हैल्लो दोस्तों, आज में से आपके सामने मामी की एक और कहानी लेकर आया हूँ। मुझे पूरा विश्वास है कि आपको ये कहानी भी बहुत पसंद आएगी, लेकिन इससे पहले कि में अपनी कहानी शुरू करूँ में आपको मामी के बारे में थोड़ा सा परिचय आपके सामने रखता हूँ.
में आपको मेरी पिछली कहानियों में बता चुका हूँ कि किस तरह से सबसे पहले मैंने, इसके बाद स्वामी जी ने और नाना जी ने मामी को चोदा था? अब नाना जी से चुदवाने के कुछ दिन के बाद मामी अब अपने मकान मालिक के हवस की शिकार हो गयी थी. आज में आपको ये बताऊंगा कि किस तरह से उस दिन मामी अपने मकान मालिक के हवस की शिकार बनी थी? जैसा कि मैंने अपनी पिछली कहानी में बताया है कि मामी अपनी बेटी के साथ शहर में रहती थी.
अब नाना जी से चुदवाने के बाद मामी को शहर आए अभी कुछ दिन ही हुए थे कि एक दिन मामी के यहाँ कोई नहीं था और रोजाना की तरह अपनी बेटी को स्कूल भेजने के बाद और अपने घर के काम ख़त्म करने के बाद मामी को उस दिन बाज़ार जाना था.
जब में वहाँ पहुँचा तो मैंने मामी को मकान मालिक के दरवाजे पर खड़ा देखा, तो में वही रुक गया तो मैंने देखा कि दरवाजा खुला और मामी अंदर चली गयी. में वहाँ से धीरे-धीरे आगे बढ़ा और ये जानने की कोशिश की आख़िर बात क्या है? जब में एक खिड़की के पास पहुँचा तो मैंने देखा कि मामी सोफे पर बैठी हुई थी. अब मकान मालिक उस समय शेविंग करने के बाद अपने चेहरे को धो रहा था.
अपने चेहरे को धोने के बाद मकान मालिक दूसरे रास्ते से मैन गेट को बंद करके, जो कि मामी के ठीक पीछे साईड में था मामी के पास आया और मामी के पास आकर मामी से पैसे देने के लिए बोला. मामी ने जैसे ही पैसे देने के लिए अपना एक हाथ आगे बढ़ाया तो मकान मालिक ने मामी के हाथ से पैसा लेकर मामी के हाथ को पकड़ लिया और अपनी तरफ खींच लिया.
मामी को जैसे अजीब सा लगा और वो बोली कि ये क्या कर रहे है? तो वो बोले कि तुम अभी जवान हो और अगर तुम मुझे एक बार खुश कर दोंगी तो में इस महीने का किराया नहीं लूँगा. अब में वही सीढियों पर आराम से बैठ गया था और देखने लगा कि वो मामी के साथ क्या करता है? तो मैंने देखा कि वो मामी की दोनों चूचीयों को धीरे-धीरे दबा रहा था और मामी को ब्लेकमैल करने की कोशिश कर रहा था.
कुछ देर तक विरोध करने के बाद मामी जब शांत पड़ने लगी, तो वो मामी के सामने आकर मामी के होंठो को चूसने लगा और कुछ देर तक ऐसा करने के बाद उसने मामी के ब्लाउज को खोल दिया. अब मामी भी उसका सहयोग कर रही थी, तो मैंने देखा कि मामी का ब्लाउज खोलने के बाद उसने मामी को खड़ा होने के लिए बोला, तो मामी खड़ी हो गयी.
उसने मामी की साड़ी को उतारना शुरू किया और साड़ी को उतारने के बाद उसने मामी के पेटीकोट के नाड़े को खोल दिया और जैसे ही पेटीकोट का नाड़ा खोला, तो मामी का पेटीकोट जमीन पर गिर गया. वो मामी को थोड़ा सा आगे बढ़ाते हुए मामी के पीछे आकर अपने लुंगी को खोलकर खड़ा हो गया और अपने एक हाथ को मामी की गांड पर तो अपने दूसरे हाथ से अपने लंड को पकड़ते हुए मामी की गांड में घुसाने के लिए तैयार कर रहा था. उसने अपने लंड को मामी की गांड में घुसाने का प्रयास किया. कुछ देर के बाद मैंने मामी को अपने दोनों हाथों से अपनी गांड को फैलाते हुए देखा.
उसने मामी की कमर को पकड़कर एक झटका मारा, तो मामी के मुँह से आआआआआआआआ की आवाज़ मेरे कान तक पहुँच गयी. अब वो अपनी कमर को हिलाने लगा था. कुछ देर तक वो मेरी मामी की गांड को इसी तरह से पेलता रहा. अब मेरी मामी उसके हर एक झटके के साथ आआआआआ, उउउहहहहहहहहहह की आवाज़ निकाल रही थी.
कुछ देर के बाद जब मामी को खड़े होने में दिक्कत होने लगी, तो उन्होंने उसे बेड की तरफ अपना मुँह करने के लिए बोला. उसने मामी को बेड की तरफ जैसे ही घुमाया तो मैंने देखा कि मामी की गांड में उसका पूरा लंड चला गया था. अब मामी बेड पर झुक गयी थी और वो मामी की कमर को पकड़कर ज़ोर-ज़ोर से मामी की गांड में अपने लंड को पेल रहा था.
कुछ देर के बाद वो दोनों शांत हो गये. उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया और बाथरूम में चला गया और मामी वही बेड पर चुपचाप लेटी रही. जब वो बाथरूम से वापस बाहर आया तो मामी उठकर बाथरूम में चली गयी और जैसे ही मामी बाथरूम से बाहर आई, तो वो मामी की चूत पर अपना एक फेरते हुए बोला कि अच्छे से धोया है ना? तो मामी बोली कि हाँ जी. अब मामी बेड पर लेट गयी थी और वो मामी की जाँघ पर बैठ गया था.
उसने मामी की चूत के बालों के ऊपर अपना एक हाथ फैरना शुरू कर दिया, तो इधर मामी ज़ोर-ज़ोर से अंगड़ाई लेने लगी. मैंने मामी की चूत को और उसके लंड को ध्यान से देखा तो मैंने सोचा कि अब बहुत मज़ा आने वाला है. उसने मामी की चूत पर थोड़ा सा तेल लगाया और अपने लंड के ऊपर भी थोड़ा सा तेल लगाया. मैंने देखा कि अब उसने मामी की चूत पर अपने लंड को सटा दिया था और एक हल्का सा झटका मारा तो उसके लंड का अगला हिस्सा मामी की चूत में चला गया और मामी ने ज़ोर से आआआआआआआ, उउउहहहहहहह करके सिसकी ली. उसने पूछा कि गया क्या? तो मामी बोली कि हाँ.
अब वो मामी की दोनों चूचीयों पर अपना हाथ फैरने लगा था और मामी की चूत में अपने लंड को अंदर डालने के लिए झटके लगाने लगा था. अब मामी आआआआआहह, ऊऊऊऊऊऊऊआहह, नाआआआआ, आह, उऊउउ, धीरे करके आवाजे निकाल रही थी.
वो मामी के ऊपर लेट गया और अपनी कमर को झटके के साथ हिलाने लगा, मैंने देखा कि वो मामी के होंठो को चूसने लगा था. अब मामी ने अपनी दोनों जाँघो को फैला दिया था और वो ज़ोर-ज़ोर से मामी की चूत को चोदने लगा था. अब कुछ देर में मामी की चूत में उसका पूरा लंड जा चुका था. अब मामी भी उसका भरपूर साथ दे रही थी. मैंने देखा कि मामी अपनी कमर को ऊपर उठा-उठाकर उसके साथ सुर में ताल मिला रही थी.
कुछ देर के बाद मामी ने पूछा कि अब कितना बाहर है? तो वो बोला कि पूरा का पूरा अंदर जा चुका है और एक ज़ोर का झटका मारा तो मामी के मुँह से आआआआअहह की आवाज आई. कुछ देर तक मामी इसी तरह आआआआआआआआ की आवाजे निकालती रही, तो तब उसने मामी के होंठो को चूसना शुरू कर दिया. अब मामी भी उसका पूरा साथ देने लगी थी.
लगभग 40 मिनट के बाद मामी और वो धीरे-धीरे शांत हो गये. 5 मिनट तक मामी के ऊपर लेटे रहने के बाद उसने उठकर अपने लंड को मामी की चूत से बाहर निकाला और मामी के ऊपर से हट गया और मामी 5 मिनट तक वैसे ही लेटी रही.
जब मैंने मामी की चूत को देखा तो मैंने पाया कि मामी की चूत काफ़ी फूल गयी थी. मामी की चूत को देखकर उसने बोला कि लगता है ये अभी भी भूखी है. मामी मुस्कुराते हुए बोली कि आपका किराया तो वसूल हो गया ना.
वो बोला कि नहीं ये तो अभी सूद है, ब्याज़ तो बाद में लूँगा. तब मामी ने उठकर अपने कपड़े पहने और पानी पीने के बाद रूम से बाहर निकलने के लिए जैसे ही तैयार हुई तो में वहाँ से निकलकर कहीं और चला गया और वहाँ से मैंने मामी को ऊपर जाते हुए देखा. में कुछ देर के बाद जब अपने कमरे में गया तो मामी ने बताया कि उन्होंने मकान मालिक से बात कर ली है. मामी ने मकान मालिक की खूब तारीफ की और बताया कि उसने बोला है कि अगर में अगले महीने में भी रूम का किराया नहीं दूंगी तो भी कोई बात नहीं, लेकिन मैंने तो सारी चीज़े देखी थी और सब कुछ जानता था इसलिए में चुपचाप मामी की बातों को सुनता रहा.