मेरी कोचिंग क्लास की वोह दिन

दोस्तों वो मेरी कोचिंग क्लास का आखरी दिन था और में अपने दोस्त रवि के साथ क्लास के बाहर खड़ा हुआ था और हम सभी एक दूसरे से बस यही बातें कर रहे थे कि यार पता नहीं लाईफ में कभी दोबारा मिलना भी होगा या नहीं? तभी रवि की गर्लफ्रेंड नीरजा वहां पर आई, दोस्तों रवि उसे बहुत चाहता था, लेकिन नीरजा मेरी भी एक बहुत अच्छी दोस्त थी.

रवि ने कहा कि करन दिल्ली जा रहा है अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए और अब हो सकता है कि यह शायद हमसे ना मिले तो मैंने कहा कि यार ऐसी कोई बात नहीं है, में अपनी तरफ से पूरी पूरी कोशिश करूंगा तुम सभी से मिलने और बात करने की और फिर मेरे मुहं से शब्द खत्म होते ही नीरजा ने मुझे हग कर लिया, मुझे उस वक्त बहुत अजीब सा महसूस हुआ क्योंकि में हमेशा से ही लड़कियों से कुछ ज्यादा दूर रहता था और मेरी लाइफ में मेरे माता, पिता और मेरी पढ़ाई ही सब कुछ थे, लेकिन वो एहसास बिल्कुल अनोखा था जो में महसूस कर रहा था और मुझे अंदर ही अंदर ना जाने क्या हो रहा था? मैंने देखा कि नीरजा रो रही थी और अब मैंने उसे चुप करवाया और मैंने उससे कहा कि हम फ़ेसबुक और मोबाईल से हमेशा एक दूसरे से जुड़े रहेंगे. तो रवि ने तुरंत मुझसे कहा कि यार प्लीज कभी नंबर बदल मत देना.

तो मैंने मुस्कुराकर कहा कि नहीं यार ऐसा कभी नहीं होगा और फिर हमने एक दूसरे से ढेर सारे वादे किए और अब में अपने घर पर आ गया. रात को में अपने मोबाइल पर गाने सुन रहा था कि तभी नीरजा का एक मैसेज आया और में मैसेज पढ़कर एकदम आश्चर्यचकित था क्योंकि दोस्तों उस मैसेज में जो कुछ लिखा हुआ था उसका मतलब था कि में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और उसे पढ़कर मुझे बहुत अजीब सा लगा और में पूरी रात भर उसके बारे में सोचता रहा. दोस्तों हमारी कोचिंग में सिर्फ एक वही लड़की थी जो दिखने में बहुत सुंदर और उसका व्यहवार भी हम सभी के लिए बहुत अच्छा था. वो मैंने शायद बहुत बाद में गौर नहीं किया, लेकिन वो हंसने बोलने में एकदम बच्ची थी. वो हमेशा परियों की कहानी सुनती और हमेशा हंसी मजाक में ही रहती. तो उस रात मैंने उसके बारे में बहुत बार सोचा और अगले दिन सुबह मैंने उसे गुड मॉर्निंग मैसेज किया और कुछ देर बाद उसने भी मुझे अपना एक मैसेज किया.

दोस्तों मैसेज तो वो इससे पहले भी मुझे किया करती थी, लेकिन मैंने कभी उसका जवाब नहीं किया था और अब उसने मुझसे मैसेज से चेट शुरू की.

नीरजा : क्यों तुमने पहले कभी मुझे मेरे किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दिया तो आज फिर ऐसा कैसे?

में : कल रात को जो तुमने मैसेज भेजा उसे पढ़कर में कल पूरी रात में ठीक से सो नहीं सका.

नीरजा : ऐसा क्यों?

में : बस ऐसे ही.

दोस्तों एक तो उसने जब मुझे हग किया तो उसके बूब्स (साइज़ 32 है) मेरी छाती से दब से गये थे जिन्हे में अब तक भूल नहीं पा रहा था और दूसरा उसका वो मैसेज जिसमे उसने में तुमसे प्यार करती हूँ लिखा था और अब मैंने मन ही मन सोच लिया था कि उसे रवि की ज़िंदगी से निकालकर अपनी ज़िंदगी में जरुर लाऊंगा. तो मैंने उसके रवि के खिलाफ कान भरने शुरू कर दिए, तीन दिन बाद उसने रवि को गुस्सा दिखाने के लिए वो मुझसे दिन भर यहाँ तक कि रात में करीब दो तीन बजे तक फोन पर बातें करने लगी.

वो 16 फरवरी की बात होगी रात को जब हम बात कर रहे थे तो उसने बातों ही बातों में रवि का जिक्र कर दिया, लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा और वो मुझसे पूछने लगी कि तुम क्यों कुछ नहीं बोल रहे हो? तो मैंने उससे कहा कि ऐसा कुछ नहीं है जैसा तुम सोच रही हो. अब उसने मुझसे कहा कि प्लीज तुम्हे मेरी कसम बताओ. तो मेरी आंख से आँसू निकल आए और अब मैंने उससे कहा कि मुझे तुमसे प्यार हो गया है. दोस्तों वो नीरजा जिसके दिमाग़ में बिल्कुल बचपना भरा हुआ था रोते हुई बोली तो तुमने मुझसे पहले क्यों नहीं बोला? तो मैंने कहा कि क्योंकि में हमेशा अपनी पढ़ाई में लगा रहा और जिसकी वजह से मुझे तुमसे यह सब अपने मन की बात कहने का कभी मौका नहीं मिला.

दोस्तों उस रात हम दोनों बहुत रोए और बस एक दूसरे को चुप कराते रहे और फिर हम दोनों सो गए, अगले दिन से वो मुझसे एक गर्लफ्रेंड की तरह व्यहवार करने लगी, वो अब सबसे पहले मुझसे शुभदिन कहती और वो मुझसे पूछती कि मैंने खाना खाया या नहीं, में कैसे हूँ? दोस्तों यह 19 फरवरी की बात है, जब मैंने नीरजा से कहा कि मेरा 27 तारीख को मेरा जन्मदिन है और फिर उसने मुझसे बहुत खुश होकर कहा कि हम उस दिन कहीं मिलते है? तो मैंने उससे कहा कि मुझे मेरा जन्मदिन का गिफ्ट क्या मिलेगा?

उसने तुरंत मुझसे कहा कि उस दिन तुम्हे तुम्हारी बीवी मिलेगी. फिर मैंने उससे कहा कि क्या तुम मुझसे शादी करोगी? तो उसने मुझसे कहा कि नहीं, तो मैंने उससे पूछा कि ऐसा क्यों? तो वो मुझसे कहने लगी कि में तुमसे शादी नहीं कर सकती हूँ और ना रवि से, क्योंकि जहाँ पर मेरे माता, पिता मुझसे कहेंगे में वहीं पर अपनी शादी करूँगी. तो यह बात 21 फरवरी की बात है जब नीरजा की एक सहेली स्वाती ने उसे फोन करके बुलाया और वहां पर वो और रवि दोनों मिले, मुझे बिल्कुल भी पता नहीं ना जाने क्या हुआ? नीरजा ने उस दिन मेरा फोन भी नहीं उठाया, मैंने रात भर में उसे करीब 750 मिस्ड कॉल किए.

फिर रात को करीब 11 बजे नीरजा ने मेरा फोन उठाया और उसने मुझसे पूछा कि क्या है? तो मैंने उससे कहा कि क्या मुझसे कोई ग़लती हुई है? तब उसने मुझसे कहा कि वो रवि की है और वो उससे बहुत प्यार करती है और उसने मुझसे कहा कि आज स्वाती ने मुझे पास के एक काफी हाउस पर बुलाया था वहां पर में और रवि मिले उसके मुहं से इतनी बात सुनकर मैंने तुरंत अपनी तरफ से फोन रख दिया, लेकिन अब में उस पूरी रात उसके बारे में सोच सोचकर बहुत रोया और मैंने दूसरे दिन उसे कोई फोन नहीं किया और ना ही कोई मैसेज, लेकिन मैंने उस दिन दोपहर के समय स्वाती को फोन करके बहुत गालियाँ दी और उससे बहुत बुरा भला कहा. उसने मुझसे कहा कि तुम बहुत अच्छी तरह से जानते थे कि नीरजा और रवि एक दूसरे से पहले से बहुत प्यार करते है तो फिर तुम उनके बीच में क्यों आए?

अब मैंने उससे कहा कि नहीं नीरजा मुझसे बहुत प्यार करती है और हमारे बीच इस बात को लेकर बहुत जिद बहस हुई और फिर स्वाती ने मेरा मोबाईल नंबर ब्लॉक कर दिया. दोस्तों उसके तीन दिन बाद 25 फरवरी की रात को नीरजा का मेरे मोबाईल पर एक मैसेज आया जिसमे उसने मुझसे माफ़ी मांगी, लेकिन मैंने उसके उस मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया. तब नीरजा ने पूरे दिन परेशान होने के बाद उसी शाम को मुझे फोन किया, लेकिन मैंने अब भी उसका फोन कट कर दिया और नीरजा ने कई बार मुझसे बात करने की कोशिश की, लेकिन मैंने उसका नंबर देखकर फोन नहीं उठाया.

फिर नीरजा ने मुझे एक मैसेज किया जिसमे लिखा कि प्लीज़ एक बार फोन उठा लो तुम्हे मेरी कसम, अब मैंने उसे फोन किया और उससे कहा कि हाँ बोलो? तब उसने मुझसे कहा कि प्लीज मुझे माफ़ कर दो, मैंने उससे कहा कि में तुम्हारा क्या लगता हूँ जो तुम मुझसे माफ़ करने की बात कह रही हो? मेरे मुहं से इतनी बात सुनते ही वो ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और मुझसे बोली कि तो इसमे मेरी क्या ग़लती है? तुम मुझे अगर रवि से पहले अपने प्यार का इजहार कर देते तो आज में सिर्फ़ तुम्हारी होती.

मैंने उससे पूछा कि तुम मेरे जन्मदिन पर आओगी या नहीं? उसने कहा कि ठीक है में आ जाउंगी. दोस्तों उसके बाद मैंने 26 फरवरी को उसे कोई मैसेज या कॉल नहीं किया, लेकिन मैंने 27 फरवरी को नीरजा को एक फोन किया और उसे अपने घर के पास एक पार्क में बुलाया वहां पर हम दोनों मिले और अब हम दोनों एक कोने में बैठकर बातें कर रहे थे. में अब भी नीरजा को प्यार भरी नज़रों से देख रहा था, तब मैंने नीरजा से कहा क्यों मुझे मेरा गिफ्ट मिलेगा? तो उसने पूछ लिया कि बताओ क्या चाहिए?

फिर मैंने कहा कि मुझे हग करना है, नीरजा मेरे पास आई और मैंने जब नीरजा को हग किया तो मैंने उसे अपने सीने से लगा लिया और धीरे धीरे उसकी कमर पर हाथ रखे जिसकी वजह से वो मुझ में पूरी तरह से खो सी गई और मैंने महसूस किया कि वो हल्की हल्की सी काँप सी रही थी और में उसके पूरे गरम बदन की गरमी को अब महसूस कर रहा था.

अब मुझे बहुत डर लग रहा था कि कहीं उसे कुछ हो तो नहीं गया और फिर मेरे होंठ उसके होंठो के नज़दीक पहुंचे ही थे कि हमे पीछे से किसी के आने की आवाज़ सुनाई देने लगी और हम एक दूसरे से अलग हुए, नीरजा मेरे ऊपर लगभग पूरी आ चुकी थी मेरी तरह उसके भी बदन में कुछ कुछ हो रहा था, लेकिन वो फिर अचानक वहां से उठकर घर चली गई. फिर कुछ देर बाद मैंने अपने घर पर पहुंचकर तुरंत उसको फोन मिलाया तो उसका फोन स्विच ऑफ था.

अगली रात को उसने मुझे फोन किया तो मैंने उससे कहा तुम्हे तो रवि मिल गया अब मुझे क्यों फोन करती हो? तो उसने कहा कि क्या अब हम एक सच्चे दोस्त नहीं है? अब मैंने उससे कहा कि अच्छा तुम ही मुझे बताओ कि क्या तुम अब मुझे एक दोस्त की नज़र से देख सकती हो? दोस्तों वो मेरी यह बात सुनकर बिल्कुल चुप रही, लेकिन कुछ नहीं बोली तो मैंने उससे पूछा कि तुम्हे मेरी कसम है सच सच बताना तुम रवि से प्यार करती हो या मुझसे? अब उसने कहा कि मुझे नहीं पता, लेकिन हाँ रवि मुझसे बहुत प्यार करता है और हमेशा उसने मेरा साथ दिया है और कल जब तुमने मुझे पहली बार इस तरह से हग किया तो मुझे मन ही मन ऐसा लगा कि में अपना सब कुछ तुम्हे दे दूँ और रवि ने भी मुझे तुमसे पहले कई बार हग किया, लेकिन कभी मुझे उसके साथ वो अहसास नहीं आया जो कल मुझे तुम्हारे साथ आया. मुझे अब मन ही मन ऐसा लगता है कि में शायद तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, लेकिन में अब रवि को भी छोड़ नहीं सकती और बिना तुम्हारे रह नहीं सकती.

दोस्तों उसके कुछ देर बाद मैंने अपनी तरफ से फोन कट कर दिया और में अब बस उसी के बारे में सोचता रहा. उस पूरे दिन उसने मुझे बहुत बार फोन किया, लेकिन मैंने उसको कोई जवाब नहीं दिया. दोस्तों यह मेरी लाईफ की वो सच्ची घटना है जो में ज़िंदगी भर नहीं भुला सकता.

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