”कामवाली बाई की चुदाई” Hindi Sex Stories Antarvasna Kamukta Sex Kahani Indian Sex Chudai मेरे यहाँ एक ब्यूटीफुल कामवाली बाई काम करने आती है, 38 30 40 फिगर है उसका। हमारे यह काम करते हुए उसको करीब १ साल हो गया था और सभी से फेमिली मेंबर जैसे बात करती थी।
रोज आती थी और सफाई करके चली जाती थी। जब वो हमारे यहाँ काम करना चालू किया था तब मेरे मन में उसे चोदने का कोई इरादा नहीं था, पर रोज-रोज उसकी बड़ी गांड और बड़े-बड़े बूब्स देख कर मेरे मन में उसे चोदने के ख्याल आने लगे
क्योकि फ्रेंड्स जब वो झुक कर झाड़ू-पोछा करती थी तो उसके बड़े-बड़े बूब्स लटक जाते थे क्योकि वो ब्रा तो पहनती ही नहीं थी और आप ही बताओ जब रोज ऐसे लटकते हुए बड़े-बड़े बूब्स देख के किसका मन चोदने को नहीं करेगा और उसकी गांड जब वो झुकी रहती हे तब मन करता हे की अभी पकड़ कर कुत्ते की तरह चुदाई कर दू।
अब मै लगभग रोज ही उसके बूब्स और बड़ी गांड देख कर बिस्तर में लेटे-लेटे मुठ मारने लगा फ्रेंड्स यहाँ मै बताना चाहूंगा की बाई हमारे यहाँ सुबह ६ बजे आती हे और तब-तक मै बिस्तर में ही रहता हु।
अब में बाई को पटाना चालू किया, जब वो मेरे रूम में सफाई करने आती थी तो उस से जादा बात करने लगा और रोज बाई की तारीफ़ करने लगा जैसे की- आप बहुत काम करती हो, आप सफाई अच्छा करती हो, आपका काम करने का तरीका अच्छा है इत्यादि….. और फ्रेंड्स हम सब जानते हे की औरते तारीफ़ सुन कर कितना खुस हो जाती है। बाई भी तारीफ़ सुन कर बहुत खुस हो जाती है और मुझसे बात करने के लिए मेरे रूम में धीरे-धीरे सफाई करती थी और मै उसके लटकते बड़े-बड़े बूब्स देखते रहता था और मेरा लण्ड तो खड़ा ही रहता था।
अब मै बाई को लण्ड दिखने की कोशिश करने लगा था मतलब बात करते करते जो भी कपड़ा ओढे रहता था उसे हटा देता था। 3-४ दिन में मेरी कोशिश सफल हो गई क्योकि अब मै बेड पर अंडरवियर में lete रहता था और बाई मुझसे बात करते हुए निचे देख कर सफाई करती रहती थी और चोरी-चोरी लन्ड देखते रहती थी। लेकिन अब वो अपने बूब्स को साड़ी के पल्लू से छुपा कर काम करने लगी थी। एक दिन जब वो मेरे रूम में सफाई कर रही थी अभी में उठा और खड़े लण्ड को अंडरवियर के ऊपर से ही मसलते हुए बाथरूम में जा कर मूतने लगा और मूतते-मूतते बाई की तरफ देखा तो बाई बार-बार मुझे देखती और नज़ारे झुका लेती तो मेने बाई की तरफ घूम कर मूतने लगा और अब वो मेरा लण्ड देख चुकी थी। जब में मूत कर आया तो वो कामुक नजरो से देखते हुए मुस्कुरा के रूम से चली गई।
मै बहुत खुश हो गया की अब एक दिन उसे जरूर चोदूँगा। अगले २ दिन तक कुछ नहीं कर सका क्योकि जब बाई मेरे रूम में सफाई कर रही होती हे तब मेरी मां भी मेरे रूम में ही थी। अब तीसरे दिन बाई के सामने ही लण्ड से खेलने लगा बाई बिना कुछ बोले मुस्कुराते हुए, लण्ड देखते हुए सफाई करती रही और चली गई।
अगले दिन बाई जब मेरे बेड के पास में सफाई कर रही थी तब फिर से मेने लण्ड बाहर निकाल लिया उसने देखा और मुस्कुरा दिया, सफाई करते करते घूम कर मेरे साइड गांड करके सफाई करने लगी तो मेने उसकी गांड पर हाथ फेरा और थोड़ा सा दबा दिया वो एकदम से दूर हो गई और बोली कोई देख लगा ना कर ऐसा। मै उठा और दरवाजे को मुड़ा दिया और गांड को पीछे से पकड़ कर लण्ड रगड़ दिया वो जल्दी से दूर हो गई और रूम से चले गई।
अब तो mera दिल उसे चोदने का हो रहा था पर कैसे उसको कहु की तुम्हे चोदना हे और मेरे पास प्लेस की भी तो प्रोबलम थी। घर में तो उसको चोद ही नहीं सकता था क्योकि जब बाई आती थी उस टाइम पर तो सब घर पर ही रहते थे। पर मै तो बाई को लण्ड दिखा चूका था और मुझे पता था की उसे भी मेरा लण्ड देख के मजा आ रहा है, अब तो बाई को चोदने के लिए पटाना ही था तो ये बात मेने मेरे एक फेसबुक फ्रेंड को बताया। उन्होंने मेरी बहुत हेल्प की।
फ्रेंड ने बताया की जब भी मौका मिले तब बाई को लण्ड पकड़ना, उसको गिफ्ट देना, ये सब औरतो को बहुत पसंद होता है। मेने ऐसा ही किया २-३ बार उसको लण्ड पकड़ाया, एक दिन बाई को ब्रा पेंटी गिफ्ट किया, वो बहुत खुस हो गई और बोली एस गिफ्ट मुझे आज तक नहीं मिला था। उस दिन बाई ने मुझे पहली बार किस किया था।
उस दिन मुझे पता चला की मेरे घर वाले दो दिन बाद बाहर जाने वाले है। में तो खुस हो गया की उस दिन जब में घर में अकेला होऊंगा तब बाई के साथ थोड़ा जादा मज़े कर सकूंगा। ये बात अगले दिन बाई आई तब उसे बताया की २ दिन बाद में घर में अकेला रहूँगा, ये सुनते ही बाई की आँखो में चमक आ गई और सरमाते हुए बोली तो में क्या करू ? मै बोल तुम कुछ मत करो सब कुछ में करूँगा। इतना ही कहा था की मेरे रूम में मम्मी आ गई और जब तक मम्मी रूम में रही तब तक तो बाई मेरे रूम की सफाई कर के जा चुकी थी।
अगले दिन भी बाई से बात नहीं कर पाया। उस दिन मेने नहाते टाइम अपनी झांटे साफ़ की क्योकि अगले दिन बाई की चुदाई जो करनी थी… अब वो दिन आ गया जिस दिन का मुझे इंतजार था, उस दिन सभी लोग सुबह ५.०० बजे चले गए।
अब मुझे मालुम था की ६.०० बजे बाई आ जाएगी इसलिए फ्रेस हो कर मेन गेट की कुण्डी नहीं लगाया और अपने रूम में आ कर नग्गा हो कर चद्दर ओढ़कर सो गया। ६.०० बजे बाई आई तो उसको देखते हे मेरा लण्ड खड़ा हो गया और में जा कर बाई को पीछे से पकड़ लिया। वो बोली छोड़ो मुझे सफाई करनी हे, में बोल आज सफाई मत करे कहते हुए उसे बिस्तर पर घोड़ी की तरह झुका दिया और लण्ड को गांड पर कपड़ो के ऊपर से ही दबने लगा दकके मारने लगा। फिर मेने उसे बिस्तर पर बैठा दिया और लण्ड मुंह में डाल दिया, क्या लण्ड चूसती हे साली 4-५ मिनट में तो मेरे पानी निकल दिया। फ्रैण्ड्स आप जब भी चुदाई करो अपना पानी औरतो के मुंह में ही निकालना, वो मना करे तो भी क्योकि औरतो को मुंह में पानी निकलवाना पसंद होता हे ऐसा बाई ने मुझे बताया था।
फिर मेने बाई की चूत चूसा जब चूत चूस रहा था तब वो धीर-धीर आह्ह्ह आह्ह्ह आह्ह्ह कार रही थी पर जैसे ही लण्ड घुसाया बहुत जोर से आह्ह्ह ााह्ह्ह्ह् करने लगी और मेरे हर दकके के साथ उह्ह उह्ह उह्ह उह्ह कति हुई चुदा रही थी करीब ५ मिंट बाद उसने पानी छोड़ दिया फिर तो लण्ड फच फच फच करते हुए आराम से चूत में अंदर जाने लगा… 15-20 मिनट तक जमके चुदाई किया। जब तक उसे चोदता रहा वो आँखे नहीं खोली और एक शब्द भी नहीं बोली बस जोर जोर से ााह्ह्ह्ह्ह् अह्ह्ह ाह्ह्ह्ह् ाह्ह्ह्ह्ह् ुि आई करती रही।