दोस्तों मैंने सबसे पहले दो लड़कियों की एक एक करके चूत मारी, लेकिन वो चुदाई कुछ देर ही चली क्योंकि हमें बहुत जल्दी थी और किसी के वहां पर आ जाने का भी डर था और उसके बाद मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली एक कामुक भाभी को भी चोदा, वो अपने पति की चुदाई से बिल्कुल भी खुश नहीं थी, लेकिन मेरी चुदाई ने उनको बहुत संतुष्ट किया और मैंने उनको बहुत जमकर तीन बार चोदा, उसकी चुदाई में मुझे पूरा दिन मिला, लेकिन उसके बाद मुझे ऐसा कोई मौका दोबारा नहीं मिला, यह सेक्स अनुभव मेरा सबसे अच्छा अनुभव रहा, लेकिन उससे भी ज्यादा मज़ा मुझे अपनी गर्लफ्रेंड को चोदकर आया, मेरे साथ साथ वो भी बहुत खुश थी।
एक बार की बात है उसके घर के सभी लोग उस दिन कहीं बाहर गये हुए थे और वो देर रात को लौटकर आने वाले थे, क्योंकि वो थोड़ा दूर गए थे और वो यह बात घर पर मेरी दोस्त से कहकर गए थे और उसने अपने घर वालों से अपनी झूठी बीमारी का बहाना बनाया और वो वहीं पर रुक गई। फिर उसका मेरे पास फोन आ गया और उसने मुझसे कहा कि आज मेरे घर पर कोई भी नहीं है तुम जल्दी से चले आओ, हम आज बहुत मज़े करेंगे।
फिर में उसके कहने पर तुरंत तैयार होकर उसके घर पर चला गया और घर पर पहुंचते ही मैंने उसको झट से अपनी बाहों में जकड़ लिया और में उसे पागलों की तरह लगातार किस करने लगा। कुछ देर किस करने के बाद वो भी जोश में आकर मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी। फिर किस करने के बाद मैंने उसके बूब्स चूसे और दबाए। फिर उसकी चूत में उंगली की और अब में लगातार उसकी चूत में उंगली को अंदर बाहर कर रहा था जिसकी वजह से वो पूरी तरह से गरम हो गई थी।
फिर कुछ देर बाद वो मुझसे बोली कि प्लीज अब तो डाल दो ना, में अब और नहीं सह सकती प्लीज अब तो कुछ करो उफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्हह्ह तभी मैंने तुरंत अपना लंड बाहर निकाला और उसको हाथ में पकड़ा दिया और मैंने उससे अपना लंड मुहं में लेने के लिए बोला, लेकिन वो मुझसे साफ साफ मना करने लगी, लेकिन मेरे बहुत ज़ोर देने पर वो मेरी बात मान गई। फिर मैंने अब उसे नीचे लेटा दिया और उसकी चूत के मुहं पर अपना मुहं रख दिया और एक ज़ोर का धक्का लगा दिया, जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड एक बार में चूत के अंदर फिसलता हुआ चला गया जिससे साबित होता है कि वो पहले भी बहुत बार चुद चुकी थी और उसको ज्यादा दर्द नहीं हुआ और ना ही मुझे लंड को अंदर डालने में कोई तकलीफ हुई।
मेरा लंड बहुत आसानी से फिसलता हुआ अंदर चला गया, क्योंकि उसकी चूत बहुत बड़ी थी और इससे पहले भी वो बहुत बार चुद चुकी थी इसलिए बहुत फेली हुई थी और अब मुझे अपना लंड अंदर बाहर करने में बहुत मजा आ रहा था और वो भी अपने चूतड़ को उठाकर चुदाई के मज़े ले रही थी। फिर कुछ देर चुदाई करने के बाद मैंने उसे डॉगी स्टाइल में बनने को कहा और अपने लंड को दोबारा चूत के मुहं पर रखकर एक और ज़ोर का धक्का लगा दिया और मैंने दोबारा चुदाई शुरू कर दी। दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पे पढ़ रहे है।
फिर करीब दस मिनट के धक्कों के बाद वो जोश में आकर अपनी गांड को हिलाने लगी मैंने अब अपने धक्के तेज़ कर दिए और कुछ झटकों के बाद वो झड़ गई और एकदम निढाल होकर मेरे लंड के मज़े लेती रही और अब उसकी चूत से पानी बाहर आने लगा था जिसकी वजह से पूरे कमरे में फ़च फ़च की आवाज़े आने लगी थी। वो आवाज़े मुझे और भी जोश दिलाने लगी थी करीब पांच मिनट के बाद में उसकी चूत में ही झड़ गया और में उसके ऊपर ही लेट गया और मैंने उससे पूछा कि क्यों हो गया ना?
तो वो मुझसे बोली कि हाँ मज़ा आ गया तुम बहुत अच्छी तरह से चुदाई करते हो तुमने मुझे चोदकर आज पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया है वरना मेरी प्यासी बैचेन चूत कब से ऐसे चुदाई के लिए तरस रही थी। फिर उसने मुझसे पूछा कि क्यों तुम्हारा हो गया? तो मैंने उससे कहा कि हाँ मेरा भी हो गया, तुम्हे चोदकर बहुत अच्छा लगा, क्योंकि तुम बहुत बड़ी चुदक्कड़ हो और तुम्हे लंड लेने का पहले से ही बहुत अनुभव है शायद तुम इससे पहले भी बहुत सारे लंड खा चुकी हो।
फिर उसने कहा कि हाँ तुमने बिल्कुल ठीक पहचाना। तुमसे पहले बहुत बार मैंने अपनी चूत को चुदवाया है, लेकिन मुझे जो सुख और जो मज़ा तुमसे चुदकर आया है वो मुझे अब तक कभी नहीं आया। में तुम्हारे लंड की आदि हो चुकी हूँ और मुझे अब तुम्हारा ही लंड चाहिए और अब तुम जब भी चाहो मुझे चोद सकते हो यह मेरा पूरा जिस्म आज से तुम्हारा हुआ, मेरी जान तुम इसके मज़े लो और मुझे भी तुम्हारे लंड के मज़े दो।
दोस्तों में कुछ देर वहीं पर उसके साथ बिना कपड़ो के लेटा रहा और उसके बाद मैंने उठकर अपने कपड़े पहने और फिर में अपने घर पर आ गया, लेकिन दोस्तों फिर जब भी वो मुझे बुलाती है तो में तुरंत उसके घर पर चला जाता और हम बहुत जमकर सेक्स करते।
मैंने उसको बहुत बार चोदा कभी अपने घर पर तो कभी उसके घर पर, लेकिन वो मुझे कभी भी उसकी गांड नहीं मारने देती थी। मैंने उससे बहुत बार गांड में लंड लेने के लिए कहा, लेकिन वो हर बार मना ही करती थी, वो मुझसे कहती कि उसने आज तक कभी भी अपनी गांड नहीं मरवाई है और वहां पर लंड लेने से बहुत दर्द होता है। फिर में भी बस उसके मुहं चूत की चुदाई करके मन ही मन बहुत खुश हो जाता था। दोस्तों यह थी मेरी चुदाई की कहानी जिसमे मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को बहुत जमकर चोदा और उसकी प्यासी चूत को शांत किया और अपने लंड को ठंडा किया। उस दिन के बाद भी हमारी चुदाई ऐसे चलती रही और हम दोनों ने बहुत मज़े किए।