हैल्लो फ्रेंड्स.. यह मेरी नाईटडिअर डॉट कॉम पर पहली स्टोरी है इसलिए अगर कोई गलती हो जाए तो प्लीज माफ़ कर देना।में इस साईट पर बहुत सी कहानीयाँ पड़ चुका हूँ और मुझे इस वेबसाइट पर सेक्सी कहानियाँ बहुत अच्छी भी लगी और वो मुझे एकदम सच्ची भी लगी। दोस्तों चलो अब में अपना परिचय करा देता हूँ। मेरा नाम राज है और मेरी उम्र 27 साल है और मेरी अभी तक शादी नहीं हुई है और में जमशेदपुर में रहता हूँ और सेल्स का काम करता हूँ। अब आपको अपनी सारी जानकारी बता दी है और अब में अपनी स्टोरी पर आता हूँ.. जो कि एक बिल्कुल सच्ची स्टोरी है। यह स्टोरी करीबन आज से एक महीने पहले की है क्योंकि में एक सेल्समन हूँ तो मुझे अक्सर लोगो के घर जाना पड़ता है.. तो में हर रोज कई लोगो के घर पर जाया करता हूँ।
जमशेदपुर क्योंकि बहुत छोटा शहर है इसलिए में कुछ ग्राहकों के घर ज़्यादा जाता हूँ.. उन्ही में एक मेरे ग्राहकों है मिस्टर रमेश जी.. उनकी उम्र 45 साल है और जिनके घर में अक्सर जाता हूँ.. उनकी वाईफ शालू.. उनकी उम्र 36 साल है। जो कि बहुत मस्त सेक्सी हैं और उनके 3 बच्चे है। उनका बड़ा बेटा 16 साल का है और छोटा बेटा 14 का है और सबसे छोटा बेटा 10 साल का है लेकिन उनको गौर देखने पर वो 25 साल की दिखती है.. लेकिन उनकी गांड तो बहुत ही मस्त है और जब वो चलती है तो देखते ही अच्छो अच्छो का लंड खड़ा हो जाता है। चलिए अब में कहानी पर आता हूँ।
एक दिन रमेश जी को विदेश में नौकरी लग गई तो उन्होंने दुबई जाने का फ़ैसला किया और वो दो चार दिन बाद दुबई चले गये। फिर एक दिन में उनके घर पर गया तो मैंने पूछा कि भाभी जी रमेश जी कहाँ पर गये है? तो शालू भाभी ने मुहं बनाकर कहा कि रमेश जी दुबई चले गये है। तभी मैंने पूछा कि क्यों आप नहीं गये? तो शालू भाभी ने कहा कि नहीं यह मुमकिन नहीं था। फिर शालू भाभी ने कहा कि रूको में चाय बनाकर लाती हूँ और वो चाय बनाने चली गई और में तो उनको देखकर दंग ही रह गया वो काले कलर की नाईटी पहने हुई थी और उनकी गांड के बीच का छेद बिल्कुल साफ साफ दिख रहा था और मेरा दिल जोर जोर से धड़क रहा था.. लेकिन मैंने खुद को काबू में किया और थोड़ी देर बाद शालू भाभी ने चाय लाकर मुझे पकड़ा दी और मेरे काम के बारे में पूछने लगी। फिर मैंने कहा कि काम ठीक ठाक चल रहा है।
फिर शालू भाभी ने कहा कि मुझे तुम से एक जरूरी काम था। तभी मैंने कहा कि बताइए भाभी। तो भाभी ने कहा कि उनके बड़े बेटे का 12वीं में दाखिला करवाना है। तो मैंने कहा कि ठीक है.. आप कहो तो में चला जाऊंगा। तभी दूसरे दिन उन्होंने मुझे फोन किया और बुलाया। उस दिन शालू भाभी मस्त लग रहा थी.. वो लाल कलर की साड़ी पहने हुई थी और फिर उनको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने सोचा कि शालू भाभी को में ज़रूर चोदूंगा। में अपनी बाईक पर था और वो और उनका बेटा नीतू ऑटो से आए थे.. में बाईक पर अपना बेग लेकर आया था। फिर मैंने कहा कि आप लोग मेरी बाईक पर बैठकर चलो तो वो लोग बैठ गए और मैंने कहा कि जो पीछे बैठेगा वो मेरे बेग को पकड़ेगा। फिर शालू भाभी मेरे पीछे बैठ गई और नीतू लास्ट में बैठ गया। तभी शालू भाभी का टच जैसे ही मेरे जिस्म में हुआ तो मुझे करंट सा लगने लगा और प्यासा लंड जल्दी से खड़ा हो गया और उनकी चूचियाँ बार बार मेरे शरीर पर लग रही थी और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। फिर में जानबूझ कर ब्रेक लगा रहा था। भाभी भी मुस्कुरा रही थी और में मज़ा ले रहा था। फिर हम लोगो ने वहाँ पर पहुंच कर नीतू का दाखिला करवाया और में वहीं से अपने ऑफिस चला गया।
फिर दूसरे दिन सुबह शालू भाभी ने मुझे कॉल किया और कहा कि कुछ काम है और में बहुत खुश था कि मुझे फिर से भाभी को देखने का मौका मिलेगा और फिर मैंने उनके घर पर जाते ही डोर बेल बजाई तो दरवाजा शालू भाभी ने खोला.. लेकिन अक्सर उनके नौकर दरवाजा खोलते थे। तभी मैंने कहा कि क्या नौकर नहीं है? तो वो बोली कि आज दोनों नौकर छुट्टी पर है और यह सुनकर में मन ही मन बहुत खुश हुआ और मैंने पूछा कि भाभी बच्चे कहाँ पर है? तो उन्होंने कहा कि वो स्कूल गये है। तो मैंने दिल में सोचा कि आज बहुत अच्छा मौका है। फिर भाभी ने कहा कि राज आप बैठो में आप के लिए चाय बनाकर लाती हूँ और वो किचन की और चली गई। तभी मैंने हिम्मत की और में अपनी कुर्सी से उठकर किचन की और बढ़ा और मैंने देखा कि शालू भाभी चाय बना रही है और उनकी गांड उनके शरीर के साथ साथ मटक रही थी.. लेकिन अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था।
फिर मैंने नतीजे की परवाह ना करते हुए अचानक से शालू भाभी को पीछे से पकड़ लिया और भाभी चोंक गई और भाभी कहने लगी कि राज यह क्या कर रहे हो? और छुड़ाने की कोशिश करने लगी.. लेकिन मैंने उनको पकड़कर उनके मुहं में होंठ पर जोर जोर से किस करने लगा और होंठो को चूसने लगा और वो छुड़ाने की कोशिश करने लगी.. लेकिन थोड़ी देर बाद शालू भाभी लिप किसिंग में मेरा साथ देने लगी और वो भी किस करने लगी। ऐसा लग रहा था कि वो भी प्यासी थी और फिर मैंने उनकी गर्दन पर और उनकी चूचियों को जोर जोर से दबाने लगा वो आह अह्ह्ह उफ्फ्फ करने लगी और वो सिसकियाँ लेने लगी। तभी मैंने शालू भाभी की नाईटी उतार दी.. अब शालू मेरे सामने काले कलर की ब्रा और पेंटी में थी। फिर में शालू भाभी की ब्रा के ऊपर से ही उनकी चूचियों को दबाने लगा.. उनकी चूची का साईंज 34 होगा.. वो क्या मस्त लग रही थी। मैंने झट से उनकी ब्रा को खोलकर चूची का निप्पल मुहं में ले लिया और चूसने लगा। वह मज़ा ले रही थी अयाहह उफ्फ्फ अहह करने लगी और मैंने मौका देखकर झट से उनकी पेंटी को भी उतार दिया। उनकी चूत बहुत गुलाबी थी और बिल्कुल साफ थी यह देखकर मेरे मुहं में पानी आ गया और में चूत की तरफ मुहं ले जाकर उसे चाटने लगा शालू की चूत बहुत स्वादिष्ट और नमकीन थी और अब शालू भी गरम हो चुकी थी और हम 69 पोज़िशन में आ गये थे और वो मेरा लंड अपने मुहं में और में उसकी चूत अपने मुहं में लेकर चाटने लगा। वो भूखी कुतिया की तरह मेरा लंड चूस रही थी। तभी थोड़ी देर बाद मैंने अपने लंड का पानी उसके मुहं में डाल दिया और उसने सारा पानी पी लिया और वो इस बीच दो बार झड़ चुकी थी।
फिर वो बार बार बोल रही थी कि राज मुझे चोद डाल मेरी चूत बहुत प्यासी है आज तू मेरी चूत को चोद डाल.. अपने मोटे और बड़े लंड से मेरी चूत का भोसड़ा बना दे। तभी थोड़ी देर बाद मेरा 8 इंच लंबा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने उनके दोनों पैरो को फैलाकर उसकी चूत में अपने लंड को रखा और एक जोर का धक्का दिया तो शालू चीख पड़ी.. मर गई रे और बोली कि राज थोड़ा धीरे से करो अह्ह्ह। फिर मैंने एक ज़ोर का धक्का और दिया तो मेरा पूरा लंड अंदर चला गया। शालू अपनी गांड हिला हिलाकर मेरे लंड का आनंद ले रही थी और में जोर जोर से अपने लंड को चूत में अंदर बाहर किए जा रहा था।
फिर मैंने लगभग 15 मिनट तक लगातार उनकी चुदाई की और उसके बाद अपना पूरा वीर्य उनकी चूत के अंदर डाल दिया और फिर धीरे धीरे धक्के देने लगा और जब मेरा पूरा जोश खत्म हो गया तो में शालू के ऊपर ही थक कर पड़ा रहा। फिर थोड़ी देर बाद में उठा और हम दोनों नंगे ही बाथरूम में गए और साथ में ही नहाए। में अपने आप को साफ करके वहाँ से बाहर आ गया और कपड़े पहनकर अपने घर पर चला गया और अब में अक्सर उनकी चुदाई करता रहता हूँ ।।