मेरे प्यारे दोस्तो,
आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ…
मेरा नाम युवराज है। मैं 20 साल का हूँ और मेरा कद 5.7 है, मैं सतारा- महाराष्ट्रा से हूँ।
अब मैं मेरी मामी के बारे में बताता हूँ, उनका नाम सविता है और वो 32 साल की हैं।
उनकी फिगर 32-30-34 की है और एकदम गोरी हैं।
दोस्तो, यह कहानी जनवरी 2009 की है…
मेरी मामी उस समय कुछ कार्यक्रम से उनके ससुराल आई थीं, चार दिन के लिए और सब कार्यक्रम होने के बाद वो पुणे जा रही थी, लेकिन वो अकेली थी और उनके साथ उनके दो बच्चे थे।
उनके पति यानी मेरे मामा सरकारी नौकरी में है तो वो नहीं आए थे, मेरी मामी ने मुझसे बोला – तुम हमें पुणे छोड़ आओ और कुछ दिन वहाँ रह भी लेना।
मैंने बोला – सोच के बताता हूँ, क्यूँ की मेरा कॉलेज था।
उसके बाद मामा का भी कॉल आया कि मामी को छोड़ने पुणे आ जाओ, तो फिर मैंने हाँ बोल दी।
दो दिन बाद मैं मेरी मामी के साथ पुणे चला गया।
मेरे मामा उस वक्त मुंबई में थे, नौकरी के कारण और एक दिन रहने के बाद मामा वापस चले गये।
मामा को दो लड़के थे – एक 7 साल का और एक 3 साल का।
तो दोस्तो, मेरी मामी घर में गाउन पहनती थीं, उनका बड़ा लड़का सुबह 8 बजे स्कूल जाता था और 4 बजे आता था। छोटा सिर्फ़ 3 साल का था।
मैं मेरी मामी के साथ ही पूरा दिन बात करता और टी।वी। देखता था।
सुबह मैं अक्सर देर से ऊठता था पर मामी सुबह जल्दी नहा लेती थीं।
ऐसे ही एक दिन नहाने के बाद, मामी ने मुझे उठाया और मैं जब नहाने बाथरूम में गया तो देखा कि मामी की काली पैंटी सुख रही थी…
उसी दिन दोपहर को मैंने और मामी ने खाना खाया और फिर मैं टीवी देख रहा था और मामी किचन में थीं।
दोस्तो, ना जाने मुझे क्या सूझा, मैं उठा और किचन में जा कर सीधे मामी को पीछे से कस के पकड़ लिया।
मैं सच कह रहा हूँ, मुझे पता ही नहीं चला कि उस वक्त मुझे क्या हुआ…
मैं पागलों की तरह, मामी के बूब्स दबाने लगा।
मामी बोलीं – ये क्या कर रहे हो तुम, पागल हो गये हो क्या?
मैंने कुछ सुना नहीं और बस मामी को यहाँ-वहां दबाने लगा। फिर मामी ने मुझे ज़ोर से धकेला और बोला – पागला गये हो क्या? ये सब क्या कर रहे हो?
मैंने बिना सोचे मामी को बोला – आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो।
फिर मामी बोलीं – तुम सच मे पागल हो गये हो।
मैंने मामी को कहा – मुझे नहीं पता, पर मुझे अभी आपके साथ सेक्स करना है… और मैंने सीधा मामी को फिर से पकड़ लिया।
मामी छुड़ाने की बहुत कोशिश कर रही थीं, पर मैंने ज़ोर से पकड़ रखा था।
मामी बोलीं – ऐसा मत कर ये सब अच्छा नहीं है।
मैंने कुछ नहीं सुना, सीधा मैंने उनके मुँह में मुँह डाल दिया और किस करने लगा और उनकी पीठ सहलाने लगा।
उनको किस करते वक्त मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, पर मामी अभी भी मना कर रही थीं।
मैंने उनको ज़ोर-ज़ोर से चूमा। मैं बेतहाशा उनके बूब्स दबा रहा था।
कुछ देर बाद मैं उनकी गाण्ड दबाने लगा। कुछ देर ऐसे ही ज़बरदस्ती करने के बाद मामी भी गरम होने लगीं थीं।
धीरे-धीरे अब वो मना नहीं कर रही थी…
फिर आख़िरकार मामी भी मेरा साथ देने लगीं थीं…
सो, अब मैंने मामी का गाउन और पेटिकोट ऊपर किया और पैंटी के ऊपर से ही उनकी चूत सहलाने लगा।
मामी आ… आ… आहह… उफ़… उः… कर रही थीं। कुछ ही देर में वो बहुत गरम हो गईं थीं,
अब मैंने मामी का गाउन और पेटिकोट उतार दिया। मामी बस अब क्रीम कलर की ब्रा और नेवी ब्लू कलर की पैंटी में थी।
फिर मैंने ब्रा के हुक खोल दिए और मामी के बूब्स नंगे कर दिए और ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा। फिर मैंने उनके नंगे चुचों को मुँह में लिया और उन्हें चूसने लगा।
मैं अब मामी का पूरा शरीर चाट रहा था, उनकी जांगें… उनका पेट… हाथ… गला… चुचे… गाण्ड… सब कुछ।
कुछ देर बाद मैंने मामी को गोद में उठाया और बेड पर लिटा दिया… मैंने अब मेरी टी शर्ट और पैंट निकाल दी और सिर्फ़ अंडरवियर में उनके उपर लेट गया और मुँह में मुँह डाल के चूमने लगा।
क्या मस्त लग रहा था मुझे…
फिर मामी ने खुद ही अपनी दोनों टाँगे फैलाई और मैं सीधा उनकी पैंटी के उपर से ही उनकी चूत चाटने लगा।
पैंटी बिल्कुल गीली थी, बहुत ही मादक स्वाद था उनकी पैंटी का…
अब मैंने पैंटी उतार दी और देखा गीली पड़ी नंगी चूत जिसपर छोटे-छोटे बाल थे।
मैंने बिना देर किए उसके अंदर अपनी उंगली डाली और अंदर-बाहर करने लगा।
मामी को भी अब बहुत मजा आ रहा था, मैंने देर ना करते हुए सीधा मुँह चूत के ऊपर रखा और गीली नंगी चूत चाटने लगा।
चूत में से जो पानी आ रहा था, वो भी मैं लगातार चाट रहा था…
15 मिनट चूत चाटने के बाद, मैंने मामी से कहा – मामी, मेरा लण्ड मुँह में ले लो…
मामी भी मेरा लण्ड अपने हाथों से सहलाने लगी और फिर मुँह मे लेकर चूसने लगीं। मैंने अब मामी को 69 पोज़िशन में ले लिया…
मामी मेरा लण्ड चूस रही थीं और फिर से मैं मामी की गीली नंगी चूत चाट रहा था और साथ ही साथ में उनकी गाण्ड भी चाट रहा था।
भले ही मामी चुप थीं पर हम दोनों को ही बहुत मजा आ रहा था।
10 मिनट तक मामी ने मेरा लण्ड चूसा और फिर मैंने मामी को लिटाया और उनकी चूत मे लण्ड डालने लगा।
धीरे-धीरे धक्के दे रहा था और लण्ड मामी की चूत में जा रहा था, बहुत ही गरम हो गई थी, मामी की चूत…
4-5 ज़ोर के धक्के देने के बाद मेरा लण्ड पूरा अंदर घुस गया और फिर मैं लण्ड को मामी की गीली चूत में अंदर-बाहर करने लगा।
मामी भी सिसकारियाँ ले रहीं थीं। कुछ ही देर में मामी भी ज़ोर-ज़ोर से अपनी कमर को ऊपर-नीचे करने लगीं।
फिर उन्होंने मेरी कमर को पकड़ लिया।
मैं लगातार धक्के दे रहा था और मामी मेरी पीठ में नोच रही थीं, मुझे दर्द हो रहा था जिससे मैं ज़ोर-ज़ोर से मामी की चूत मे लण्ड अंदर-बाहर कर रहा था। करीब बीस मिनट के बाद मामी की चूत में से गरम-गरम पानी आया और उसके दो मिनट में मैंने भी मेरा रस, मामी की चूत मे छोड़ दिया…
फिर काफ़ी देर मैं ऐसे ही पड़ा रहा, मामी के ऊपर…
उस दिन रात को मैं ने मामी के साथ पाँच बार सेक्स किया…
आज भी मुझे जब मौका मिलता है तब मैं और मामी सेक्स करते है।
ये कहानी कैसी लगी ये ज़रूर बताना…