हेलो फ्रेंड, मेरा नाम करण है और मैं एक प्लेबॉय हु. ये कहानी मेरी और मेरी नौकरानी की है. उसका नाम ऋतू है. मैंने यहाँ पर सेफ्टी के लिए उसका नाम चेंज कर दिया है. दोस्तों बात तब की है, जब मैं अपनी ग्रेजुएशन की स्टडी के लिए कानपुर आया था.
मैंने कॉलेज में अपना एडमिशन करवाया और रहने के लिए एक रूम ढूंढने लगा. मुझे रूम कॉलेज से काफी दूर मिला, लगभग ५ से ६ किमी दूर था. ख़ैर मैंने वो रूम ले लिया और अपनी स्टडी करने लगा. मैं साइकिल से कॉलेज से जाता और फिर वहां से लौट कर खाना बनाना, रूम साफ़ करना और स्टडी करना. ये सब बहुत कुछ होने लगा था. जब मैंने अपने एक फ्रेंड को ये बात बताई, तो उसने मुझे कहा, कि कोई नौकरानी रख ले. मुझे उसका आईडिया पसंद आया और मैंने अपने लैंडलॉर्ड से इस बारे में बात की. उसने मेरे लिए एक नौकरानी का जुगाड़ कर दिया. फिर वो मेरा सब काम करने लगी.
कुछ दिन बाद, उसने मुझे बताया, कि खाने का सामान ख़तम हो गया है. मैंने उस से कहा, जो लाना है उसकी लिस्ट बना दो. कल मेरा कॉलेज ऑफ है. साथ में चल कर सिटी से सामान ले आयेंगे. उसने कहा – ठीक है और सामान की लिस्ट बना दी.
नेक्स्ट डे, मैं उसे ले कर सिटी आ गया बस से. फिर हमने सामान ख़रीदा और फिर से बस आने के वेट करने लगे. कुछ देर बाद बस आ गयी और वो पूरी तरह से भरी हुई थी. हम दोनों भी बस में चढ़ गए. पर कोई सीट खाली नहीं थी और हम खड़े हो गए. वो मेरे आगे ही थी और जगह ना होने के कारण, मैं उस से चिपक कर खड़ा था. मेरा लंड बार – बार उसकी गांड से रगड़ रहा था. मैं गरम होने लगा और मेरा लंड खड़ा हो गया और उसकी गांड में चुभने लगा. वो एक बार पीछे मुड़ कर देखी और जब मैंने पूछा – क्या हुआ? उसने कहा – कुछ नहीं.
ख़ैर फिर हम घर वापस आ गए . उस वक्त रात के ८ बज रहे थे. मैंने उस से रूम पर ही रुक जाने को कहा. वो मान गयी . फिर उसने खाना बनाया और हमने खाना खाया. अब मेरी नजर उसके ऊपर थी. मैं सोच रहा था, कि उसको चोदना है. लेकिन ऐसा क्या करू, कि वो मान जाए. फिर मुझे एक आईडिया आया. मैंने उस से कहा, कि मेरे पैरो में बहुत दर्द हो रहा है. दबा दो मेरे पैर. उसने कहा – मैं मालिश कर देती हु और वो तेल लाने के लिए चली गयी.
मैंने अपने कपडे उतार दिए और अंडरवियर भी, मैंने अब सिर्फ एक बरमुडा पहन लिया. वो तेल ले कर आ गयी और मेरे पैरो की मालिश करने लगी थी. उसके हाथो ने जैसे ही मेरे पैरो को छुया, मुझे करंट सा लगा और मेरा लौड़ा एकदम से खड़ा हो गया. थोड़ी ही देर में वो पूरा खड़ा हो चूका था. अब मेरा लंड बरमुडे में साफ़ – साफ़ खड़ा दिख रहा था.
वो भी बार – बार उसी को देख रही थी. अब मुझ से बर्दाश्त नहीं हो रहा था. मैंने उसका हाथ पकड़ कर उसको ऊपर खीच लिया और उसको किस करने लगा. वो कहने लगी, ये गलत है और मुझे धक्का देने लगी. पर मैंने भी उसको कस कर पकड़ लिया और मैंने उसके होठो को चुसना शुरू कर दिया. अब वो भी गरम होने लगी थी. फिर मैंने उसके सारे कपडे उतार दिए और अपना बरमूडा भी उतार दिया. वो मेरे लंड को देख रही थी और अब उसने आँखे बंद कर ली.
मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपना लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया. पर उसने हाथ हटा लिया. मैंने उसको गुस्से में २ थप्पड़ मार दिए और अपने लौड़े को उसके मुह में घुसा दिया. वो रो रही थी. पर मैं उसके मुह को चोद रहा था और हाथो से उसकी चूची को मसल रहा था.
करीब १५ मिनट के बाद, मैं उसके मुह में झड गया. उस ने तुरंत मेरे लंड को बाहर निकाल कर थूक दिया. फिर मैं उठा और उसी तेल से उसकी मालिश करने लगा. पैर पर, हाथ पर, चूची पर, सब जगह पर. फिर मैंने उसकी चूत को खोल कर अपनी ऊँगली उसकी चूत में घुसा दी. वो सिसिया उठी ऊऊऊऊईईईईइमा… ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ… ऊउईईईईइ
फिर मैं उसकी चूत को चाटने लगा और अपनी ऊँगली को अन्दर – बाहर करने लगा. १० मिनट में उसका हाथ मेरे सिर पर आ गया. अब वो भी गरम हो चुकी थी. फिर मैं उठ कर खड़ा हो गया. इस बार उसने मेरे लंड को चुसना शुरू कर दिया और मैं उसकी देसी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर उसकी चूत को चोद रहा था.
१० मिनट के बाद, वो अकड़ने लगी. मैं समझ गया, कि झड़ने वाली है. इस्लुए मैं और भी तेजी से देसी चूत को चाटने लगा. फिर वो झड़ने लगी और मैंने उसका सारा रस पी लिया. फिर मैं उठा और जाकर उसके पैरो के बीच में खड़ा हो गया. मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया. वो फिर से गरम होने लगी और कहने लगी – अब देर मत करो. जल्दी से मुझे चोद दो. पर मुझे उसको तडपाने में मजा आ रहा था. इसलिए मैं उसकी देसी चूत पर लंड को रगड़ता रहा. कुछ देर बाद, उसकी चूत गीली होने लगी. तब मैंने एक जोरदार शॉट मारा और मेरा लंड आधा उसकी चूत में समां गया. उसके मुह से आआअह्हह्हह…. मर गयी… ऊऊऊऊईईईईइमा… निकलने लगा.
मैंने फिर से एक शॉट मारा और इस बार मेरा लंड पूरा उसकी देसी चूत में जड़ तक घुस गया. वो कहराने लगी अहहहा अहहह्हा म्मम्मम्म मर गयी… पर मैं भी कहाँ मानने वाला था. दनदन धक्को की बरसात कर दी. उसने अपने पैरो को मेरी कमर को बंद कर लिया और बोल रही थी हाहाह हहह्ह और जोर से करो… और तेज…. और तेज… मजा आ रहा है. हाहाह अहहाह.. इधर मैं भी उसको धकाधक चोदे जा रहा था. हहह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह आआ म्मम्म… फिर मैंने उसको खड़ा किया और उसके एक पैर को उठा कर पीछे से अपना लंड उसकी देसी चूत में घुसा दिया और उसे चोदता रहा.
१५ मिनट के बाद वो झड गयी, लेकिन मैंने उसको चोदना बंद नहीं किया. फिर उसने कहा – बस करो. अब जलन हो रही है. मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसको कुतिया की पोजीशन में कर दिया. फिर मैंने तेल ले कर उसकी गांड में कर दिया. वो मुझे मना करने लगी. मैंने उसको कहा – धीरे से करूँगा एकदम. पर वो मान ही नहीं रही थी. बहुत मनाने के बाद वो मान गयी.
मैंने पहले उसकी गांड में एक ऊँगली डाली तेल लगा कर. वो अहहाह अहहाह कर उठी. फिर मैंने उसका मुह तकिये पर रखवा दिया और अपने लंड पर तेल लगाया और लंड को गांड के छेद पर फिट कर दिया और धीरे से धक्का मार दिया. मेरे लंड का सुपदा उसकी गांड में घुस गया. वो अहहाह अहहाह ईईईईई.. म्मम्मम कर के चिल्ला उठी. मैंने फिर उसकी चुचिया सहलाई, तो उसे कुछ देर बाद आराम मिला. फिर मैंने एक जोरदार शॉट मारा और मेरा पूरा लंड उसकी गांड में घुस गया. वो आःहहाह अहहहः मर गयी.. कर के चिल्लाने लगी.
उसकी आँखों से आसू आ गए. पर मैं रुका नहीं और उसे चोदता रहा. थोड़ी देर बाद उसे भी मजा आने लगा और वो भी अपनी गांड को हिलाने लगी. फिर कुछ देर में, मैं उसकी गांड में झड गया और हम नंगे ही एक दुसरे से चिपक गए. मैं जब तक वहां रहा, मैंने उसको चोदा और वो भी मुझ से खुश हो कर चुद्वाती थी.