हाय दोस्तों मेरा नाम राजविंदर है मेरी कहानी तब शुरू हुई जब में सिर्फ़ 18 साल का था में अपने मामा के घर छुट्टी बिताने गया था मामा की दुकान घर से तीन किलोमीटर दूर होगी एक दिन में दुकान पर बेठा हुआ था मामा जी बोले तू घर जा कर लंच ले आ और अपना खाना खाकर आना में घर के लिये चल पड़ा घर पहुँच कर मैने दरवाजा खोला मेन दरवाजा सिर्फ़ हम घर वालो को ही पता था की केसे खोलना है अंदर जा कर मैने देखा कोई भी नही है में उपर फ्लोर पर चला गया वहा भी कोई नही था फिर में टॉप फ्लोर पर जाने के लिये बड़ा तब कुछ सिसकियां सुनाई दी में दबे पैर जाने लगा वहा दरवाजा अंदर से बंद था.
मे छत से फ्लोर पर गया और खिड़की से देखा तो पाया मेरी दोनो मामी नंगी है बड़ी मामी की चूत पर बाल है ओर छोटी मामी की चूत पर बाल नहीं थे छोटी मामी बड़ी मामी की चूत अपनी जीभ से चाट रही थी और छोटी मामी बड़ी मामी के बूब्स दबा रही थी मेंने देखा एक खिड़की खुली थी उसे पूरा खोला तो छोटी मामी कह रही थी की देखा भाभी में कह रही थी ना की आपको मज़ा आयेगा मेरी चूत चाटने मे आप अक्सर मना कर देती थी बड़ी मामी बोली है सच मे बड़ा मज़ा आ रहा है मेरा पति अपने लंड की सकिंग के लिये कहता है और में मना कर देती थी छोटी मामी बोली लंड सकिंग मे तो और भी मज़ा आता है ओर उसके माल का नमकीन टेस्ट ओ ऊ यम्मी बड़ी मामी बोली ओ छी छोटी मामी हंसी और मेरा लंड मेरे पेट से टच हो रहा था ऐसा पहले कभी नही हुआ था.
अचानक बड़ी मामी की नज़र मेरे पर पड़ी और तुरन्त दरवाजा खोल कर मुझे डाँटने लगी और साथ मे दोनो मामी कपड़े पहनने लगी उन्होने किसी के सामने यह बात करने से मना किया फिर बड़ी मामी बोली मे दुकान पर फोन करके बोलती हूँ की इसने मेंरे साथ बतमीज़ी करने की कोशिश की है ओर छोटी ने मेरी आवाज़ सुन कर मुझे बचाया है यह सुन मेरी गांड फट गई में मामी के पैरो मे गिर गया ओर माफी माँगने लगा जिसमे मेरी कोई ग़लती नही थी बड़ी मामी सलवार पहन चुकी थी पर उनके बूब्स अभी भी ढके नही थे.
छोटी मामी बोली दीदी यह किसी से कुछ नही कहेगा में रोते हुये हाँ मे हाँ मिलाता रहा फ़िर मेंने कहा मामा जी ने लंच लेने के लिये भेजा है दे दो उन्होने मेरे लिये खाना दिया पर मैने नही खाया मामा को फोन करके मैने कहा की मेरी तबीयत खराब हो गई है आप किसी को भेज दो उन्होने एक लड़का भेज के लंच मंगा लिया शाम को मेने अपना सामान पैक किया और अपने घर आ गया 3 दिन बाद मेरी छोटी मामी हमारे घर आई ओर मेरे कमरे मे मुझसे मिली ओर बोली तुम नाराज़ हो क्या मेंने तो तुम्हे कुछ नही कहा है जो कहा दीदी ने कहा मुझे मनाया ओर चली गई ओर मामी के घर आने का न्योता दे गई मेरी माँ ने मुझे फिर से उनके घर भेज दिया बड़ी मामी मुझे देख के मुस्कुराई ओर बोली तू तो बड़ा सीधा है कोई और होता तो उल्टा हमे ही डाट देता सॉरी उस दिन के लिये शाम को मामी ने पकोडे बनाये और सबने मिलकर खाये.
उन्होने मेरे सामने अपने कपड़े उतार दिये। मैने कहा यह क्या कर रही हो तो वो बोली उस दिन तो तू हमें नंगा देख ही चुका है अब बचा क्या है जो तुझसे छुपाये ओर जो हम कर रही थी वो भी गलत है पर क्या कर सकते है इन लोगो को हमें चोदने का टाइम ही कहाँ है अगले दिन छोटे मामा टूर पर चले गये रात को मुझे छोटी मामी ने अपने कमरे मे सुलाया रात के 2 या 2:32 बजे मेंरी नींद खुली में टायलेट गया और फिर बेड पर लेट गया मामी बोली नींद नही आ रही क्या मेंने कहा में टायलेट गया था फिर मेंने उनसे पूछा आप को नींद नही आ रही क्या वो बोली नही मैने कहा क्यो तो वो बोली मेरी चूत मे खुज़ली हो रही है में चुप हो गया उन्होने मेरा हाथ पकड़ा ओर अपने बूब्स पर रख दिया ओर बोली इन्हें ज़ोर से दबा मुझे अच्छा लग रहा था मैने पहली बार किसी के बूब्स पकड़े थे.
फिर उन्होने अपना गाउन उतार दिया मैने उनके निपल पकड़े चूसे उनमे थोड़ा थोड़ा मिल्क आ रहा था उसका टेस्ट अच्छा लग रहा था मेंने कहा आप के बूब्स तो बहुत बड़े है वो बोली 38 डी साइज के है मेंने फिर कहा बड़ी मामी के तो आपसे छोटे है वो बोली उनके 36 बी साइज के है मेंने कहा डी ओर बी क्या है तो वो बोली कप साइज़ ब्रा का और मेरे लंड को चूसने लग गई मुझे अच्छा लग रहा था वो बोली तेरा लंड तो तेरे मामा से भी लंबा और मोटा है तुम्हारे मामा का सीधा खड़ा होता है ओर तुम्हारा तुम्हारे पेट से टच हो रहा है में उनकी चूत चाटने लगे तो वो पागल हो गई.
फिर मेंने जेसा किताबो मे पढ़ा था की चूत से पानी निकलने लगे तो लंड डाल दो तो मेंने डाल दिया उनकी आवाज़ ज़ोर से निकल रही थी वो बोली तूने तो मेरे जिस्म का अंग अंग हिला दिया मे मर जाऊगी ज्यादा अंदर मत डाल पहले ही तेरा लंड मेरे एंड पॉइंट से टच हो रहा है मेंने एक ना सुनी ओर पूरा लंड देते हुये ज़ोर ज़ोर से शॉट देने लगा मेरा जल्दी डिसचार्ज होने वाला था पर मामी का मेरा शॉट हेवी होने के कारण पहले हो गया अगले दिन जब बड़ी मामी को जब पता लगा की मेरा लंड उनके पतियो से ज्यादा सॉलिड है तो वो मामा जी के दुकान पर जाने का बेसब्री से इंतज़ार करने लगी में टायलेट गया फिर नाहया जेसे ही बाहर निकला मेरी बड़ी मामी ने मेरा अंडरवेयर नीचे खीच लिया ओर मेरे लंड को अपने मुँह मे ले कर खड़ा करने लगी इतने मे मेरी छोटी मामी ने बड़ी मामी की चूत चाटना शुरू कर दिया मेरा लंड देख कर मामी पागल हो गई.
फिर अपनी चूत से रगडने लग गई चूत की इतनी चिकनाहट थी की लंड अंदर चला गया मेरे से भी अब रहा नही जा रहा था मेंने ज़ोर से शॉट मारे वो बोली धीरे से करो वरना मेरी चूत फट जायेगी मेरे मन मे बदला लेने की थी इसलिये में और ज़ोर से शॉट मारने लगा छोटी मामी मेरा लंड अन्दर बाहर जाते हुये को अपनी जीभ से चाट रही थी जिससे मेरा एग्ज़ाइट्मेंट बड़ रहा तह चाटते चाटते वो बड़ी मामी की चूत भी चाट लेती मेंने डिसचार्ज उनकी चूत मे ही कर डाला हम सब ए.सी वाले कमरे मे होते हुये भी पसीने से भीग गये थे अब यह सिलसिला शुरू हुआ जब भी मोका मिलता किसी ना किसी तरह से मामी को चोद देता फिर बिज़नस मे कुछ गड़बड़ हुई और मामा लोग अलग अलग हो गये और फिर बड़ी मामी नई जगह चले गये वहा उनके पड़ोस मे एक सुन्दर भाभी रहती थी जो बड़ी मामी की दोस्त हो गई थी बड़ी मामी ने मुझे उसकी भी चूत कैसे दिलवाई यह आप मेरी अगली स्टोरी मे पढना