पड़ोसी ने चमेली की चूत चोदी

हाय दोस्तों मेरा नाम चमेली हे और में गुजरात के एक छोटे से गाऊ की रहने वाली हूँ. मेरे घर में मेरे पति और में हम दो ही हे हमें कोई संतान नहीं हे मेरे पति का मानना हे की कमी मुजमें हे इस लिए उन्होंने शादी के ९ साल तक मेरा साथ दिया और अब मेरे साथ वो सिर्फ नामके रहते हे. उन्होंने दिल के रिश्ते तोड़ दिए हे सिर्फ वो मेरे साथ अपनी माँ की खातिर ही रहते हे. क्युकी मेरी सास मेरी सगी बुआ हे.

मेरे पति दूसरी शादी करना चाहते हे लेकिन मेरी सास ने उन्हें रोके रख्खा हे.जब मेरे पति ने उनके आगे दूसरी शादी की बात रक्ख्खी तब वो बोली मेरे मरने के बाद करना तुजे जो करना हे. दोस्तों मरि सेक्स कहानी यहाँ से सुरु हुई हे मेरे पति कभी कभी नशे में हो तब मुजसे सेक्स करते हे बाकी तो वो मुझसे दूर दूर ही रहते हे.

दोस्तों, में ठहरी सेक्सी वुमन मुझे सेक्स हर दिन चाहिए और वो मुझसे मेरे पति से नहीं मिल रहा था. अब में हर दिन सोच में रहने लगी थी जब मन करता तो में अपने पति का खयाल दिलमे उभार कर हर रात को उनके नाम की चूत में ऊँगली करती और मेरी चूत को ऊँगली से चोदती थी.

मजा तो आता था लेकिन वो काम टेम्पररी था. में उंगलियों से रात भर चेन की नींद सो सकू लेकिन सुभ होते ही मेरा सरीर एक मर्द की खुसबू मांगता था जो मुझे अभी तक नहीं मिली थी. अब तो मेरी निगाहें हर तरफ भूखी भूखी फिरा  करती थी.

एक दिन मेरी नजरो ने अपना कमाल कर दिखाया. मेरे पडोश में रहता पवन मेरी भूखी नजरो का शिकार हो गया. जब जब में उसे देखती थी वो भी मुझे चोरी चोरी देखता था और वो भी वासना भरी नजरो से देख रहा था. मेने सोचा में उसे बुलाने के लिए पहेल कर ही दू लेकिन दोस्तों में कुछ उसे बोली उससे पहले वो खुद ही आ गया मेरे पास और आके मुझसे मेरा हाल चाल पूछने लगा.

मेने भी उससे एसे बात की जेसे हमारी कितनी घहरी दोस्ती हो. वो मेरी ये बेफिक्री अदा से घायल हो गया. अब तो हम दोनों की दोस्ती हो गयी और हम दोनों की हर रोज बात होने लगी. अब धीरे धीरे मुझे उसकी आदत होती गयी जहा तक में उससे बात नहीं करती मेरा किसी काममे मन नहीं लगता था बस में हर वक्त उसी के खयालो में रहती थी.

फिर तो मेरा मन मुझे अकेले रहने से में दर्द देने लगा. अब में ज्यादा से ज्यादा समय उसके साथ गुजारना चाहती थी.और मुझे एसा टाइम मिल भी गया. मेरा पति बहुत कम घर आता था. तो में उसे अपने पास बुला लेती थी. अब हम दोनों धीरे धीरे हद से गुजरने लगे.

अब तो हद पूरी तरह से हम पार  कर चुके थे. वो मेरे बूब्स तक पहोंच गया था और मेरा कमीज उपरसे निकाल कर मुझे नंगी बना कर वो हर रोज मेरे बूब्स को चूमता था चूसता था. फिर एक दिन हुआ एसा की वो मेरे बूब्स के साथ साथ मेरी  झांगो को भी चूमता था और बाईट करता था बहुत गुद गुदी हो रही थी.

फिर भी अच्छा तो लग रहा था तो मेने उसे एसा करने ही दिया और वो करता रहा. उसी दिन तो सिर्फ इतने तक ही हुआ लेकिन ये सेक्स की भूख ने हमें रात भर सोने नहीं दिया. वो सुबह होते ही मेरे पास आया और हमने मिलकर चुदाई का टाइम फिक्स किया वो दोपहर को दो बजे जो हमने फिक्स किया था उसी समय पर आ टपका.

जब वो मेरे घर आया तब में नाहा धोकर बेठी थी उसी की राह देख रही थी आज मेने अपनी चूत क्लीन की थी वो घर में आने के साथ ही नंगा हो गया और बोला की में भी अपने सारे कपड़े निकाल दू लेकिन मेने उसे कहा की वेसे तो मेने कुछ भी नहीं पहना देख ले जरा झुक कर मेरी चूत को.

और एसा कहते कहते ही मेने अपनी एक टांग उची करके घाघरे के पार दिखाया तो वो बोला हां……..तू तो पूरी तैयारी के साथ बेठी हे ना. ऊपर भी नंगी हे….उसने पूछा मेने हां में गर्दन हिलाया तो वो मेरे पास आके मेने जो टॉवेल लपेटा था उसे उसने निकाल फेका तो वो देखता ही रह गया में पूरी तरह से ऊपर तो नंगी थी मेरे बड़े बड़े बूब्स गुलाबी गुलाबी निपल उसके मुह में पानी ले आये.

इतने में तो मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया था में चुदाई के लिए एक दम तैयार थी.वो भी अपने लंड को हिला हिला कर मजे ले रहा था अब वो झुका मेरे बूब्स पर और मेरे बूब्स दबाने लगा थोड़ी देर बाद उसने मुझे बेड पर लिटाया और मेरी चूत को अपने हाथो से फाड़ के एक हाथ अन्दर घुसा दिया.

वो हाथ से मुझे चोद रहा था. में आँखे बंद करके मजे ले रही थी २० मिनट के बाद वो उठा और उसने अपना लंड मेरी चूत के अन्दर घुसा दिया वो मेरी चूत में अपने लंड को अन्दर बहार करने लगा झोर झोर से धक्के लगाने लगा. ३० मिनट तक उसने मुझे चोदा और फिर उसने चोदने की स्पीड बढ़ा दी और मेरे हाथो को कास के पकड़ लिया. फिर ५ ही मिनट के अन्दर अन्दर वो मेरी चूत में ही झड गया. अब जब भी मन करता हे रात में दिन में हम दोनों चुदाई का मजा लूट ही लेते हे.

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