दरवाजे पर हुस्न से लबरेज माल खड़ा था
मैं घर पर पहुंचा ही था मैं जब दरवाजे पर खड़ा था तो पापा मुझे कहने लगे कि हर्षित बेटा मुझे तुमसे कुछ काम था। मैंने पापा से कहा हां पापा कहिए ना आपको क्या काम था पापा मुझे कहने लगे कि बेटा तुम क्या कुछ देर मेरे साथ बैठ सकते हो मैंने पापा से कहा हां पापा क्यों नहीं। पापा के साथ मैं सोफे पर बैठा हुआ था पापा मुझे देखते हुए कहने लगे कि हर्षित बेटा अब तुमने आगे क्या क्या सोचा है। मैंने पापा से कहा पापा...