हाय दोस्तों, मैं sex kahani की नियमित पाठक हूँ। मैं आज आपको अपनी निजी जिन्दगी की बात बताने जा रही हूँ। मैं बिहार में पटना की रहने वाली हूँ। पर इस समय मैं दिल्ली के एक प्रिवेट कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रही हूँ। कहने को तो मैं एक स्टूडेंट हूँ, पर असलियत में मैं बहुत बड़ी रंडी हूँ और बड़े बड़े लोगो से चुदवाकर पैसे कमाती हूँ। अब आप पूछेंगे की मुझे पैसा का इतना क्या काम है की उसके लिए मुझे चुदवाना पड़ता है और चूत में गैर मर्दों के लंड खाना पड़ता है तो मैं आपको बताती हूँ की मुझे आखिर पैसे का कौन सा काम पड़ता है।
मैं किसी भी छोटी मोटी दूकान से अपने कपड़े और जूतियाँ नही लेती हूँ। मुझको पैन्टालून, शोपर्स स्टॉप, ऐलेन सोली जैसे ब्रांड पसंद है जिनके कपड़े बहुत महंगे होते है। मैं लोंजरी [ब्रा और पेंटी] जोकी, विक्टोरिया सीक्रेट और और वैनिटी फेअर की पहनी हूँ। मेरे फुटविअर एडिडास, मेट्रो, रिबोक, बाटा जैसी कम्पनी के होते थे। मैं बहुत महंगी महंगी कॉस्मेटिक यूस करती थी। और हर रात को मैं बाहर डिनर करने जाती थी। मुझे महंगे फोन रखना पसंद थे। इसलिए आप तो समझ ही गये होंगे की मुझे पैसो की इतनी जादा जरूरत क्यूँ थी। जैसे मैंने इस इंजीनियरिंग कॉलेज में नाम लिखाया मेरी दोस्ती मिताली, संयोगिता, और साशा से हो गयी। वो आये दिन नये नये कपड़े पहनती थी और उनकी हर एक चीज, हर एक एक्सेसरी बहुत सुंदर और महंगी होती थी। एक दिन मैंने उन तीनो से इस बारे में पूछ लिया।
“यार!! तुम तीनो रोज नये नये कपड़े, मोबाइल फोन और जेवेलरी लेकर आती थी। इतना खर्च करती हो, कहा से लाती हो इतना पैसा!!” मैंने पूछा
“तू किसी से बताएगी तो नही??” मिताली बोली
“नही यार!” मैंने कहा
“ठीक है तो सुन…..हम तीनो रात में रंडीबाजी करती थी। बड़े बड़े सेठ लोग इंडिया गेट के पास आते है। उनको कम उम्र की २० २१ साल की कॉलेज लड़कियां बहुत पसंद होती है। हम तीनो वही जाकर कस्टमर ढूढ़ कर उनकी कार में उनके घर चले जाते है और खूब चुदवाती है। हमे 5000 एक रात का मिल जाता है। वही पैसा हम तीनो अपने उपर उड़ाती है” मिताली, संयोगिता और साशा तीनो एक साथ बोली
“ओह्ह्ह्ह माई गॉड!! तुम तीनो गैर मर्दों से चुदवाकर पैसे कमाती हो!!” मैं मुँह फैला दिया
“हाँ!! माला!! इसमें गलत क्या है…सब कॉलेज की लडकियाँ ये करती है!” मिताली बोली
“पर मेरे बिहार में तो इसको बहुत गलत माना जाता है…….उन लड़कियों को रंडी और धंधेवाली कहा जाता है!” मैंने कहा
‘अरी जान!! ये दिल्ली है दिल्ली!!….यहाँ पर किसी के पास किसी दुसरे के बारे में सोचने का वक़्त नही है!! खायो, पियो और ऐश करो यार!!” मिताली बोली
दोस्तों, धीरे धीरे मैं भी सोचने लगी की अगर मैं यहाँ दिल्ली में किसी कस्टमर से चुदवा भी लूँ तो कौन सा किसी को बिहार में पता चलने वाला है। क्यूंकि अभी तक मैंने बड़ी गरीबी की जिन्दगी जी थी। मैं भी अच्छा मोबाइल फोन लेता चाहती थी, अच्छे कपड़े पहनना चाहती थी। इसलिए मैंने सोच किया की अब मैं भी अपनी सहेलियों मिताली, संयोगिता और साशा के साथ धन्धा करुँगी। दूसरी तरफ मेरा चुदने का बड़ा दिल भी कर रहा था और मेरा कोई बॉयफ्रेंड भी नही बन पाया था। मैंने अपने दिल की बात अपनी सहेलियों को बता दी। शनिवार के शाम मैंने अच्छे सेक्सी कपड़े पहन लिए। हम चारों ने शोर्ट स्कर्ट और चटक रंग वाले टॉप पहन लिए और इंडिया गेट पर कब सड़कों के किनारे हम चारों खड़ी हो गयी। कुछ ही देर में एक कार मेरे पास आकर रुकी।
उसने अपना शीशा गिराया। वो एक बहुत जी जवान लड़का था। बहुत गोरा और हैंडसम था। उसने मुझे नीचे से उपर तक घूर पर देखा जैसे नजरों से ही चोद देगा
“उंह….क्या धंधे में नई आई है क्या????” उस कार वाले लड़के ने मुझे ताड़ते हुए पूछा
“हाँ!!” मैंने हल्के से जवाब दिया। मेरे लिए ये रंडीबाजी बिलकुल नही चीज थी। आज तक मैं किसी मर्द से नही चुदी थी।
“नाम क्या है????” उसने पूछा
“तमन्ना!! [मैंने जूठ बोल दिया था, क्यूंकि मेरे सहेलियों ने कहा था की धंधे में कभी असली नाम यूस मत करना]”
“कितना लेगी???” उस कार वाले लड़के ने पूछा
“5000 हजार रात का और 2000 एक ट्रिप का!!” मैंने कहा
उसने मुझे कार में बैठा लिया और अपने घर की ओर चलने लगा। रास्ते में ही वो मेरे साथ छेड़खानी करने लगा। मेरी चूत में ऊँगली डालने लगा और मेरे टॉप के उपर हाथ लगाने लगा। उसके कार वाले लड़के के घर पहुचते मेरी पेंटी मेरी चूत के मीठे पानी से तर हो गयी थी। वो कार वाला अकेले ही रहता था। उसका घर और बंगला बहुत शानदार था। उसके पास २ कारे थी, ऑडी, मर्सिडीस, और शेवरले। वो मुझे अपने बेडरूम में ले गया।
“जान……क्या पियोगी व्हिस्की या बिअर???” उसने पूछा
मैंने उसका नाम तक नही पूछा और मैं उससे चुदवाने जा रही थी।
“नो….थैंक्स!!. मैं शराब नही पीती!!” मैंने कहा तो वो अपने लिए व्हिस्की और मेरे लिए थम्स अप ले आया। कुछ देर में हो दोनों ने अपनी अपनी ड्रिंक खत्म कर दी। उसके बाद वो मुझे अपने बेड पर ले गया। क्या शानदार बेड था उसका दोस्तों। ऐसा बेड मैंने आज तक नही देखा था। चारो तरफ लाइट्स लगी थी। उनसे मुझे बाहों में भर लिया और मेरे होठ चूसने लगा। दोस्तों, ये बंगला देखकर मेरी नियत खराब हो गयी थी। दिल तो कर रहा था की उससे हर रात चुदवाऊ और उसकी रखेल बन जाऊँ और इसी घर में रहू। धीरे धीरे वो कार वाला मुझसे प्यार करने लगा। कुछ ही देर में हम दोनों नंगे हो गये।
उसने अपने टीवी में एक मस्त ठुकाई वाली ब्लू फिल्म चला दी। वो led टीवी बहुत बड़ा था, मैंने कभी इतना बड़ा नही देखा था। फिर उस लड़के एक जैज संगीत [पाश्चात्य म्यूजिक] बजा दिया। इससे वहां का माहोल बड़ा रंगीन और रूमानी हो गया। उसने मुझे बेड पर नंगा, बिलकुल नंगा कर दिया और मेरे उपर लेट कर मेरे दूध पीने लगा। वो लड़का भी पुरे तरह से नंगा हो चूका था। वो बहुत हैंडसम था और मेरी ही उम्र का २१, २२साल की उम्र का होगा। उसने मेरे दूध हाथ से छूना और सहलाना शुरू कर दिया। फिर वो तेज तेज मेरे दूध हाथ से दबाने लगा। फिर मुँह में भरके पीने लगा। उफ्फ्फ्फ़….आज पहली बार कोई मर्द मेरी नर्म और मुलायम छातियों को पी रहा था। मुझे भी बहुत मजा मिल रहा था। वो कार वाला भर भरके मेरे दूध इस तरह से पी रहा था जैसे मैं रंडी नही उसकी बीबी हूँ। वो तेज तेज मेरी काली काली निपल्स को चूसने लगा तो मेरी निपल्स कड़ी कड़ी हो गयी और तनकर आसमान में खड़ी हो गयी।
“आह माँ माँ आऊ आऊ ऊँ ऊँ उंहू उंहू उईई उईइ आह आ !!” मैं इस तरह से कराहने लगी। दोस्तों हर लड़की की तमन्ना होती है की एक दिन उसके नर्म नर्म दूध कोई जवान लड़का पिये और उस लड़की को रगड़कर चोदे। आज मेरा सपना पूरा होने वाली थी। आज मैं चुदने वाली थी। वो कार वाला मेरे दूध को मुँह में भरकर चूस रहा था जिससे मेरे बूब्स लाल पड़ गये थे। फिर उसने मुझे पेट के बल बेड पर लिटा दिया और मेरी चिकनी पीठ पर अपने होठो से चुम्मी देने लगा। मुझे बहुत पसंद आया उसका ये काम। फिर वो अपने दांत से मेरी पीठ को काटने लगा और अपनी अन्तर्वासना और कामुकता दिखाने लगा। मैं ऐश कर रही थी। मैं पेट के बल लेती थी। मेरे दोनों ३६” के दूध मेरे अपने भार से दबे जा रहे थे। मैं पूरी तरह से नंगी थी। धीरे धीरे वो कार वाला मेरी नंगी कमर को पीछे से चूमने और काटने लगा।
मैं मस्त हो गयी थी। वो बड़े प्यार से मेरे गोरे पुट्ठों को सहला रहा था। मेरी पुट्ठे बहुत की चिकने और कमनिय थे। फिर उसने मेरे दोनों हिप्स खोल दिए। मेरी गांड का छेद उसे ठीक सामने दिख रहा था। उसने अपनी जीभ मेरी गांड के छेद पर लगा दी। मैं चिहुक गयी। मुझे बहुत मजा मिल रहा था। वो कार वाला लड़का मेरी गांड मस्ती से पी रहा था। आज तक मैंने अपनी गांड किसी को नही पिलाई थी। पर आज पैसा कमाने के लिए मुझे ये सब करना पड़ रहा था। कार वाला बड़ी देर तक मेरी गांड पीता रहा, फिर उसने मेरे पैर और जादा खोल दिए। मेरी सांवली और गुलाबी चूत उसे मिल गयी थी। वो मेरी चूत में जीभ डालने लगा तो मुझे गुदगुदी होने लगी।
‘हा हा हा. आ हा !” मैं हँसने लगी
उसके बाद तो कार वाले ने बड़ी देर तक बैठकर मेरी बुर पी। मैं अब भी नंगी होकर पेट के बल लेती रही। फिर वो मेरी मलाई जैसी जांघों को चूमने और सहलाने लगा। फिर वो मेरे टखनों को चाटने लगा। अंत में वो मेरे पैर की एक एक ऊँगली को मुँह में लेकर चाटने लगा। मुझे बहुत गुदगुदी हो रही थी। उसके बाद कार वाले लकड़े ने मुझे सीधा पीठ के बल बेड पर लिटा दिया और मेरे पैर खोलकर मेरी जांघो के बीच चूत में अपना मुँह डाल दिया। और मेरी रसीली चूत को मजे लेकर पीने लगा। २० मिनट उसने मेरी चूत पी जिससे मेरी चूत बिलकुल तमतमा गयी।
“अरे तू तो कुंवारी माल है!!” कार वाला बोला
“हाँ!, मुझे अभी तक किसी मर्द ने नही चोदा है!!” मैं कहा
उसके बाद वो बहुत खुश हुआ। कुछ देर बाद मेरे भोसड़े में लंड डाल दिया। और मुझे चोदने लगा। जैसी मेरी योनी की सिल टूटी मुझे बहुत दर्द हुआ। मेरी चूत से खून निकलने लगा। पर कुछ देर बाद मेरा दर्द खत्म हो गया और मैं गांड उठा उठाकर चुदवाने लगी। कुछ देर बाद मेरा दर्द बिलकुल छू मन्तर हो गया और मैं अपनी कमर उठा उठाकर चुदवाने लगी। आज मैं पहली बार पैसे के लिए चुदवा रही थी। मैं बिलकुल असली रंडी आज बन गयी थी। मैं जबरदस्त योनी मैथुन उस कार वाले लड़के के साथ कर रही थी। जितना जादा मैं चुदवा रही थी, मेरी वासना की आग उतनी जादा धधकती जा रही थी।
“चोदो!! चोदो…..जान!!….मुझे कसके चोदो!!” मैं वासना में अंधी होकर चिल्लाने लगी तो उसने एक लम्बा बैगन मेरी गांड में खोस दिया और मेरी चूत मारने लगा। इससे मुझे ऐसा लगा की मेरी गांड और चूत दोनों छेद में लंड पड़ा हुआ है। मुझे और मजा मिलने लगा। मेरी गांड में बैगन अंदर बाहर करके उस कार वाले लड़के ने मुझे ४५ मिनट चोदा और मेरी बुर में ही माल गिरा दिया।
“चल चूस रंडी मेरा लौड़ा!!” वो बोला और मेरी कमर पर बैठकर अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया। दोस्तों, अपनी लाइफ में पहली बार मैंने कोई लौड़ा चूसा। मैंने बिहार में पटना में ना ही किसी लड़के का लंड खाया था, और ना ही किसी का लंड चूसा था। पर आज ये सब काम करने को मुझे मिल रहा था। मैने भी अपनी तरफ से उसे खुश कर दिया और मस्ती से लंड चूसा। कार वाला इतना जोश में आ गया की उसने मेरे सर को पकड़ लिया और जल्दी जल्दी मेरे मुँह में लंड डालकर चुसवाने लगा। मैंने भी उसे निराश नही किया और खूब लंड चूसा उसका। कुछ देर बाद हम आराम करते रहे, फिर वो अपने लिए व्हिस्की ले आया और मेरे लिए आइस क्यूब डालकर थम्स अप फिर से ले आया। काफी देर हम पीते रहे और बाते करते रहे।
वो जैज़ म्यूजिक अब भी बज रहा था। मुझे वो काफी अच्छा लग रहा था। कुछ देर बाद वो मुझे स्पूनिंग विधि से चोदने लगा। ये बड़ा आकर्षक चुदाई का आसन होता है। इसमें लड़का लड़की के उपर नही लेटता, बल्कि बगल में ले जाता है और प्यार से और धीमे से लड़की को अपनी तरफ करवट दिलाकर उनके भोसड़े में लंड डाल देता है। कार वाला लड़का अब मुझे इसी स्पूनिंग विधि ने चोद रहा था। मैं उसकी तरफ करवट किये हुई थी और चुदवा रही थी। मेरे रसीले ओंठ पी पीकर वो मुझे चोद रहा था। उसके एक हाथ मेरे दूध पर था और दूसरा मेरी कमर पर। जब वो मुझे जोर जोर से लेने लगा तो पूरा बेड चूं चूं की आवाज करने लगा। मेरी नाजुक चूत को उसने बड़ा बेदर्दी से कुचला था। मेरी चूत की गहराइयों में उसका लंड गोते लगा रहा था।
वो मुझे चुम्मी ले लेकर चोद रहा था। मुझे अजीब hindi sexy story सा नशा चढ़ रहा था। आज पहली बार मैं कई कई बार चुद रही थी। वो किसी कुशल शिकारी की तरह मेरी गुलाबी सुंदर चूत का शिकार कर रहा था। बीच बीच में वो मेरी चूत में लंड के साथ साथ ऊँगली भी डाल देता था और तब मुझे ठोंकता था। मेरी चूत के दाने को जल्दी जल्दी घिसता था। दोस्तों, मैं आज रात तो फुल ऐश कर रही थी। कुछ देर बाद तो वो बड़े तगड़े तगड़े झटके मारने लगा। मेरी माँ चुद गयी और मेरी चूत उसने फाड़कर रख दी। मेरे दूध जल्दी जल्दी चुदने ने इतने जादा गर्म हो गये थे की फूलकर गुब्बारे जैसे दिखने लगे थे। मेरी छातियाँ बहुत कस गयी थी। वो कार वाला लड़का अपने पैसे वसूल कर रहा था। मेरी मस्त ठुकाई कर रहा था।
कुछ देर बाद उसने मेरी बुर में थूक दिया और फिर से मजे लेकर मुझे चोदने लगा। अब चिकनाई हो गयी और सट सट उसका लंड मेरी चूत की दरारों में दौड़ने लगा। मैं अपना पेट उठा उठाकर चुदवाने लगी। हम दोनों मस्त पार्टी कर रहे थे और मस्त चूत चुदाई का खेल खेल रहे थे। उसने सवा घंटा तक मुझे चोद चोदकर असली रंडी बना दिया। उस रात उसने ३ बार मेरी चूत मारी और २ बार गांड मारी। सुबह उस कार वाले ने मुझे ८ हजार रूपए दिए, जिससे मैंने कई ड्रेस खरीदी। उसके बाद दोस्तों मुझे लंड खाने का और पैसे कमाने का नशा चढ़ गया। आज मैं एक बड़ी वेश्या बन गयी हूँ। हमारे धंधे में इसे एस्कॉर्ट कहा जाता है। अब चुदवा चुदवाकर मैंने अपने लिए एक मस्त फ़्लैट भी खरीद लिया है दिल्ली में। आपको कहानी कैसी लगी,