नचनिया के साथ जलवे

हेल्लो मेरे दोस्तों आप सब मस्त होगे ऐसी मैं उम्मीद करता हूँ और ये भी उम्मीद करता हूँ कि आपकी चुदाई मस्त चल रही होगी | मैं एक मस्त लौंडा हूँ और मेरा नाम है अक्कू पहाड़ी और मैं बाबा टोला में रहता हूँ | दोस्तों अगर आपको नहीं पता तो मैं बता देता हूँ ये जगह जबलपुर में है और यहाँ के लौंडे बड़े ही हरामी हैं | पर एक बात है सारे लौंडे बड़े सटीक हैं | अगर किसी से पंगा हो जाए तो मर जाएंगे पर साथ छोड़ के नहीं जाएंगे | मैं भी यहीं पला बढ़ा और मेरे माँ बाप तो नहीं थे इसलिए मुझे यहाँ के गुंडे ने रोड से उठा लिया था और मुझे बड़ा किया | एक तरीके से उसने अपने लिए एक हथियार तैयार कर लिया था क्यूंकि उसका वसूली का काम था और मुझे उसने ऐसा बना दिया था कि अगर मैं कहीं जाऊं तो पैसा देने से कोई मना ना कर पाए | मैं एक दम खूंखार बन गया था | पर एक बात है बावा वो अपने को चाहता बहुत था | अगर मुझे कोई खरोंच भी मार दे तो वो उसकी मैय्या चुदवा देता था खड़े पे |

तो दोस्तों अब आप समझ गए होगे कि मैं क्या हूँ और क्या करना चाहता हूँ क्यूंकि मुझे किसी चीज़ से डर नहीं लगता वो तो मैं इतना कर देता हूँ कि किसी को बेवजह परेशान नहीं करता और यही हमारे बाबा टोला का उसूल है | मेरे उस्ताद ने भी मुझे यही सिखाया है | अगर कोई हमसे मदद मांगता है तो हम उसकी दिल और जान से मदद करते हैं | ऐसे कई लोग हैं जिनको हमने बचाया है और इसी वजह से अपने एरिया का नाम चलता है पूरे शहर में | एक बार दोस्तों मुझे पता चला अपने उस्ताद पे हमला हो गया तो मैंने अपने भाई लोगों को इकठ्ठा किया और निकल गया उनके पास | उनका मेटर सत्पुला के पास हुआ था पनेहरा पेट्रोल पंप पे | वहां उनको छगन ने और उसके गुर्गों ने घेर लिया था | हम लोग वहां गए और देखा उस्ताद को लात घूंसे पड़ रहे थे | उतने में छगन ने चाक़ू निकाला और जैसे ही उस्ताद को मारने के लिए हुआ तो बिन्नू ने अपना हाथ लगा दिया और उसके हाथ पे घाव लग गया | उतने में बब्बी ने एक बड़ा सा पत्थर उठा के छगन के ऊपर चलाया तो उसको ना लगते हुए उसके गुर्गे को लग गया |

दो लोग उसके साथ के भाग गए तब तक हमने सब को घेर लिया था | उसके बाद जो सुटायी और लत मंजन किया उसका उससे वो अधमरा सा हो गया | बब्बी ने उसपे औज़ार चला दिया और उसको तीन घाव दे दिए और उसके बाद हम लोग फरार हो गए | उस्ताद भी बच गया और हम लोग भी | अपने उस्ताद की बहुत पहचान है इसलिए पुलिस केस नहीं हुआ और हम लोग वापस आ गए | उस्ताद हमारी दिलेरी देख के बड़ा खुश था और उसने हमारे लिए एक आयोजन किया जिसमे नाचने वाली को बुलाया गया और एक नंबर पीस था वो | उसका नाम था बुलबुल और उसका बदन एक दम गदराया हुआ था | उसके साथ ही सारे लड़कों के लिए दारु और चिकन की पार्टी भी थी | सबने गले तक दारु पी और उसके बाद मुर्गा खाया और नाच देखने बैठ गए | जैसे जैसे वो ठुमके लगा रही थी लड़कों का दिल मचल रहा था और मेरा भी | नाच ख़त्म होने के बाद सरदार ने कहा बुलबुल आज की रात मुझे अपना जलवा दिखा और कल सुबह यहाँ से निकल जाना | हम लोग समझ गए आज उस्ताद चुदाई मचाएगा |

पर ऐसी माल को चोदना सौभाग्य से कम नहीं था क्यूंकि उसके दूध और गांड एकदम मस्त थे कसे हुए | मैंने सोचा चलो अपन भी किसी रंडी को चोद के काम चला लेंगे पर ऐसा मौका भी तो मिलना चाहिए था | कही लड़ाई कहीं वसूली अपना तो यही लगा रहता था | हाँ पर उस दिन के बाद से सरदार ने एक काम किया हर महीने लड़कों के मनोरंजन के लिए नचनिया और दारू मुर्गा मंगवाया जाता था जिससे लड़के अपने लंड को सहला सके और उनको चूत की कमी ना हो | पर मुझे ऐसा मौका नहीं मिल रहा था और मैं उस्ताद से बोलने में भी शर्माता था | एक बार की बात है हम लोग काम करके लौट रहे थे तो सरदार ने कहा बिन्नू आज एक पटाखा को लेके आ मेरे शेर के लिए मुझे आज कुछ करना है | बिन्नू गया और सपना को लेके आ गया | सपना बोले तो पूरे शहर की मस्त नचनिया और उसके जैसी खूबसूरती किसी के पास नहीं | अब पार्टी चालु हो गयी और सब नशे में धुत्त | उस्ताद ने बुलबुल को फिर से बुलाया और उसका अकेले में नंगा नाच देख रहा था |

सब लोग नशे में झूम रहे थे और सपना भी अपने कपडे उतार उतार के नाच रही थी आखिर में बस उसने ब्रा और पेंटी में अपना नाच दिखाया | सबके लंड खड़े हो गए और वो सबके पास आती और किसी का भी लंड पकड़ के हिला देती पर वो मेरे पास नहीं आ रही थी | मुझे लगा साला अपनी किस्मत ही गांडू है | पर जैसे ही नाच ख़तम हुआ सब चले गए अपने अपने घर और मैं भी जाने लगा तो सपना अपने कपडे पेहेन के मेरे पास आई और कहा अरे राजा तू कहाँ जा रहा है | मैंने कहा क्यूँ तो उसने कहा तेरे उस्ताद ने मुझे तेरे लिए ही तो बुलाया है | अपने लंड को मेरी चूत के पानी से गीला कर दे | मैंने उस्ताद को देखा तो उसने मुस्कुरा दिया और कहा जा और जब तक साली रोने ना लगे तब तक चोदते रहना | मैंने मन में सोचा वाह क्या बात है और सपना को कमरे में लेकर चला गया | कमरे की बत्ती जलाई और और सपना से कहा रुक मैं ज़रा पानी पीके आता हूँ | उसने कहा अरे रुक मैं जाती हूँ | वो पानी लायी और पहले उसने मुझे किस किया और उसके बाद बिस्तर पर धक्का दे दिया |

उसके बाद वो हलके हलके मेरे लंड लो सहलाती गयी और पानी पिलाती गयी | मुझे तो उसके हाथ से पानी का भी नशा चढ़ रहा था | मैंने तुरंत अपने कपडे उतारे और सोचा इसके एक एक कपडे को उतारूंगा | पहले मैंने उसके कुरते को उतारा और उसके ब्रा के ऊपर से ही दूध को चूमने लगा और उसके बाद वो मुझे किस करने लगी तो मैंने उसके दूध को दबाने लगा | मैं उसके पेट पर भी अपना हाथ फेर रहा था और उसकी नाभि में ऊँगली डाल रहा था | वो भी मस्ती में झूम रही थी और मेरे लंड को पकड़ से हिला रही थी | उसके बाद मैंने उसके ब्रा को उतार दिया और उसके दूध को चूसने लगा | उसके निप्पल भूरे थे और मुझे उनको चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा था | मैंने चूस चूस के उसके निप्पल खड़े कर दिए और वो सिस्कारियां भरने लगी | वो आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह करने लगी | उसके बाद मैंने उसकी सलवार को उतार दिया और उसकी चूत के ऊपर हाथ फेरने लगा |

मैंने उसकी चूत के छेद में दो ऊँगली डाली और अन्दर बाहर करने लगा और वो आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह करते हुए मेरे लंड को जोर जोर से हिलाने लगी | उसके बाद मैं झुका और उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा और चोदने भी लगा | वो जोर जोर से आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह करने लगी और उसकी चूत से जो मादक रस निकल रहा था उसे मैं पी रहा था | कुछ देर उसकी चूत चाटने के बाद उसने मुझे लेटा दिया और मेरा लंड पकड़ के अपने मुँह में डाल लिया | मेरा सुपाडा उसके मुँह के अन्दर था और वो उसपे अपनी जीभ फेर रही थी और मैं आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह कर रहा था | कुछ देर चूदने के बाद उसने कहा मेरी चूत में अपना लंड घुसा दो | मैने कहा खुद ही डालो ना | तो वो मेरे लंड के ऊपर आ गयी और अपने छेद पर मेरा लंड रखा और अन्दर घुसा दिया | अब हम दोनों आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह कर रहे थे | वो मेरे लंड पर उचक रही थी और मैं मज़े लेकर उसको चोद रहा था |

आधे घंटे तक उसकी चूत चोदने के बाद मैंने उससे कहा आज तेरी गांड भी मारूंगा | वो झट से तैयार हो गयी और पलट गयी | मैं उसके पीछे गया और उसकी गांड के छेद पर अपना लंड रखा और अन्दर पेल दिया | वो चिल्लाने लगी पर थोड़ी देर बाद आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म ऊऊओह्हह्हह करते हुए मज़े से चुदवाने लगी | उसके बाद मैंने उसे लगातार दो दिन तक चोदा और आज भी जब मन करता है चोदता हूँ |

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