जीजू ने मेरी और निकिता की तो चुदाई कर दी थी सुबह. रात को हम सब साथ खाना खाया और उसके बाद मम्मी पापा अपने कमरे में चले गए और जीजू दीदी अपने कमरे में. लगभग ३० मिनट के बाद मैंने देखा की उनके कमरे में नाईट बल्ब जल रहा था लेकिन दरवाज़ा लॉक नहीं था तो मैंने नॉक करके बोला दीदी 5 मिनट सिर्फ एक चीज़ पूछना था. दीदी ने बोला आजा.
मैंने आके लाइट जला दी और दीदी से बुक खोलके कुछ पूछने लगी. उसने अपना हाथ बाहर किया तो मुझे पता चला की उसकी ब्रा खुली हुई थी. उसने बोला की जीजू से पूछ ले मुझे नींद आ रही है. मुझे पता चल गया की दीदी और जीजू कुछ कर रहे थे. मेरी चूत गीली होने लगी.
मै जीजू के साइड आ गयी और उनसे पूछने लगी. उन्होंने कॉपी में लिख के बताने लगे. उसके बाद उसने पेंसिल से लिखा कवाब में हड्डी साली. मैंने लिखा क्या हुआ? उन्होंने बोला निचे हाथ लगा के देखो. मैंने हाथ लगाया तो फील किया की लंड राकेट की तरह खड़ा है.
दीदी उस तरफ मुह करके लेटी थी. जीजू ने बोला की तेरी दीदी नंगी है और मै उसकी चूत पेलने वाल्ला था की तू आ गयी. तू सोने का नाटक कर ले, वो चुदाई के बाद सो जाती है. मैंने वैसा ही किया.
१५ मिनट के बाद दीदी और जीजू तो साले भूल ही गए की मै भी यही हु. जीजू ने दीदी से बोला की नेहा सो गयी है आजाओ अपनी चूत इधर करलो. दीदी ने बोला की अरे वो बहुत ठरकी है साली. जीजू ने बोला बच्ची है वो. दीदी ने पलट कर जीजू के ऊपर चढ़ गयी और बोले उसको बच्ची की तरह ना देखो, उसके बूब्स मेरे से भी बड़े है.
जीजू ने बोला मैंने देखा नहीं है, लेकिन बूब्स बड़े होने से क्या होता है चूत चुदने लायक होनी चाहिए. और दीदी के चूत में शायद लंड गया था इसलिए वो बोली अह्ह्ह अहह बहुत दिन बाद ये लंड मेरी चूत में गया है. मेरी पैंटी तो भीग चुकी थी. जीजू अब स्ट्रोक मारने लगे तो दीदी ने बोला आराम से चोदो आज रात भर हमलोग ये करेंगे.
जीजू दीदी को साइड में ले लिए और चूत में लंड घुसा के दोंनो मजे कर रहे थे. थोड़ी देर बाद जीजू एक हाथ मेरी पैंटी के अंदर डाल दिए. वो बहुत देर दीदी के चूत में लंड और मेरी चूत में फ़िन्गरिंग करते रहे. मै सिर्फ आवाज़ नहीं निकल पा रही थी. दीदी ने थोड़ी देर में अह्ह्ह अह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह ओह्ह्ह करके पानी नकली शायद और बोली की लंड निकल लो. थोड़ी देर बाद जीजू अपना लंड उसकी गांड में डालने लगे तो उसने मन किया ये कह के की बहुत दिन के बाद करवाई हु थक गयी हु. गांड मरोगे तो बहुत आवाज़ आएगी. सुबह नेहा यहाँ से जाएगी तो करेंगे. जीजू दीदी को पकड़ कर सो गए. दीदी को तो नींद आ गयी
दीदी के सोने के थोड़ी देर बाद जीजू मेरे से चिपक गए और मेरे गालो को किस करने लगे. मई तो पूरी तरह से गरम थी और ऊपर से जब जीजू मेरी चुचियो को पकड़े तो ऐसा लगा की बदन में जबरजस्त मस्ती आ गयी. जीजू ने बोला की ब्रा क्यों पहनी हो मैंने उनसे कहा की चुचिया लटकने लगती है.
उन्होंने मुझसे पूछा की चुचिया तुम्हारा सहला रहा हु तुम सो जाओ. मैंने बोला नहीं जीजू आज तेरे लिए मैंने चूत साफ़ की है प्लीज एक बार देखो तो. वो मेरे पैंटी ककए अंदर हाथ डाल के फिंगर मेरे होल में डाल दिए और बोले की आवाज़ मत निकालो नहीं तो चोद नहीं पाउँगा. उन्होंने मेरी पैंटी निचे की तो मै उनके ऊपर चढ़ गयी. जीजू ने कहा ऊपर मत आओ नहीं तो दीदी उठ जाएगी. मै साइड से लंड घुसा दूंगा और धीरे धीरे चोदूंगा ताकि तेरे मुह से आवाज़ नहीं निकले.
जीजू में बड़े अचे से मेरी गांड के पीछे से अपना लंड मेरे चूत में रख दिया और धीरे धीरे पूरा 8 इंच का लंड मेरे चूत में समां गया. जीजू घुसाने के बाद बोले साली इतनी गहरी चूत तो तेरी बहिन की भी नहीं है. वो मेरे चूत के अंदर लंड डाल के आराम से सोते रहे और थोड़ी थोड़ी देर में स्ट्रोक करते और मजा देते मुझे. मैंने बोला अपने लंड का पानी अंदर मत डाल देना . मेरा चुदाई के समय पानी निकल गया तो जीजू ने अपना लंड निकल लिया.
मैंने जीजू को बोला की जीजू उतना मजा नहीं आया. मैंने उनका लंड पकड़ कर बोली मुझे ये अचे से चाहिए वो बोले की कल कैसे भी करके टाइम निकल कर आपकी अचे से चुदाई करूँगा और बोले की निकिता को भी बुला लेना. मैंने उन्हें मन करके बोला नहीं वो आएगी तो आप मुझे अचे से नहीं करोगे. वो बोले ठीक है कल कुछ जुगाड़ करते है.
मैंने उनसे प्रॉमिस करवाया की वो मेरी चूत भी चूसेंगे. फिर वो दीदी को पकड़ कर सो गए और मै भी सो गयी. सुबह दीदी उठी और जीजू से पूछी की यार मेरी ब्रा और पैंटी कहा है मुझे बाथरूम जाना है तो मेरी भी नींद खुल गयी. जीजू दीदी के ऊपर चढ़ गए और दीदी बोल रही थी की नेहा जग जाएगी.
जीजू और दीदी दोंनो बाथरूम में चले गए जोकि अटैच्ड था. दीदी पूरी नंगी थी. बाथरूम में बहुत बड़ा होल था जिससे हम देख सकते थे. पहले तो मै सोची नहीं देखूंगी लेकिन फिर मन हुआ की देखू क्या करते है ये लोग. मै देखि की दीदी लंड चूस रही थी. उसके बाद जीजू ने उसकी चूत को चाटने लगे. दीदी के चूत में बाल काफी थे लेकिन फिट भी जीजू को बैठा के अपनी चूत को उन्हें मुह में दे रही थी और उनका सर पकड़ कर चुसवा रही थी.
जब दीदी चुसवा रही थी तो उसकी गांड देख कर मई हैरान थी क्योकि मैंने सोचा भी नहीं था की उसकी गांड इतनी सेक्सी होगी. उसको पैंटी में तो बहुत बार देखि थी इस तरीके से नंगी देख कर लगा की वो मेरी चूत इतना इंटरेस्ट से नहीं चोदे. जीजू फिर खड़े हो गए और अपना लंड दीदी को खड़े में डाल दिए और चोदने लगे. बहुत तेज़ी से छोड़ रहे थे जैसे कल निकिता की चूत चोदते स्पीड दिखाई थी. दीदी भी मस्त तरीके से चुदवा रही थी, उसकी ऐसी हवस कभी नहीं देखि थी. फिर उन्होंने लंड निकला और दोंनो किस करने लगे.
दीदी उसके बाद झुक गयी और जीजू ने अपना लंड उसकी गांड पे २-३ बार मारा और हाथ से गांड को फैलाया और पीछे से उसकी चूत में लंड घुसा दिया. जबरजस्त चुदाई चली दोनों की और इधर मई अपनी पैंटी के अंदर ३ उंगलिया उतार दी. दीदी १० मिनट के बाद झड़ गयी. जीजू ने अपना लंड निकला और दीदी के हाथ में दे दिया. दीदी जीजू के लंड को मस्त थोड़ी देर हिलायी और लंड से पानी का फवारा निकल गया. दोनों ने स्माइल किया. मैंने भी पैंटी गीली कर ली थी पानी निकल कर.
मैं बिस्तर पे आके सो गयी. फिर देखा की दोंनो नंगे बहार निकले. जीजू ने दीदी को ब्रा पैंटी और लोअर पहनाया और खुद अपने कपडे पहने. साला लकी जीजा, २४ घंटे में बीवी की चूत, और २ जवान लौंडियो की चूत छोड़ चूका था वो. मेरी ४ बार उसके बाद चुदाई हुई जब मई एग्जाम के अहमदाबाद गयी थी तब. उसमे से १ तो बहुत मजेदार चुदाई है जो मई जरूर शेयर करुँगी.