गुज्जू भाभी कोमल ने कीचन में चुदवाया

शाम को मैं घर जाने के लिए एकदम रेडी सा ही था की मोबाइल की घंटी बजी. मैंने देखा तो फोन मिसिस पटेल का था. उसका पूरा नाम कोमल पटेल हैं और वो हमारी बगल वाली सोसायटी की एक सेक्सी भाभी जी हैं. उसके घर प्लंबिंग वगेरह का काम मेरे जिम्मे ही रहता हैं क्यूंकि जिस बिल्डर ने वो सोसायटी का मेनेजमेंट किया हैं उस से मेरा कॉन्ट्रैक्ट हैं.

हल्लो, रुपेश जी बोल रहे हैं?

मैंने कहा, हां बोलिए कोमल भाभी.

वो मेरे किचन में पानी लिक हो रहा था इसलिए आप को याद किया.

कल करेंगे तो चलेगा?

प्लीज़ आप अभी आयेंगे तो बड़ी महरबानी होंगी क्यूंकि मैं ऐसे भी अकेली हूँ घर में और कोई होता तो थोडी हेल्प भी हो जाती.

उसके कहने का अंदाज ऐसा था की मैं अकेली हूँ कहने पर उसने कुछ ज्यादा ही स्ट्रेस दिया था. मैंने अपनी टूल-किट उठाई और दूकान के दरवाजे को लोक कर के ही मैं वहां से निकला क्यूंकि भाभी का काम देख के घर ही जाना था. अपनी फटफटी को कोमल भाभी के घर के पास रोका तो मैंने देखा की भाभी वही दरवाजे के पासखड़ी हुई थी. दोस्तों कुछ आगे कहने से पहले मैं कोमल भाभी के बारें में आप को बता दूँ.

वो एक खाते पीते घर की थोड़ी बल्कि फिगर वाली भाभी हैं. उम्र कुछ ३१-३२ की करीब की होगी और बूब्स जैसे दो बड़े बड़े खरबूजे लगा रखे हो. गांड भी मीडियम से ऊपर ही हैं. अक्सर वो नाईट ड्रेस में रहती हैं, जैसे की ज्यादातर गुजराती भाभियों की आदत होती हैं. आज भी वो हलके से ब्राउन रंग के नाईट स्यूट में ही थी. और उसने अन्दर जो ब्रा पहनी हुई थी उसका काला रंग मुझे फटफटी को पार्क करते हुए इतने दूर से भी दिख रहा था. टूल किट ले के मैं उसके घर में घुसा तो वो मुझे किचन में लीकेज होती हुई सिंक के पास ले गई.

भाभी जी वही खड़ी रही और मैंने पाइप को पकड के देखा तो मुझे लगा की जहाँ टेप का जोड़ था वही स कुछ लीकेज सा था. मैंने टूल किट को निचे रखा और खुद निचे लेट गया लीकेज देखने के लिए. तभी कोमल भाभी मेरे पास आके खड़ी हो गई और बोली, कुछ दिखा क्या?

मैंने कहा नहीं चेक कर रहा हूँ.

फिर वो बोली, कुछ सामन चाहिए तो मुझे बताना मैं टूल किट से दे दूंगी.

मैंने कहा ठीक हैं.

मेरी नजर लीकेज जहा से था उस जगह पर पड़ी. ऐसे लग रहा था की किसी ने जानबूझ के पाइप को जोर से खिंच के लीकेज किया था. मैंने यह कहने के लिए जब अपना सर सिंक के निचे से बाहर निकाला तो बहार का द्रश्य देख के भोचंका हो गया. कोमल भाभी ठीक मेरे पास खड़ी थी. और उनके नाईट स्यूट के अन्दर का सिन मेरे सामने था. भाभी ने अन्दर पेंटी नहीं पहनी थी और उसकी हॉट चूत मुझे दिख रही थी. मैं एक पल के लिए भूल गया की मैं कहा हूँ.

तभी भाभी ने पूछा, कुछ दिखा क्या?

मैंने कहा, हा वही देख रहा हूँ.

कोमल भाभी ने मुझ से नजरें मिलाई और थोड़ी नोटी स्माइल के साथ वो बोली, तो सिर्फ देखना है या उसकी मरमम्म्त भी करनी हैं.

मैं समझ चूका था की पाइप को किसने खिंच के लीकेज किया था. और अब अपनी चूत दिखा के भाभी मुझे उकसा भी चुकी थी. वो अपने प्लान में एकदमसक्सेसफुल रही थी. मैंने पाइप को ठीक जगह पर सेट कर के टाईट कर दिया. और इतने में तो कोमल भाभी ने मेरी गांड पर अपनी टांग रख के थोडा सहला भी दिया था. मैंने फिर से देखा तो वही चूत का सिन था. मेर लौड़े में आग सी लग गई थी अब तो.

मैंने हिम्मत कर के अपना हाथ भाभी की टांग पर रखा, वो कुछ नहीं बोली और उसने एक लम्बी सी आह भर ली. मैं निचे से निकल के अपने हाथ धो रहा था तभी मुझे कोमल भाभी ने पीछे से पकड लिया. उसके बड़े बूब्स मेरी पीठ पर चुभ से रहे थे, मैंने उसे पलट के अपने गले से लगा लिया और उसके कान में कहा, कोई आएगा तो नहीं न भाभी जी.

कोमल भाभी ने कहा, आज कोई आ गया तो भी मुझे परवाह नहीं हैं.

और फिर उसका हाथ मेरी पेंट पर हिला और उसने मेरे लौड़े को अपने हाथ से दबा दिया. मेरे मुहं से आह निकली तो उसने स्माइल दे दी. और फिर वो मेरे हाथ को अपने हाथ से गाइड कर के अपनी चुन्चियो पर ले गई. मैंने उसके बूब्स को थोडा दबाया और उसके गले के ऊपर के हिस्से पर मैंने होंठो को लगा दिया. उसके बदन से मादक परफ्यूम की खुसबू आ रही थी. हम दोनों ने एक दुसरे को आलिंगन में ले लिया और वो मुझे होंठो के ऊपर चूमने लगी थी. मैंने अपने दोनों हाथो से उसकी गांड को टच कर के दबा दिया.

कोमल भाभी ने अब मेरी ज़िप को खोला और लंड बहार निकाल के उसका मर्दन करने लगी. आधी मिनिट उसने मुठ मारी थी के मेरा लंड एकदम कस के खड़ा हो गया और उसे सलाम करने लगा. कोमल भाभी के बदन से नाइटी को मैंने हटा दिया. उसके मस्त उभार सेक्सी काली ब्रा में कैद थे. भाभी की ब्रा को भी मैंने पीछे हाथ कर के खोल दिया. वाऊ क्या पटाखा लग रही थी वो मेरे सामने. कोमल भाभी अब बिना मेरे कुछ कहे अपने घुटनों के ऊपर जा बैठी और मेरे लंड को प्यार से सहलाने लगी. और फिर उसने हिम्मत कर के मेरे सुपाडे के ऊपर एक मस्त किस दे दी. मेरे बदन में झटका सा लगा और मैंने आँखे बंध कर के आह भर ली. कोमल भाभी ने अब मेरी और देखते हुए अपना मुहं खोला और मेरे लंड को अपने मुहं में ले लिया उसने.

मैं देखता ही रहा और इस गुज्जू भाभी ने लंड को चुसना चालू भी कर दिया. वो किसी प्रोफ़ेसनल देसी पोर्नस्टार के जैसे ही मेरे लंड को और बॉल्स को चूस रही थी. और फिर वो बड़े प्यार से मेरी और देख देख के लंड को हिलाती भी थी.

मेरा लंड एकाद मिनिट और चूसने के बाद वो खड़ी हुई. मैंने उसे बाहों में ले के किस दे दी. उसके मुहं से मेरे लंड की मस्की स्मेल आ रही थी और वीर्य की गंध भी थी. शायद प्रीकम की बुँदे चुसी थी उसने उसकी वजह से.

फिर कोमल भाभी को मैंने किचन का प्लेफोर्म पकडवा के खड़ा कर दिया. वो थोडा आगे की और झुकी और पीछे उसकी मोटी गांड बहार निकली. फिर मैंने उसके कंधे से ले के गांड तक हाथ फेरा और किस किये.

कोमल भाभी बोली, चलो अब डाल भी दो अन्दर.

मैंने अपने लंड को हाथ में लिया और भाभी ने थोडा और निचे झुक के लंड के अन्दर आने का रस्ता दिखाया मुझे, एक हाथ से भाभी के कुल्हे को साइड में कर के मैंने उसकी चूत के काले छेद पर लोडे को रख दिया. भाभी ने अपने हाथ से लंड को एकदम सही जगह सेट किया और सुपाडे को उसने चूत में ले लिया. चिकनाहट का अहसास हुआ तो लंड सही जगह घुसा हैं वो पुष्टि हो गई. मैंने एक झटका मारा तो कोमल भाभी के पेट में जैसे झटका सा लगा, मेरा मोटा लंड आधा उसकी चूत में घुस चूका था. कोमल भाभी ने दोनों हाथ से प्लेटफोर्म को पकड़ लिया और मैंने दुसरे एक झटके में बाकी के लौड़े को भी अन्दर कर दिया.

मेरे चूत के सब तरफ अब इस गुज्जू भाभी की गरण चूत थी, मैंने उसके कंधे को पकड़ा और जोर जोर से अपने लौड़े को चलाने लगा. कोमल भाभी भी अपनी गांड को हिला के मेरे से चुदवाने लगी थी.

वो अपनी कमर को जोर जोर से हिला रही थी और बोल रही थी, आह आह जोर से मारो ममेरी पिकी को साली बहुर परेशान करती हैं (पिकी गुजराती में चूत को कहते हैं ये बाद में भाभी ने ही मुझे बताया था). चोदो जोर से मुझे आह आह्ह्हह्ह्ह्हह्ह.

और मैंने कस कस के उसकी चूत को लाल कर के उसे पेला और अपने वीर्य की समाधी भी उसके छेद में ही लगा दी. कोमल भाभी ने मेरे लंड को चाट के साफ कर दिया और मैंने कपडे पहन लिए. कोमल भाभी ने कहा की जब भी काम होगा मैं पाइप को लीकेज कर दूंगी.

मैंने कहा ठीक हैं लेकिन हर बार एक जगह की ही पाइप मत खींचना.

वो हंसी और इस गुजराती भाभी ने अपने बटवे से मुझे दो हजार रूपये भी दिए. मेरे किसी काम की यह सब से बड़ी मजदूरी थी.

मैं बहार निकला टूल बोक्स ले के और मेन डोर पर ही मिस्टर पटेल मिले, उन्होंने गुजराती में कोमल भाभी से कुछ पूछा जिसका जवाब भाभी ने हिंदी में दिया, किचन का पाइप लीकेज हुआ था उसे ठीक करने के लिए आये थे ये. और मैं स्माइल दे के फटफटी पर निकल गया वहां से, घर जाने से पहले मैं बीवी के लिए भाभी की चुदाई के पैसे से ही काजू कतरी और नमकीन ले के गया.

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