लंड लेने की बड़ी इच्छा हुई थी
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मेरे घरवाले ७ दिन के लिए बहार गए थे. उनके जाने की अगली सुबह ही मैं बोर हो रही थी तो थोडा पोर्न देखा और सेक्स की कहानियाँ पढने लगी. इस वजह से मेरी चूत बहक रही थी और मुझे लंड लेने की प्यास सी लगी थी. शाम का समय हो गया ऐसे ही और सोचा की मैं किसी दोस्त के साथ बात कर लूँ. मैं अमन को फोन लगाया.
मैं: हेलो अमन.
अमन: हल्लो जान बोलो.
मैं: यार आज थोडा बहक रही हूँ कुछ कर यार.
अमन: पोर्न देख ले न.
मैं: अरे वो देख के तो बहकी हु पागल. कुछ कर यार.
अमन: मैं क्या करूँ?
मैं: रात को घर आजा, कोई नहीं हैं, मौका भी अच्छा हैं, बहुत दिन हो गए हैं वैसे भी.
अमन मेरे स्कुल का दोस्त हैं और पिछले ५ सालों से मुझे चोद रहा हैं. वैसे मेरा बॉयफ्रेंड हैं लेकिन फिर भी मैं अमन से चुद्वाती हूँ. क्यूंकि अमन के लंड की तो बात ही कुछ अलग हैं.
रात तक सबर नहीं हो रहा था मुझसे इसलिए मैंने अपने सारे कपडे उतार दिए और नंगी बिस्तर पर बैठ गई अपनी टांगो को फैला कर. हाथ में एक केला था मेरे. शीशे के सामने मैं केले को धीरे से अपनी चूत में पेलने लगी…. अह्ह्ह्हह आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह की आवाज के साथ मैं अपनी चूत को हिला रही थी केले की धार से. थोड़ी देर में केला मेरी चूत में था और मैं कुछ देर के लिए ऐसे केले को अपनी चूत में रख कर लेट गई.
करीब ७:३० बजे मैं उठी और अपने नंगे बदन को देखने लगी. मैं सोच रही थीलंड के बारे में ही. पिछले ५ साल से अभी तक मैंने कितने भी लंड लिए हुए हैं. और यह सब सोचते हुए ही मैंने अपनी ऊँगली को चूत मी डाल दिया और उसे धीरे धीरे अन्दर बहार करने लगी. मैं फिर से बहक रही थी पता नहीं ये अमन कब आएगा! मैंने सोचा की चलो उसके आने तक नाहा लेती हूँ.
नाहा के जैसे ही मैं बहार निकली तो दरवाजे के ऊपर घंटी बजी. मैं जानती थी की ये अमन ही हैं. इसलिए गीले बदन मैं नंगी ही दौड़ पड़ी दरवाजे की तरफ. दरवाजा खोला तो अमन मुझे ऐसे नंगा देख के मुस्कुरा पड़ा.
अमन: मेरी जान इतनी भूखी थी क्या?
मैं: साले एक तो तो जल्दी नहीं आया और अब मादरचोद देख देख के मजे ले रहा हैं हरामी कही का.
अमन अन्दर आया और मुझे कस कर कमर ससे पकड लिया. एक हाथ से दरवाजा बंध करते हुए अमन बोला: तू जानती तो हैं जान मेरी गर्लफ्रेंड को, तेरे लिए उसको चोदने का प्लान केंसल कर के आया हूँ.
मैं: तो तू उसी के साथ चला जाता मेरे ऊपर महरबानी करने क्यूँ आ गया. मैं किसी और को बुला लेती.
अमन ने मेरी चूत में ऊँगली डाल दी बहुत जोर से. मैं चीख पड़ी आह्ह्ह्ह मादरचोद ऊँगली बाह्हरररर कर….अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह!
अमन: साली मेरे होते हुए तू दुसरे लंड लेने का सोच भी कैसे सकती हैं रंडी, छिनाल की बेटी.
चूत गांड दोनों को चुदवा लिया
और यह कहते हुए उसने मुझे किस कर लिया. मैंने कहा चल कमरे में चलते हैं. अमन बहुर ही सेक्सी दिखनेवाला लड़का हैं. सारी लडकियां उस से चुदवाना चाहती हैं. पर वो सिर्फ मेरी चूत का पक्का आशिक हैं. अमन ने मुझे होंठो पर चूमा कस के और बोला चल तू जहाँ बोलेंगी वहाँ चलूँगा मैं तो. मैं तो तेरे जैसी रंडियों का ही दीवाना हूँ.
और यह कह के उसने मुझे अपनी गोदी में ले लिया और चुमते हुए ही मुझे बिस्तर तक ले गया. और मुझे बिस्तर पर पटक दिया. मैं निचे गिरी और अपने चुन्चो को सहलाने लगी. वो मेरा नंगा बदन देख कर बहक रहा था बहुत ज्यादा, इतना की उसका लंड पेंट पर ही खड़ा दिखने लगा था. मैंने कहा, अब इस चिड़िया को आज़ाद कर दे ना, बहुत चहक रही हैं!
वो बोला तू खुद ही कर दे ना.
मैं बिस्तर पर बैठ गई और उसके पेंट पर हाथ फेरने लगी. वाह क्या अहसास था, उसका लंड जितनी बार हो नया ही लगता हैं. अब मैंने पेंट खोली और उसे उतार दिया. और चड्डी भी निकाल फेंकी मैंने. उसका लंड मेरे मुहं के सामने ही था, एकदम खड़ा हुआ जैसे मुझे सलामी दे रहा हो.
मैंने बिना कुछ कहे उसके लंड को चूमा और चूसने लगी. अमन: वाह पता तेरे बारे में सब से ज्यादा अच मुझे ये लगता हैं की तुझे पता होता हैं की तुझे क्या करना हैं और तू बिना मेरे कहे ही सब कुछ कर लेती हैं.
मैं मुस्कुराई और बोली तभी तो अभी तक मेरे बुलाने पर आ जाता हैं तू, मेरे लंड के शहजादे. और यह कह के मैं उसके लंड को वापस से चूसने लगी.
अमन मोअन कर रहा था उसने अपनी शर्ट खुद ऊपर कर दी और मुझे देख कर मुस्कुराने लगा और मेरे चुंचे पकड कर सहलाने लगा. अब उसने मेरा सर पकड़ा और खुद ही अपना लंड मेरे मुहं में आगे पीछे करने लगा. एक बार तो गले तक चला गया उसका लंबा लंड. अब उसने अचानक से अपना लंड मुह से बहार निकाल दिया.
मैं: क्या हुआ?
अमन: जा जाकर वो कच्छा और ब्रा पहन जो मैंने दी थी तुझे. तू उसमे बहुत सेक्सी लगती हैं, आज मैं अपने हाथ से उन दोनों को फाड़ दूंगा.
मैं बोली ठीक हैं और बाथरूम का दरवाजा खुला छोड़ कर ब्रा और पेंटी पहन रही थी. वो मुझे देख रहा था और अपने लंड को सहला रहा था. वो मेरे पास आया और गले पर किस करने लगा और उसका लंड मेरी गांड पर रगड़ रहा था. अब तो मैं और भी ज्यादा हॉट हो चुकी थी.
अब अमन ने शावर चालू कर दिया. हम भीग रहे थे और एक दुसरे को चूम रहे थे. वो मेरे चुंचे दबा रहा था पूरी महनत से और मैं मुठ मार रही थी उसके लिए. अब हा रूम में आये. वो मुहे लिटा कर मेरे ऊपर आ गया, मैंने कहा साले कब से ऊपर ही लगा हुआ हैं निचे भी तो जा वहां पर ही तो आग हैं सब के सब.
वो बोला जरुर जान पर निचे तब जाऊँगा जब निचे लावा उगल रहा होगा.
मैं हंस पड़ी. मन तो बहुत था की उसका मुहं पकड कर चूत चटवाऊ. पर नहीं कर पाई ऐसा कुछ. कुछ देर मेरे चुन्चो से खेलने के बाद उन्हें बुरी तरह से मसलने के बाद वो फाइनली मेरी चूत पर आया और प्यार से अणि दो ऊँगली अन्दर दे दी. अब वो उँगलियों को आगे पिछे कर के चूत को हिला रहा था और अपनी जबान से चाट भी रहा था. दोस्तों मैं तो उस वक्त सातवें आसमान पर थी. और मैं उसके मुहं पर ही झड़ भी गई. उसने मेरा सब रस पी लिया और साफ़ करते हुए खड़ा हो गया. अब वो अपना लंड मेरे चूत के दरवाजे पर रगड़ रहा था मेरी हालत बिगड़ रही थी. मैं मचल रही थी सिसकियाँ भर रही थी और उसे गालियाँ भी दे रही थी. और वो अपनी ही धुन में मस्त था.
अब उसने अपना लंड पेलना चालू कर दिया, आह्ह्ह्ह अह्ह्ह ओह ओहीइ माँ वो अभी तक वो सिर्फ ४ इंच ही अन्दर गया था और मैं चीत्कार करने लगी थी. अभी तो पूरा ६ इंच लंड बहार था.
अमन ने कहा, अभी तो आधा बहार हैं.
मैंने कहा, डाल दे न अन्दर तेरी माँ के लिए रखा हैं क्या बहार!
अमन ने एक झटका दिया और मेरी चूत में पूरा १० इंच अन्दर तक पेल दिया. मैं छटपटा गई और मैंने कस के गले से लगा लिया उसे. वो बोला, सब्र कर जान. और यह कह के वो मुझे चूमने लगा मुझे शांत करने के लिए. और फिर थोड़ी देर में मैंने अपनी गांड को हिलाना चालू कर दिया. वो समझ गया की मैं ठीक हूँ और मैं अब मजे ले रही हूँ. अब उसने मेरे ऊपर लेट कर ही मुझे चोदा. मैं आह वाह्ह आह्ह्ह्ह यही सब कर रही थी और वो मेरी आवाज से और भी उत्तेजित हो रहा था और तेजी से मुझे चोद रहा था.
अब उसने मुझे डौगी स्टाइल में करीब १५ मिनिट तक चोदा और फिर से पोजीशन चेंज कर के मेरे ऊपर आ गया. कुछ देर झटके देने के बाद अब वो बैठ गया. मैं चूत में लंड ले के अपनी कमर को उसके तरफ कर के बैठ गई. वो अब बैठे हुए ही मुझे चुदाई के मजे दे रहा था. अब उसने मुझे गोद में उठाया और खड़ा होकर मुझे लंड पर लगा के ऊपर निचे करने लगा. मैं अपने क्लाइमेक्स पर थी. मैंने बोला अमन बस अब मैं थर्ड टाइम बहनेवाली हूँ. वो हंस पड़ा और बोला मेरी रांड अभी तो मैं तुझे और चोदुंगा. और यह कह के वापस मुझे जोर जोर से चोदने लगा.
हमने अलग अलग बहुत पोजीशन में सेक्स किया और एंड में हमने ६९ पोजीशन में भी एक दुसरे को खुश किया.
और फिर उसने मुझे कहा, चल अब मैं तेरी गांड में दूंगा.
मैंने कहा इतना बड़ा पीछे दो गे तो मेरी फट ही जायेगी.
वो बोला, चुप साली रंडी मेरी गर्लफ्रेंड तो ले लेती हैं पीछे.
और अमन ने मेरी एक नहीं सुनी और मुझे घोड़ी बना के पीछे भी अपना लंड दे दिया. मेरी गांड में जैसे किसी ने लोहे की गर्म सलाख डाल दी थी. वो कुत्ते को तरह गांड में लंड दे के चिपक सा गया था और मैं गांड को अब उसके लौड़े पर घिस रही थी. मुझे जरा भी मजा नहीं आ रहा था, सिर्फ पेन ही हो रहा था लेकिन अमन की ख़ुशी के लिए मैंने उसे गांड में वीर्य छोड़ने दिया. सख्त गांड को उसने १० मिनिट तक चोदा था वीर्य निकालने से पहले चूत होती तो शायद पौना घंटा और पेलता मुझे.
फिर हम थक के एक दुसरे से चिपक के सो गए. दोस्तों सुबह तक तो हमने बहुत सब बार चूत और गांड का खेल खेला, और दोपहर तक हम दोनों चूत में लंड डाल के ही सोते रहे.