हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम कमल है और में राजस्थान का रहने वाला हूँ मेरी लम्बाई 6 फिट है और मेरा लंड 6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है. दोस्तों में आज आप सभी चाहने वालों के लिए अपनी एक सच्ची घटना लेकर आया हूँ जिसमें मैंने मामा की लड़की को बहुत मज़े लेकर चोदा और में आज उस घटना को आज आपके सामने लेकर आया हूँ और यह मेरी पहली कहानी है जिसको मैंने लिखकर आप लोगों तक पहुंचाया, लेकिन में पिछले कुछ सालों से सेक्सी कहानियाँ तो पढ़ता आ रहा हूँ जिसको पढ़कर मुझे बहुत मज़े आते और आज में वैसी ही कहानी आप लोगों के लिए लिख रहा हूँ.
दोस्तों यह बात उन दिनों की है जब में 20 साल का था और मैंने अपने कुछ बाहर के दोस्तों के साथ अपनी दोस्ती को कुछ ज्यादा ही बढ़ा लिया था उन दोस्तों ने ही मुझे सेक्सी कहानियाँ पढ़ने और सेक्स का सही मतलब क्या कैसे होता है सब कुछ बताया? जिसकी वजह से मुझे भी इन सब का शौक लग गया और में यह सब पढ़ने लगा. एक दिन मेरा एक दोस्त बाजार से एक ब्लूफिल्म लेकर आ गया और फिर हम सब दोस्तों ने हमारे एक दोस्त के घर पर उस फिल्म को देखा और में उस चुदाई के मज़े लेकर कुछ देर बाद जोश में आकर सिसकियाँ भरने लगा.
मेरा लंड मेरी पेंट को फाड़कर बाहर आने को तैयार था और वो जोश में था, वो किसी की चुदाई के लिए तरस रहा था और फिर उसके बाद मैंने रात को अपने घर पर आकर अपने बाथरूम में जाकर मुठ मारकर मैंने अपने आप को शांत किया और में अपने कमरे में आकर बेड पर लेटकर कुछ बातें सोचने लगा.
दोस्तों सच कहूँ तो मुझे अब किसी लड़की की जरूरत होने लगी थी. मुझे सेक्स करने के लिए अब एक लड़की चाहिए थी जिसकी में जमकर अपनी इच्छा के हिसाब से चुदाई कर सकूं और में उसके साथ चुदाई के पूरे पूरे मज़े करूं. यह बात मेरे मन में बस कुछ दिन तक चली और उसके बाद भगवान ने मेरी मन की वो बात सुन ली. एक दिन मेरी मम्मी और पापा दोनों ही शहर से बाहर किसी काम से गए हुए थे, जिसकी वजह से में घर में बिल्कुल अकेला रह गया था इसलिए मुझसे मेरी मम्मी ने कहा कि तुम अपने ननिहाल मतलब कि मेरे नाना के घर पर जाकर रात को वहीं पर सो जाना.
फिर मैंने उनसे कहा कि हाँ ठीक है और में उनके कहने पर चला गया. दोस्तों मेरे मामाजी की एक लड़की है जिसका नाम संजू है, वो करीब 18 साल की है और वो बहुत सेक्सी दिखाई देती है. उसका बदन सच में बहुत आकर्षक सुंदर और अच्छा है उसके बड़े बड़े बूब्स और ज्यादा मोटी गांड थी. फिर जब में उनके घर पर पहुंचा तब उसको देखकर मुझे लगने लगा कि मुझे उसको अपने काम के लिए पटाना चाहिए और उसको अपने साथ चुदाई में शामिल करना चाहिए और मुझे कैसे भी करके उसकी बहुत जमकर गांड मारनी चाहिए.
दोस्तों उसको देखकर अब मेरे मन में यह विचार आने लगे और में उसकी चुदाई के सपने देखने लगा. हम सभी भाई बहन रात को एक साथ में ही सोते है, इसलिए में सही मौका देखकर अपनी बहन के पास ही सो गया और में अपने ऊपर चादर को ओढ़कर सोने का नाटक करने लगा और सभी के सो जाने का इंतजार करने लगा. फिर जब मैंने उठकर देखा तो रात के करीब एक बजे थे. मैंने देखा कि सभी लोग तब तक गहरी नींद में सो गए थे और मेरी बहन का एक हाथ उसकी चूत के ऊपर था.
फिर मैंने धीरे से थोड़ी हिम्मत करके उसका हाथ पकड़कर चूत के ऊपर से हटा दिया और फिर में उसके पास सरक गया और मैंने उठकर उसके नरम गुलाबी होंठो पर एक चुम्मा ले लिया, जिसकी वजह से वो थोड़ी सी इधर उधर हुई, लेकिन उसकी आखें नहीं खुली थी.
फिर मैंने दोबारा हिम्मत करके उसके गाल पर किस किया, उसकी तरफ से कोई भी हलचल ना देखकर मैंने उसकी छाती पर अपना एक हाथ रख दिया जिसकी वजह से मुझे उसके गोलमटोल बड़े आकार के गरम बूब्स छूकर महसूस करने का वो मौका मिल गया, लेकिन तभी मैंने महसूस किया कि अब उसकी साँसे लंबी लंबी चलने लगी थी, क्योंकि अब उसकी उन सांसो की वजह से उसके बूब्स लगातार बहुत ज़ोर ज़ोर से ऊपर नीचे होने लगे थे.
में अब तुरंत समझ गया था कि वो अब जाग चुकी है, लेकिन वो अब सोने का नाटक कर रही है, मैंने अब उसको दोबारा किस किया तो वो जानबूझ कर मेरी तरफ़ घूम गई. अब मैंने धीरे धीरे अपने हाथ को उसके बूब्स पर रगड़ना और बूब्स को दबाना शुरू किया तो उसने अपने बूब्स को और भी ज़ोर से ऊपर नीचे किया. तो में उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा, जिसकी वजह से अब उसकी सांसो की आवाजे तेज़ी से आने लगी और में समझ गया कि वो बहुत जोश में है और गरम हो चुकी है.
फिर उसके बाद मैंने सही मौका देखकर तुरंत अपनी पेंट की चैन को खोल दिया जिसकी वजह से अब मेरा 6 इंच का लंड अब तनकर बाहर निकाला और मैंने झट से अपना लंड को उसके हाथ में दे दिया और वो अपनी उँगलियाँ मेरे लंड पर चलाने लगी और अब तक उसकी आँखे पूरी खुल चुकी थी.
फिर वो मेरा लंड अपने हाथ में महसूस करके मुस्कुरा रही थी और अब वो मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी, जिसकी वजह से मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था और उसने करीब 15 मिनट तक मेरा लंड ज़ोर से हिलाया, तभी उसकी वजह से मेरा गरम वीर्य बाहर निकल चुका था और मेरा लंड ठंडा होकर मुरझा चुका था, लेकिन अब भी मुझे वो पूरा मज़ा नहीं आया था जिसको मैंने अपने मन में सोच रखा था.
फिर उसके बाद मैंने अपना एक हाथ उसकी गरम चूत के ऊपर रख दिया और में अपनी एक अंगुली से उसको सहलाने लगा जिसकी वजह से कुछ देर के बाद ही मैंने महसूस किया कि उसकी चूत अब कामवासना में बहुत गीली हो गई थी और उसका रस बाहर आने लगा था और उसकी साँसे पहले की तरह तेज चलने लगी थी. तभी कुछ देर के बाद मेरी बहन ने मेरे कान में बहुत धीमी आवाज में मुझसे कहा कि प्लीज अब इसके अलावा भी कुछ और भी करो ना, क्यों मुझे इतना तड़पा रहे हो, प्लीज अपना यह मेरे अंदर डालकर मुझे वो मज़े करवा दो, प्लीज जल्दी से कुछ तो करो.
फिर मैंने उससे कहा कि अभी नहीं, इस समय सभी लोग हमारे पास में सो रहे है किसी ने उठकर हमे देख लिया तो हम दोनों के लिए वो सब बहुत गलत होगा, इसलिए हम दोनों कल इसके आगे जरुर बहुत कुछ करेंगे और में तुम्हे वो सब मज़े दूंगा जो तुम्हे मुझसे चाहिए, अब सो जाओ. फिर उसने कहा कि ठीक है में अभी आपके कहने पर सो जाती हूँ, लेकिन तुम अपना यह वादा कहीं भूल ना जाना, मुझे तुमसे वो सारे मज़े चाहिए. अब मैंने उसकी छाती पर अपना एक हाथ रखा और में उसकी निप्पल को सहलाते मसलते हुए उसको हाँ कहने लगा और मुझे पता नहीं कब नींद आ गई.
फिर अगले दिन मैंने सही मौका देखकर उसको दोपहर के समय घर के ऊपर वाले रूम में बुला लिया. जब घर में कोई नहीं था बस मेरी मामाजी थी, लेकिन वो भी उस समय अपने कमरे में सो रही थी और उस समय घर में बहुत शांति थी. फिर वो मेरे कहते ही तुरंत ऊपर वाले कमरे में आ गई, वो उस समय चेहरे से बहुत उत्सुक दिख रही थी और उसने तब सलवार कुरती पहन रखी थी.
मैंने पहले से ही उसकी चुदाई का विचार बनाकर अपने पास एक कंडोम का पैकेट लाकर रखा हुआ था. में अपनी पूरी तैयारी में था और में उसको आज जमकर चोदना चाहता था और शायद वही हाल उसकी चूत का भी था, वो भी अपनी प्यासी चूत की चुदाई के लिए तरस रही थी.
फिर वो ऊपर आ गई और आते ही उसने मुझसे कहा कि प्लीज अब ज़ल्दी से तुम कुछ करो, तब मैंने उससे कहा कि पहले हम दोनों थोड़ा सा गरम तो हो जाते है उसके बाद वो काम करेंगे, लेकिन तभी उसने मुझसे कहा कि में तो कल से ही बहुत गरम हो रही हूँ प्लीज तुम तो आज़ जल्दी से कुछ करो मुझसे अब ज्यादा देर नहीं रुका जाएगा मैंने इतना समय भी बड़ी मुश्किल से निकला है, वो में ही जानती हूँ.
अब मैंने उसकी वो इतनी कामुक बातें सुनकर ज्यादा देर ना लगाकर ज़ल्दी से अपने सारे कपड़े उतार दिए और फिर उसके बाद मैंने अपनी बहन के भी कपड़े एक एक करके उतार दिए जिसकी वजह से अब हम दोनों एक दूसरे के सामने पूरे नंगे थे और उसका गरम सेक्सी जिस्म देखकर में ललचाने लगा. फिर मैंने उसको अपनी बाहों में ले लिया और उसकी गोरी छाती को चूमने लगा.
उसके बाद मैंने उसको बेड पर लेटा दिया और अब में उसके दोनों पैरों के बीच में बैठकर अपने तनकर खड़े लंड को उसकी चूत के मुहं पर रखकर अंदर डालने की कोशिश करने लगा, लेकिन तब मैंने महसूस किया कि वो उसकी पहली चुदाई थी इसलिए बहुत ज़ोर लगाने पर भी मेरा मोटा लंड उसकी छोटे आकार की चूत के अंदर नहीं जा रहा था.
फिर में अपनी तरफ से दम लगाता रहा जिसकी वजह से उसको बहुत दर्द हो रहा था वो अब आह्ह्ह्हहह ऊफ्फफ्फ्फ् नहीं आईईईईई प्लीज में मर गई प्लीज मुझे बहुत दर्द हो रहा है, तुम थोड़ा सा धीरे धीरे डालो कह रही थी इतना कहते हुए उसने अपना एक हाथ मेरे लंड और अपनी चूत के बीच मुझे धीरे करने के लिए लगा दिया था.
अब मैंने उसकी कोई भी बात को ना सुनते हुए अपने हाथ से उसके हाथ को बीच से हटाकर अपने लंड को एक ज़ोर से झटका देकर उसकी चूत के अंदर पूरा डाल दिया, जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ गहराइयों में चला गया और में वैसे ही रुक गया और उसकी निप्पल को दबाने निचोड़ने लगा.
अब उसकी चूत से खून निकल रहा था, वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई, लेकिन मैंने सही समय पर उसका मुहं अपने एक हाथ से बंद कर दिया, जिसकी वजह से वो उस दर्द से बिना किसी आवाज के मचल उठी. उसने मुझे अपने ऊपर से हटाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो हर बार नाकाम रही और फिर कुछ देर बाद में ज़ोर ज़ोर से अपने लंड को उसकी चूत में धक्के मारने लगा, जिसकी वजह से अब उसको भी मेरे साथ साथ मज़ा आ रहा था और वो भी मेरा साथ देने लगी थी.
दोस्तों मैंने करीब 30 मिनट तक लगातार धक्के देकर उसकी चूत को चोदा और वो तो 15 मिनट में ही अपनी चूत का पानी छोड़कर बिल्कुल ढीली हो गई और वो मुझसे मना करती रही कि मुझसे अब ज्यादा सहन नहीं हो रहा है प्लीज मेरे ऊपर से हट जाओ, छोड़ दो मुझे जाने दो, लेकिन मैंने उसको मना करने के बाद भी बहुत देर तक चोदा और उसके बूब्स को निचोड़ दिया, मैंने उसकी चूत को उस दिन पूरी तरह से फाड़ दिया था और फिर उसके बाद मेरा भी जोश खत्म हो गया और मैंने अपना सारा वीर्य उसकी चूत से लंड को बाहर निकालकर उसके मुहं में डाल दिया.
उसके बाद मैंने हल्के से धक्के दिए जिसकी वजह से लंड मुहं की गरमी पाकर तुरंत बाहर आने लगा और वो मेरे लंड से निकले गरम गरम लावे को पीने लगी थी. उसने अपने दोनों हाथों में लेकर मेरा लंड अब चूसना शुरू कर दिया था और में अपना वीर्य उसके हलक में डालता रहा, वो बड़ी संतुष्ट होकर लंड को चूसती रही.
फिर उसके बाद उसने मेरा पूरा लंड चाटकर चमका दिया. मैंने तब तक उसके बूब्स को सहलाया और उसके बाद हम दोनों ने कुछ देर लेटने के बाद उठकर अपने अपने कपड़े पहन लिए और हम दोनों अपने उस काम से बहुत खुश थे मुझे उसके चेहरे से साफ साफ नजर आ रहा था.
दोस्तों इस प्रकार मैंने अपनी बहन के साथ उसकी वर्जिन चूत की सील को तोड़कर उसकी चुदाई के मज़े लिए और उसको अपनी तरफ से वो मज़े देकर बहुत खुश कर दिया, जिसके लिए उसने मुझे धन्यवाद कहा.