हैल्लो दोस्तों.. यह बात उस वक़्त की है जब हम 12वीं क्लास में पड़ते थे। हमारी टीचर का नाम श्वेता था और वो दिखने में एकदम पटाखा थी। श्वेता मेडम की उम्र करीब 35–36 साल की थी.. लेकिन वो दिखने में बड़ी मस्त थी। हर लड़का उनको चोदने के सपने ही देखा करता था और ना जाने उनके बारे में सोच सोच कर कितनी बार मुठ मारा करता था। सभी स्टूडेंट्स तो उनके बारे में सोचा ही करते थे.. लेकिन हमारे कॉलेज का प्रिंसिपल भी उन पर फ़िदा था।
हमारा प्रिंसिपल एकदम ठरकी था और कई बार वो दूसरी लेडी टीचर्स के साथ भी ग़लत कर चुका था.. लेकिन कोई उसके खिलाफ आवाज़ नहीं उठता था उसका स्कूल और देखभाल पर पूरा ज़ोर था। श्वेता मेडम ने कुछ दिन पहले ही स्कूल आना शुरू किया था और कुछ ही दिनों में वो बहुत फेमस हो गयी और बहुत ही थोड़े वक़्त में वो स्कूल की देखभाल का एक हिस्सा बन गयी.. जब कि उनसे सीनियर और टीचर्स पीछे रह गये। फिर हमें पता चला कि श्वेता मेडम का चक्कर प्रिंसिपल से चल रहा है और यह मेहरबानी उन पर इसीलिए हुई है और हमने पूरा पता किया तो पता चला कि श्वेता मेडम अभी तक कुँवारी है और बहुत ही चालू चीज़ है।
फिर हम दो दोस्तों ने निर्णय किया कि कुछ ऐसा करें कि वो हमारे साथ सेक्स के लिए मज़बूर हो जाए और हमने श्वेता मेडम पर नज़र रखनी शुरू कर दी.. वो अक्सर शाम को प्रिंसिपल के घर पर जाती थी और 3–4 घंटे वहाँ बिताती थी और हमे भी पता था कि 3–4 घंटे वो कोई स्कूल मीटिंग तो करते नहीं होंगे बल्कि कोई और मीटिंग ही करते होंगे।
तो हमने प्रिंसिपल के नौकर के पास जाकर उससे पूछा कि श्वेता मेडम यहाँ पर अक्सर क्यों आती है? लेकिन उसने हमे कुछ नहीं बताया। फिर मेरे फ्रेंड ने उसे 2000 रुपये अपनी जेब से निकालकर दिए और फिर उसने पैसे जल्दी से अपनी जेब में रख लिए और सब कुछ हमे विस्तार में बता दिया.. उसने हमे बताया कि श्वेता मेडम 6 महीने से एक हफ्ते में 2–3 बार साहब के घर पर आती है और फिर साहब मेमसाब की जमकर चुदाई करते है और उसने बताया कि उसने खुद उन दोनों को कई बार चुदाई करते हुए देखा है। मेमसाब ने अपनी चूत दिखाकर और चखाकर साहब को अपने वश में कर लिया है और वो जैसे कहती है वो वैसा ही करते है और बदले में उन्हे उनसे चाहिए तो सिर्फ़ चूत। फिर हमने उसे पटाया और कहा कि अगली बार जब मेडम घर पर आए तो हमे फोन करके बुला लेना.. अगर ऐसा किया तो तुम्हे और पैसे मिलेंगे और बहुत सारे पैसे।
तो दो दिन बाद शाम को करीब 7 बजे उसका फोन आया और उसने बताया कि मेमसाब अभी अभी आई है जल्दी आ जाओ.. इतना कहकर उसने फोन काट दिया और हम 10 मिनट में वहाँ पर पहुंच गये और उसने हमे पीछे के रास्ते से घर में अंदर घुसा दिया और जब हम अंदर घुसे तो देखा कि वो दोनों सोफे पर बैठकर शराब पी रहे है और शराब पीते पीते एक दूसरे को किस भी कर रहे है.. मेडम बड़े आराम से साड़ी को उतारकर ब्लाउज और पेटीकोट में बैठी थी और सर ने तो सिर्फ़ लूँगी पहनी हुई थी और उनका खड़ा लंड साफ साफ दिखाई दे रहा था। फिर आधा घंटा शराब पीने के बाद मेडम ने अपने ब्लाउज के हुक खोल दिए और ब्रा में आ गयी।
सर ने अपना एक हाथ ब्रा में और दूसरा पेटीकोट में डाल दिया। यह सब चीज़ें मेरा दोस्त अपने मोबाईल में रिकोर्ड कर रहा था। फिर सर मेडम के बूब्स और चूत को कसकर रगड़ रहे थे ऐसा लगता था कि वो चूत पर अपनी उँगलियों का इस्तेमाल कर रहे थे और कुछ देर ऐसा करने के बाद सर ने अपनी लूँगी को खोलकर लंड महाराज को आज़ाद किया। लंड चूत में घुसने को तड़प रहा था और उस खड़े लंड को देखकर मेडम मुस्कुरा रही थी। तभी वो भी खड़ी हुई और अपने पर्स में से कुछ निकाला असल में वो कंडोम का पेकेट था। सर ने कंडोम को अपने लंड पर चड़ा लिया और डॉगी स्टाईल में मेडम को चोदना शुरू किया.. लेकिन उनका लंड बहुत जल्दी झड़ गया और ऐसा लगता था कि मानो मेडम की प्यास बुझी ही नहीं। मेडम ने अपने कपड़े पहने और कुछ देर बाद अपने कपड़े पहनकर घर के लिए चल दी।
उस समय करीब 9.30 बजे थे। मेडम भी उसी केम्पस में रहती थी जहाँ पर हमारा हॉस्टल था। मैंने अपने दोस्त से वो मोबाईल लिया और रूम पर चला गया। रूम पर मैंने वो रिकोर्डिंग को दोबारा देखी तो मुझसे रहा नहीं गया और मैंने सोचा कि जो कम कल करना है क्यों ना आज ही कर दिया जाए? और फिर मोबाईल को लेकर में मेडम के घर की और चल दिया। लगभग 10.30 बजे में मेडम के घर पहुंचा और मैंने दरवाजे की बेल बजाई तो मेडम ने दरवाज़ा खोला.. उन्होंने पारदर्शी लाल कलर की नाईटी पहनी हुई थी और उनके बूब्स नाईटी में से साफ साफ झलक रहे थे। तभी उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या हुआ? और इतनी रात को कैसे आए हो?
मैंने कहा कि मुझे आपसे कुछ काम है.. क्या में अंदर आ सकता हूँ? तो उन्होंने मुझे अंदर बुला लिया और हम सोफा पर बैठ गये। तो उन्होंने पूछा कि अब बताओ क्या काम है? जब मैंने बहुत देर तक कुछ नहीं कहा तो वो बोली कि क्या तुम चाय पीयोगे? तो मैंने कहा कि हाँ पीऊँगा।
तो वो उठकर किचन में चली गयी और में भी उनके पीछे पीछे किचन में चला गया.. उन्होंने मुझे बाहर बैठने के लिए कहा था.. लेकिन में नहीं बैठा। तभी उन्होंने कहा कि क्यों तुम्हारी तबीयत तो ठीक है? तो मैंने कहा कि में आपसे बहुत प्यार करता हूँ मेडम और फिर वो मेरी तरफ देखकर ज़ोर से हँसी में उनके पास गया और उनको हग करने के कोशिश की.. लेकिन उन्होंने मुझे अपने से दूर हटा दिया और उन्होंने कहा कि तुम यह क्या कर रहे हो? चलो चुपचाप अपने घर जाओ। तो मैंने कहा कि में आज यहीं पर आपके साथ सोने आया हूँ और इतना कहने पर उन्होंने मुझे एक थप्पड़ लगाया और हाथ पकड़कर ड्राइंग रूम में ले गयी.. वो मुझे बहुत ज़ोर से डांट रही थी। तभी मैंने कहा कि अभी कुछ देर पहले प्रिंसिपल के साथ तो बहुत मज़े ले रही थी.. तो वो एकदम से हैरान होकर कहने लगी कि क्या मतलब है तुम्हारा? तो मैंने वो रिकोर्डिंग क्लिप शुरू की और कहा कि यह है मेरा मतलब।
उनके चेहरे का रंग एकदम फीका पड़ गया और वो चुपचाप जाकर सोफे पर बैठ गयी और मुझसे कहा कि तुम क्या चाहते हो? तो मैंने कहा कि अभी बताया तो है आपको कि में आपके साथ सोना चाहता हूँ.. उन्होंने कहा कि ठीक है.. लेकिन यह रिकार्डिंग क्लिप तुम्हारे सिवा और किसी के पास नहीं जाना चाहिए? तो मैंने कहा कि में आपसे वादा करता हूँ और किसी के पास नहीं जाएगी। तो वो मुझे बेडरूम में ले गयी और बोली कि कर लो जो तुम्हे करना है और फिर मैंने उन्हे किस किया मुझे बहुत मज़ा आया। में 10 मिनट तक उनको किस ही करता रहा.. फिर कुछ देर बाद वो भी गरम हो गयी और मेरे साथ पूरे पूरे मज़ा करने लगी।
फिर मैंने उनकी नाईटी को उतारी और मैंने देखा कि उन्होंने नीचे कुछ भी नहीं पहना हुआ था.. वो एकदम नंगी थी और यह देखकर तो मेरा लंड पेंट को फाड़कर बाहर आने को तैयार हो गया और मैंने भी अपने कपड़े उतारे और पूरा नंगा हो गया। फिर मेडम ने मेरे लंड को देखते हुए कहा कि तुम्हारा यह बहुत बड़ा है। फिर उन्होंने मेरे लंड की चमड़ी को थोड़ा नीचे किया और लंड को देखकर कहा कि तू तो पहले भी चुदाई कर चुका है। तो मैंने कहा कि अपनी क्लास में जो ऋतु नाम की लड़की है वो मेरी गर्लफ्रेंड है और अक्सर जब भी मौका मिलता है तो हम चुदाई करते है।
उन्होंने कहा कि फिर मुझे क्यों चोदने के पीछे पड़ गये? तो मैंने कहा कि आपको चोदने की कौन नहीं सोच रहा है। खैर मैंने फिर कहा कि कंडोम देना मेडम.. वो हँसी और बोली कि तुझे सब कुछ पता है और उन्होंने अलमारी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जाकर ले आओ। तो मैंने अलमारी खोली और देखा कि वहाँ पर कंडोम के 3–4 तरह के पेकेट रखे है.. मैंने एक लिया और लंड पर पहन लिया.. में अब पूरी तरह से मेडम को चोदने को तैयार था और मैंने लंड को जैसे ही मेडम की चूत के छेद में डाला तो मेडम ने कहा कि थोड़ा आराम से करो.. मुझे थोड़ी तकलीफ़ होती है तेरा लंड बहुत मोटा है।
फिर पहले आराम से और बाद में ज़ोर ज़ोर से लंड को अंदर डाला और धक्के मारने शुरू कर दिए.. मेडम को भी मस्ती चड़ रही थी और वो अजीब अजीब सी आवाज़ें निकाल रही थी.. जैसी मैंने ब्लूफिल्म में देखी थी। तो मैंने भी अपने धक्को की स्पीड बढ़ा दी और वो बार बार यही कह रही थी और ज़ोर से और ज़ोर से.. में भी धक्के मारता रहा और कुछ देर बाद मेडम की चूत ने पानी छोड़ दिया और में धक्के मारता रहा। लगभग 10 मिनट के बाद मेरे लंड ने भी पानी छोड़ दिया और मेडम ने मुझे ज़ोर ज़ोर से हग करते हुए कहा कि यह उनकी सबसे अच्छी चुदाई में से एक है.. बस मज़ा आ गया। हमने फिर कुछ देर बैठकर बातें की और उन्होंने अपने बारे में बताया कि कैसे उनके बॉयफ्रेंड ने उनका इस्तेमाल किया और उनके साथ सेक्स करता रहा.. यहाँ तक की दो बार उसने उन्हे अपने बॉस के पास भी भेजा ताकि उसका प्रमोशन हो जाए और फिर कुछ दिनों के बाद उन्हे छोड़ दिया यह कहकर कि वो तो रंडी है और वो उनका इस्तेमाल कर रहा था। खैर में तो सिर्फ़ और सिर्फ़ सेक्स के बारे में ही सोच रहा था।
फिर आधे घंटे आराम करने के बाद मैंने मेडम से कहा कि मुझे फिर से करना है.. लेकिन किसी और पोज़ में.. मेडम ने इस बार मुझे ज़मीन पर लेटा दिया और खुद मेरे ऊपर मेरी छाती पर आकर लंड को अपने हाथों से अपनी चूत में डाला और लंड पर उछलना शुरू कर दिया.. वो ज़ोर ज़ोर से उछल रही थी और मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था.. लेकिन साथ ही साथ कुछ दर्द भी महसूस हो रहा था। फिर कुछ देर बाद मैंने मेडम को नीचे उतरने को कहा और फिर कहा कि आप सोफे पर बैठो में तुम्हे वैसे ही चोदूंगा.. तो वो सोफे पर बैठ गई और मैंने खड़े होकर लंड को उनकी गीली चूत में डाला और मैंने उनसे कहा कि क्या में दूसरे छेद में लंड डाल सकता हूँ? तो उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी ट्राई नहीं किया.. तो मैंने कहा कि मैंने भी कभी ट्राई नहीं किया और हम दोनों ज़ोर ज़ोर से हँसने लगे। फिर वो उठकर गई और तेल लेकर आई और उन्होंने थोड़ा हाथ में तेल लेकर मेरे लंड पर और थोड़ा दूसरे छेद पर लगाया।
फिर मैंने जैसे ही लंड को अंदर डालने की कोशिश कि तो मेडम बहुत ज़ोर से चीखी चिल्लाई और कहा कि बहुत आराम से और मुझको भी लंड को उनकी गांड के अंदर डालने में बहुत दर्द हो रहा था.. लेकिन मुझे लगा कि ऐसा मौका फिर कहाँ मिलेगा? मैंने फिर आराम आराम से लंड अंदर डालना शुरू किया और पूरा का पूरा लंड अंदर डाल दिया। दर्द के कारण मेडम का चेहरा एकदम लाल हो गया था और मैंने बहुत धीरे धीरे धक्के मारने शुरू कर दिए और थोड़ी देर के बाद मुझे कुछ आराम मिला और मेरे धक्कों की स्पीड भी बड़ गयी.. लेकिन कुछ टाईम के बाद मेरा लंड झड़ गया और ऐसा करने में बहुत ही ज्यादा मज़ा आया और अब रात के 12 बज चुके थे और मेडम मुझे अपने बेडरूम में सोने के लिए ले गयी। तो मैंने मेडम से कहा कि एक आखरी बार और करना है.. लेकिन बाथरूम में नहाते हुए। तो हम दोनों नंगे होकर बाथरूम में चले गये और एक दूसरे को नहलाने लगे.. एक दूसरे के गीले बदन को छूने में हमे बहुत मज़ा आ रहा था। मैंने मेडम को नीचे झुकाया और पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरू कर दिया है।
कुछ टाइम बाद हम दोनों झड़ गये और बेड पर जाकर लेट गये.. मेडम कपड़े पहनने लगी तो मैंने कहा कि ऐसे ही आ जाओ.. उस रात हम दोनों नंगे सोए और में पूरी रात उनकी चूत में उंगली करता रहा। बहुत मज़ा आया दोस्तों उस रात। फिर कई बार मैंने मेडम के साथ रात गुजारी और चुदाई के मज़े लिए और दिए भी.. उस रात की तरह मैंने उनके साथ कई रातें गुजारी और उनको चोदा.. लेकिन उनको पहली बार चोदने के बाद तो मैंने ऋतु को लगभग छोड़ ही दिया। जहाँ हम हफ्ते में 1–2 बार सेक्स करते थे.. वहाँ अब हम महीने में 1–2 बार ही करते थे और मेडम से मुझे डबल फायदा हुआ.. एक तो सेक्स की सन्तुष्टि और दूसरा अच्छे नंबर से पास होना भी। में उनको चोदकर खुश करता और वो मुझे अच्छे नम्बरों से पास करवा देती। इस तरह हम दोनों का काम चलता रहा।