पारिवारिक चुदाई .. भाग १

मेरा नाम रोहित है, मेरी उम्र २५ साल है. मैं अपने बड़े भाई राजेश और बड़ी बहन स्नेहा के साथ रहता हूँ.स्नेहा दीदी की उम्र २८ साल, हाइट ५’७” और फिगर ३८-३०-३८ है. दीदी दिखने में बहुत ही सुन्दर और सेक्सी लगती है. उनकी जवानी का पैमाना है उनकी दो तरबूज के जैसी बड़ी बड़ी चूचियां और उभरी हुई चौड़ी गांड. दीदी को भी अपना गदराया हुआ बदन दिखाने में अच्छा लगताहै. घर पर हमेशा टाइट कुर्ती और सलवार पहनती है, और ब्रा नहीं पहनती है. जिससे उनकी चूचियां और बड़ी लगती है. जब वो चलती है तो उनकी चूचियां हवा में बाउंस करती है. मैं उनकी जवानी का दीवाना हूँ और हमेशा उनकी भारी चुत्तड़ो और चूचियों को ताड़ता रहता हूँ. दीदी को ये बात पता थी. इसलिए वो झुकझुक कर अपनी चूचियों का दर्शन करवाती है. दीदी से मेरी अच्छी पटती है और हमदोनो एक दूसरे पर गंदे कमेंट भी कर देते है.
भैया की शादी फिक्स हो गयी थी, कामिनी नाम की एक लड़की के साथ. कामिनी ३० साल की एक जवान और खूबसूरत लड़की है.
शादी के दिन जब कामिनी भाभी मंडप पर आयी तो मैं देखता रह गया. भाभी गजब की सेक्सी लग रही थी, अपने नाम की ही तरह काम की देवी लग रही थी. उनका फिगर जो ३८-३०-४० आज मुझे पता चला. रेड कलर की साड़ी और स्लीवलेस ब्लाउज में भाभी कयामत लग रही थी. ब्लाउज का गला काफी बड़ा था, जिससे उनका क्लीवेज पूरा दिख रहा था. इतनी बड़ी बड़ी चूचियां ब्लाउज में आ नहीं रही थी, आधी से ज्यादा गोरी चूचियां नंगी दिख रही थी. और साड़ी में कसी हुई उनकी गदरायी गांड. मेरा लंड वही खड़ा हो गया, मैं सोचने लगा भैया की ऐस है और मेरे मुंह से निकल गया

मैं: उफ्फ्फ्फ़.. क्या माल है भाभी, आज भैया के तो मजे है. ऐसा गदराया  हिंदी सेक्सी स्टोरी बदन बिस्तर पर हो तो मजा ही आ जाये

स्नेहा दीदी बगल में खड़ी थी, मैंने देखा नहीं. उन्होंने सब सुन लिया

दीदी: रोहित क्या बोल रहा है
मैं: कुछ नहीं दीदी
दीदी: झूट मत बोल मैंने सब सुन लिया है
मैं: ओह्ह्ह्ह.. मैं बोल रहा था दीदी, भाभी कितनी सुन्दर और सेक्सी है
दीदी: वो तो है, पर तू कुछ गन्दी बातें कर रहा था
मैं: अरे दीदी, भाभी की गदरायी जवानी देख कर ऐसे ही निकल गया था. कसम से दीदी कितनी बड़ी बड़ी चूचियां है भाभी की और उसपर इतनी बड़ी भारी गांड. भैया की तो ऐस है आज
दीदी: हट बदमाश कैसी गन्दी बातें करता हूँ

मैंने दीदी की तरफ देखा, दीदी ने घाघरा चोली पहना हुआ था. चोली बहुत टाइट थी, दीदी की चूचियां बाहर आने के लिए मचल रही थी, उनका क्लीवेज बहुत सेक्सी लग रहा था

मैं: अरे दीदी माल तो काम आप भी नहीं हो, उफ्फ्फ्फ़ सुपर हॉट लग रही हो
दीदी: तू मेरे पर ही सुरु हो गया
मैं: सच दीदी, आपकी ये बड़ी बड़ी चूचियां चोली में फिट नही हो रही है, पूरा माल मुझे दिख रहा है.
मैं: हट कमीना, अपनी दीदी पर ही गन्दी नजर डालता है

फिर दीदी अपना गांड हिलाते हुए चली गयी और मैं अपना लंड मसलता रह गया. शादी के बाद भैया भाभी एक कमरे में चल गए और मैं दीदी के कमरे में था

मैं: दीदी अभी भैया भाभी क्या कर रहे होंगे
दीदी: वही जो हर कपल करते है.. प्यार कर रहे होंगे
मैं: दीदी ठीक से बोलो ना चुदाई कर रहे होंगे
दीदी: रोहित.. तू बहुत गन्दा हो गया है.
मैं: दीदी इसमें शर्माने का क्या है, भैया अभी भाभी को नंगा करके उनकी बड़ी बड़ी चूचियों को दबा रहे होंगे और फिर भाभी की खूब चुदाई करेंगे
दीदी: तू भी ना भाई.. कुछ भी बोलता है.. चल इधर आ और मेरे चोली की डोरी खोल दे

मैं दीदी के पीछे आ गया, पूरा बैक दीदी का नंगा था, मैं अपने हाथ से दीदी की नंगी पीठ को सहला रहा था.
दीदी: रोहित बदमाशी नहीं, डोरी खोल बस
मैं: ठीक है दीदी

मैंने दीदी की चोली की डोरी खोल दी और चोली उतारने लगा ये उम्मीद में की चूचियों के दर्शन हो जायेंगे. पर दीदी ने रोक दिया

दीदी: ये क्या कर रहा है.. छोड़ मैं खुद उतर लूंगी.
मैं: दीदी मैं क्या बोल रहा हूँ, जो उस कमरे में हो रहा है क्या हम भी इसी कमरे में करे
दीदी: क्या बक रहा है.. कुछ होश है तुझे
मैं: हाँ दीदी…वह भैया भाभी को चोद रहे है.. यहाँ मैं आपकी चुदाई करूंगा
दीदी: तू पागल हो गया है.. मैं तेरी दीदी हूँ.. चल भाग यह से

दीदी ने मुझे कमरे से निकल दिया और दरवाजा बंद कर दिया. पर मैं वहा से गया नहीं, और कीहोल से देखने लगा. दीदी कपडा चेंज कर रही थी. दीदी ने अपनी चोली उतर दी, अब उनकी चूचियां पूरी नंगी थी. उफ्फ्फफ्फ्फ़.. कितनी बड़ी बड़ी और कसी हुई चूचियां थी साली की. मैंने अपना लंड निकाला और हिलने लगा… और दीदी के नाम की मूठ मारने लगा

मैं: उफ्फ्फफ्फ्फ़ स्नेहा मेरी जान… इन आमो को मुझे देदो चूसने के लिए….. आआह्ह्हह्ह्ह्ह
फिर दीदी ने घाघरा भी उतर दिया और चड्डी भी. उनकी नंगी भारी गांड मेरी आँखों के सामने था…. दीदी अपनी चूचियों को मसल रही थी शायद मेरी बातें सुन कर गरम हो गयी थी. मैं बहुत तेजी से अपना लंड हिला रहा था..

मैं: ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह … आह्ह्ह्हह… दीदी अपना ये लंड तेरी बूर में घुसा कर ऐसा चोदूँगा ……अह्ह्ह्ह..यह ले मेरी रांड दीदी

मैं बहुत तेजी से मूठ मारने लगा और झड गया. दीदी सो गयी और मैं भी चला गया अपने कमरे में.

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