नमस्कार दोस्तों और लड़कियों को आई लव यू टू मैं हूँ राज नाम नहीं सुना होगा | मैं हैदराबाद का रहने वाला हूँ | मैंने अपनी अभी तक की ज़िन्दगी में सिर्फ चार लड़कियां पटाई हैं और जिसमें से एक मेरे दोस्त की बहन है | फेसबुक ने बहुत से लोगों का भला किया है और मैं उनमें से एक हूँ क्योंकि जितनी भी लड़कियां मैंने पटाई है उनमें से तीन फेसबुक पर ही पटी है |मैं जिस लड़की की बात कर रहा हूँ वो मैंने अनजाने में पटाई और वो मेरे दोस्त की बहन निकली | तो आईये मैं अपनी कहानी पर रोशिनी डालता हूँ |
ये बात है दो साल पहले की जब मैं अपने कॉलेज में था और मैंने फेसबुक पर अपने नाम से ही दूसरी आई.डी. बनाई थी और उसमें अपनी कोई भी फोटो नहीं डाली थी और फोटो भी सलमान खान की लगा रखी थी | मैं एक दिन बैठकर लड़कियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहा था तो मुझे एक लड़की मिली जिसका नाम था ज़ोया और उसपर दीपिका की फोटो लगी थी तो मैंने कुछ नहीं सोचा और फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी | फिर जब अगले दिन फेसबुक खोला तो उसने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली थी और उस वक़्त ऑनलाइन भी थी | मैंने उसको हाय लिखकर भेजा और उसने भी हाय लिखकर रिप्लाई किया | फिर हम दोनों बातें करने लगे कि क्या करती हो और कहाँ रहती हो ? तो उसने ये बताया कि वो क्या करती है लेकिन ये नहीं बताया कि कहाँ रहती रहती है | लेकिन उसकी आई.डी. से मुझे ये पता था कि वो हैदराबाद की ही है |
फिरवो दो दिन तक मुझे ऑनलाइन नहीं मिली और जब तीसरे दिन मिली तो हमने बातें की और वो भी बिना किसी हिचक के मुझसे बात कर रही थी | हम दोनों की अच्छी बातें होने लगी और मैंने उससे उसका नंबर माँगा तो उसने कहा मेरे पास मोबाइल नहीं है | फिर हम दोनों फेसबुक पर ही बात करते रहे और हम दोनों रात को देर तक बात करने लगे | एक दिन मैं अपनी आई.डी. में पोस्ट देख रहा था तब मैंने देखा कि ज़ोया को अब्बास ने अपनी फोटो में टैग किया है | अब्बास मेरे स्कूल का दोस्त था तो मैंने रात को उससे पूछा कि क्या तुम अब्बास को जानती हो ? तो उसने कहा हाँ वो मेरे बड़े भाई हैं | ये सुनके मुझे अजीब सा लगा कि मैं अपने दोस्त की बहन से ये सब कर रहा हूँ | वैसे अब्बास मेरा कोई खास दोस्त नहीं था लेकिन वो लड़का अच्छा था |
मैंने ज़ोया को शायद देखा था जब मैं स्कूल में था और जब उसके घर गया था तो एक लड़की बाहर आई थी और वो बहुत सुन्दर लग रही थी लेकिन मैंने उसके बारे में कुछ नहीं सोचा क्योंकि वो मेरे दोस्त की बहन थी | फिर मैंने उसको अपने बारे में बताया कि मैं अब्बास का दोस्त हूँ और हमें अपनी दोस्ती को यहीं तक रखना होगा| तो उसने कहा तुम अब्बास के दोस्त हो लेकिन मेरे लिए उससे ज्यादा हो मैं तुम्हें पसंद करने लगी हूँ और तुम मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते | तो मैंने कहा मैंने तो ऐसा कुछ किया भी नहीं तो उसने कहा हाँ लेकिन मैं तुमसे प्यार करती हूँ | ये बात सुनके मेरी गांड फट गई क्योंकि उसका भाई लम्बा चौड़ा इंसान था और मैं उसके सामने कुछ भी नहीं लगता था | तो मैंने सोचा जैसे तैसे करके इससे पीछा छुड़ाना है तो मैंने कहा देखो तुम मुसलमान हो और मैं हिन्दू हमारा कोई फ्यूचर नहीं है |
तो उसने कहा कोई बात नहीं जब तक साथ रहेंगे सब कुछ करेंगे | मैं जब ये सुना तो मुझे इसमें से हवस वाली फील आ रही थी जैसे कोई चुदाई की भूखी लड़की बोल रही है | फिर भी जो भी हो मैं उसके साथ कुछ नहीं करना चाहता था | फिर उसने बताया कि मेरे भईया यहाँ पर नहीं रहते और पूरी फैमिली कलकत्ता चली गई है | वो यहाँ कॉलेज में थी और उसके पापा का ट्रान्सफर हो गया था इसलिए उसे यहीं रहना पड़ा | ये सुनकर मुझे थोड़ी रहत मिली तो मैंने पूछा तुम्हारी फैमिली बाहर रहती और तुम्हारे पास मोबाइल नहीं है तो उसने कहा वो मेरी खाला रहती है ना मेरे साथ मैं उनके मोबाइल से ही कर लेती हूँ सब कुछ |
अब मुझे थोडा सही लगने लगा और मैंने सोचा जैसी मैंने बचपन में देखी थी अगर वैसी हुई तो मज़ा आ जाएगा | तो मैंने अगले दिन उससे कहा अच्छा अब हमारे बीच प्यार का इकरार भी हो चूका है अब तो अपनी फोटो भेज दो | तो उसने अपनी एक फोटो भेजी और उसकी फोटो देखकर मेरे मुंह से निकला बहनचोद क्या पीस है इसको चोदने में मज़ा आ जाएगा | फिर मैंने उसको मिलने के लिए बुलाया और हम दोनों रोज़ मिलने लगे | हम कभी पिक्चर देखने जाते तो कभी पार्क में हाँथ पकड़ के बैठे रहते |हम दोनों की अच्छी चल रही थी एक दिन उसने मुझे कहा चलो किस करते है | तो मैं किस करने को हुआ लेकिन दिमाग में कुछ आ गया तो मैं रुक गया | तो उसने कहा मुझे पता था तुम मुझसे प्यार नहीं करते बस नाटक कर रहे हो | तो मैंने कहा ऐसा नहीं है बस कुछ कारण है इसलिए रुक गया | तो उसने कहा अच्छा मैं जान सकती हूँ क्या कारण है वो ? तो मैं कहा वो तुम लोग कुछ कुछ खाते हो इसलिए |
फिर मैंने कहा अच्छा चलो आज मैं तुम्हें अपना घर दिखाता हूँ | वो उस दिन मेरे घर में कोई नहीं था और मौका मिला था मुझे तो मैं चूकना नहीं चाहता था | फिर मैं उसको लेकर घर गया और अन्दर ले गया | वो अन्दर जाने को तैयार नहीं थी फिर मैंने कहा अरे कोई नहीं है चलो कुछ नहीं होगा | फिर वो अन्दर चली आई और आके कुर्सी पर बैठ गई और बोली वैसे जब तुम्हारे मम्मी पापा घर पर नहीं है और तुम मुझे यहाँ लेकर आए हो क्या सोचा है ? तो मैंने कहा कुछ नहीं | उसने कहा अच्छा कुछ नहीं करना तो मैं जाती हूँ | तो मैं उसके पास गया और उसको पीछे से पकड़ लिया और कहा अच्छा फिर ठीक है और उसके दूध दबाने लगा|
वो मेरे हाँथ पकड़ने लगी और मैं उसके दूध दबाता रहा | फिर वो पलटी और मुझे किस करने को हुई लेकिन मैंने फिर भी उसे किस नहीं किया | फिर मैंने उसके टॉप में हाँथ डालकर उसकी कमर पकड़ी और वो बहुत गरम थी जैसे बुखार हो | फिर मैंने उसका टॉप ऊपर किया और उतार दिया | उसने पिंक कलर की ब्रा पहनी थी और मैं उसकी ब्रा के ऊपर से उसके दूध दबाने लगा | फिर मैंने उसकी ब्रा नीचे की और उसके निप्पल को दबाने लगा | उसके निप्पल काले थे और दूध बिलकुल गोरे | फिर मैंने उसको दूध को मुंह से लगाया और चूसने लग गया और वो ऊफफ्फ्फ्फ़ ऊफफ्फ्फ्फ़ करने लगी और कहने लगी नहीं गुदगुदी हो रही है लेकिन मैं फिर भी उसके दूध चूसता रहा | फिर मैंने उसकी जीन्स के अन्दर हाँथ डाल दिया और उसकी चूत घिसने लगा और वो आह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्हा अह्ह्ह्ह करने लगी |
फिर मैंने उसकी जीन्स और चड्डी उतारी और उसकी चूत चाटने लग गया | मैंने थोड़ी देर तक उसकी चूत चाटी और अपनी पैन्ट खोलकर लंड उसके सामने कर दिया | उसने मेरा लंड पकड़ा और हिलाते हुए कहा आपका तो अब्बास भईया से भी बड़ा है | मुझे ये सुनकर अजीब सा लगा लेकिन वो मेरा लंड चूसने में लग गई और मैं उसमें खो गया | उसने बड़े मज़े से मेरा लंड चूसा और पूरी तरह से खड़ा कर दिया | फिर मैंने उसको उठाकर अन्दर ले गया और बिस्तर पर लिटा दिया | मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रखा और धीरे धीरे अन्दर करने लगा | मेरा लंड अन्दर हुआ और उसका आह्ह्हह्ह्ह्ह निकल गई | फिर मैंने उसको चोदना शुरू किया और जोर जोर के झटके मारते हुए उसे चोदने लगा | वो आह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ऊफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ याआआआअ याआआआआअ आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह करती रही और मैं उसको चोदता गया |
फिर मैं उसके बाजू में लेट गया और उसका एक पैर उठा के उसकी चूत में लंड डाला और चोदने लगा और वो अहह्ह्ह्हा हह्ह्ह्हह्ह ह्ह्ह्हह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह ऊफफ्फ्फ्फ़ अह्ह्ह्हह्ह्हा हहह्ह्ह्हह्ह करती रही | फिर मैं रुक गया और उससे कहा मेरे ऊपर बैठो और उचको तो वो मेरे ऊपर बैठकर उचकने लगी और चुदती रही और आह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह करती रही | फिर मेरा मुट्ठ निकला और मैं लंड बाहर निकल के उसके ऊपर झड़ा दिया | फिर वो मेरे बाजू में आकर लेटी और मुझे किस करने को हुई लेकिन मैंने फिर भी उसको किस नहीं किया | उसके हम जगह जगह घूम घूम कर चुदाई करते थे लेकिन मैंने कभी उसको किस नहीं किया लेकिन चोदता बराबर था | फिर उसके बाद मैंने किसी भी मुसलमान लड़की को नहीं पटाया |