बस में मिली भाभी ने घर बुला कर चूत में लंड लिया

हेलो दोस्तो, मैं रंजन, मैं ओडिशा से हूँ लेकिन अभी मैं बंगलोर में रह रहा हूँ. यह मेरी पहली स्टोरी है, अगर कोई गलती हो, तो माफ़ कर देना.

यह कहानी मेरी और रीना की है. जब मैंने उसको पहली बार चोदा था.
मैं दिखने में मस्त हाइट, इंडियन फेयर, थोड़ा भरे हुए बदन का हूँ.

मैं उन दिनों ओडिशा में बीटेक कर रहा था. वीकेंड में हॉस्टल से घर जा रहा था, बस में बहुत भीड़ थी. कंडक्टर को बोल कर एक सीट अरेंज की, उसने एक सीट दी एक औरत के पास. उसका 10 साल का बच्चा था और वो उसको गोदी में पकड़े हुए थी. मैंने थोड़ी देर में, बच्चे को चोकॉलेट दिया और उसकी माँ मुझ से पूछने लगी- आप कहाँ जायेंगे?
मैं बोला- लास्ट स्टॉप.
उसने बताया कि वो भी मेरे घर के 1 किमी पास ही जाएगी.

फिर हम बातें करने लगे और उसका बच्चा मेरी ही गोद में सो गया.

सफ़र दो घंटे का था. फिर मैंने उसका नाम पूछा. उसने अपना नाम रीना बताया.
मैं- बहुत अच्छा नाम है. कहाँ गई थी आप?
‘डेंटिस्ट के पास, बेटे को लेकर.’

फिर उसने मेरे बारे में पूछा तो मैंने बताया- बी टेक में पढ़ रहा हूँ, घर जा रहा हूँ आज!
रीना- आज कल इंजिनियरिंग में पढ़ने वाले लड़के बहुत बदमाश होते हैं. डेली न्यूज़ में आता है. कोई ना कोई काण्ड करते रहते हैं. मोबाइल देख कर सब सीख गए.
मैंने एक नॉटी सी स्माइल पास कर दी. मैं थोड़ा नॉटी होकर बोला- आपको कैसे पता कि लड़के मोबाइल देखते हैं. क्यों आप भी देखती हो क्या?
वो नॉटी होकर बोली- हाँ, मैं भी कभी कभी मन करता है तो देख लेती हूँ.

फिर मेरा लंड खड़ा होने लगा- क्यों, भैया नहीं करते है क्या?
रीना- वो सूरत में रहते है और 6 महीने में एक बार आते है. फिर ये मोबाइल में ही देखती हूँ.
यह बोलकर उसने अपने बच्चे को मेरी गोदी से अपनी गोदी में ले लिया और सो गई.

बस में भीड़ थी और हम लास्ट सीट पर थे, मेरा लंड पूरा खड़ा हुआ था, बस भी हिल रही थी. मैं उसका फायदा उठा कर उसके हाथ को सहलाने लगा.
मस्त माल थी यारो… एकदम भरी हुई जवानी, 30 साल के आसपास होगी. साइज़ 35-32-36. फिर मैं हिम्मत करके साइड से उसकी ब्लाउज को टच करने लगा.
वो कुछ नहीं बोली.

मैं फिर उसके निप्पल को ब्लाउज के ऊपर से ही सहलाने लगा. थोड़ी देर बाद मुझे लगा, कि सब कुछ करने देगी तो मैं उसके बूब्स को दबाने लगा. उसने झट से मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे देखने लगी.
मेरी फटने लगी, मैं बोला- सॉरी!
वो बोली- जैसे ही मैं सो गई, तुम शुरू हो गये?
मैं बोला- भाभी जी प्लीज, अब नहीं होगा.
यह कह कर मैं सीट से उठा तो वो मेरा हाथ पकड़ कर बोली- बैठो आराम से!

फिर दो मिनट के बाद फिर से बोली- क्यों डर गये? मैं तो मजाक कर रही थी और मुझे एक नॉटी सी स्माइल दे दी.
फिर अपना पैर मेरे पैर पर रख दिया.

मैं उसके बूब्स को दबाने लगा.
रीना- अहः अहः अहः ऊऊओ ह्म्म्म… कितना अच्छा दबाते हो. और दबाओ… जोर से दबाओ… प्लीज हाहाह अहः अहः अहः… रंजन.. ये सब कहाँ से सीखे. ऊऊओ ऊफोफ्फ्फ्फ़… उईई माँ… और दबाओ ना!

उसने मेरे लंड को पकड़ लिया और ब्लाउज के नीचे के दो बटन खोल दी और मैं उसको जम कर दबाने लगा. वो मेरी पेंट के अन्दर हाथ डालकर लंड को हिलाने लगी.
रीना- मस्त लंड है तेरा. किसको कभी चोदा है?
मैं- नहीं!
रीना- मुझे चोदेगा?
मैं- लेकिन कैसे?
रीना- मेरे घर आकर एक रात मुझे जम कर चोदना.

फिर उसने हिला-हिला कर मेरा पानी निकाल दिया और उसको हाथ में लेकर चाट गई. तुम्हारा तो हो गया. लेकिन मैं प्यासी ही रह गई.

हम मिलने का प्लान बनाने लगे. नंबर एक्सचेंज किये और मैंने उसके साथ घर पहुँच कर रात भर फ़ोन सेक्स किया और अगले दिन 11 बजे मिलने का प्लान बनाया.
मैं उसके घर मैं गया बाइक लेकर… उसके घर में कोई नहीं था, उसका बेटा स्कूल गया था.

वो मुझे सीधे ही उसके बेडरूम में ले गई और मेरा लंड निकाल कर लंड चूसने लगी. फिर उसने मुझे जोर से हग किया और उसने मेरे परफ्यूम की तारीफ की.
मैं बोला- वाइल्ड स्टोन… इट्स हैपन.
उसने उसकी नाइटी फट से निकाली और नंगी हो गई, मुझे भी नंगा कर दिया, पागल जैसे चूसने लगी.

10 मिनट के बाद मेरा उसके मुख में निकल गया, मेरा पहली बार था लेकिन मुझे भी पता था. मैं उसको बेड में लेटा कर उसकी चूची चूसने लगा.
क्या माल थी वो यारो… परफेक्ट साइज़ बूब्स थे और टाइट भी.
रीना- मेरी चूत चाटो ना यारो!

मैंने उसकी चूत को देखा, एकदम क्लीन शेव थी चिकनी चूत… लेकिन मैंने चाटने से मना कर दिया.
फिर वो बोली- मैंने साफ़ करेक रखी है, तुम चाटो ना.
फिर मैंने उसकी चूत को हनी डालकर चाटा.

‘अहहाह अहः अहः वो… उम्म्ह… अहह… हय… याह… ऊईई माँआआ ऊह्ह्ह्हो होहोह हाहाहा…’ वो पूरा मज़ा ले रही थी.

रीना- अहहाह अहः उफ्फ्फ्फ़… क्या चूसते हो तुम.. ऐसे तो सिर्फ ब्लू फिल्म में ही दिखाते हैं, उईइ म्मम्मम अममामा उईईई माँआआअ.. मेरी जान.. खा जाओ मेरी चूत को… मैं तो पूरी पागल हो जाउंगी.. अब चोद भी दो मुझे… पेलो मुझे… पूरा रूम उसकी आवाज़ से गूंज रहा था. अब मैं अपने लंड को उसकी चूत में घिसने लगा. क्या गर्म चूत थी उसकी… वो सिर्फ आँखें बंद करके मज़ा ले रही थी.
फिर मैंने अचानक से उसकी चूत में अपनी चूत में लंड पेल दिया और वो चिल्लाने लगी- अहहाह अहः माँ.. उईई माँ ऊहोहोह हूहोह्हो… चोद दिया रे… मैं तो मर गई… कितना अन्दर डाल दिया. अहहाह अहः आहाहाह…

मेरा लंड अन्दर उसकी बच्चेदानी को छू रहा था, वो मजे लेकर चुदवा रही थी- अब तक कहाँ था मेरे राजा… चोद मुझे… और जोर से चोद.. पूरा पेल डाल. अहः अहहाह अहः ऊफोफोफ़ फोफोफो.. फाड़ दे मेरी चूत को आज!
मैं- साली रांड… इतना चोदूँगा कि याद रखेगी… ले साली.. ले मेरा लंड!
मैं उसको पेलता रहा और हाथ से चूत को रगड़ता रहा. दस मिनट के बाद उसका पानी छुट गया. फिर भी मैं उसको चोदता रहा.

5 मिनट के बाद, मेरा भी छुटने वाला था, मैंने कहा- मेरा निकल जाएगा.
रीना- अन्दर ही निकाल दो.

फिर मैंने उसकी चूत को भर दिया और मैं बेड पर लेटा रहा और उस दिन मैंने उसको दो बार और चोदा और बाद में उसने बताया कि उसके पति यहीं रहते है और एल आई सी एजेंट है. वो मुझ से चुदवाने के लिए झूठ बोली थी.
मुझे 2000 रूपये भी दिए उसने!

और मैं जब हॉस्टल से घर आता था तो उसको चोदता था और जब पैसे की जरूरत पड़ती थी तो वो मुझे दे देती थी.
लगभग आठ महीने तक मैंने उसको चोदा और फिर मेरा बीटेक खत्म हो गया और मैं जॉब ढूंढने के लिए बंगलोर आ गया.

मैं अभी भी उसको याद करके मुठ मारता हूँ. आज तक मुझे उसके जैसी कोई नहीं मिली.
तो दोस्तो, यह थी मेरी चूत में लंड की सच्ची स्टोरी.. अपने कमेंट से बताना कि आप को कैसी लगी.

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