हेलो फ्रेंड्स!! मेरा नाम अर्पित है और मेरी उम्र 32 साल है।
मेरा एक कॉल सेंटर है और मैं गुडगाँव में रहता हूँ।
रीटा मेरी पर्सनल सेक्रेटरी थी… ऑफीस में साथ काम करने से हम एक दूसरे के काफ़ी करीब आ गये थे। एक दूसरे की लाइफ, सेक्स-लाइफ सब के बारे में चर्चा हो जाती थी।
वो ज़्यादातर साड़ी पहनती थी और मैं उसे साड़ी में देख कर काफ़ी उत्तेजित हो जाता था!!!
कैसे भी करके, मैंने उसको चोदने का मन बना लिया था।
एक दिन मैं उसे किस करके बाहर चला गया और फिर लेट आया। वो 6 बजे चली जाती थी, लेकिन उस दिन वो इंतज़ार करती रही…
जब मैं ऑफीस पहुँचा तो उसने कहा – अपने ये क्या किया, आज…??
मैंने कहा – मैं तुम्हे चाहने लगा हूँ!!!
वो बोली – आप और मैं दोनों शादीशुदा हैं। यह कैसे हो सकता है…??
मैंने कहा – मैं कुछ नहीं जनता। फिर वो चली गई…
दूसरे दिन वो नॉर्मल थी!! मैंने थोड़ी देर बाद उसको किस किया और वो कुछ नहीं बोली, सिर्फ़ स्माइल करती रही… मेरी हिम्मत बढ़ी!! मैं बार-बार किस करता रहा, शायद वो भी अब गरम होने लगी थी।
दो-तीन दिन बाद मैंने कहा – तुम भी किस करो…
फिर उसने मुझे किस किया तो मैं उत्तेजित हो गया और मैंने उसे बाहों में ले लिया…
वो बोली – सर, कोई आ जाएगा… ऑफीस है!!
मैंने कहा – अपने ऑफीस में कोई नहीं आता, फिर भी अलर्ट रहेंगे… और फिर मैं उसके बूब्स भी दबाने लगा।
अब मैं दिन में कई बार उसको बाहों में भर लेता था और उसकी चूत को ऊपर से सहला देता था!! अब वो भी मेरे लण्ड को कभी कभी ऊपर से ही सहला देती थी!!
फिर एक दिन हमने डिसाइड किया, किसी होटल में जाते हैं। ऑफीस एक दिन बंद कर देंगे और मज़े करेंगे!! !!!
दूसरे दिन, वो सुबह जल्दी आई और हम होटल में रूम बुक कर के रूम में चले गये।
रूमे में पहुँचते ही मैंने उसे बाहों में भर लिया…
वो बोली – सर!! पूरा दिन है, क्यूँ इतने उतावले हो रहे हो…??
फिर वो आकर बिस्तर पर बैठ गई… मैंने कहा – रीटा, आज काफ़ी दिनों का सपना पूरा होगा!!…
वो बोली – मुझे भी आप अच्छे लगते हैं…
अब मैंने उसकी साड़ी हटा दी और ब्लाउज खोल दिया। उसने अपने हाथों से ब्लाउज हटा कर अपनी ब्रा उतार दी… !!
उफ़!! क्या बूब्स थे उसके… मैंने उसके बूब्स अपने हाथों में ले लिए और दोनों हाथों से बहुत देर तक मसलता रहा।
अब वो भी उत्तेजित हो गई और मेरे पैंट की ज़िप खोलने लगी। मैंने कहा – पहले मुझे न्यूड कर दो… वो हँसी और एक-एक करके सारे कपड़े हटा कर मेरे लण्ड को पकड़ लिया…
मेरा लण्ड काफ़ी बड़ा है!! !!!
वो उसे मसलने लगी और बोली – बाप रे!! काफ़ी बड़ा है, सर आपका ये…
मैंने कहा – क्यूँ…?? तेरे पति का छोटा है…??
वो बोली – हाँ, उनके लण्ड से तो दो गुना बड़ा है!! फिर वो बेड पर बैठ गई और मेरे लण्ड को किस कर के मुँह में भर लिया और लोलीपाप की तरह वो अंदर बाहर करने लगी…
मैं खड़े खड़े उसके निप्पल सहलाने लगा…
वो इतनी गरम हो गई की बेड पर लेट गई और बोलने लगी – सर, आपका मोटा लण्ड डालो ना अंदर… मेरी चूत मैं… जल्दी करो ना… …
मैंने लण्ड उसकी चूत पर रख कर धक्का दे दिया। उसकी चूत एकदम गीली हो गई थी, तो ज़्यादा प्राब्लम नहीं हुआ…
दो धक्कों में तो पूरा अंदर हो गया। वो बोलने लगी – मज़ा आ गया, मेरी चूत को आज… !! ज़ोर से सर… आज पूरी चूत फाड़ दो… क्या लण्ड है… आआआआआाआआ… श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह… मज़ा आ गया…
वो भी कमर उठा उठा कर मेरा साथ देने लगीं और मैं जोश में आ गया। फिर वो अपनी मंज़िल पर पहुँच गई, लेकिन मैं अभी भी ज़ोर ज़ोर से चुदाई करता रहा।
थोड़ी देर बाद मैंने भी उसकी चूत में मेरा स्पर्म छोड़ दिया और ऐसे ही लेट गया!!!
मेरा लण्ड अंदर ही था। उसने मुझे किस किया और कहा – आज से आप मेरे दूसरे पति हो और मैं तुम्हारी दूसरी बीवी!! !!!
मैंने कहा – ठीक है…
शाम के 5 बजे तक हमने 5 बार सेक्स किया!!! !!
फिर वो वहाँ से घर चली गई और मैं ऑफीस…
मेरी कहानी आपको कैसी लगी… ??