यह बात एक साल पहले की है. पहले मैं फेसबुक बहुत यूज करता था. एक दिन मुझे अपने सजेशन में एक लड़की दिखी, उसका नाम सीमा था. मैंने उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी.
उसने तुरंत एक्सेप्ट कर लिया. उसके बाद हमने नोर्मल हाय हेलो की चाट शुरु कर दी.
काफी दिनों तक हमारी चाट चलती रही. फिर एक दम मैंने उसको नंबर मांगा. उसने कहा नहीं. फिर मैंने भी कभी उससे बात नहीं की. फिर एकदम मुझे व्हाट्सअप पर कोई अननोन नंबर से मैसेज आया.
जब मैंने उससे पूछा कि तुम कौन हो? तो उसने बताया कि वह सीमा है मेरी फेसबुक फ्रेंड. उसने बताया उसने मेरा नंबर मेरी फेसबुक प्रोफाइल से लिया.. फिर ऐसे ही काफी दिनों तक हमारी व्हाट्सअप पर बात होती रही.
एक दिन अचानक उसने कहा कि वह मुझे प्यार करती है.. मैं एकदम से शोक्ड हो गया. फिर उसने बताया कि वह दिल्ली से है.
वह मुझसे बहुत दूर थी, तो कभी मिलने का प्लान नहीं बना. में भी जॉब करता था और वह भी. तो ऐसे ही मैसेज पर लव यू लव यू करते थे हम लोग.
मेरा दिल बहुत कर रहा था उसे मिलने का और उसका भी. फिर एक दिन हमारे ऑफिस में एक नया वर्कर आया, वह दिल्ली से था. फिर मेरी उसके साथ बहुत अच्छी दोस्त हो गई.
उसने कहा कि उसका दिल्ली में एक फ्लैट है और उसे रेंट पर देना है, अभी वह खाली है.
मैंने उसे अपनी बात बताई कि मेरी गर्लफ्रेंड है उससे मिलना है तो क्या वह अपना फ्लैट एक दिन के लिए मुझे दे सकता है? उसने कहा ठीक है|
भाई चला जाना दिल्ली और चौकीदार से मेरी बात करवा कर की ले लेना घर की. मैं यह सुनकर बहुत खुश हुआ.
और मैंने यह बात सीमा को भी बताई, वह भी बहुत खुश हुई. क्योंकि ६ महीने के बाद हम पहली बार मिलने जा रहे थे. अगले संडे का प्लान बनाया और दिल्ली के लिए निकल गया.
में रात को यहां बैठा और सुबह दिल्ली पहुंच गया. पर जब दिल्ली पहुंचा तो बहुत जोरों से बारिश हो रही थी.
मैंने उसको कॉल किया तो उसने बताया कि बारिश की वजह से बहुत लेट हो जाएगी आने में. मैं बहुत दुखी हो गया फिर मैंने मेट्रो स्टेशन पर ही बैठ गया और उसका इंतजार करने लगा.
काफी वेट करने के बाद दो तीन घंटे बाद वह आयी पूरी भीगी भीगी.
उस दिन उसने वाइट सूट पहना था. वह बहुत हॉट लग रही थी और मैं तो बस उसे देखता ही रह गया. उसका रंग थोड़ा सावला था लेकिन फिगर बहुत अच्छा था.
जब वह आई और मुझे हग करके मिली तो मैं एकदम से चकित हो गया क्योंकि दिल्ली ही में हग करके मिलना नॉर्मल है पर पंजाब में नहीं, इसी लिए मुझे शर्म आ गई.
फिर हम दोनो रूम के लिए निकल पड़े. बारिश अभी भी कम नहीं हुई थी और फ्रेंड का रूम ढूंढते ढूंढते मैं भी पूरी तरह भीग गया.
जब फ्रेंड का रूम मिला फिर जाकर हमने चौकीदार से फ्रेंड की बात करा कर रूम की चाबी ले ली और रूम में गए.
हम दोनों पूरी तरह भीग चुके थे. रूम में जाते ही मैंने लोक कर दिया और वहां पड़े बेड़ पर बैठ गया. वह भी मेरे साथ आकर बैठ गई. पहले १० मिनट हमने नॉर्मल बातें की.
फिर मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींचा. वह मेरे गोद में आ गई.. और हमने लिप किस करना स्टार्ट कर दी. १५ मिनट तक स्मूच करते रहे.
फिर मैंने उसे लिटाया और उसके ऊपर आकर फिर से किस करते करते उसके बूब्स प्रेस करने लगा. वह बहुत गरम हो रही थी. फिर मैंने उसे उठाकर उसका सूट निकाला उसने वाइट कलर की ब्रा पहनी थी. उसे बहुत सूट कर रही थी.
फिर ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स चूसने लगा. वह बेड को पकड़कर आहे भर्ती रही. मैंने उसकी ब्रा उतार कर उसके बूब्स सक करने लगा.
फिर मैंने धीरे से उसकी सलवार उतार दी और पेंटी भी. अब वह एकदम नंगी थी.
जब मैं उसके ऊपर से उठकर अपने कपड़े उतारने लगा उसने पास में पड़ी ब्लैंकेट अपने ऊपर कर ली क्योंकि वह शर्मा रही थी. मैंने भी कपड़े उतार कर ब्लैंकेट में चला गया और हम किस करने लगे.
अब वह मेरा लंड पकड़ के हिला रही थी. मैंने उसे मुंह में लेने के लिए बोला तो उसने मना कर दिया. क्योंकि उसको नहीं पसंद था मुंह में लेना, पहली वक्त था तो मैंने ज्यादा फोर्स नहीं किया.
उसकी चूत बिल्कुल साफ थी. मैंने उसकी चूत पर जब अपना लंड रखा तो वह एकदम से हील गई, जैसे की उसकी जान निकल गई हो. पर मैं पकड़ के उसकी चूत लिक करता रहा. उसे बहुत मजा आ रहा था. और वह जल्दी झड़ गई शायद ज्यादा गर्म हो गई थी.
मैंने भी ज्यादा टाइम वेस्ट करते हुए ऊपर आकर उसकी टांगें फैला कर अपना लंड उसकी चूत में सेट किया और एक धक्का मारा उसकी चूत इतनी टाइट थी की चीख निकल गई.
मेने उसका मुह बंद किया. अपने मुंह से लॉक लगा कर और जोर से एक और धक्का मारा और लंड पूरा उसकी चूत के अंदर चला गया. उसे बहुत दर्द हो रहा था.
मैं रुक गया और उसका दर्द कम होने तक रुक गया. जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो अंदर बाहर करना शुरू कर दिया.
५-१० मिनट ही हुए थे कि वह जड गई और उसके एक दो मिनट बाद मैं भी झड़ गया. जडने के बाद में उसके ऊपर ही पड़ा रहा और उसको किस करता रहा. हम दोनों बहुत थक गए थे.
मुझे शाम की ट्रेन से वापस भी जाना था पर मन नहीं मान रहा था जाने को पर क्या करें? इसलिए पहली बार बस एक बार ही किया.
फिर उसके बाद हम दोनों उठे और अपने अपने कपड़े पहने और वहां से निकल गए. फिर उसने मुझे मेट्रो तक छोड़ा वहां एक एक कप कॉफी पी और वह अपने घर चली गई और मैं पंजाब पहुंच गया.