हाय फ्रेंड्स, मैं आपको अभी कुछ दिन पहले की घटना को Meri Sex Story के रूप में बता रहा हूँ। अभी कुछ दिन पहले मेरी बाइक खराब हो गई थी। मुझे जल्दी जाना था तो मैंने अपने दोस्त को फोन करके बाइक खराब होने की बात कही और उससे ये कहा- तुम मेरी बाइक घर पर छोड़ देना।
मैं ऑटो से चला गया। कुछ दूर चलने के बाद उस ऑटो में एक बहुत सुंदर सी औरत आकर बैठ गई। उसकी उम्र यही कुछ 25-26 साल की होगी। मैं उसके एकदम बगल में चिपक कर बैठा हुआ था। उसकी टांगें मेरी टाँगों से एकदम चिपकी हुई थीं। मैं मन ही मन में सोच रहा था कि क्या मस्त टांगें हैं इसकी..
वो भी अपनी टांगें बार-बार मेरी टाँगों से टच करा रही थी।
स्टॉप आते हम लोग उतर गए।
मैं पैसे देकर बाजू में लगी पान की दुकान पर आकर मसाला खाने लगा।
तभी मैंने देखा कि ऑटो वाला और वो औरत झगड़ रहे थे, वो औरत अपना पर्स लाना भूल गई थी। वो कह रही थी मेरा घर यहीं पास में है.. आप चलो मैं पैसे दे रही हूँ, पर वो कहाँ मानने वाला था।
मैंने उनके पास जाकर उस औरत के भी पैसे भी ऑटो वाले को दे दिए।
वो ऑटो वाला वहाँ से चला गया।
उस औरत ने मुझसे कहा- चलो.. आप मेरे घर चलो.. मैं आपको पैसे दे देती हूँ।
पहले मैंने मना किया- अरे रहने दीजिए।
लेकिन वो तो जैसे मुझको अपने घर पर ले जाने के लिए पागल थी।
उसके बहुत कहने पर मैं उसके साथ चल दिया, उसके घर पहुँच कर उसने मुझको बैठाया और मेरे लिए ठंडा लेकर आई।
उसके घर पर कोई नहीं था, मैंने उससे पूछा- आप घर में अकेले रहती हैं.. आपके पति कहाँ हैं?
वो बोली- मेरे पति यहाँ नहीं रहते हैं।
‘आपके पति क्या करते हैं?’
वो बोली- वो सऊदी अरब में हैं। हम लोगों की शादी को अभी दस साल हुए हैं। शादी के 6 महीने के बाद ही वो चले गए थे। अब उनका फोन आता है।
‘ओके.. अब चलता हूँ।’
फिर वो औरत बोली- अब आए हैं तो आप कुछ खाकर ही जाना!
उसके बहुत कहने पर मैं रुक गया। उसके बाद वो मुझसे बोल कर अन्दर अपने कपड़े चेंज करने चली गई।
जब वो कपड़े चेंज करके आई.. तो मैं उसको देखता रह गया। वो बहुत पतली सी नाइटी पहन कर आई थी। जिसमें से उसकी ब्रा और पेंटी एकदम साफ़ दिख रही थी। वो बोली क्या देख रहे हो आप?
मैं एकदम से झेंप गया।
वो बोली- अरे आप तो शर्मा गए.. अरे किसी की जवानी को देखना बुरी बात थोड़ी है।
मैं उसका इरादा समझ गया कि लगता है इसकी चूत बहुत दिन से चुदवाने के लिए मचल रही है।
मैं उससे बोला- आप अपना घर मुझको दिखाओ।
उसने मुझको अपना घर दिखाया और फिर अपने बेडरूम में ले जाकर बिठा दिया।
मुझसे बोली- आप वाइन पियोगे?
मैं बोला- है.. तो ले आओ।
वो दो गिलास और वाइन लेकर आ गई और हम लोग बैठ कर वाइन पीने लगे। पीने के बाद मुझसे रहा नहीं गया।
वो सामने खड़ी होकर कुछ निकाल रही थी। उसकी पेंटी मुझको एकदम साफ़ दिखाई दे रही थी। मैंने उसको उसकी कमर से पकड़ लिया।
वो बोली- अरे आप ये क्या कर रहे हैं?
मैं बोला- आप किसी अनजाने को घर पर बुला कर.. उसके सामने ऐसे कपड़े पहन कर.. उसको दारू पिला रही हो। उसका मतलब मैं ना समझ पाऊँ.. मैं इतना पागल तो हूँ नहीं।
वो ये सुन कर हँस पड़ी और बोली- तो देर किस बात की है, फिर आज मेरी पूरी प्यास बुझा दो ना।
यh सुनते ही मैंने उसकी नाइटी को उतार दिया। अब वो मेरे सामने ब्रा और पेंटी में खड़ी थी। उसका बदन बहुत गोरा था। इतना गोरा बदन मैंने अपनी लाइफ में कभी नहीं देखा था।
कुछ देर में मैंने उसकी ब्रा और पेंटी को भी उतार दिया, अब वो मेरे सामने एकदम नंगी पड़ी थी, मैं अपनी जीभ से उसकी चूत को चाटने लगा। वो एकदम पागल होने लगी, वो कहने लगी- आज मेरी कसके चुदाई कर दो.. मेरी बरसों की प्यास को बुझा दो प्लीज़।
मैं उसको किस करने लगा। मेरी हरकतों से वो एकदम चुदासी हो कर पागल सी होने लगी।
उसने मेरा लंड पकड़ कर अपने मुँह में डाल लिया और खूब मस्ती से लंड चूसने लगी।
उसके बाद मैंने अपने हाथ से उसकी चूत को फैलाया और अपना लंड उसकी चूत में रख कर एक जोरदार धक्का मारा। मेरा पूरा लंबा मोटा लंड उसकी चूत में समा गया, वो एकदम से चीख पड़ी- आआहह मर गई..
कुछ ही धक्कों में उसकी चूत ने मेरे लंड से दोस्ती कर ली और वो मजे में मचलने लगी ‘आह्ह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… और चोदो.. प्लीज़..’
अब मैंने उसकी धकापेल चुदाई शुरू कर दी। उसकी चूत बहुत टाइट थी और उसकी चूत से हल्का सा खून भी निकलने लगा था लेकिन मैं चुदाई में एकदम मगन था।
वो बोली- और कसके चोदो कसके चोदो..
मैं पूरी अपनी दम से चूत चुदाई कर रहा था और वो मस्ती में कामुक आवाजें निकाल रही थी ‘आआहहा आआहह..’
कुछ ही पलों बाद उसकी चूत से पानी निकलने लगा, ऐसा लग रहा था कि कुछ नहीं तो वो पूरे दो साल के बाद चुदाई करवा रही हो।
मैं समझ गया कि अब ये झड़ने वाली है, मैं उसे और कसके धक्के मारने लगा।
फिर वो वक़्त आ गया जब हम दोनों झड़ गए। वो इतना तेज़ी से झड़ी कि उसकी चूत का सारा रस उसके बिस्तर में गिर गया।
हम दोनों थक कर लेट गए। मैं कुछ देर तक उसके ऊपर ही पड़ा रहा। अब वो भी एकदम शांत हो गई थी।
मैंने उससे पूछा- मज़ा आया?
वो बोली- इतनी मस्त चुदाई के लिए मैं कब से तड़प रही थी।
उसके बाद मैंने उसकी फिर से चुदाई की। इस बार मैंने उसकी गांड भी मारी। ये सब होने के बाद मैं अपने काम पर चला गया। जाते समय वो बोली- कभी-कभी रात को भी आ जाया करो.. तो मेरी प्यास बुझ जाया करेंगी।
मैंने हँस दिया और उसको आने का वायदा कर दिया।
मैं अभी भी कभी-कभी उसकी चुदाई करने जाता हूँ।