सुनील मिश्रा और सुष्मिता आंटी के साथ मेरे मम्मी पापा को मैंने अक्सर पार्टी करते हुए देखा हैं. ये चारो बेस्ट बडी हैं ऐसे कह सकते हैं. चारो बड़े मॉडर्न विचार वाले हैं और अपनी अपनी फिल्ड में ऊँचे होद्दे के ऊपर जॉब करते हैं.पापा का सिविल लाइन का काम हैं और वो एक अरबपति के एडवाइजर हैं. मम्मी एक एम्एनसी की एचआर हेड हैं. सुष्मिता आंटी एक स्कुल प्रिंसिपल और सुनील अंकल एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं.
इन चारो की अक्सर सेटरडे नाईट की फिक्स पार्टी सी रहती थी. वो लोग कभी हमारे घर पर तो कभी अंकल आंटी के घर पर ड्रिंक करते थे और डिनर करते थे कभी वो यहाँ सो जाते थे तो कभी मोम डेड उनके घर पर. उस रात से पहले मैंने कभी नहीं सोचा था की इनके बिच में वाइफ स्वेपिंग वाला काम और काण्ड भी होता हैं. लेकिन उस रात को मेरी सब गलतफहमी दूर हो गई. मम्मी को सुनील अंकल की रांड बनते हुए और पापा को सुष्मिता आंटी की गांड मारते हुए देख लिया मैंने.
वैसे मैं कुछ नहीं देख पाता अगर मैंने हमारे नोकर की अजीब हरकतें ना देखि होती.दरअसल उस सेटरडे को अंकल आंटी हमारे घर आये थे. शराब परोसा जा चूका था और मुर्गी सुरगी भी. किशन को मैंने कमरे के की होल से अन्दर चुपके से झाकते हुए देखा. मैंने उसे भगा दिया और डांटा भी. लेकिन मन में एक कुतुलता थी की भला वो आखिर मम्मी वगेरह को डिनर करते हुए क्यूँ देख रहा था!
मैंने जब कीहोल से देखा तो अंदर का सिन डेक के मेरी आँखे खुली की खुली रह गई. अन्दर मम्मी पप्पा अंकल और आंटी एकदम न्यूड थे. और मम्मी अंकल की गोदी में बैठी हुई थी. अंकल के हाथ माँ के बूब्स के उपर थे. मम्मी के निपल्स एकदम कडक हुए थे और अंकल की उँगलियाँ उसके ऊपर चल रही थी.
उधर सुष्मिता आंटी पापा के लोडे को पकड़ के हिला रही थी. पापा का लंड एकदम लम्बा था और अंकल का भी. मम्मी की चूत के ऊपर हाथ रख के अंकल ने कहा मिताली डार्लिंग तुम्हारी चूत एकदम हाइवे के जैसी रहती हैं हमेशा, झांट तो उगने ही नहीं देती हो!
मम्मी ने कहा माय लव तुम्हे ऐसी ही पसंद हैं ना!
उधर सुष्मिता आंटी अब पापा के लंड को हिला चुकी थी. और अब उसने 7 इंच के बड़े लंड को सीधे अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगी. पापा ने आंटी के बाल पकडे और उसके मुहं को चोदने लगे. पापा का लंड पूरा मुहं में ले के आंटी एकदम मजे से चुस्से लगा रही थी. लगता ही नहीं था की इतना बड़ा लांद चूसने में उसे कुछ कठिनाई भी हो रही हो! पापा ने हाथ आगे की तरफ कर के आंटी की चूत को टच किया. आंटी अपने चूतड़ उठा के लंड चूस रही थी. और पापा ने उसकी चूत में 2 उंगलियाँ डाल दी. अब अंकल ने मम्मी के मुहं में लंड दे दिया. मम्मी तो आंटी से भी सेक्सी लंड चूस रही थी
अब अंकल ने मम्मी के मुहं से लंड को निकाला और वो आंटी की ऊपर हुई गांड क पास चले गए. आंटी की चूत को पापा ने खोल दिया अपने दोनों हाथ से अंकल ने सीधे ही अपने लंड को आंटी की बुर इ घुसा दिया. आंटी के मुहं से आह निकलती भी कैसे, 7 इंच का लंड थोड़ी पापा ने मुहं से निकाला था.
अंकल अपनी गांड को हिला के जोर जोर से आंटी की चूत को चोदने लगे. और उधर मम्मी अपने हाथ से ही पने बूब्स मसल रही थी और एक हाथ से अपनी चूत को हिला रही थी. मम्मी की चूत भी एकदम रेडी हो चुकी थी. और वो चुदवाने के लिए पक्की बेताब लग रही थी. लेकिन अभी पापा और अंकल आंटी में ही बीजी थे.
कुछ देर अंकल ने आंटी की चूत को पम्प किया और फीर वो लंड निकाल के मम्मी के पास आ गए. मम्मी ने चूत और लांद के मिश्रण को अंकल के लंड पर से चाट लिया. और फिर अंकल लेट गए. उनके देसी लंड का क़ुतुबमीनार खड़ा हुआ था. मम्मी ने उसे एक हाथ से पकड़ा और फिर वो अपनी चूत को एकदम सही ढंग से सेट कर के लंड के ऊपर बैठ गई. अंकल ने मम्मी के बूब्स पकड़ लिए और मम्मी अंकल के लोडे के ऊपर उछल के चुदाई का मज़ा लुटने लगी. अंकल ने मम्मी के मम्मे पकड के निचे से धक्के दिए. मम्मी बूब्स को हिला हिला के ऐसे उछल रही थी जैसे वो पोर्नस्टार प्रिया राय हो.
मम्मी के मुहं से अजीब अजीब आवाजें निकल रही थी. अंकल के लंड को वो पूरा बहार निकालती थी और फिर एकदम से उसके ऊपर बैठ के फच से अपनी चूत में ले लेती थी. अंकल भी चुदाई के पक्के खिलाड़ी लग रहे थे. वी जब उनका वीर्य नाली में भर आता था तो मम्मी को कुछ सेकंड के लिए रोक लेते थे. और तब वो मम्मी के मम्मे दबाते थे और गांड पर स्पेंक करते थे. मम्मी के मुहं से जैसे झाग निकल रहा था. लेकिन उसकी चूत ने अभी तक हार नहीं मानी थी. वो तो अंकल का लोडा ले लेने के लिए जैसे मरी जा रही थी बस!!
उधर अंकल के लंड के निकलने के बाद सुष्मिता आंटी की चूत को पापा ने अपने लंड से भर दिया था. पापा ने डौगी यानी की कुतिया वाल स्टाइल में ही आंटी को चोदना चालू कर दिया था. पापा के दोनों हाथ आंटी के कंधो के ऊपर थे और वो जोर जोर से अपने लंड को आंटी की चूत के अन्दर बाहर कर रहे थे. आंटी अह्ह्ह अह्ह्ह्ह ओह ओह ह्ह्ह्ह यस्स हनी अह्ह्ह्ह ओह माय लव, बेबी फक मी हार्ड कह रही थी और पापा बिना रुके और भी जोर जोर से चूत चोदते जा रहे थे.
अंकल के लौड़े के ऊपर पुरे 20 मिनिट उछलने के बाद अब मेरी मम्मी मिशनरी पोज में लेट गई. और अंकल उसके ऊपर चढ़ गए. इस बार भी मम्मी ने ही अंकल के लंड को अपनी चूत में सेट किया था. अंकल की गांड ऊपर निचे होती दिख रही थी मुझे और मम्मी की आहें सुनाई पड़ रही थी.
उधर अब पापा ने अपने लंड को आंटी की चूत से निकाल लिया था. आंटी ने लंड को चाट के साफ़ कर लिया. और फिर आंटी ने पापा को कहा, कम ओन फक माय एस डार्लिंग.
पापा ने आंटी की गांड के ऊपर थोडा चिकना जेल लगाया वो जेल फेवी स्टिक जैसी बोतल के अन्दर था जिसको मेरे पापा ने आंटी के एस्होल के ऊपर रोल कर दिया और फिर पापा ने अपने लंड के ऊपर भी उस जेल को लगाया. फिर अपने लंड को पापा ने गांड के छेद में घिसा. जेल काफी स्टिकी और चिकना था. और पापा के एक ही धक्के में लंड आधा आंटी की गांड में घुस गया. मैंने सोचा की आंटी की गांड टाईट होगा लेकिन ऐसा नही था. शायद सुष्मिता आंटी ने पहले भी अपनी गांड बहुत मरवाई थी इसलिए उसका होल ढीला ढीला ही था. हालांकि वो होल चूत के होल से तो काफी टाईट ही था.
पापा ने एक और झटके में पुरे लंड को आंटी ककी गुफा दिखा दी. और फिर वो अपने बदन को हिला के आंटी के साथ एनाल में लग गए. मम्मी की सिसकियाँ भी कम नहीं थी और वू जोर जोर से लंड चूत में ले के उछल रही थी और अपनी आगोश में अंकल को दबा के लंड को ले रही थी. पापा ने आंटी की कमर को पकड़ा हुआ था और वो अब सिर्फ लंड को गांड के अन्दर और बहार गाइड सा कर रहे थे. आंटी जोर जोर से अपनी गांड को हिला के सेक्स का पूरा मजा लुटने में लगी हुई थी.
पापा के मुहं से सिसकियाँ निकल रही थी. और शायद आंटी ने उन्हें सुन के अपनी गांड को जोर से लांद के ऊपर दबा दिया था. पापा गांड मारते हुए प्लीजर की वजह से कराह रहे थे. और फिर उनके लंड से चूत हो गई. वैसे तो सब वीर्य उन्होंने सुष्मिता आंटी की चूत में ही निकाला था. लेकिन जब उन्होंने लंड को बहार निकाला तो कुछ बुँदे निकल के बहार भी आ गई. पापा और आंटी अब सोफे के ऊपर बैठ गये.
उधर मम्मी की चुदाई ऐसी ही चालु थी. मम्मी ने अंकल को अपनी आलिंगन में एकदम कस के पकड़ लिया था. और फिर अंकल ने अपना माल मम्मी के भोसड़े में ही छोड़ दिया.
फिर वो चारो बैठ गए और एक दुसरे के साथ हॉट बातें करने लागे. उनकी बातों से मैं समझ गया की सेक्स का ये तांडव हर सेटरडे को होता हैं, कभी अंकल के घर तो कभी हमारे घर!