मौसी की लड़की की जवानी को देखकर मैं उसके साथ meri chudai करने की सपने देखा करता और एक दिन मेरा वह सपना ऐसे सच हो गया जैसे सब कुछ पहले से सेट हो..
हैलो, मेरा नाम मनीष है। मैं अभी पुणे के पास चिंचवड में रहता हूँ। मेरी उम्र अब 25 है और मेरा लंड सामान्य आकार का लेकिन औरतो को खुश करने के लीए काफ़ी है।
मैं पुणे मे पढ़ाई के लिए आया हूँ। ये कहानी मेरी और शैलजा की है। हम दोनों के नाम इसमें बदले हुए हैं। शैलजा मेरी मौसी की लड़की है। शैलजा मुझसे चार साल बड़ी है। शैलजा की अब शादी हो गई है।
अब मैं अपनी कहानी लिखता हूं जो मेरे साथ 2009 साल में हुई थी। मेरी एक मौसी है उनकी एक हॉट बेटी है जिसका नाम शैलजा है और उमर अभी 29 की है।
हम हमेशा से ही खुल के बात किया करते थे और मै सोचता था कि कब मुझे उसको हाथ लगाने का मौका मिल जाये। उसका साइज़ 30-24-32 का होगा। मैं बचपन से ही उसे पसंद करता था। मै उसको चोदना चाहता था।
और वो दिन आ ही गया। कहते है ना भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं। उस दिन वो उसके कॉलेज से मेरे घर आई थी। वो बचपन से ही रात को मेरे साथ ही सोती थी। उस दिन भी वो मेरे ही साथ सोई थी। घर के सारे लोग सो चुके थे।
लेकिन मैं उसकी वजह से सो नही पा रहा था। मैं उसको चोदना चाहता था। मैंने उसके पहले कभी चुदाई नही की थी। मुझे बहुत डर लग रहा था।
आप ये कहानी मेरी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
मुझे पता था की वो सो चुकीं है तो मैंने धीरे से उसका हाथ पकड़ लिया और उसकी उँगलियाँ धीरे धीरे चूसने लगा। वो थोडा हिली तो मैं रुक गया। और थोड़ी देर बाद मैं वापस उसका हाथ चाटने लगा। उसके मम्मे धीरे धीरे दबाने लगा।
मैं पहली बार किसी लड़की के मम्मे दबा रहा था। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और डर भी लग रहा था की वो घर में किसी को बता ना दे क्योंकि मैं उसका छोटा भाई जो था।
मैं सोच रहा था की वो सो चुकी है लेकिन वो जाग रही थी। उसने मेरा हाथ पकड़ा तो मै डर गया। उसके बाद जो हुआ जिसका मुझे यकीन ही नही हो रहा था। उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपने मम्मों पर रख दिया और मुझे किस करने लगी।
मैं भी उसे पागलों की तरह चूमने लगा और उसके मम्मे दबाने लगा। फिर मैंने उसका हाथ पकड़ कर मेरे लौड़े पर रख दिया तो वो मेरा लौड़ा दबाने लगी।
10-15 मिनट की चुम्मा छाती के बाद वो मेरे कपड़े उतारने लगी। अब मैं बिल्कुल नंगा था फिर मैने भी उसके कपड़े उतारने लगा लेकिन वो मना करने लगी।
लेकिन मेरे ज़ोर देने पर उसने अपनी नाइट गाउन उपर कर दिया और अपनी ब्रा भी निकल दी। मैं उसके मम्मे चूसने लगा, मै जिंदगी मे पहली बार मम्मे चूस रहा था।
उसके मम्मे एकदम नर्म थे। मुझे बहोत मज़ा आ रहा था लेकिन वो कुछ भी आवाज़े निकाल नही रही थी जैसा की हर स्टोरी मे होता है।
उसके बाद उसने मुझे अपनी चूत चाटने के लिए कहा तो मैं उसकी चूत चाटने लगा। मुझे उसका स्वाद बिल्कुल भी अच्छा नही लगा फिर मैं चाट रहा था फिर कुछ मिनट बाद उसने अपना पानी छोड़ा तो अब उसकी मेरा लंड चूसने की बारी थी लेकिन उसने नही चूसा।
उसके बाद उसने मुझे अपनी चूत में मेरा लौड़ा डालने को कहा तो मैंने भी अपना लौड़ा उसके चूत मे डालने लगा। लौड़ा एक ही झटके मे चूत मे समा गया तो मैं लौड़े को अंदर बाहर करने लगा। ये मेरी पहली चुदाई थी तो मैंने 2 मिनट में ही पानी छोड़ दिया।
तो उसने मुझे वापस उसकी चूत चाटने को कहा लेकिन मैं इस बार नही माना और मेरा लंड उसके मुँह मे दे दिया और चूसने को बोला तो वो भी मेरा लंड चूसने लगी। कुछ देर बाद मेरा लंड दोबारा खड़ा हुआ।
तो मैंने फिर मेरा लंड उसकी चूत मे डाल दिया और अंदर बाहर करने लगा। करीब 15 मिनट बाद घमासान चुदाई के बाद हम दोनों ने एकसाथ पानी छोड़ा।
उसको मैंने अगले दिन पूछा की मेरा लंड एक ही झटके मे अंदर कैसे घुस गया तो उसने बताया की उसने पहले 2 बार चुदाई की है। मुझे बहुत बुरा लगा। उसे चूत चुसवाना बहुत अच्छा लगता था। इसके बाद हम चुम्मा चाटी करते रहे लेकिन हमें कभी भी चुदाई का मौका नही मिला।
उसके बाद उसकी शादी हो गई। अब वो काफ़ी मोटी हो गई है और उसके मम्मे काफ़ी मोटे हो गये है। अब मैं सोचता हूँ की उसकी चूत और एक बार चाटने को मिल जाए और उसकी और एक बार चुदाई कर दूँ लेकिन मैंने भी आज तक फिर से चुदाई नही की।
यानी की मौका ही नही मिला क्योंकि मुझे शादीशुदा औरतें बहुत ही पसंद है लेकिन कोई मिली ही नही बस मेरी सेक्स स्टोरी की कहानियाँ पढ़ कर रोज मुट्ठ मार लेता हूँ, सोचता हूँ की भगवान के घर देर है अंधेर नही ।
तो मेरी पहली चुदाई की कहानी कैसे लगी प्लीज़ मुझे मेल कीजिए और चुदाई का आनंद उठाइए।
दोस्तों जब से मौसी की लड़की का दीदार किया था मन में अजीब सी बेचैनी रहने लगी थी और उस रात बेचैनी और बढ़ गई जब वह ठीक मेरे बगल में सोयी हुई थी तब मैं एक छोटी सी पहल की और जवाब ऐसा मिला जिससे meri chudai उसके साथ सेट हो गई.. कैसी लगी मेरी सेटिंग बिंदास कमेंट्स दें..