धोखेबाज पति
मेरा नाम कामिनी है, स्कूल मेरी और मेरे सहपाठी ऋतिक की मित्रता हो गई। हमने एक ही कॉलेज में प्रवेश लिया और फिर एक दिन ऐसा आया कि इस मित्रता को हमने रिश्ते में बदल लिया। हमने मम्मी-पापा को बिना बताए आपस में विवाह कर लिया। नौकरी के चक्कर में विवाह के बाद मैं और ऋतिक दोनों डेल्ही आ गए। ढाई साल बाद जब मैं गर्भवती हुई तो दफ्तर आने-जाने में परेशानी होने लगी लेकिन मैं काम पर जाती रही। एक बार मेरी रात की शिफ्ट थी लेकिन अचानक...