Hindi Sex Kahani aur Kamukta Stories
हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सभी लोग ? मैं उम्मीद करता हूँ की आप सभी लोग मस्त होगे और चुदाई का मज़ा तो ले ही रहे होगे | दोस्तों मैं जो आज अपनी कहानी आप लोगो के सामने पेश करने जा रहा हूँ इस कहानी को पढ़कर लंड के रजा लड़को के लंड में आग लग जाएगी और जो चूत की रानी हैं उनकी चूत मचल जाएगी और लंड लेकर चुदने की इच्छा होगी | लड़कियों को जब लंड नही मिलेगा तो वो अपनी चूत में ऊँगली डाल कर शांत करेंगी | दोस्तों मैं अपनी कहानी को शुरू करने से पहले अपना परिचय दे देता हूँ | मेरा नाम राकेश है और मैं रहने वाला गुजरात के कुछ दुरी पर एक छोटे से गाँव का हूँ | मेरी उम्र 23 साल है और मैं दिखने में गोरा हूँ | मेरी हाईट 5 फुट 3 इंच है और मेरी हाईट ठीक है इसलिए मैं जिम भी करता हूँ जिससे मेरी बॉडी मस्त है जिसको देखकर लड़कियों के दिल में कुछ कुछ होने लगता हैं | मैं अभी पढाई करता हूँ | मैं आप लोगो से उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी और इस कहानी को पढने में आप लोगो को मज़ा तो जरुर आएगा |
ये कहानी अभी कुछ दिन पहले की हैं | मैं जब 8 साल का था तब से ही अपनी मामी के घर रहता था और वहीँ पढाई करता था क्यूंकि मैं जिस गाँव का रहने वाला हूँ उस गाँव में स्कूल और हॉस्पिटल नही हैं इसलिए मैं अपने बचपन से ही मामी के घर रहता था | दोस्तों मेरे मामी के घर में 3 लोग रहते थे और चोथा मैं रहने लगा था | मेरे मामा और मेरी मामी , मामी की लकड़ी जिसका नाम नेहा है | दोस्तों मैं आप लोगो को नेहा के बारे में बात देता हूँ क्यूंकि मेरी कहानी की हिरोइन वहीँ है | नेहा का रंग दूध से भी गोरा है और वो दिखने में किसी परी से कम नही लगती है | नेहा मुझसे 2 साल छोटी है और उसकी उम्र 21 साल है | उसकी उम्र के हिसाब से उसकी चढ़ती जवानी थी जिसकी वजह से उसका बदन भरने लगा था | उसकी चढ़ती जवानी थी जिसकी वजह से वो और भी जुदा मस्त लगने लगी थी | नेहा भी उसी कॉलेज में पढ़ती थी जिसमें मैं पढता था | मैं और नेहा एक दुसरे से प्यार करते थे और ये हमारे बिच कभी दिनों से चल रहा था पर मैं उसके साथ किस के सिवा और कुछ भी नही करता था | दोस्तों उसकी चढ़ती जवानी के मज़े लेने के लिए कॉलेज के लकड़े उसे लाइन मारते थे और वो मुझे ये सब बताया करती थी की सब लकड़े उसको छेड़ते हैं जो उसे अच्छा नही लगता है | दोस्तों उसके बूब्स भी कभी बढ़ गए थे जिसकी वजह से उसके बूब्स ऊपर की और उठे रहते थे | अब जब वो जवान हो गयी थी तो मेरे मन में भी उसकी जवानी के मज़े लेने के ख्याल आने लगे थे |
दोस्तों एक दिन की बात है जब मैं और नेहा एक साथ बैठ कर पढ़ रहे थे | उस टाइम घर में मामी थी और मामा जॉब पर गए हुए थे तभी मामी मुझसे बोली की मैं मार्केट सब्जी लेने जा रही हूँ तुम बाहर के गेट और दरवाजा बंद कर लो | तब मैं मामी के साथ जाकर गेट और दरवाजा बंद कर लिया और फिर आकर पढने लगा | मैं जब पढने लगा तो मेरी नाराज उसके बूब्स पर गयी और मैंने मजाक मजाक में उसे पकड कर अपनी और खीच लिया | मैंने जब उसे अपनी और खीच लिया तो वो मेरे ऊपर आ गयी | वो जब मेरे ऊपर आ गयी तो मैं उसकी होठो को अपनी ऊँगली से सहलाने लगा | मैं जब उसकी होठो को उँगलियों से सहला रहा था तो मुझे उसकी होठ बहुत सॉफ्ट लग रही थी | वो मुझे बहुत घुर घुर कर देख रही थी और मेरे ऊपर अपने सर को रख कर लेटी थी | मैं उसकी होठो को सहलाते हुए उसकी होठो पर धीरे से अपनी होठो को रख कर दिया | फिर उसकी होठो को चूसने लगा और नेहा मेरी होठो को चूसने लगी | मैं उसकी पतली और रसीली होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा | मैं उसकी होठो को चूस ही रहा था की मैंने अपने एक हाथ को उसके बड़े और गोलमटोल बूब्स पर रख दिया | जब मैंने अपना हाथ उसके बूब्स पर रखा तो मुझे काफी बड़े लगे |
मैं – नेहा यार तुम्हारे बूब्स मुझे ज्यादा बड़े लग रहे हैं ?
नेहा – हाँ राकेश मुझे भी मेरे बूब्स कुछ पहले से ज्यादा बड़े लग रहे हैं |
मैं – यार मुझे अपने बूब्स दिखाओ ?
नेहा – नही यार कोई आ गया तो मुझे बहुत मार पड़ेगी |
मैं – नही कोई नही आएगा मैंने बाहर का गेट और घर के अन्दर आने वाला दरवाजा बंद कर दिया हैं |
तब नेहा मुझसे बोली की यार मैं दिखाती हूँ पर कुछ करना मत ?
मैंने उससे प्रोमिस किया और कहा सच में कुछ नही करूँगा बस हाथ में पकड कर देखूंगा | नेहा ने अपनी कपडे को ऊपर कर दिया और मैंने उसके बूब्स को हाथ में पकड कर देखा तो मुझे उसके बूब्स कभी बड़े और साफ्ट लगे थे | तब मैंने उसके बूब्स को मुंह में देने को कहा तो पहले तो उसने माना किया फिर कहा कर लो तब मैंने उसके बूब्स को दबाते हुए मुंह में रख लिया और चूसने लगा | मैं उसके बूब्स को चूस रहा था तो उसकी सांसे तेज हो गयी थी और वो मेरे सर को पकड़ कर सहलाने लगी थी | तभी मामी ने गेट खोलने के लिए घंटी बजाई तो मैं जाकर गेट खोल कर आया तब तक उसने अपने कपडे और बाल सही कर लिए थे | फिर मैं और वो बैठ कर पढने लगे | जब मैं और नेहा पढ़ रहे थे तो नेहा मुझसे बोली यार मेरी चूत गीली हो गयी है | मैं जाकर नहा कर आती हूँ | वो नहाने चली गयी | उसके कुछ दिन बाद की बात है जब मामा और मामी घुमने के लिए जा रहे थे तो मुझसे और नेहा से बोल कर गए थे की ठीक से रहना और मैं 3 -4 दिन बाद आयेंगे | मम्मी ये कहकर चली गयी |
दोस्तों उस दिन मैं और नेहा घर में अकेले ही थे और मैं नेहा की जवानी के मज़े लेने के बारे में सोच रहा था | जब मैं और नेहा रात का खाना खाने के बाद बैठ कर टीवी देखने लगे तो मैं नेहा की टांगो को सहलाने लगा | नेहा मुझे ऐसे करते देखकर एक सेक्सी स्माइल दे दी और टीवी देखने लगी | मुझे भी उसकी स्माइल हाँ लगी और मैंने उसे पकड कर अपनी खीच लिया और उसकी होठो पर अपनी होठो को रख दिया | मैंने जब उसकी होठो पर अपनी होठो को रख दिया तो वो मेरी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं उसकी रसीली होठो को मुंह में रख कर चूस रहा था साथ में अपने एक हाथ से उसके बड़े और चिकने बूब्स को दबा रहा था | मैं जब उसके बूब्स को दबा रहा था तो उसके मुंह से नीलने वाली सांसे तेज हो गयी | मैं उसके बूब्स को ऐसे ही कुछ देर तक दबाने के बाद उसके कपडे निकाल दिए |
दोस्तों जब मैंने उसके कपड़े निकाल दिए तो वो मेरे सामने बिना कपड़ो के आ गयी | उसका भरा हुआ बदन सोने की तरह चमक रहा था | मैं उसके बदन को चूमने लगा साथ में उसके बूब्स को मुंह में रख कर चूसने लगा और दुसरे हाथ की ऊँगली को उसकी चूत में घुसा दिया | मैं उसकी चूत में ऊँगली घुसा दी तो उसके मुंह से निकलने वाली सांसे सिसकियाँ में बदल गयी | मैं उसके बूब्स को कुछ देर तक चूसने के बाद उसकी चूत को चाटने लगा | मैं उसकी चूत के दाने को होठो से पकड कर खीच खीच कर चाट रहा था | वो अ आ आ आ…. हाँ उई उई हाँ माँ सी सी हाँ…… की सिसकियाँ लेती हुई सोफे को कस के पकड कर तडपने लगी | मैं उसकी चूत को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद अपने कपडे निकाल दिए और अपने लंड को उसके हाथ में पकड़ा दिया | वो मेरे लंड को हाथ में पकड कर मुंह में रख लिया | मैं उसके सर को पकड कर कुछ देर तक लंड को चूसता रहा | फिर उसकी टांगो को फैला कर उसकी चूत में लंड को घुसाने लगा | दोस्तों उसकी चूत टाईट होने की वजह से मेरा लंड बहुत देर बाद घुसा और मेरा लंड जैसे ही उसकी चूत में घुसा तो उसकी चूत से खून निकलने लगा | नेहा के मुंह से एक जोरदार चीख निकल गयी और उस खीच के सिवा और कुछ नही बोल पाई | मैं उसकी कमर को पकड लिया और धीरे धीरे अन्दर बाहर करते हुए उसको चोदने लगा | फिर कुछ देर बाद वो भी चुदाई का मज़े लेने लगी और अपनी चूत को सहलाने लगी | तब मैंने उसकी चूत में धक्को की स्पीड को तेज कर दिया और वो मस्त होकर मेरे धक्को के मज़े लेती हुई चुदने लगी साथ में आ आ हाँ उई हं… आ अ ऊ ऊ ऊ… सी सी सी उई सी उई… की सेक्सी आवाजे करने लगी | मैं उसकी वो आवाजे सुनकर और जोश में आ गया और उसकी चूत में धक्को की स्पीड और तेज कर दी जिससे उसके मुंह से तेज आवाज में सिसकियाँ निकल रही थी और वो चुदाई में मेरा पूरा साथ देने लगी थी | मैं उसको इस तरह जोरदार धक्को के साथ उसको कुछ देर तक चोदता रहा |
फिर 15 मिनट की मस्त चुदाई के बाद झड़ गया | मैंने उस रात नेहा की 2 बार मस्त चुदाई की थी और उस चुदाई के बाद मैं नेहा को अक्सर मौका पाने पर चोदता था | वो मुझे अपना पति समझती थी और मैं उसे अपनी बीबी समझता था और हम दोनों मस्त चुदाई का मज़ा लेते थे |
धन्यवाद………..