हेल्लो दोस्तों मेरा नाम धनंजय हैं और मैं चंडीगढ़ में रहता हूँ. और आजकल दिल्ली में रहकर एक्साम्स की तयारी कर रहा हूँ. मैं 3 4 साल से इस साइट के उपर चुदाई की कहानियां पढ़ रहा हूँ. और आज मैंने अपने खुद की लाइफ अनुभव शेयर करने की सोची. ये तब हुआ जब मैं कुछ दिनों के लिए अपने घर आया.
तभी हमारे पड़ोस में एक भाभी रहने के ली आई. वो अपने हसबंड और 2 बच्चो के साथ आई थी. उसका नाम गीता था और उम्र करीब 32 साल की थी. दिखने में वो एकदम जरीन खान के जैसी लगती थी. उसे डेक के कोई भी उसके प्यार में पड़ जाए! भाभी का फिगर 34 30 36 का था. और उसकी बॉडी एकदम कर्वी थी. उसके बड़े बूब्स तर्बुच के जैसे थे और दूध से भरे हुए भी. कोई भी उन बूब्स को देख के उन्हें चुसना चाहेगा.
मैं तो पहली बार देखते ही उनके ऊपर लट्टू हो गया. लेकिन ज्यादा बात नहीं हो पाई. मैं उसी दिन रात को दो बार मुठ मार के सो गया. मैं सोच रहा था की किसी तरह से भाभी को पटा लूँ. एक दिन हमारे घर में फंक्शन था. मेरी मोम ने गीता भाभी को फेमली के साथ बुलाया था. उनके हसबंड का गारमेंट्स का काम हैं तो वो नहीं आ पाए. और भाभी फंक्शन से पहले ही आ गई. इन फेक्ट मम्मी ने ही उन्हें हेल्प के लिए फंक्शन से पहले बुलाया था.
भाभी ने इस दिन एक ब्लू साडी पहनी हुई थी. जैसे ही वो अन्दर आई तो मैंने उन्हें विश किया. मेरे तो मुहं में पानी ही आ गया था उनके मस्त जिस्म को देख कर. मन तो किया की वही पर पकड़ लूँ और अपना सारा उसमे लोड कर दूँ. फिर जैसे तैसे खुद को कंट्रोल किया और घर के काम में लग गया. भाभी भी किचन में जा कर मेरी माँ की हेल्प करने लगी. फिर मैं भी मौका देख के किचन में पहुँच गया. और मैं भाभी की हेल्प करने लगा. तभी हमारी थोड़ी बातचीत शरु हो गई.
थोड़ी देर बाद माँ ने मुझे बाजार से कुछ सामान लाने को कहा. लेकिन सामान ज्यादा होने की वजह से मैं अकेला अपने बाइक पर नहीं ला सकता था. तभी मोम ने भाभी से बोला मेरे साथ जाने को. और भाभी भी झट से हाँ बोल के रेडी हो गई. फिर हम बाजार गए और काफी बातें की. और मैंने ब्रेक्स का सहारा लेते हुए काफी बार उनके नर्म नर्म बूब्स को महसूस कर लिया था. जिस वजह से मेरी तड़प और भी बढ़ गई. वो भी मजाक में मुझे डांट रही थी. फिर फंक्शन ख़त्म होने के बाद मैं अपने रूम में जा के व्हाट्सएप्प चेक करने लगा.
और तभी भाभी मेरे लिए चाय ले कर आई. हम लोग चाय पीते हुए इधर उधर की बातें करने लगे. मैं भी बार बार भाभी के बूब्स की तरफ देख रहा था. और भाभी ने इस बार को नोटिस कर लिया. और मैं भी यही चाहता था की मेरे इरादे भाभी को पता चले. फिर उन्होंने गुस्से से कहा की कभी कोई लड़की नहीं देखी हैं क्या!!! मैंने मजाक में कह दिया की बहुत देखी हैं पर कभी इतना अट्रेक्ट नहीं हुआ किसी की तरफ. तभी वो गुस्से में आकर वहां से चली गई. मेरा तो सारा मूड ही ऑफ हो गया भाभी के जाने से.
फिर उसी रात मेरे व्हाट्सएप्प में एक हाई का मेसेज आया एक अननॉन नम्बर से. और हम बात करने लगे. वो एक्चुअली गीता भाभी ही थी. और उन्होंने मुझे सोरी बोला. मैंने भी थोडा अटीट्यूड दिखाया और ज्यादा चेट नहीं की और गुड नाइट बोल कर सो गया.
अगली सुबह फिर से गुड मोर्निंग का एक मेसेज आया टेडी वाला. पर मैंने रिप्लाय नहीं किया. फिर दिन में वो मेरे घर पे आई और मेरे रूम में आई. मेरे सामने खड़ी हो गई वो, उन्होंने उस वक्त एक लेमन कलर का स्यूट पहना हुआ था बिना किसी दुपट्टे के. मैं तो देखते ही पागल हो गया. फिर उन्होंने पूछा की तुम मुझसे बार क्यूँ नहीं कर रहे?
मैंने गीता भाभी को साफ़ साफ़ बता दिया की मैं आप को पसंद करता हूँ. फिर इस मच्योर भाभी ने थोडा सोचा और बोली, पसंद तो मैं भी करती हूँ पर और कुछ पोसिबल नहीं हैं. बीएस उनके ये कहते ही मैंने अपने लिप्स को उनके गुलाबी लिप्स पर रख दिए. लकीली उस वक्त मेरे घर में मैं अकले ही था. पहले उन्होंने काफी रेसिस्ट करने की कोशिश की. लेकिन मैंने उन्हें छूटने नहीं दिया और किस करते हुए भाभी के बूब्स भी दबाने लगा. फिर वो भी नोर्मल हो गई और मेरा साथ देने लगी. 15 मिनिट की किस के बाद मैं तो सातवें आसमान के ऊपर जा चूका था जैसे.
मैंने गीता भाभी को उठाया और बेड पर लिटा दिया. और अब मैं उसके बूब्स को सहलाने लगा. तभी उन्होंने अपने एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ और उसे पेंट के ऊपर से ही सहलाने लगी. फिर मैंने उनके सारे कपडे उतार दिए और चूत में अपनी जबान को डाल दी. शायद उन्होंने ऐसा अनुभव पहले कभी नहीं लिया था और वो एकदम मस्त हो गई थी. और उसके मुहं से बड़ी कामुक आवाजें निकल रही थी. भाभी बोली, अह्ह्ह्ह आई लव यु, अह्ह्ह्ह अंदर करो और अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्ह. भाभी के मुहं से कामुक सिस्कारियां सुन के मैं और भी होर्नी हो गया था.
तभी उन्होंने बोला की अब और मत तडपाओ और फाड़ दो मेरी बुर को बहुत दिनों से प्यासी हे तेरे लंड के लिए. ये सुनकर मैं थोडा परेशान हुआ और फिर मजे से लगा रहा. फिर उन्होंने अपने हाथ से मेरे लंड को बुर के दरवाजे पर रखा. मैंने एक जोर से झटका दिया और मेरा 6 में से 3 इंच जितना लंड भाभी की चूत मर घुस गया. उनको काफी पेन हो रहा था. फिर धीरे धीरे मैंने अपना पूरा 6 इंच का लोहे जैसा लंड अन्दर डाल दिया. और भाभी को मजे से चोदने लगा.
अब वो काफी मजे में थी और मुझे लिप किस कर रही थी. और बिच बिच में मैं उनके बूब्स भी काट तह था. हम दोनों मस्ती के सातवें आसमान पर थे. पूरा रूम हमारी कामुक आवाजों से भर गया था. 15 मिनिट की चुदाई के बाद वो थक गई और मुझे निचे लिटा के ये मच्योर भाभी मेरे लंड के ऊपर सवार हो गई. थोड़ी देर चुदाई के बाद मैं अपनी चरम सीमा पर था. तभी उन्होंने कहा की उनका पानी निकल गया. मैंने पूछा तो भाभी ने कहा अपना पानी मेरी बुर में ही छोडो.
तभी 5 6 झटको के बाद मैंने अपना पूरा माल उनमे भर दिया और इस बिच वो भी दो बार झड़ गई थी. मैं 15 मिनिट और उनकी बाहों में लेटा रहा. और फिर उन्होंने अपने कपडे पहने और मुझे किस कर के चली गई दुबारा अपनी बुर देने का वादा कर के.
मैं अब तक इस मच्योर भाभी को काफी बार चोद चूका हु. और जब भी हम दोनों को मौका मिलता हैं तब हम सेक्स कर लेते हैं.