मेमसाब की बालों वाली चूत की खतरनाक चुदाई

Memsaab ki balon wali chut ki khatarnak chudai:

हेल्लो मेरे साथियों केसे है आप सब मेरे सभी नंगे लुच्चे गांडू दोस्तों को भी मेरा सलाम | मेरा नाम है अन्नू और में बड़ा लंड आबाद से हूँ | ये गाँव आपको नहीं मिलेगा चाहे आप अपनी गांड कितनी भी खुजा लें तो अपनी और अपनी गांड की सलामती के लिए एसा करने की कोशिश भी न करे क्यूंकि ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक है | मुझे तो ऐसा लगता था जैसे कि मैं धरती पर एक बोझ हूँ और मेरा कुछ नहीं हो सकता | पर मेरा एक दोस्त था अज्जू भडवा उसे मुझपर बहुत भरोसा था वो हमेशा कहता था की तू एक दिन बहुत बड़ा नाम करेगा | मैं भी कह देता था हाँ किसी बड़े नेता की कुर्सी चीन लूँगा तो नाम तो हो ही जाएगा | हम दोनों खयाली खिचड़ी बहुत बनाते थे और उसे खाते भी थे क्यूंकि अब खाली दिमाग शैतान का घर होता है तो उससे अच्छा हा कुछ भरा ही रहे | निहायती कमीने किस्म के इंसान थे दम दोनों पर कभी किसी का बुरा नहीं किया और ना ही बेईमानी की कभी किसी के साथ | हमलोगों के न तो माँ बाप थे ओ ना ही कोई नाते रिश्तेदार जो अपनी परवाह करता | मुझे तो ऐसा लगता था की हमलोगों के लिए भगवान् ने सिर्फ और सिर्फ मुसबत ही लिखी है पर जब एक वक्त की रोटी मिलती थी तो लगता था उपरवाला किसी को भूखा नहीं सुलाता | दिन बीते और पढाई की नहीं थी तो मजदूरी के अलावा कोई और रास्ता नज़र नहीं आता था | देखिये दोस्तों जिंदगी में कब क्या हो जाये किसी को नहीं पता और इंसान की किस्मत उसे कहा ले जाये ये भी कभी पता नहीं चलता | मुझे तो बस ऐसा लगता था की अगर मैं दिल से मेहनत करूँगा तो दो वक़्त की रोटी खा पाऊंगा अच्छे से |

इसी लगन के साथ में फैक्ट्री में काम करता गया और हमारा सेठ खुश था क्यूंकि उसे मुनाफा होता था | फिर ना जाने क्या हुआ सेठ की मृत्यु हो गयी और उसका सारा काम उसकी बेटी ने संभाला |

उसकी बेटी एक बहुत ही सुन्दर और समझदार लड़की थी और वो हम सबको काम करते हुए देखती थी | एक दिन वो मुझे बड़े गौर से देख रही थी और जब सब की छुट्टी हो गयी तो उसने मुझे रोकक लिया | उसने कहा आपका नाम क्या है मैंने कहा अन्नू | तो बोली आप जो काम करते हो मशीन पर वो कैसे कर लेते हो क्यूंकि ये काम चार लोगों को मिलके करना पड़ता है | मैं बोला मेमसाहब मैं तो शुरू से करे रहा हूँ बस सेठ जी ने सिखाया था और मैं करने लगा | कोई गलती हो गयी मालकिन अगर हुयी हो तो माफ़ कर देना आगे से नहीं होगी | उसने कहा नहीं मैंने आज तक नहीं देखा कि अकेला इंसान इतना कठिन काम अकेला कर सकता है | उसने कहा कल अच्छे कपडे पहन कर आना | मैंने कहा मेमसाब खाने के लिए पेसे कम् पद जाते हैं और आप अच्छे कपडे की बात कर रही हैं | तो वो अन्दर गयी और कुछ पासी मुझे लाकर दिए और कहा खरीद लेना | मैंने सोचा न जाने क्या होने वाला जो मेमसाब ने ऐसा बोला | मैंने भी सोचा गलती की नहीं है तो डर कैसा | कपडे लिए मैंने रात में जाकर और सुबह बढ़िया नाहा धोकर तैयार होकर पहुँच गया फैक्ट्री | मेमसाब ने देखा और कहा तुम्म अन्नू ही हो न मैंने कहा हाँ पर ऐसा क्यूँ पूछा | उन्होंने कहा बदले हुए लग रहे हो | इतना कहकर वो अन्दर गयी और मैंने देखा कि एक मंच बना हुआ था अन्दर | शायद कोई कार्यक्रम था इसलिए मेमसाब ने मुझे नए कपडे पहन के आने को कहा था | फिर मेम्म्साब मंच पर आयीं और कहा दोस्तों हमारे बीच एक बहुत ही कुशल इंसान मौजूद है जिसे मैं आज मेनेजर बनाने जा रहीं हूँ | मैंने कहा वाह जो इतने सालों में नहीं हुआ वो आज हो रहा है और यहाँ वहां देखने लगा | मैंने सोचा होगा कोई खुशनसीब जिसे ये मौका मिला है | फिर जैसे ही मेरा नाम पुकारा अन्नू तो मैं सन्न रह गया |

 

मैंने मेमसाब की तरफ देखा तो वो मुझे मुस्कुराते हुए मंच पर बुला रहीं थी | मैं डर सा गया था क्यूंकि मुझ जैसे इंसान के लिए इतनी बड़ी बात पचाना बहुत मुश्किल काम है | मैंने भी सोचा की अब मैं क्या करूँ और धीरे धीरे मंच पर चढ़ने लगा | फिर मैंने मेमसाब से पूछा मैं ही क्यूँ | उन्होंने मुझे कहा की तुमसे ज्यादा योग्य इंसान कोई नहीं था | मेमसाब मुझे अन्दर लेकर गयी और कहा देखो मैंने तुमपर विश्वास किया है मुझे निराश मत करना | मैंने कहा ठीक है मेमसाब मैं दिल लगा कर काम करूँगा और एक महीने बाद मेमसाब इतन्नी खुश हुयी मेरे काम से कि मेरी पेमेंट दोगुनी कर दी अब मैं महीने का ४०००० रू कमाने लगा था | कभी सोचा नहीं था कि ऐसा भी दिन आएगा मेरी जिंदगी में | अब सोचता हूँ की बस एक अच्छी सी लड़की मिल जाये तो उससे शादी कर लूँ | मेरा दोस्त अज्जू भडवा भी यहीं काम करता है और मेरा एहसान मानता है क्यूंकि उसे ८००० रू मिलते है फैक्ट्री से | एक बार की बात है हमारी फैक्ट्री को एक बड़ा आर्डर मिला और मैं जी जान से उसमे लग गया बस एक हफ्ता बचा था उसे पूरा करने के लिए | मेमसाब ने कहा चलो आज रात मैं और तुम यहाँ रुकते है और देखते है कितना काम बचा है | मैंने कहा ठीक है और रात में हम गोदाम में थे और मेमसाब मशीन से टिक कर खड़ी हुयी थी | एकदम से मशीन चालू हुयी और मैंने देखा की मेमसाब की जान खतरे में है और मैं दौड़कर उन्हें बचने गया | जैसे ही मैंने उन्हें अपनी तरफ खीचा तो मेरा हाथ बहुत जोर से मशीन में टकराया और मुझे चोट लग गयी | मेमसाब मेरी बांहों में मेह्फूस थीं और मुझे कह रही थी क्या हुआ अन्नू उठो और रो रही थी | चोट ज्यादा नहीं थी और मेमसाब ने खुद पट्टी कर दी थी | वो इतना खुश थी की वो मुझे गले लगा कर बैठी थीं और हम सारा काम कर रहे थे | मेमसाब जितनी सुन्दर दूर से लगती थी उतनी ही पास से लगती थी ये मुझे उस दिन पता चला | फिर मेरी गोद में बैठीं और कहा तुम मेहनती और ईमानदार हो ये तो जानती थी पर जांबाज़ भी हो ये आज पता चला और जोर से गले लगाकर कहा शादी करोगे | मैंने कहा मेमसाब आप ये क्या कह रही हैं ? उन्होंने कह हाँ मुझे जिंदगी भर सबसे बचा कर रखना | मैं कुछ कह नहीं पाया और हाँ कर दी |

मेमसाब उठी और मुझे चूम लिया मैं तो दंग था क्यूंकि मुझे यह सब भी खयाली खिचड़ी ही लग रहा था | फिर जब मैडम ने अपने बाल खोले और मुझे होंटों पर चोमने लगी तब मैं नींद से जागा और देखा ये तो सच है | वो मेरी शर्ट उतार के मेरे सारे शरीर को चूम रही थी और अपनी साड़ी भी उतार दी थी | २६ साल की जवान लड़की का पूरा गठीला बदन मेरे सामने था और मैं था की कुछ कर ही नहीं रहा था | मेमसाब ने मेरा लुंड बाहर निकला और चूसने लगी और कहा वाह बड़ा लंड | मैंने कहा क्यों इससे पहले छोटा लिया था तो वो बोली कि अभी तक लेने का मौका कहाँ मिला | मेमसाब ने फिर अपने सारे कपडे उतारे और उनके दूध क्या गजब के थे बड़े बड़े | चूत तो बिलकुल बालों से भरी जैसे की कोई गुलदस्ता हो फूलों का | मेरा लंड उनके बदन को खड़े होकर सलामी दे रहा था और वो उसे चूसे जा रही थी | मैंने दो महीने से मुठ नहीं मारा था इसलिए जब में झाड़ा तो मेरा गाढ़ा मुठ उनके मुह में आ गया | वो तो ख़ुशी से पागल हो गयी थी | उन्होंने मुझे बैठाया और मेरे लंड पे अपनी चूत रखी और एक जोरदार धक्का दिया | आआआहहह ऊऊऊऊईईईईइमा उमम्म्म्म आआआअह करने लगी तो मैंने कहा क्या हुआ तो बोली की चूत फट गयी मेरी | मैंने कहा मुझे भी मज़ा आ रहा है और करो न | उसने उचकना चालू किया और आह्हह्हह्हह्हह उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म ऊऊऊह्हह क्या लंड है बोलने लगी | उसकी चूत से बूँद बूँद खून आ रहा था | मैंने भी उसे कुछ नहीं कहा और मज़ा लेता रहा और बीस मिनट बाद झड़ गया उसकी चूत में | हमने उस रात मस्त चुदाई की और रोज़ करते रहे | जब भी लंच होता मैडम मेरा लंड पकड़ के हिलती और मैं उन्हें चोद लेता | फिर हमारी शादी हो गयी और आज तक में उन्हें चोदता हूँ और हमारे बच्चे भी हो चुके हैं | तो दोस्तों देखा न किस्मत मुझे कहाँ से कहाँ ले आई | अब चलता हूँ फिर वापस आऊंगा |  कहानी कैसी लगी जरुर बताइयेगा |

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