मेरी अम्मी जान रखैल थी!! — Meri Ammi Jaan Rakhel Thi

मेरा नाम फैजल है और मैं पाकिस्तान का रहने वाला। मेरी जवान हसीन और सुंदर अम्मी मुझे बहुत ज्यादा पसंद थी और बाद में उन्होंने मुझे एक ऐसा मौका दिया जिससे मैंने उनके साथ सेक्स करा, क्योंकि मेरी अम्मी जान रखैल थी और उसके अंदर भी एक खास तरह की हवस थी।

मैं सेक्स स्टोरी है आप लोगों को अपनी अंतर्वासना कहानी सुनाने जा रहा हूं।

मेरी पहली अम्मी मेरे पापा को छोड़कर चली गई थी क्योंकि पापा बहुत बड़े अय्याश आदमी थे। मेरे पापा कई सारी औरतों के साथ संबंध रखते थे और यहां तक की कई सारी रखे लोग के साथ सेक्स भी कर चुके थे।

मेरी दूसरी अम्मी जिससे मेरे पापा ने दूसरी शादी की थी वह भी रखैल थी।  मुझे इस बात का पता तब चला कि मेरी अम्मी जान जब पापा और अम्मी का झगड़ा हो रहा था।

मेरे पापा ने गुस्से में उन्हें क्या दिया कि तुम रखैल थी तुमको मैंने अपनी बीवी बनाया है यहां पर और भी वगैरा-वगैरा सेक्सी फालतू की बकचोदी चल रही थी।

मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई जब मुझे यह पता लगा कि मेरी सुंदर हसीन अम्मी जान रखैल थी।

तो मैं उनको एक अम्मी की नजरों से देखता था वाक्य के बाद से मेरी नजर बदल गई और मैं उन्हें हवस की नजरों से देखने लगा।

वह मुझे इतनी ज्यादा पसंद आ गई कि मैं उनके साथ सेक्स करना चाहता था और उनके साथ पलंग तोड़ना चाहता था।

यहां तक कि मैं उनकी याद में Sex Kahani भी पढ़ने लग गया था और मां की पोर्न वीडियोस देखने लग गया था और यह अपने मन में सोचता था की कैसे-कैसे मैं उनको चोदूंगा।

क्योंकि मेरे पापा बहुत ही बड़े व्यस्त हैं तो वह अम्मी की चूत मारते थे। आर्मी के अंदर हवस इतनी जज्यादा थी की रोज चुदवाने के बाद भी उसकी हवस शांत नहीं होती थी।

और वह रात को पापा के सो जाने के बाद नकली लंड से अपनी चूत की चुदाई करती थी। उसने ऐसा खिलौने वाला लंड ले रखा था जिस का साइज 7 इंच का था और वह बहुत ही मोटा था उसके अंदर वाइब्रेटर भी था जिसको वह अपनी चूत में पूरा घुसा कर अपनी गर्मी शांत कर दी थी।

मैं यह नजारा देखकर मुट्ठ मारता था कि कैसे मेरी अम्मी हस्तमैथुन कर रही है और खुद को संतुष्टि दे रही है।

लेकिन मेरी किस्मत मुठ मारने से अम्मी की चूत पर तब आई जब मेरे साथ वह हसीन लमहा या मैं यूं कहूं एक्सीडेंट हुआ।

उस रात को भी मैं अम्मी को देखकर मुट्ठ मार रहा था लेकिन तभी अचानक से दरवाजा खोल जाओ और अम्मी ने मुझे देख लिया।

वह बहुत ही ज्यादा शर्म आ गई और उन्होंने चक्कर से अपना पूरा बदन ढक लिया और चुपचाप शर्म के मारे सो गए।

उन्होंने मुझे आधा नंगा देख लिया था और मेरे लंड को भी देख लिया था मेरी गांड फटी पड़ी थी कि अब मेरे साथ क्या होने वाला है।

लेकिन अगले दिन हम भी मेरे पास आई और मेरे पास प्यार से बैठ गई और उन्होंने कहा – आम क्या कर रहे थे बेटा!!

मेरे पास कोई भी जवाब नहीं था क्या से बताता कि मैं आपको देखकर मुट्ठ मार रहा था और मैं आप की जबरदस्त चुदाई करना चाहता हूं।

मैंने कुछ भी नहीं कहा,

फिर अम्मी ने मुझसे कहा – मैं समझ सकती हूं इस उम्र में ऐसा होता है तो मैं भी जवान हो तो तुम्हारे अंदर यह सब हो रहा होगा!

तुम बड़े हो गए हो तो तुम समझ सकते हो कि तुम्हारी भी कोई जरूरत है और मेरी भी कुछ जरूरत है मैंने कल रात को देखा तुम्हारा काफी बड़ा और मोटा है।

मैंने अम्मी को बड़ी ही हैरान भरी नजरों से देखा और मन में सोचा – रखैल की वासना बढ़ रही है!

और फिर उन्होंने मेरे लंड को पकड़ा और मेरी पैंट खोलकर उसको देखने लगे।

वह मेरे लंड के पास बिल्कुल आकर बैठी हुई थी और यह कह रही थी कितना लंबा और मोटा है आपका

और फिर वह मेरे लंड की मुठ मारने लगी मुझे तो यह सब किसी सपने से कम नहीं लग रहा था लेकिन उस दिन यह सब कुछ मेरे साथ सच में हो रहा था।

मैं बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो गया मुझसे सब्र नहीं हो रहा था मैंने उन्हें बेड के ऊपर लेटा दिया  उनको पूरा नंगा कर दिया।

मैं उन्हें घूर घूर कर देखने लगा अम्मी बोली – आप मुझे बहुत ही अश्लील नजरों से देख रहे हो!!!

मैंने कहा – आप इतनी ज्यादा हसीन है कि क्या करूं मैं आप से शुरू से बहुत प्यार करता हूं!!!

फिर अम्मी के साथ चिपक गया और उनके होठों को चूमने लगा वो उनके बड़े-बड़े बूब्ज़ को पीने लगा। उनकी त्वचा इतनी ज्यादा नरम थी कि उसे चाटने में बहुत मजा आ रहा था फिर मैं उनकी चूत को चाटने लग गया।

उनकी चूत को चाटने में बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था वह बहुत ज्यादा नर्म थी, नमकीन थी, और गीली गीली थी।

अम्मी – आ आ आ अहह अम्म अम्म हां हां

फिर मैंने अपने लंड के ऊपर सूखा और अम्मी की चूत के ऊपर जिसके उसे चिकना बनाया।

और अपना पूरा का पूरा लंड अम्मी की चूत के अंदर घुसा दिया।

अम्मी – हाय रे आ आ आ अहह ओह आह अम्म ये तो उस खिलौने वाले लंड से मोटा और लंबा है… आ आ फैज़ल.. आ आ अहह अम्म

फिर मैं उनकी चूत की अपने लंड से चुदाई करने लगा और उन्हें दबा दबा कर चोदने लगा। अमी मेरी जुदाई से बहुत ही ज्यादा खुश हो रही थी उसकी टांगें कांप रही थी और मैं उसे खूब जोर-जोर से चोद रहा था।

अम्मी के दूध को पकड़कर उन्हें पी रहा था उन्हें दबा रहा था उनके साथ में खेल रहा था और अम्मी के साथ में चुदाई भी कर रहा था।

अम्मी – हां हां हां हां हां तुम्ही मुझे दे सकते हो, चोदो अपनी अम्मी जान को!!!!

मै – हां हां अम्मी में ही आपके लिये आप मेरी बन जाओ फिर हम दोनों ये  रोज करेंगे बल्कि दिन-रात करेंगे!!!

कह दो कि आप अब से मेरी रखैल हो!!!

अम्मी – हां हां मैं तुम्हारी आज से रखैल हूं तुम जब चाहे तब अपना लंड मेरी चूत में डाल सकते हो चाहे दिन हो या रात तुम मेरी चुदाई कर सकते हो!!!

बस यह सुनने के बाद अम्मी को और जोर जोर से थप्पड़ थप्पड़ चोदने लगा और मेरी चुदाई अम्मी के बड़े-बड़े बूब्स खूब जोर-जोर से ऊपर नीचे हो रहे थे और अम्मी की आंखें पीछे को पलट रही थी।

मेरी जबरदस्त चुदाई से अम्मी को बार-बार चरम सुख की प्राप्ति हो रही थी उनकी चूत बहुत ज्यादा गीली हो गई थी। फिर मैंने उनको घोड़ी बना दिया और घोड़ी बनाकर उनके सवारी करने लगा।

घोड़ी बनाकर अम्मी चोदने में बहुत मजा आ रहा था क्योंकि उनकी बोल मोटी गांड को जब मैं चोदता था तो वह गुब्बारे की तरह हिलती थी।

मैं अपने आप को रोक नहीं पाया मैं उनकी चूत पर थप्पड़ भी मार रहा था और अम्मी की चुदाई कर रहा था।

अम्मी – हां हां ऐसे ही मुझे खुशी दो!!

अम्मी की गांड और जोर-जोर से मिलने लगा और उनकी चुदाई करने लगा।

अम्मी कह रही थी – इतनी देर हो गई है तुम अभी तक लगे हुए हो तुम अभी तक मेरी चुदाई कैसे कर पा रहे हो??!!

मैंने कहा – क्योंकि अभी मैं आपसे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं और मेरी वासना इतनी जल्दी शांत नहीं हो रही है!!

फिर मैंने अम्मी को अपने ऊपर बैठा लिया और नीचे लेट गया और उनकी चुदाई करने लगा। अम्मी ने अपनी गांड थोड़ी सी उठा रखी थी जिस को पकड़कर मैं खुद जोर-जोर से चोद रहा था।

अंबिका बार-बार मूत्र निकलता जा रहा था उन्हें बार-बार चरम सुख की प्राप्ति हो रही थी मेरे लंड की प्रचंड चुदाई से।

अम्मी कह रही थी – अब जल्दी से झाड़ दो मैं और नहीं बर्दाश्त कर सकती हूं जल्दी से झाड़ दो मेरे मुंह में!!

मैंने अपनी रफ्तार और ज्यादा बढ़ा दी और जैसे ही मेरा निकलने वाला था अम्मी मेरे लंड से उठी और मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और मेरा सारा माल पी गई।

वह मेरे माल को किसी लस्सी की तरफ दी गई और उसने एक बूंद भी नहीं छोड़ी।

वह बहुत ज्यादा थक गई और मेरी बाहों में आकर सो गई अम्मी मुझे देख कर खुश थी और कह रही थी – आबसे हम दोनों एक हैं और मेरी जिम्मेदारी तुम्हारे हाथों में है।

मैंने कहा – यह जिम्मेदारी में पूरी तरह से निभाऊंगा और इसके बाद से हम दोनों हर रोज बल्कि दिन-रात चुदाई करने लगे और वासना की आग में जलने लगे।

अगर आप लोग चाहे तो हमें अपनी भी कहानियां भेज सकते हैं जैसे कई सारे लोग भेजते हैं क्योंकि हम इस वेबसाइट पर सिर्फ लोगों द्वारा भेजी गई असली कहानियां ही प्रस्तुत करते हैं

One thought on “मेरी अम्मी जान रखैल थी!! — Meri Ammi Jaan Rakhel Thi

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

|