होटल वर्कर से गांड मरवाई

मुझे घूमना फिरना बहुत पसंद है और आजकल मैं बहुत घूमता फिरता रहता हूं क्योंकि मुझे नई बाइक मिली थी. तो एक दिन मैंने नैनीताल जाने का प्लान बनाया.

जैसे ही मैं नैनीताल पहुंचा मैंने होटल सर्च करना शुरु कर दिया मैं ऐसा होटल ढूंढ रहा था जो सस्ता हो और ज्यादा बड़ा भी ना हो. थोड़ी और ऊपर जाकर एक जगह पर एक होटल था मैंने वहां चेक इन किया. वहां कोई नहीं था क्योंकि एक तो ऑफ़ सीजन था और दूसरा यह होटल नैनीताल से थोड़ी दूर पर था.

जैसे ही मैं रिसेप्शन पर पहुंचा एक मिडिल उमर का आदमी, विनोद, जो की चालीस की उम्र का होगा रिसेप्शन पर आया और फॉर्मेलिटीस पूरी की. एक दूसरा आदमी, राजेश, आया जो मेरा सामान रुम में ले गया. मैं जैसे ही रूम में आया मैंने सोचा कि चलो चांस लेते हैं इनके साथ. तो मैं राजेश से बातें करना शुरू कर दिया कि होटल तो खाली लग रहा है, कितने रूम है वगैरा वगैरा.. बहार जाते वक्त मैंने राजेश से हाथ मिलाया और स्माइल की. राजेश की उमर ५० के करीब थी.

अब क्योंकि उन्होंने मुझे जो रूम दिया था वह रिसेप्शन के पास ही था, मुझे उन दोनों की बात करने की आवाज आ रही थी.

मैंने अपने रूम का मेन दरवाजा लॉक नहीं किया और बाथ रूम का दरवाजा भी खोल कर नहाने लगा. मैं बिल्कुल नंगा होकर नहा रहा था. मेरी पीठ और गांड दरवाजे के सामने थी और मुझे पता नहीं चल रहा था कि कौन आया और मैंने जानबूझकर देखा भी नहीं.. जब मैं अपने आप को टॉवल से पोछने के लिए झुका तो मैंने देखा कि राजेश दरवाजे पर खड़ा था और सब देख रहा था.. और यही मैं चाहता था…

खाने में क्या लोगे? राजेश ने पूछा.

कुछ भी ले लूंगा मैंने स्माइल करते हुए बोला.. तब राजेश की आंखों में एक शरारत सी दिखी.

उसके बाद मैं रेडी हुआ, मैंने छोटी सी निक्कर पहनी और पतली सी टी शर्ट, जीसमें से मेरे निपल एकदम साफ दिख रहे थे और निक्कर में मेरी सॉफ्ट जांघे.. बाहर बहुत ठंड थी. मैं बाहर निकला तो देखा कि विनोद राजेश दोनों आग लगा कर बैठे हैं और व्हिस्की पी रहे हैं. उन्होंने मुझे भी ड्रिंक ऑफर की में वह लोकल ब्रांड नहीं पि पाता इसलिए मैंने मना कर दिया, और मैंने खाने का आर्डर दिया. मेरा खाना १० मिनट में आ गया, मैं उनके साथ बाहर ही बैठ कर खाना खा रहा था और वह दोनों ड्रिंक कर रहे थे. और राजेश और विनोद बार बार मेरी तरफ देख रहे थे. मे काफी एक्साइट हो रहा था.. मुझे पक्का यकीन था कि आज सीन बन जाएगा.

राजेश मुझे बोलने लगा कि आपके रुम में कोई दिक्कत तो नहीं है? मैंने बोला प्रॉब्लम तो कोई नहीं है पर आप लोग तो ड्रिंक करके सो जाओगे और मुझे इस अकेले होटल में डर लगेगा. बस मेरे खत्म होते ही राजेश बोला कि आप डरो मत अगर आप चाहो तो मैं आपके साथ सो सकता हूं… मैंने थोड़ा सोच लिया और मैंने हां कर दी.

मेरे मन में लड्डू फूट रहे थे..

हम जैसे ही रूम में गए राजेश ने अपना हाफ स्वेटर उतारा, पैंट उतारी और बेड में आ गया. (मैं इस टाइम तक पूरा लाल हो चुका था ) जैसे ही हमने लाइट बंद की.. विनोद ने हमला किया और किस शुरू कर दी, वह मेरे कान पर चूमने लगा उसने मेरी टी शर्ट निकाल दी और मेरे निपल चूसने लगा और जोर जोर से सक करने लगा. धीरे धीरे वह मेरी नाभि में अपनी जीभ डालने लगा. तब तक में पागल हो चुका था.. राजेश ने रजाई एक तरफ की और अपना अंडरवेअर उतार दिया.

मैं उसके लंड को हिला रहा था.राजेश बोला तू चूस ईसे.. मैंने इससे पहले कभी चूसा नहीं था फिर भी मैंने ट्राई किया और ५-१० मिनट तो उसका लौड़ा चूसा..  राजेश बिल्कुल पागल हो रहा था. उसने मुझे फेस के बल बेड पर लेटाया और मेरी जांघ चूसने लगा. फिर उसने मेरी गांड में अपनी उंगली डाल कर अंदर बाहर करने लगा उसके बाद उसने मेरे गांड को फेलाया और अपनी जीभ अंदर डाल दी, मेरी सिसकियां निकल रही थी. मैंने राजेश से कहा कि छोड़ दो मुझे.. अब राजेश उठा और बाहर चला गया, कुछ देर में वह आया तो कोकोनट ऑयल की बोतल लाया और दो कंडोम लाया.

राजेश ने मुझे नीचे फ्लोर पर घोड़ी बनाया और ढेर सारा कोकोनट ऑयल मेरे गांड पर लगाया और अपना लौड़ा मेरे छेद पर लगा दिया, एक जोर का झटका दिया, मेरी जोर से चीख निकली पर लौड़ा थोड़ा ही अंदर गया था. फिर उसने कुछ टाइम वैसे ही रखा, फिर एक जोर का झटका दिया फिर लौड़ा आधा अंदर चला गया, ऐसा करते करते उसका पूरा लौड़ा मेरे अंदर चला गया. अचानक उसने मेरी गांड से अपना लौड़ा निकाला और बेड पर लेट गया और मुझसे कहा कि मेरे ऊपर आकर मेरे लौड़े पर बैठ जा. उसके मुंह से इतनी स्मेल आ रही थी लेकिन मुझे मज़ा आ रहा था.

अब उस पोजीशन में जैसे ही उसने अपने लंड को मेरी गांड में डाला इतने में दरवाजा खुला और देखा कि विनोद भी हमारे सामने खड़ा है.

विनोद को मैंने कहते हुए सुना कि इसी चुदाई नहीं करनी बस उसके निपल चूसने है. मे राजेश के ऊपर जंप कर रहा था और विनोद मेरे निपल चूस रहा था जोर जोर से.. विनोद ने अपना लौड़ा बाहर निकाला और कहा कि मेरी मुठ मारो…  नीचे से राजेश मेरी गांड पेल रहा था और ऊपर से मैं विनोद की मुठ मार रहा था.

बस उस रात को राजेश ने मेरी तीन बार चुदाई करी और दोनों ने मुझे बहुत सक किया, यह प्रोग्राम २ दिन और चला..  उसके बाद में दिल्ली वापस आ गया.. पूरा सेटिसफाइड था मैं…

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