प्रोफेसर भाभी के संग पढाई

हेलो सब दोस्तों, लड़की, भाभी और आंटियों को सब को मेरी ओर से मेरे ८ इंच के लंड की सलामी. मैं पीतमपुरा से हूं. मेरी उम्र २० साल है और में बीए फाइनल इयर में दिल्ही यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा हूं. मेरी हाईट ६ फुट है और मेरा चेहरा क्यूट है ज्यादा अट्रैक्टिव है. मेरे सारे फ्रेंड मुझे हीरो बोलते हैं, मैं बॉक्सिंग भी करता हूं.

इसीलिए बॉडी बहुत अच्छी बनाई हुई है नेचुरल. अब स्टोरी पर आता हूं, दोस्तों यह मेरी पहली रियल सेक्स लाइफ स्टोरी है. हर किसी की तमन्ना होती है सेक्स करने की मेरी भी थी जब से मुझे समझ आई थी.

हमारे पड़ोस में एक भाभी रहती है, वह एक कॉलेज में प्रोफेसर हैं. उनकी २ साल पहले शादी हो गई है पर अभी तक उनको बच्चा नहीं हुआ है. उनका पति डिफेंस में है और वह ज्यादातर अपनी जॉब की वजह से दूर दूर तक पोस्टिग पर रहता है. भाभी रोज सुबह ८ बजे कॉलेज जाती है और शाम को ५ बजे घर आती है.

वह अकेली घर में बोर हो जाती है तो जहा मैं रहता हूं उस फ्लैट की मालकिन से उनकी जान पहचान है, तो वह भी थोडा टाइम पास करने के लिए आ जाती है. मैं टॉप फ्लोर पर रहता हूं और बिल्डिंग की मालकिन से मेरी अच्छी बनती है, इसलिए मैं खाना उनके पास ही खाता हूं और मे भी फ्री होता हूं तब आंटी के पास चला जाता हूं बातें करने के लिए.

उस आंटी का नाम रश्मी है और भाभी का नाम पारुल है.

वह जब आती तो मैं उनको देखता रहता था, मुझे उनका फिगर अच्छा लगता है जो कि ३४-२८-३६ है, उनके बूब्स एकदम गोल गोल है.

मैंने एक दिन श्वेत आंटी से बताया कि मुझे इकोनॉमिक्स में प्रॉब्लम आती है तो आंटी ने मुझे पारुल भाभी से मिलवाया जो कॉलेज में प्रोफेसर हे इकोनॉमिक्स की. शाम को जब मैं उनके पास पढ़ने जाता तो वह गाउन पहन कर रहती थी.

पढ़ते समय वो बिल्कुल मेरे सामने वाली चेयर पर बैठती थी. जब वह पढ़ाती है तो मेरे सामने थोड़ा जुकती है जिसके कारण मुझे उनके बूब्स दिखते हैं. मैं हमेशा उनके बूब देखता हूं, उन्होंने भी मुझे उनके बूब्स को घूरते हुए नोटिस किया है.

वह कुछ नहीं कहती, शायद वह मुझे दिखाने के लिए ही जान बूझकर झुकती है. कई बार तो वह अंदर ब्रा भी नहीं पहनती हे तब मुझे उनके पूरे बूब दिखते हैं, कई बार तो निप्पल खड़े हुए भी दिख जाते हैं.

एक बार मेरी आंटी रश्मी ३ दिन के लिए आउट ऑफ टाउन गई तो उन्होंने पारुल भाभी को रिक्वेस्ट की ताकि मेरे लिए खाना बना दे तो पारुल भाभी भी मान गई क्योंकि वह अकेले ही रहती है. मैं सुबह उनके घर नाश्ता करके कॉलेज चला जाता.

फिर दोस्तों के साथ घूम के ४ बजे फ्लैट पर वापस आ जाता. भाभी ५ बजे आती थी तब तक मैं फ्रेश होकर अपने बाकी काम खत्म कर लेता और उनके नाम की मुट्ठ मारता. भाभी के आने पर मैं उनके घर जाता था वह फ्रेश होकर हमारे लिए खाना बनाती थी.

फिर हम खाना खा कर पढ़ाई करने के लिए बैठ गए. हमेशा की तरह वह मेरे सामने बैठ गई और पढ़ाते टाइम झुकी हुई थी. में उनके बूब्स देख रहा था, मेरा ध्यान पढ़ाई में नहीं लग रहा था. मन में ख्याल आ रहा था कि आज भाभी को चोद कर ही रहूंगा.

थोड़ी देर के बाद भाभी उठी और किचन में चली गई, मैं उनके पीछे पीछे गया और उन को पीछे से पकड़ लिया. पहले तो उन्होंने विरोध किया, कि यह क्या कर रहे हो? मेने बोला कि भाभी मुझे आप बहुत पसंद हो, मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं. प्लीज मुझे अपना बना लो. दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है । प्रोफेसर

मेने उनको ओर जोर से पकड़ लिया और उनके बूब्स दबाने लग गया, उनके गर्दन पर किस करने लगा. उन्होंने विरोध करना बंद कर दिया. पर उन्होंने बोला कि यह गलत है. तो मैंने उनको बोला कि आप भी तो कितना मुश्किल से रहती हो, अपने हस्बेंड के बिना. तो फिर वो चुप हो गई. फिर मैंने उनको सीधा किया और उनके लिप्स पर किस करने लगा.

वो मुझे अपने से अलग करना चाहती थी पर मैंने उनको जोर से दबोच रखा था, फिर किस करते समय में उनके बूब्स जोर से मसल रहा था वह आहिस्ता आहिस्ता मेरा साथ देने लगी और मुझे किस करने में रिस्पांस देने लगी. फिर मैंने उनको गले, कान पर किस करने लगा.

फिर मैं उनको उनके बेडरूम में ले गया और उनको बेड पर लेटा दिया, मैंने उनकी गाउन उतार दी, वह भी सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी, बहुत सेक्सी लग रही थी. फिर मैं ब्रा के ऊपर से उनके बूब्स दबाने लगा और फिर ब्रा उतार दी. फिर उनके बूब्स को काटने लगा वह सिसकारियां लेने लगी.

मैं उनकी निप्पल को चूसने लगा और दूसरे बूब को हाथ से दबाने लगा, कभी कभी हलका सा दांत से काट भी देता तो वह चिहक उठी, फिर भाभी ने मेरा लंड मेंरे लोवर से बाहर निकाला और मेरा ८ इंच का टाईट लंड को देखकर स्माइल करने लगी और आगे पीछे करना स्टार्ट कर दिया.

उनके बड़े बड़े गोल गोल बूब्स देख कर मैं पागल हो गया और जोर जोर से दबाने लगा, और एक एक कर के फिर से चूसने लगा, उसे बहुत मजा आने लगा वह मोन करने लगी. फिर मैंने उनको ऊपर से नीचे तक किस करते हुए उनकी चूत के पास गया, चूत पूरी गीली हो गई थी, मैंने उनकी पेंटी नीचे सरकाई तो उनकी चूत  देख कर मैं तो पागल हो गया.

में तुरंत उसको चाटने लगा. चाटते चाटते मेने अपनी जुबान उनकी चूत में डाल दिया और आगे पीछे करने लगा, अपनी जुबान को मुझे बहुत मजा आ रहा था. वह भी मस्त होकर आवाज  निकाल रही थी, साथ में एक उंगली उनकी चूत में डाल दी. थोड़ी देर में वह जडने वाली सी हो गई, और बार बार मेरा नाम लेने लगी अपने लिप्स काटने लगी.

अपनी जुबान बाहर निकालने लगी, में उनको उंगली से चोदने लगा, आहिस्ता आहिस्ता मैंने तीन उंगली उनकी चूत में डाल दी. वह मौन करके जड़ गई मेरा पूरा हाथ उनके पानी से भीग गया.

फिर भाभी ने मेरा लोवर और अंडरवियर निकाल कर मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी. मैं तो जन्नत में था. वह मेरा लंड लोलीपोप  की तरह चूस रही थी, १५ मिनट बाद में उनके मुह में ही जड गया. भाभी ने मेरा सारा पानी पी लिया, मेने उन को  सीधा लिटा कर मेरा लंड उनकी चूत पर रगड़ने लगा, वह तड़पने लगी और कहने लगी की प्लीज अंदर डाल दो.

मैंने एक झटका मारा और मेरा आधा लंड उसकी चूत में चला गया, वह चिल्ला उठी कहने लगी बहुत पेन हो रहा है. मैं २ मिनट ऐसे ही रुका और उनके बूब्स चूसने लगा. जब वह शांत हो गई तो मैंने और एक झटका मारा और पूरा ८ इंच का लंड  उन की चूत में डाल दिया, अभी तो पूरा स्वर्ग में थी, २५ मीनीट ऐसे ही चोदता रहा.

इसी बीच मेंने उनको घोड़ी बनाकर भी चोदा और खड़ी करके थोड़ी जुका के पीछे से भी चूत में लंड घुसाया, उसके बाद में उनके चूत में जड़ गया.

फिर भाभी उठी और मेरे लंड को चूसने लगी, ५ मिनट बाद फिर मेरा लंड खड़ा हो गया. फिर मैंने उनको कोच पर बैठाया और एक पैर मेरे कंधे पर रखा के लंड उनकी चूत पर लगाकर झटका मारा, लंड फिसल गया, फिर मैंने अपनी दो उंगली से उनके मुह से थूक लिया लंड पर लगाया और फिर प्यार से धीरे धीरे चूत में मेरा पूरा लंड  समा गया, मैं धीरे धीरे फिर से झटके लगाने लगा. दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है ।

उनके बूब्स को दबाने लगा, वो आवाजे निकाल रही थी, बहुत गरम हो रही थी. वह बोल रही थी कम ओ कम ओन फक मी हार्ड बेबी फक मी प्लीज़ बहुत मजा आ रहा था दोनों को. ३० मिनट चोदने के बाद में जड़ने वाला था तो भाभी ने मेरा लंड मुंह में लेकर चूसने लगी, मैं भाभी के मुंह में झड़ गया.

ऐसे ही हमने रात भर चुदाई कि, ३ दिन में हमने कई बार चुदाई की अलग अलग तरीके से. और मैं उनकी चूत भी खूब चाटता था, मुझे बहुत टेस्टी लगती थी. अब जब हमें मौका मिलता है तब हम जमकर चुदाई करते हैं.

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