हेलो दोस्तों, कैसे है आप सब? मेरा नाम अंजली है. आप सबको याद तो मैं हुंगी ही. अगर नहीं तो मैं आप सबको पहले अपने बारे में बता देती हु, कि मैं नॉएडा में रहती हु और मैं एक स्कूल में साइंस टीचर हु. मेरे पति रजत एक प्राइवेट कंपनी में काम करते है. मैं बहुत ही गोरी और वेल शेप लेडी हु और मेरी फिगर ३४ – ३० – ३८ है. मेरे पति भी बहुत ही लम्बे – चौड़े और मस्त बदन के मालिक है. मैंने आपको को पहले बताया, कि तरह से बारिश का फायदा उठा कर मेरे सोसाइटी के सामने सुपर स्टोर पर काम करने वाले मेनेजर ने मेरी चुदाई की और फिर किस तरह से रजत ने अपने जूनियर के सामने मेरी चुदाई की, उनके प्रमोशन की पार्टी के बाद. अमित था उसका नाम. अच्छा था दिखने में और उस दिन के बाद, तो वो भी कमाल का हो गया था. उसने रजत से मेरा नंबर ले लिया था और जब उसका फ़ोन आया…
अमित – हेलो.
अंजली – कौन?
अमित – अपने कमाक जिस्म को दिखा कर आप इतनी जल्दी भूल गयी…
अंजली – मतलब. क्या बद्तिमीजी है ये?
अमित – अजी, बद्तिमीजी नहीं है. हम तो आपके जिस्म के दीवाने हो गये है.
अंजली – मैंने कहा – बेटे, तुझे शायद पता नहीं है. कि तू किस से बातें कर रहा है. पुलिस में कंप्लेंट कर दूंगा. तो सारी आशिकी निकल जायेगी.
अमित – अजी, जहाँ आप भेजेंगी. ख़ुशी – ख़ुशी चले जायेंगे. बस एक बार, जो दिखाया है. उसको भोगने का आनंद दे दो.
मैं उसको कुछ बोलने ही वाली थी, कि मुझे अमित के साथ रजत के हसने की आवाज़ आई और वो बोले –
रजत – डार्लिंग, गुस्सा क्यों हो रही हो? थोड़ा सा मजाक है.
अंजली – रजत, ये तुम हो. गलत बात है. कौन था वो? अपनी बीवी के साथ कोई ऐसे करता है भला.
रजत – अरे यार, अमित था. याद नहीं पार्टी वाली रात…
अंजली – चुप हो जाओ… क्यों मेरी …
रजत – हम दोनों ही है. अच्छा सुनो… आज रात मैं बाहर जा रहा हु २ दिन के लिए. अमित घर पर रहेगा. तुम्हारी देखभाल के लिए. सोसाइटी में कम लोग रह गये है. वैसे भी तुम पर लोगो की बुरी नज़र रहती है.
अंजली – (मैं जोर से हंस पड़ी). जलने की स्मेल यहाँ तक आ रही है. मैं हु ही, इतनी खुबसूरत. कि लोग अपना दिल हार बैठते है.
रजत – ज्यादा ना उडो. वरना मेरा पप्पू नीचे खीच लेगा तुम्हे.
हम सब हंस पड़े… शाम को रजत चले गये और अमित आ गया. मैंने उसको गेस्ट रूम में ठहरा दिया. फ्रेश होकर वो बाहर आ गया और बार काउंटर पर जाकर पीने लगा. मैंने उसके लिए स्नकेस लगा दिए और उसके साथ बैठ कर पीने लगी.
अमित – आप भी रोजाना पीती है?
अंजली – मोस्टली. रजत के साथ तो पीती ही हु. और जब ये नहीं होते है. तो अकेले में अच्छी नीद के लिए पी लेती हु.
अमित – ओके…
उसके बाद.. अमित के मोबाइल पर वहाट्स आप पर कुछ आया और अमित ने देखना शुरू किया.
अमित (मुस्कुरा कर ) – रजत सर ने ही कुछ भेजा है.
अंजली – दिखाओ तो.
अमित ने फ़ोन मुझे दे दिया और जब मैंने क्लिप चालू की, तो मेरे पेरो के नीचे की जमीन निकल गयी. वो मेरी एक क्लिप थी. जो रजत ने सेक्स करते हुए शूट की थी. मैं पूरी नंगी थी और रजत मेरे ऊपर चड़े हुए थे. अमित भी मेरे साथ देख रहा था.
अमित – आप दोनों तो बहुत हॉट है.
अंजली – अभी फ़ोन करती हु रजत को, ये सब क्या है.
अमित मेरे पास आ गया और मेरे बूब्स पर एकदम से अपने हाथो को रख दिया और उसको दबाने लगा.
अमित – सर ने जान बुझ कर मुझे यहाँ भेजा है. वो चाहते है, कि मैं आपको चोदु.
अंजली – (मुस्कुराते हुए ) तो तुम्हारा क्या इरादा है?
अमित (थोड़ा डरते हुए ) – इरादा तो नेक है. अगर आप को एतराज़ ना हो.
अंजली – तुम बिलकुल गधे हो… इतनी सेक्सी लेडी तुम्हारे साथ दारू पी रही है. अकेले है और उसका पति तुमको उसकी नंगी तस्वीरे भेज रहा है. तो अब तुम्हे स्टाम्प पेपर पर लिख कर चाहिए.
मैं बहुत जोर से हंस रही थी. अमित शरम से पानी – पानी हो रहा था. अमित के फ़ोन पर अभी भी क्लिप चल रही थी और उसके लंड ने खड़ा होना शुरू कर दिया. अमित एकदम से उठा और मुझे अपनी गोदी में उठा लिया.
अंजली – क्या कर रहे हो?
अमित – जो आप लोगो ने प्लान किया था. वहीं
अंजली – अच्छा जी…
अमित – और क्या… अब नहीं छोडूंगा…
मैंने अपने हाथ को नीचे करके अमित के खड़े लंड को पकड़ लिया और जोर से दबा दिया. अमित के मुह से जोर से अहहाह्हह्हाहा अहहहहः निकल गयी और उसने अपने मुह को नीचे करके मेरे होठो को अपने होठो में भर लिया और जोर से काट लिया. मेरे मुह सिसिसिसिसिसीसिस करके निकल गयी…
अब अमित पुरे मूड में आ चूका था और उसने मुझे एकदम से बेड पर फेंक दिया और मेरे ऊपर चढ़ गया.
अंजली – अरे… थोड़ा धीरे से.. कहीं भागी थोड़े जा रही हु.
अमित – अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है. ले साली… रंडी… बड़ा मज़ा आता है ना तुझे अलग – अलग लनदो से चुदवाने में… ले अब खा मेरे लंड को.
अमित ने अपना लंड मेरे मुह के अन्दर जबरदस्ती घुस दिया और मेरे बालो को पकड़ कर तेजी से मेरे मुह को चोदने लगा. वो बहुत ही तेजी से मेरे मुह को फक कर रहा था और मेरे मुह से गु घु घु घु घु की आवाज़े निकल रही थी. उसका लंड मेरे गले तक जा रहा था. अब तो मुझसे साँसे भी नहीं ली जा रही. अमित जोर – जोर से अपने लंड को मेरे मुह में अन्दर – बाहर कर रहा था और मेरे बालो को जोर से पकड़ा हुआ था.
फिर मैंने उसको उसका लंड निकालने का इशारा किया और उसने अपने लंड को जब निकाला, तो मेरी जान में जान आई और मैंने खीच कर एक तेजी से चाटा जड़ दिया. वो हक्का बक्का रह गया. लेकिन, फिर वो जोर जबरदस्ती पर आ गया.
उसने मुझे पकड़ा और मेरे कपड़े कपड़े फाड़ दिए और एक ही बार में मुझे नंगा कर दिया और मेरे बूब्स को पकड़ कर जोर से दबाने लगा. मेरे मुह से सिस्कारिया निकलने लगी.
अंजली – सीसीसी सिसिसिस अहहः…. मस्त… और जोर से कर हरामजादे… चोद अपने बॉस की बीवी को… ओवोवोवो वोवोवो … मर गयी…
मैं उसका सिर अपने बूब में दबा रही थी. फिर मैंने हाथ बढाकर कर उसके लंड को पकड़ लिया और उसको खीचने लगी. मुझे लगा, की अगर उसका लंड रजत दे बड़ा नहीं है, तो कुछ कम भी नही है. उसका सुपाडा एकदम नुकीला था. नया तो नहीं था ये चुदाई में. ये तो मुझे समझ आ गया था.
अमित – बहुत कटीली जवानी है रे तेरी…
डायलोग मार रहा था वो.
अंजली – राजा, अब देर मत करो… तुम्हारे लंड के स्पर्श में मेरी चूत को बैचेन कर दिया है. प्लीज डालो ना इसे अब.
अमित – इतनी भी जल्दी क्या है.
अमित ने मुझे बिस्तर पर पटका और अपने सारे कपड़े उतार दिए और पूरा नंगा हो गया. अब हम दोनों ही पुरे नंगे थे. फिर अमित ने मेरी टाँगे खोल दी और मेरी चूत उसकी आँखों के सामने आ गयी. उसने बिना देरी किये हुए अपनी जीभ मेरी चूत पर लगा दी और जेसे ही उसकी जीभ मेरी चूत पर लगी…
अंजली – आआआआआआआ……….. क्या नुकीली जीभ है साले… ऊऊऊओ… बहुत गरम है.
मैं अपने चुतड को हिला रही थी और वो जोर से मेरी चूत को चाट रहा था. बहुत मज़ा आ रहा था. मेरी चूत पूरी की पूरी गीली हो चुकी थी. फिर मैंने अपने चुतड को जोर से हिलाना शुरू कर दिया और वो समझ गया था, कि मैं बहुत ही जल्दी झड़ने वाली हु. तो…
अमित – जान, क्या हुआ…. इतनी जल्दी…
अंजली – भोसड़ी के… इतना अन्दर जीभ डाल कर चाटेगा, तो माल नहीं निकलेगा क्या… वैसे दम बहुत है तेरे में. मज़ा आ गया.
मैंने फिर से एक जोरदार थप्पड़ मार दिया अमित को.
अब अमित ने मुझे उठाया और पलंग के सहारे से खड़ा करके कुतिया बना दिया…
अंजली – क्या कर रहा है?
अमित – कुतिया को कुतिया बना कर चोद रहा हु.
फिर उसने मेरे गांड पर पर जोर – जोर से थप्पड़ मारे और मेरे बट्स को लाल कर दिया. फिर उसने अपने लंड को अपने हाथ में पकड़ा और हिलाते हुए मेरी चूत पर रगड़ने लगा. मेरे मुह से सिस्कारिया निकल रही थी.
अंजली – अहहाह अहहः अहहहः अहहहः… डालो ना मेरे राजा…
अमित – हाँ मेरी जान… अहहाह अहहाह अहहः (अमित जोर – जोर से अपने लंड को रगड़ रहा था. लेकिन अन्दर नहीं घुसा रहा था).
अंजली (थोड़े गुस्से में) – भोसड़ी के डाल ना अब…
अमित ने एक जोरदार धक्का मारा और उसका लंड सीधे मेरी चूत में घुसा और मेरी बच्चेदानी से जाकर टकरा गया.
अंजली – आआआआ आआआआआआ… हरामजादे धीरे से… मारेगा क्या… धीरे से कर…
अमित – क्यों रंडी… बहुत जल्दी थी ना… तुझे लंड लेने की… ले साली… ले रंडी…
बहुत मज़ा आ रहा था और कोई २० मिनट की चुदाई के बाद, उसने अपने धक्के तेज कर दिए… मैं तो पता नहीं अब तक कितनी बार झड चुकी थी और मेरे शरीर में ज्यादा जान भी नहीं बाकी थी.
अमित – मेरा निकलने वाला है. कहाँ निकालू?
अंजली – अन्दर ही डाल दे… कोई प्रॉब्लम नहीं है..
अमित – अहहाह अहहाह अहहः ऊऊऊ ऊऊ निकलने वाला है मेरा अहहहः… ये स्येस एस एस एस …. ले रंडी… मादरचोद…. अहहाह अहहाह…. रजत सर ने मस्त रंडी पाली है हाहाहा अहहाह… (वो जोर से झटके मार रहा था).
कुछ ही सेकंड में, उसने अपना गरम लावा मेरी चूत में उगल दिया और एकदम से अपने लंड को बाहर खीच लिया और मैं जोर से चीख पड़ी…
अंजली – आआआआआआ… हरामी धीरे से….
फिर वो भी मेरे साथ बेड पर गिर गया और १० मिनट बाद वो एकदम से सकपका कर उठ गया. रजत अपने कैमरे के साथ बाहर आ गए और बोले..
रजत – मस्त फिल्म बनी है. अच्छा चोदा तूने अमित…
अमित – ये क्या है सर?
रजत और मैं हंस रहे थे और अमित हम दोनों का मुह देख रहा था. फिर ५ मिनट बाद वो कुछ सहज हुआ और हम लोगो के साथ हँसे लगा. फिर रजत ने कैमरे को टीवी से जोड़ दिया और हमने पूरी चुदाई की फिल्म देखी और एक बार फिर से थ्रीसम किया…
बहुत ही मजेदार रात थी वो… मज़ा आ गया…
आप को कैसा लगा…
बताना जरुर…