देसी कहानी में मेरा चक्कर मेरी बाजू वाली भाभी से था और मैं उनके चुदाई के बारे में सोचता था और मुठ मारता था पर नए साल में मुझे उनकी चूत चुदाई की भेंट मिली..
हेलो दोस्तों,
मैं संजय गुजरात से सूरत का रहने वाला हूँ। मैं साँवले रंग का 6 फीट लंबा और तगड़ा नौजवान हूँ और मेरी उम्र 24 साल है। मैं मेरी सेक्स स्टोरी का नियमित पाठक हूँ और हर कहानियों को पढता हूँ।
आप सबकी कहानियाँ पढ़कर मुझे भी लगा कि, मैं भी अपनी कुछ कहानियाँ आप लोगों के साथ शेयर करूँ! तो मैं
आज अपनी एक कहानी आप लोगों को बताने जा रहा हूँ!
यह बात है साल 2012 की! नवम्बर का महिना था। दीवाली की छुट्टियाँ चल रही थी और नए साल के दिन मेरे घर के सभी लोग बाहर घूमने गए थे।
मैं तबियत का बहाना बना कर घर में ही रुक गया क्योंकि मेरे बाजू में एक भाभी रहती थी, जिसके हुस्न का मैं दीवाना था। उनके बारे में मैं आपको बता दूँ। वो दिखने में बिल्कुल हिंदी फिल्म की हीरोइन विपाशा बसु जैसी है!
उनका फिगर शायद! 34-28-32 रहा होगा! उनकी चूचियाँ नुकीली सी उठी हुई थी! उनका कद भी ठीक ठाक था।
उनकी एक 1 साल की बच्ची भी थी, फिर भी वो दिखने में बिल्कुल एक जवान लड़की जैसी थी!
मेरा और उनका चक्कर करीब 6 महिनों से चल रहा था पर, उनकी जवानी के मजे लूटने का कोई मौका नहीं मिल रहा था, लेकिन उस दिन एक मौका मेरे हाथ लगा!
उनके ससुर के गुजर जाने की खबर सुनकर, उनके पति को गाँव जाना पड़ा और भाभी और उनकी 1 साल की बच्ची घर में अकेले रह गए थे।
मेरे लिए यह एक हसीन मौका था! और मैं इसे किसी हाल में नहीं गँवाना नहीं चाहता था और मेरा 7″ का लौड़ा फुँफकार मारने लगा क्योंकि, मैंने कई बार उनके नाम की मुठ मारी थी! पर आज वो पल था जब मैं उनको अपने आगोश में लेने वाला था।
दिन के 11:30 बज रहे होंगे! मैं उनके घर में उनकी बच्ची को खेलाने के बहाने गया। इस बार उनके घर में दीवाली नहीं मनाई गई थी, तो वो अपनी नाईट ड्रेस में ही थी।
उन्होंने मेरा हाल चाल पूछा! मेरे लिए चाय बनाई और मुझे दिया, फिर कहा- तुम बैठो, मैं नहा कर आती हूँ!
मैंने कहा- ठीक है!
मैंने चाय पी ली और कुछ देर बैठा तब अचानक! मेरे दिमाग एक योजगा आई! और मैं चाय का कप रखने के बहाने बाथरूम में गया और मैंने देखा कि, बाथरूम का दरवाजा खुला है!
मैंने उनसे कहा- भाभी, कप ले लो!
भाभी ने मजाक में कहा- अन्दर आकर रख दो!
मेरी तो जैसे लॉटरी ही लग गई थी! मैं भी झट से अन्दर घुस गया।
भाभी एकदम से डर गई! तब मैंने जो देखा वो देख कर दंग रह गया!
भाभी अन्दर पूरी नंगी थी! उनके नंगे बदन को देख कर मेरा नागराज फुँफकार मारने लगा! उनकी खड़ी खड़ी चूचियाँ ऊपर नीचे हो रही थी! लम्बे लम्बे और घने बाल! उनकी चूत सुनहरी बालों से ढकी हुई थी!
भाभी की नजर मेरे लण्ड की तरफ गई और वो एकटक देखती रह गई! और हँस कर मेरे पास आकर बोली- तुम्हें इसी दिन का इंतज़ार था ना! और बोलते ही मेरा लण्ड पकड़ लिया।
मेरा तो डर के मारे पसीना छूटने लगा और मैं पसीने से तर बतर हो गया!
तब भाभी ने कहा- तुम्हारा लण्ड तो बहुत मोटा और लंबा है! आज तो इसका रस पीकर ही रहूँगी!
उन्होंने मेरी पैंट उतार दी, और मेरा तगड़ा और मोटा लण्ड उनके सामने फनफनाने लगा! उन्होंने मेरे लण्ड को हाथों से पकड़कर अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी।
मैं भी उनकी चूचियों को दबाना शुरू कर दिया और उन्हें अपने गोद में उठाकर बिस्तर पर ले गया।
हम एक दुसरे के होंठों को चूसने लगे और मैं उनके ऊपर लेट गया!
वो सिसकारियाँ भरने लगी- उह्ह! उन्हह! फिर मैंने उनकी चूत में अपनी जीभ डालकर चूत चाटने लगा!
अब वो एक बार झड़ चुकी थी और सिसकारियाँ भर रही थी- आह! ओफो! उफ्फ्फ! उईमा! अब वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थी और उन्होंने कहा- अरे कमीने! चाटता रहेगा या चोदेगा भी! अब मुझे चोद दे साले!
मैं फटाक से उठा और अपने लण्ड के सुपाड़े को उनकी चूत की छेद पर रखा और एक जोरदार झटका मारा और अपना लंबा तगड़ा लण्ड उनके चूत के अन्दर पूरा घुसा दिया। भाभी चीख पड़ी और जोर जोर से आवाजें निकालने लगी।
वो जोर जोर से चिल्ला रही थी और मैं धक्के पर धक्के मारे जा रहा था!
मैंने अपनी रफ्तार बढ़ा दी और वो सिसकारियाँ ले रही थी- अह! चोद मादरचोद! चोद! फाड़ दे मेरी चूत को! घुसा दे अपना पूरा लण्ड मेरी चूत में! और जोर से चोद!
हमारी चुदाई को 10 मिनट हो चुके थे और अब मैं झड़ने वाला था तो मैंने उनसे पूछा- भाभी मैं झड़ने वाला हूँ! अन्दर झाड़ दूँ क्या?
वो बोली- नहीं! मेरे मुँह में झड़ने दे! मैं तुम्हारे लण्ड का रस पीना चाहती हूँ, फिर मैंने भाभी के मुँह में अपना सारा माल छोड़ दिया!
भाभी ने मेरे वीर्य की एक एक बूँद को चाट कर पी ली!
दोस्तो आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी जरुर बताना। मैं अगली कहानी बहुत जल्द ही पेश करूँगा।
आप अपने राय मेरे मेल के द्वारा भेज सकते हैं
jhasanjay89gmail.com
भाभी जब नहाने गई तब मैं भी बाथरूम में घुस गया और भाभी के पूरे नंगे जिस्म को देखा और उन्होंने भी मेरा खड़ा लण्ड देख लिया और वो मेरे लण्ड पर टूट पड़ी और मैंने भी उनकी जमकर चुदाई कर डाली.. देसी कहानी का यह किस्सा आपको कैसा लगा अपने विचार हमें भेजें..