मुझे खूब चोदो भैया मेरी वासना शांत करो
जी हां जैसा कीआपने पढ़ा मुझे खूब चोदो भैया मेरी वासना को शांत करो ऐसा ही बोली थी कल रात को अपने मुंहबोले भैया को क्यों की पति जब चोद नहीं पाया तो क्या करती कब तक मैं बिना चुदाई के रह पाती। दोस्तों हरेक महिला को एक दिन ये कदम उठाना ही पड़ता है जिसकी वासना पूरी नहीं होती। आज मैं भी उसी लाइन में खड़ी हूँ। जब मेरी चुत की गर्मी शांत नहीं हुई तभी मैं एक कदम उठाई। आज मैं आपको sexkahani.net के माध्यम से अपनी चुदाई...