हेलो फ्रेंड, मेरा नाम नैतिक मोदी है और मैं जामनगर का रहने वाला हु. ये मेरी पहली स्टोरी है और मैं यहाँ लिख रहा हु, कि किस तरह से मैं ने अपने पड़ोस में रहने वाली एक भाभी को को चोदा. उनका नाम तोरल है. पहले मैं उनके बारे में बता दू.. उनका रंग गोरा और उनकी फिगर का साइज़ ३२ – ३०- ३२ है. उनकी दो बेटिया है, पहली ७ साल की और दूसरी ३ साल की. हमारे और उनके घर के बीच काफी अच्छे रिलेशन है. उस वजह से मैं उनके घर काफी आता – जाता हु. तोरल भाभी के पति एक कंपनी में काम करते है और काम की वजह से उनको काफी बाहर भी रहना पड़ता है. हम घरो के बीच अच्छे रिलेशन की वजह से वो तोरल भाभी को हमारे भरोसे ही छोड़ जाते है. अब मैं आपको रियल स्टोरी सुनाता हु.
एक बार तोरल भाभी अकेली थी और उनको घर में काफी सारा काम था और उनकी बड़ी बेटी का स्कूल छुटने का वक्त हो चूका था. तो उन्होंने मुझे कॉल किया और कहा, कि अगर मैं फ्री हु, तो उनकी बेटी को स्कूल से ले आऊ. मैं तो फ्री ही था और मैंने हाँ कर दी. अब मैं उनकी बेटी को स्कूल से लेने चले गया और जब वापस उनके घर लौटा, तो भाभी बोली – थोड़ी देर इसके साथ खेल लो. मैं घर के अन्दर गया और सोफे पर बैठ गया. मैं उनकी बेटी के साथ खेल ही रहा था, कि तभी भाभी आई और मेरे लिए शरबत बना लायी. जैसे ही वो मुझे शरबत देने के लिए नीचे झुकी, मेरी नज़र उनकी क्लीवेज पर पड़ी. उनकी क्लीवेज साफ़ दिखाई दे रही थी. उनकी वाइट क्लीवेज को देख कर मेरा लंड एकदम से टाइट हो गया. पर मैंने इस तरह से सीधा हो कर अपने लंड को एडजस्ट किया, कि भाभी को पता ना चले. मैंने जल्दी ही शरबत ख़तम किया और अपने घर चले गया. मैंने घर जाकर उनके नाम की मुठ मारी और उनको चोदने की सोचने लगा. अब मैं छोटी – छोटी बात पर उनके घर जाने लगा और भाभी को मन ही मन चोदने का प्लान बनाने लगा.
कुछ दिन बाद, शाम को उनका कॉल आया. उन्होंने मुझे अपने घर बुलाया था. तो मैं तुरंत उनके घर चले गया. घर का डोर क्नोक किया, तो भाभी ने दरवाजा खोला. दरवाजा खोलते ही, मैं ने भाभी को देखा, तो मैं देखता ही रह गया. उन्होंने रेड साड़ी पहन रखी थी और वो क्या बम लग रही थी. मन तो किया, कि मैं उन्हें इसी वक्त चोद दू.. पर वो पॉसिबल नहीं था. अब मैंने भाभी को पूछा, कि क्या काम था? तो भाभी ने बताया, कि उन्हें बाज़ार से कुछ सामान लेने जाना था. तो मैंने तुरंत हाँ बोल दी. तो उन्होंने कहा – ठीक है. हम चलते है. तो हम मेरी बाइक पर चल दिए. मैं वैसे तो काफी तेज बाइक चलाता हु. पर उस दिन भाभी की वजह से थोड़ी आराम से चला रहा था. रास्ते में भाभी ने मुझसे पूछा, कि टू कॉलेज में पढता है, तेरी कोई गर्ल फ्रेंड नहीं है? मैंने उनको ना बोल दिया.
इतने में मुझे अचानक से ब्रेक लगानी पड़ी और इमरजेंसी ब्रेक लगने की वजह से भाभी के सॉफ्ट बूब्स मेरी पीठ से टकराए. क्या सॉफ्ट बूब्स थे उनके. मेरा तो तुरंत ही खड़ा हो गया. और वो भी भाभी को पता चल गया. पर वो चुप रही और उन्होंने कुछ नहीं कहा. पर मुझे हलकी सी थपकी सी मारी और नॉटी स्माइल करते हुए बोली – थोड़ा धीरे चला लो. अब मेरे मन में उनको चोदने की इच्छा और ज्यादा बढ़ गयी. भाभी को ब्रा – पेंटी लेना था और हम एक स्टोर पर चले गये. मैंने भाभी को कहा – मैं बाहर ही खड़ा हु, आप ले लीजिये. भाभी बोली – इसमें शरमाने वाली क्या बात है? तुम भी अन्दर चलो. तो मैंने कहा – ओके और हम अन्दर चले गये. वहां शोपकीपेर ने उन्हें कुछ सेट्स दिखाए और उन्होंने उनमे से ३ पेअर ले लिए और अब हम वापस घर आ गये. अब मैं मन ही मन सोच रहा था, कि आज तो भाभी को चोद कर ही रहूँगा.
घर पहुचते ही, मैं भाभी को घर छोड़ा और कहा – मैं घर जा रहा हु. तो भाभी ने मुझे रोका और अन्दर बुला लिया. मैंने पहले तो ना बोली, पर भाभी ने जिद की तो अन्दर चले गया. अब अन्दर जाते ही, मैं सोफे पर बैठ गया. भाभी अन्दर गयी और क्लॉथ चेंज करके आई. और मुझे पानी दिया. मैं अब भाभी को देखा, तो वो मुझे देख कर स्माइल कर रही थी. अब मुझे ये लगा, कि सही मौका है. तो मैं बिना कुछ सोचे – समझे, सीधे उनके होठो पर किस कर दिया. पहले तो मुझे भाभी ने रोक दिया, पर कुछ ही देर में वो भी मेरा साथ देने लगी. अब मुझे ग्रीन सिग्नल मिल चूका था. मैंने अब उनके बूब्स भी दबाने शुरू कर दिए. वो एकदम से पीछे हटी और बोली – अभी कोई भी आ सकता है. इसलिए रात को मिलेंगे १० बजे के बाद. अब तो मेरे मन में लड्डू फुट रहे थे और मैं १० बजे का इंतज़ार करने लगा. और एक मेडिकल स्टोर से कंडोम भी ले आया सेफ्टी के लिए. और मैं घर पर बोल दिया, कि मेरे एक दोस्त के घर हम लोग ग्रुप स्टडी करने वाले है.
अब १० बज चुके थे और मैं पूरी तैयारी के साथ घर से निकल गया और भाभी के घर पर पहुच गया. घर पहुचते ही भाभी ने दरवाजा खोला. मैंने देखा, कि उन्होंने वही रेड साड़ी पहनी थी और उनकी दोनों बेटिया भी सो चुकी थी. तो मैंने उनको तुरंत किस किया. उन्होंने मुझे रोका और कहा, कि यहाँ नहीं. बेडरूम में. जैसे ही हम बेडरूम में पहुचे, तो मैं देखता ही रह गया. भाभी ने जैसे सुहागरात हो, वैसे तैयारी कर रखी थी. पुरे बेड पर रोज गिरे हुए थे और पुरे रूम में डिम लाइट जली हुई थी. और बेड के चारो तरफ कैंडल जली हुई थी. बहुत ही रोमेंटिक नज़ारा था. मैं तो देखता ही रह गया और रूम के अन्दर गया और रूम का डोर लॉक कर दिया. अब तोरल भाभी को मैं लिप किस करने लगा और वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. अब मैंने उनकी साड़ी निकाल दी और अब वो मेरे सामने ब्लाउज और पेटीकोट में थी.
अब मैं किस के साथ उनके बूब्स भी दबा रहा था. वो गरम को हो चुकी थी. अब मैंने उनकी ब्लाउज और पेटीकोट को खीच दिया. अब वो मेरे सामने ब्रा और पेंटी में थी. मेरा लंड अब पूरा टाइट हो चूका था. अब मैंने तोरल भाभी से कहा – आप कितनी सुंदर हो. काश कि मेरी वाइफ भी आप जैसी ही हो. तो उन्होंने कहा – कि मुझे भाभी नहीं, डार्लिंग कह कर बुलाओ. आज मैं तुम्हारी भाभी नहीं बीबी हु. और आज हमारी सुहागरात है. और बोलते हुए, उन्होंने मेरी टीशर्ट और पेंट उतार दिए. अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था और वो ब्रा और पेंटी में थी. अब मैंने उनको होठो को किस किया और उनके होठो को चूस रहा था. मैं उनको १० मिनट तक किस करता रहा. अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था. इसलिए मैंने उनकी ब्रा और पेंटी भी निकाल दी. अब मैंने उनके बूब्स पर अटैक करना स्टार्ट कर दिया और राईट बूब्स को मुह में ले कर चूस रहा था/ लेफ्ट को हाथ से दबा रहा था और वो सिसकिया ले रही थी अहहहहः अ.आ….. आहाहहः ऊऊऊ आअओअऊओ ऊऊऊऊईईईईइमा की कामुक आवाज़े उनके मुह से निकलने लगी थी.
अब उन्होंने मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरा लंड चूसने लगी. अब मैं ने उनको बेड पर लिटा दिया और उनकी चूत को चाटने लगा. वो इसी बीच में झड़ गयी और मैंने उनका सारा पानी पी लिया. अब मुझसे भी नहीं रहा जा रहा था और इसलिए मैंने उनकी टाँगे फैलाई और अपना लंड उनकी चूत पर रखा और एक जोर का धक्का मारा और मेरा लंड उनकी चूत में घुस गया. मेरे लंड के उनकी चूत में जाते ही, उनकी चीख निकल गयी. अब मैंने धीरे – धीरे धक्के मारने शुरू कर दिए और स्पीड बढ़ाने लगा. ऐसे ही १० मिनट तक चोदा और बाद में डोग्गी स्टाइल में चोदने लगा और उस रात और दो बार चोदा और अब जब भी तोरल भाभी के पति बाहर जाते है, तो मैं उनको चोदता हु. तो आप लोग अपने कमेंट्स जरुर लिखे… ताकि हम आपके लिए रोज़ और भी बेहतर कामुक कहानिया पेश कर सके.