माँ और दीदी की छुपी हुई सच्चाई

मेरा नाम रवी हे. मे रांची का रहाणेवाला हु, मेरे पापा defence मे job करते हे. मेरे family मे total पाच लोग हे यानेके मे, मेरे दो बडी बहने और मेरे mummy पापा. मेरा real experience आप लोगोसे share करने से पहले में आपको मेरी family के बारे मे कुछ बाते बताना चाहुगा.

मेरी बड़ी बहन सीता दीदी की उमर अभी 19 साल और गीता दीदी की उमर अभी 18 साल हो चुकी हे. मेरे mummy की उमर अभी 39 साल हे और पापा की 41 साल हे. मेरा, मेरी mummy का और मेरे बहनों का skin color गोरा हे, मेरे पापा का skin color थोडा सावला हे. मेरे mummy और बहनों के figure के बारे मे में नहीं बता सकता क्यूँ की मुझे खुदकोभी नहीं पता के उनकी figure का size क्या हे.

मेरे mummy पापा ने love marriage की थी. Intercast marriage होने के कारन मेरे दादाजी ने पापा को घर से निकल दिया और नानाजी ने mummy से रिश्ता तोड़ दिया. मेरे दादाजी का polytical background हे. उन्होंने ये शादी रोखने की बहुत कोशिश की पर नहीं रोख पाए. दादाजी ने परिवार वालोसे साफ कह दिया के जो भी मेरे पापा के साथ रिश्ता रखेगा या उनसे मिलने की कोशिश करेगा उससे दादाजी रिश्ता तोड़ देंगे. बहुत साल पहले जब सीता दीदी का जनम हुवा था तब पापा की बड़ी बहन (कमला बुआ) पापा से मिलने आईथी. जब ये बात दादाजी को पता चली उन्होंने कमला बुवा से बात करना छोड़ दिया. हमारे कोई भी रिश्तेदार हमसे मिलने नहीं आते, इसलिए हम पाच लोग एक दुसरे के बहुत करीब हे. हम एक दुसरे से बहुत प्यार, आदर करते और खयाल रखते हे.

में घरमें सबसे छोटा हु, इसलिए सभी मुझसे बहुत प्यार करते हे. मेरे पापा की job कुछ ऐसी हे की उनका हर एक दो साल में transfer हो जाता हे. मेरे पापा की transfer जहा होती वहा हमें पापा के साथ जाना पड़ता. में और मेरी बहने defance school में पड़ते हे. मुझे बचपनसे skin decease का problem रहा हे , जब मुझे बहुत पसीना आता हे और जब वो सुख जाता हे तब मेरे skin पर rashes पड़ते हे और मुझे बहुत खुजली भी होती हे. Doctor ने मेरे mummy से कहा हे की मुझे रोज़ तीन बार नहाना पड़ेगा और skin पर जहा जहा rashes और खुजली होती हे वहा पर creame लगनी पड़ेगी. मेरी mummy मुझे रोज़ तीन बार नहलाती थी और बाद में creame भी लगाती थी. जब mummy घर कमोमे बहुत busy रहती हे तब मेरी बहन सीता दीदी और कभी कभी गीता दीदी मुझे नहलाती हे और creame लगाया करती हे. बचपनमें में जब घर पर होता था तब मेरी mummy मुझे कपडे नहीं पहनती थी क्यूँ की पसीने से शायद मुझे infection होजाए इससे वो डरती थी. मुझे अब घरमे नंगा घुमने की आदत पड़ चुकी हे और घरवालो को मुझे नंगा देखने की आदत पड़ चुकी थी.

हमारा घर 1BHK का हे. मेरे mummy पापा एक कमरे में सोते हे और हम भाई बहनों को दुसरे कमरे में सोना पड़ता. बचपनमे में जब जल्दी सोजाता था तब mummy मुझे बहनों वाले कमरेमे सुलाती थी पर जब में देरसे सोता था तब में mummy पापा के पास सोता था. मेरे mummy पापा सोते समय पुरे कपडे उतर कर सोते हे, मुझे लगता था mummy ने मुझे दूध पिलाने के लिए कपडे उतर दिये ये सोच कर में mummy का boobs मुहमे लेकर चूसते चूसते सोजाता और पापा mummy के पिचले side (back side) से mummy को चोदते चोदते नंगे सोजाते. जब mummy मुझे सुबह नहलाती थी तब वो भी आपने पुरे कपडे उतर कर नहाती थी, तब में mummy से उनका boobs चुसके दूध पिने के लिए जिध करता था तब mummy मुझे कहती थी अभी नहीं बेटा रात को पिलेना. एक दिन नहाते समय मेने mummy से पूछ लिया के उनके बगलमे और चूत पर इतने बाल क्यूँ हे ? तब mummy ने मुझे कहा की यहा पे जंगली जानवरो के रहने की गुफा (चूत) हे. तब में जंगली जानवरो से बहुत डरता था. ये कह कर mummy मुझे कहती थी के क्या तुमे जंगली जानवरो को देखना हे ? तब में डर जाता था और आखे बंद करके चुप चाप नाहा लेता था. जब भी में कोई जिध करता था या खाना नहीं खाता था तब mummy मुझे जंगली जानवरो का डर दिखाया करती थी. मेने बचपन से लेकर अभी तक कभी भी underware नहीं पहनी हे. में रात को बिस्तर पर susu किया करता था, इसलिए mummy मुझे सोने से पहले susu करवाती थी अगर में बिना susu करके सोगया तो मे रात को बिस्तर में susu करता था. तब mummy मुझे निंद से जगाती थी और मेरी नुन्नी पकड़कर मुझे susu करवाती थी.

मेरे पापा बहुत sex addactive हे. वो दिनमें कमसे कम एक बार mummy को चोदे बिना नहीं रह सकते थे. मेरे पापा की बुरी आदत कहो या आछी आदत कहो, मेरे पापा mummy को बंद कमरेमे चोदना पसंद नहीं करते थे. पापा mummy को दुसरो के सामने चोदना पसंद करते हे. पर बहरवालो के सामने mummy को चोदना आसान नहीं था, इससे परिवार की इज़त चले जाती. तो जब हम भाई बहन छोटे थे तब पापा mummy को हमारे सामने चोदते. पापा हमेशा light चालू रखके दरवाज़ा खुला छोडके mummy को चोदा करते हे. हमने mummy पापा को बहुत बार sex करते हमे देता हे. जब हम sofe पर बैठकर TV पर cartoon देखते तब पापा mummy को sofe के पीछे चोदते थे. हम तीनो भाई बहन खाना खाने dining टेबल के ऊपर बैठते थे तब mummy पापा के गोद में बेठकर हमें खाना खिलाती थी. पापा ने mummy को चोदने के चकर में घरकी एक भी जगा नहीं छोड़ी थी, वो mummy को kitchen में, bathroom में, कभी कभी जब हम घरमे खेलते तो हमारे सामने, हमारे कमरेमें, हमारे bed के उपर चोदते थे. sunday के दिन पापा को छुटी रहती थी और मेरी बहने सुबह से लेकर शाम तक mummy के friend की यहाँ dance क्लास के लिए जाती थी. जब मेरी बहने घरसे बाहर निकले तबसे वो वापस आने तक mummy पापा घरमे पुरे कपडे उतर कर नंगे घूमते. sunday के दिन पापा mummy को तीन चार बार मेरे सामने ही चोदते थे. जब में उनसे पूछता था की वो क्या कर रहे हे तो मेरी mummy कहती के मेरे गुफा (चूत) में जंगली जानवर शोर कर रहे हे तो पापा उन्हें चुप करा रहे हे. जंगली जानवरो का नाम सुनके में चुप हो जाता और उनकी तरफ द्यान नहीं देता था.

सीता दीदी अब बड़ी हो रही थी, उसे mummy पापा क्या करते हे वो समजमें आने लगा था पर वो जानबुचकर ना समाज आने का नाटक करती थी. सीता दीदी और गीता दीदी हमेश sleeveless frock और nikker पहनती थी. सीता दीदी के boobs अभी थोड़े बड रहे थे और उनकी चूत कभी कभी गिली हो जाती थी. जब में बहनों के साथ उनके कमरे में सोता तब सीता दीदी मुझे बिलगकर सोजाती. में जब उनसे पूछता था तो वो कहती थी के तुम रात में डर जाते हो तो mummy ने कहा हे तुमसे बिलगकर सोनेको. वो मेरे पुरे नंगे बदन पर उनका हात फिराती थी, मेरे छाती पर, मेरे पीठ पर, तो कभी मेरे गांड पर और तो कभी कभी मेरे लंड पर भी वो उनका हात फिराती थी. जब में उनसे पूछता तो वो कहती थी के में देख रहि हु के तुम्हारे skin पर कही rashes और कही पर खुजली तो नहीं हो रही हे. तब मुझे लगता था के सीता दीदी मेरा कितना खयाल रखती हे. सीता दीदी मुझसे बहुत प्यार करती थी, वो मुझे chocolate, cake , ice-creame खाने के लिए लाती थी, तो में उनका बहुत आदर करता था, वो मेरे साथ जोभी करे में उनको ना नहीं बोलता था.

में अभी भी जब सोने से पहले susu नहीं करता हु तब में बिस्तर में susu कर देता हु. उस दिन मेने सोते समय susu नहीं किया था, तो mummy ने सीता दीदी से कहा की रवि ने susu नहीं किया हे, तो जब तुम सोने जावोगी तो उसे जगा देना और bathroom लेजाकर susu करवा देना. ये कह कर mummy पापा के साथ सोने चलीगई. में और गीता दीदी सोगये थे और सीता दीदी आपना home work पूरा कर रही थी. सीता दीदी आपना home work पूरा कर के जब सोने जा रही थी तब उन्हें mummy की कही बात याद आगई. वो मेरे पास आई तब में चदर वोढ़कर सो रहा था, जेसे ही उन्होंने मेरी चदर हटाई उनका द्यान मेरे छोटे लंड पर गया, मेरा लंड अभी ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता था. मेरा छोटा लंड देख उसे पापा के बड़े लंड की याद आई और उसके बारे में सोचते ही उनकी चूत गिली होगई. तो उन्होंने मनमे ठान लिया की जो पापा mummy के साथ करते हे वो सब कुछ वो मेरे साथ करेंगी. सीता दीदी को याद आया की पापा उनके हात से mummy के boobs दबाया करते हे, तो सीता दीदी ने मेरा हात उनके हात में लिया और उनके boobs के ऊपर रख दिया. अब सीता दीदी मेरे हात से उनके boobs दबाने लगी, जेसे ही सीता दीदी ने आपने boobs दबाये उनकी चूत गिली होने लगी, उनकी चूत से पानी निकल रहा था उसे उनकी nikker गिली होने लगी थी. सीता दीदी को ये feeling बहुत आछी लगने लगी तो वो और गरम होगई. फिर उन्हें याद आया की पापा उनके हात से mummy की चूत खुजाते थे. तो सीता दीदी ने आपने एक हात से frock उपर उठा लिया और आपनी nikker की तरफ देखा, उनकी nikker गिली हो चुकी थी, उन्होंने मेरा हात उठा कर उनके nikker पे रख दिया. तब तो वो और गरम होगई, बहुत दिनो के बाद किसी ने उनकी nikker को हात लगाया था. सीता दीदी की चूत और भी गिली होगी और boobs और tight हो गये. सीता दीदी उनके एक हात से उनके boobs दबाने लगी और मेरा एक हात पकड़ कर उनके nikker पर फिरने लगी. उनकी nikker अब पूरी गिली हो चुकी थी और मेरा हात भी गिला हो चुका था. फिर वो और जोरसे मेरा हात उनकी nikker पर फिराने लगी और उनके boobs दबाने लगी इससे सीता दीदी को बहुत मजा आ रहा था.

तभी mummy पापा के कमरेमे से कुछ आवाजे आने लगी तो सीता दीदी डरगई और उन्होंने झटसे मेरा हात छोड़ दिया और पीछे हट गई. जब सीता दीदी ने वो आवाज गोर से सुनी तो वो आवाजे mummy की थी कुछ hmmmmmm asshhhhh yeeeoooo yyyyhhhh येसी आ रही थी. तो सीता दीदी जानगई के mummy को पापा चोद रहे हे. तो वो खुश होगई क्यूँ की अभ कुछ देर तक mummy पापा इस कमरे में नहीं आयेगे, तो सीता दीदी फिर से मेरा हात पकड़ के आपनी frock ऊपर करके nikker पर फिरा रही थी. वो जानती थी mummy पापा थोड़ी देर तक इस कमरे में नहीं आयेगे तो उनकी हिमत बड चुकी थी, आब वो मेरा हात पकड़ कर उनके कमर के ऊपर फिरने लगी, उसके बाद उन्होंने मेरा हात पकड़ कर nikker के पिछे से डाल दिया. पहली बार किसीका हात उनकी नंगी गांड के ऊपर पड़ रहा था वो तो अभी जंनत में थी. वेसेही मेरा हात पकड़ कर वो उनके गांड के ऊपर फिरा रही थी. पर सीता दीदी की nikker tight होने के कारन मेरा हात उनके गांड के ऊपर ठीक से नहीं पोहंच पा रहा था. तब सीता दीदी ने एक हात से frock को ऊपर पकड़ा और दुसरे हात से वो nikker निकलने लगी. उनकी चूत गुलाबी color की थी और उसपर एक भी बल नहीं था. उन्होंने पूरी nikker उतार कर जमीन पर फेकदी. अभी सीता दीदी सिर्फ frock में मेरे सामने खडी थी, उधर mummy की आवाजे जोर जोर से आरही थी, सीता दीदी को लगा अब mummy झड़ने वाली हे तो उन्होंने जल्दीसे मेरा हात पकड़ कर उनके चिकने, थोड़े मोटे पर मुलायम गांड के ऊपर फिरने लगी. सीता दीदी को बहुत मजा आ रहा था. सीता दीदी ने मेरे हात के fingers उनके दोनों गांड के बिच में डाल दिए और मेरा हात थोडा अंदर की और ढकेल दिया. आभी वो आपने गांड से मेरे fingers और मेरा हात दबा रही थी. सीता दीदी ने फिर उनके पैर थोड़े फेलाए और मेरी एक ऊँगली उनके गांड के holl के उपर फिरा रही थी, सीता दीदी अब जंनतमें जा चुकी थी.

अभी तो वो और गरम हो रही थी, उनके चूत से निकला हुवा पानी उनके जाघों से लेकर उनके घुटनो तक आ पंहुचा था. थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरा हात उनकी गांड पर से निकल कर उनकी चूत पर रख दिया. पहली बार दीदी ने किसीका हात उनकी गरम चूत पर रख दिया था. जेसे ही मेरा हात उनके नंगे चूत पर पड़ा वो झड़ने लगी और मेरे हात पर पानी छोड़ने लगी, जिंदगीमे पहली बार सीता दीदी की चूत पानी छोड़ रही थी, उस समय की उनकी feeling कुछ ऐसी थी के दुनियाके सारे सुख एक तरफ और उनका चूत से पानी निकलने का सुख एक तरफ सीता दीदी की चूत 15 sec तक पानी छोड़ रही थी.

उनके चूत का पानी फर्श पर, उनके frock पर और मेरे हात पर बिखरा पड़ा था. उनके चूत के पानी की वजहसे में bed पर लेटे लेटे हलचल करने लगा उस बिच मेरा मुह सीता दीदी की तरफ हो गया. तब सीता दीदी थोड़ी डर गयी ये सोचके के शायद में जाग चूका हु पर में अभी भी सो रहा था. सीता दीदी frock उपर करके चूत का बिखरा हुवा पानी देख रही थी, तभी मेने सोते सोते सीता दीदी के उपर susu करना चालू कर दिया. सीता दीदी पहले तो हडबडाई पर मेरे susu के गरम पानी ने उनको फिर से गरम कर दिया. सीता दीदी ने मेरा susu का पानी उनके चूत पर लेने के लिए उनका frock उपर उठा लिया और एक जगह खड़े होकर वो मेरा susu का पानी उनकी चूत पर लेने लगी. जेसे ही मेरा susu का पानी उनके गरम चूत पर पड़ा सीता दीदी फिर से झड़ने लगी, उसके बाद 30 sec में मेरा susu बंद हुवा तब तक दीदी भी झड चुकी थी.

उधर mummy पापा भी झड चुके थे. हमारे घरमे एक ही bathroom और toilet हे. bathroom बिलकुल हमारे रूम के सामने ही हे. mummy पापा को bathroom जाने के लिए हमारे रूम के सामने से जाना पड़ता. सीता दीदी को अब समज में नहीं आ रहा था के जो मेने susu किया था, सीता दीदी का पानी झडा था उसका और उनकी frock गिली हो चुकी थी उसका क्या किया जाये ये सोचते वो एक हात में frock को पकडे खडी थी. तभी mummy bathroom जाने के लिए हमारे कमरे के पास आ पहुची. mummy पापा से अभी चुदवा कर आ रही थी तो वो पूरी नंगी थी और उनके पेट पर, चूत पे और मुह पर पापा के लंड का पानी था. हमारे कमरे की light चालू देख mummy ने हमारे रूम में देखा तो देखते ही वो दंग रहगई क्यूँ की सीता दीदी frock उपर करके नंगी खडी थी और mummy तो पूरी नंगी थी. तभी सीता दीदी ने और mummy ने एक दुसरे को देखा
आगेकी story जाने के लिए please जादासे जादा comments करे और लिखे करे………

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