया, अपने लंड को जोर से भाभी की चुत में अन्दर-बाहर करता रहा। करीबन 20 मिनट बाद मैं झड़ने की कगार पर आ गया और आखिरी समय मैंने बहुत जोर से भाभी को पेला।
भाभी- आआहह और अम्म्म्म प्रिन्स.. आअहह ऑश..
मैं- भाभी मैं झड़ने वाला हूँ.. आअहह.
फिर मैं झड़ गया.. क्योंकि मैंने कन्डोम पहना था.. तो मेरा सारा माल कन्डोम में ही रह गया। मैं पसीना-पसीना होकर भाभी के ऊपर ही लेट गया। कुछ पल बाद मैं बगल में लेट कर बेसुध हो गया मेरी नींद लग गई.. शायद भाभी भी वैसे ही निढाल पड़ी रहीं।
कुछ देर बाद जब मैं उठा तो देखा रात के 11 बज चुके थे और भाभी मेरे सामने बैठीं मेरे लंड को सहला रही थीं।
भाभी- थैंक्स प्रिन्स.. मुझे अच्छा लगा, क्या तुम मुझे आगे भी चोदोगे?
मैं- बिल्कुल आप जब भी बोलें भाभी.. ये लंड आपकी चुत की सेवा के लिए ही है।
भाभी बोलीं- मैं जब भी फ्री रहूंगी आपको फोन करके बुला लूँगी.. आ जाना और मुझे जी भरके चोद देना।
ये कह कर हम दोनों ने रात को और एक बार फिर से चुदाई की। अगले दिन सुबह-सुबह फिर चुदाई की और मैं घर के लिए जाने लगा।
भाभी ने मुझसे कहा- मैं अपनी फ्रेंड्स को भी तुम्हारा मोबाइल नंबर दे दूँगी, उन्हें भी जी भरके चोदना।
मैंने हामी भर दी और फिर भाभी ने मुझे पर्स में से 5000 रूपए निकाल कर दिए तो मैं मना करने लगा।
भाभी ने मेरा लंड पकड़ा और कहा- तुमने मुझे आज बहुत खुश कर दिया आई लव यू माय प्रिन्स.. मुझे तुम्हारी और तुम्हारे लंड की हमेशा ज़रूर रहेगी.. इसीलिए ले लो।
फिर मैं वो पैसे लेकर चल दिया।
अब तो हर दिन एक बार भाभी के घर जाता हूँ और उनको चोद कर आता हूँ। भाभी भी खुश हैं.. मैं भी खुश हूँ, फिर मैंने काजल भाभी की सहेलियों के साथ भी चुदाई की..
काजल भाभी की वजह से मैंने सेक्स की दुनिया में कदम रखा और उसी की वजह से मैं आज एक कॉल बॉय हूँ.. क्योंकि उसने अपनी सहेलियों को भी मुझसे मिलवाया है।
यह थी मेरी भाभी सेक्स स्टोरी काजल के साथ? आप अपने कमेंट्स कर सकते हैं।