हेल्लो फ्रेंड्स पेश हे आप के लिए एक सेक्सी और सच्ची कहानी. आज से कुछ महीने पहले ये घटना मेरे साथ घटी थी जिसे मैं आप लोगो के लिए एक सेक्सी कहानी बना के ले के आया हु. कुछ जगह और व्यक्तिओ के नाम बदले हैं मैने क्यूंकि मैं उन्हें बदनाम नहीं करना चाहता हूँ.
मेरा नाम अशोक हैं और अभी मैं 43 साल का हूँ. मेरिड हूँ और मेरे बच्चे भी हैं. मेरी शादी 2000 की साल में हुई थी. मेरी वाईफ एक खुबसुरत औरत हैं और वो मुझे बहुत प्यार करती हैं. मेरी वाइफ की एक बड़ी बहन यानी की मेरी साली हैं. घर में सब उसको प्यार से पम्मी कह के बुलाते हैं. वो मेरे से करीब 2 साल और मेरी वाइफ से करीब 5 साल बड़ी हैं. उसकी भी शादी हुई हैं लेकिन उसका पति एक नम्बर का भोंदू हैं. उसको देख के ही ये कहावत बनी होगी की लंगूर के हाथ में अंगूर!
पम्मी दिखने में एकदम कडक माल हैं और वो उसको एक बार देखता होगा वो अपने लंड को जरुर हलाता होगा. और उस लिस्ट में मेरा भी सुमार हैं.लेकिन वो उम्र में मेरे से बड़ी हैं और मेरी वाइफ से भी इसलिए आगे बढ़ने में डर लग रहा था. कहीं उसने हड़का दिया तो. और अगर वाइफ को बोला तो पंगे हो जायेंगे. इसलिए मैं आगे नहीं बढ़ सका.
वो लोग अक्सर दिवाली के लिए हमारे घर पार आते हैं. वो लोग उस दिन भी हमारे घर पर ही थे. मेरी वाइफ कम ड्रिंक करती है लेकिन पम्मी सही ड्रिंक कर लेती हैं. पम्मी मेरे साढू भाई और मैंने अच्छी पी रखी थी. फिर सोने के लिए मेरी वाइफ, साढू और पम्मी चले गए. मैं वही बैठा रहा क्यूंकि मुझे बहार डॉग को खाना देने जाना था.
डॉग को फीड दे के वापस आया तो पम्मी के कमरे से कुछ आवाजें आ रही थी.
पम्मी: पेठेटिक, यु कांट डू इट एनीमोर, शेम सच अ शेम (बेशर्मी हैं तूम अब कुछ नहीं कर सकते हो, बाप रे).
मैंने विंडो से झाँका तो पम्मी के सामने साढू नंगा था लेकिन उसका लंड खड़ा नहीं हो रहा था. वो मुरझाये से लंड को खड़ा करने की जद्दोजहद में था और पम्मी उसके सामने एकदम न्यूड खड़ी थी वाऊ क्या माल लग रही थी वो. उसकी उंगलियाँ चूत के ऊपर थी और वो पति के नाकाम लंड को देख के आहें भर रही थी.
फिर वो बोली, लिव इट, आई गोन्ना सॉर्ट माय फक आउट (रहने दो अब, मैं अपनी चुदास के लिए कुछ कर लुंगी!)
ऐसा कह के वो दरवाजे की तरफ बढ़ी, मुझे होश नहीं रहा की वो मुझे बहार आते ही देख लेगी. उसने दरवाजा खोला, मुझे देखा और वो बाथरूम की तरफ गई.
मैं भी उसके पीछे गया. वो बाथरूम में घुसी और मैंने दरवाजे का हेंडल पकड लिया. वो मुझे देख रही थी. मैंने अंदर घुस के अपनी इस मच्योर साली को बाहों में ले लिया. वो एक पल के लिए इस सब से एकदम घबरा गई. मैंने उसके कान में कहा इवन योर सिस्टर कांट टेक माय दिक् एनीमोर, आई थिंक वी शुल्ड हेल्प इच अधर (तुम्हारी बहन भी अब मेरा लंड नहीं लेती हैं, शायद हमें एक दुसरे की मदद करनी चाहिए!!)
पम्मी ने मेरी तरफ देखा, वो कुछ कहे उसके पहले मैंने उसके होंठो को चुसना चालु कर दिया. और अपने हाथ को मैंने उसकी नाइटी में घुसा दिया. उसने अन्दर पेंटी नहीं पहनी थी इसलिए उसकी चूत की चिपचिपाहट मेरे को महसूस हुई. उसकी चूत काफी गरम भी थी. मैंने उसे किस करते हुए फिर दुसरे हाथ से अपना लंड उसे पकड़ा दिया. इस बड़े लंड की लम्बाई महसूस कर के वो एकदम से उछल पड़ी.
वो बोली, यु गोट अ बिग्गी! (तुम्हारा तो बड़ा हैं!)
मैंने कहा, या एंड इट ग्रोव्स मोर व्हेन समवन सक्स इट (हां और वो चूसने से और भी लम्बा होता हैं!)
पम्मी मेरी बात को समझ चुकी थी की मैं उस से क्या करवाना चाहता था. वो अपने घुटनों के ऊपर बैठ गई. और फटाक से मेरे लंड को उसने नाईट पेंट से निकाल के अपने मुहं में ले लिया. वो लंड चूस रही थी और मैंने उसके बाल पकडे हुए थे.
वो पुरे लौड़े को मुहं में ले के ऐसे चुस्से दे रही थी की मेरा तो पूरा के पूरा खड़ा हो गया था. और मेरा लंड उसके गले तक घुस रहा था. पम्मी निचे टट्टे भी चूस रही थी. शायद साढू भाई ने बहुत दिनों से उसे कुछ दिया नहीं था इसलिए वो बहुत ही चुदासी हुई थी. वो लंड को अपनी जबान से ऐसे चाट रही थी जैसे 50 रूपये वाली चोकोबार.
और फिर मैंने पम्मी के बाल पकडे, उसे उपार उठाया, बाथरूम की दिवार पकड के खड़ा किया उसको. उसने अपनी टांगो को खोला और मुझे चूत का न्योता दिया. मैंने उस न्योते को सर आँखों पर कर लिया और उसकी मख्खन जैसी चूत में अपना मुहं लगा दिया. मैंने मस्ती से उसको चाट रहा था. और वो बड़ी कामुकता से अह्ह्ह अह्ह्ह ओह ओह कर रही थी. हम दोनों के ऊपर सेक्स का नशा कुछ ज्यादा ही चढ़ा हुआ था.
मैंने चूत को मस्त चाट के उसे और गिला कर दिया. और चूत को चाटने के वक्त मैं अपने लौड़े के ऊपर वही पर पड़ा हुआ साबुन लगा चूका था. साबुन का झाग मेरे लंड पर कर के मैंने उसे एकदम चिकना कर दिया.
फिर पम्मी को मैंने उल्टा कर दिया. उसने गांड को थोडा पीछे को की. और मैंने साबुन से सना हुआ लंड उसकी चूत में घुसा दिया. साबुन लाग के चोदने से लंड सीधे आराम से अन्दर घुस गया. वो कराह उठी. लेकिन मैंने जरा भी रहम नहीं किया उसके ऊपर. उसके बड़े हॉट बूब्स को पकड के मैं उसकी चूत को चोदने लगा. पम्मी अह्ह्ह आह कर के अपनी गांड हिला रही थी. और वो उसे भी चुदने में मजा आ रहा था.
मेरा बड़ा लंड मस्त घुस के बहार आ रहा था. और पम्मी भी गांड हिला हिला के मजे लुट रही थी. उस रात को ना मैं अपने कमरे में गया ना ही पम्मी साढू भाई के पास गई. जो सेक्स बाथरूम में स्टार्ट हुआ था वो हमने ऊपर के कमरे तक चालु रखा!!!!