मैं दोस्तों आज उस २० साल की लड़की के बारे में बताने जा रहा हूँ सेक्स के बारे में जरा भी जानकारी नहीं थी और इसी चीज़ का फाईदा मैंने उसकी चुदाई करने में इस्तेमाल किया | दोस्तों उसका नाम मैं क्या बताऊं इस्ले आप सभी के लिए उस नादान लड़की के लिए भोली रख देते हैं | दोस्तों हुआ यूँ की हम जिस बिल्डिंग में रह रहे थे वह एक परिवार को बड़ी आपातकालीन स्तिथि में आना पड़ा जिसकी वजह से मेरे परिवार ने उन्हें हमारे घर का एक कमरा कुछ दिनों के लिए रहने के लिए दे दिया था | उनकी एक बेटी थी जिसके चूत चुदाई के बारे में, मैं अब तक आपको किस्सा सुना रहा हूँ |
दोस्तों मैंन जब उससे पहली बार बात की तो समझ गया की ज़्यादातर अकेले ही रहा करती है क्यूंकि वो दिमाक से एकदम नादान और एक दम भोली लग रही थी | उसके माँ बाप दिनभर घर से बहार ही रहते थे जिसकी वजह आजतक मुझे भी नहीं पता | एक रोज जब मैं उससे बता करने लगा तो वो एक बच्चों की तरह मुझसे बतिया रही थी तभी मेरी नज़र उसके मोटे चुचों पर पड़ी और मैं एक पल लिए सटक गया था और मैं अब बात करता हुआ बड़ी नरमी से अपने हाथ को उसकी बांह पर सहला रहा जिससे उसके बदन में गर्मी चढ रही थी ओअर उसने कतई भी आपत्ति ना जताई | मैं आगे बढ़ता चला गया और वासना के नशे में इस कद्र चूर होती जा रही थी उसे यह बता ही नहीं था की क्या गलत है और क्या सही |
मैं सेक्स के परवान चढता हुआ इतना प्यासा हो चला की उसे बेशुमार तरीके से चूमने लगा और जल्द ही उसे अपने सामने लिटा दिया और अपनी जीभ को उसकी चूत से मसलने लगा जिसपर उसने अपनी आख बंद कर सिसकियाँ भर रही थी | अब तक मैंने उसकी चूत के अंदर ऊँगली आगे – पीछे करना चालू कर दिया था और उसकी चुचियों को मस्त में दबाता हुआ अपना लंड भी बहार निकाल लिया | उसकी चूत अंदर से पूरी गीली हो चुकी थी और मैं एक बार में अब उसकी चूत को अपने लंड से फाड़ भी सकता था | मैंने तभी उसकी चूत की फाकों लंड गुसा दिया और वो जोर का चिल्ला पड़ी |
मैंने देखा की उसकी चूत का हायमन फट चूका था और अब वो अपनी २० साल की उम्र में दोस्तों मेरे लंड से कतई भी कुंवारी रह नहीं गयी थी | मैं जल्द ही चूत का सारा खून साफ़ किया और उसकी चुचियों को हलके से दबाने लगा | मैंने दुबारा अपना लंड उसकी चूत अंदर डालने जोरदार धक्कों से फिर चुदाई करने लगा और इस बार उसे कम दर्द हो रहा था और उसकी सिर्फ सिसकियाँ निकल रही थी | मैंने अब न इधर की सोची और उधर की और बस कस कस के उसकी चूत २५ मिनट तक चोदता चला गया और मेरे बहते पसीनों के साथ एक पल में मेरा मुठ भी उसके बदन पर झड पड़ा | क्या माजा था उसकी चूत का . . !! मैं तो लत्ती हो गया उसकी जवानी का उस दिन तक और जब भी मुझे दोपहर को मौका मिलता तो इसी तरह उसकी चूत अपने लंड से सुजाता |