मेरा नाम अंकित वर्मा है और मैं उत्तरप्रदेश का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र २३ साल है और अच्छी बॉडी है, जिसे देख कर लड़कियाँ फ़िदा हो जाएँ। मेरा लौड़ा ७ इंच लम्बा और २।५ इंच मोटा है, जिसको देख कर काफी सारी चूत में पानी आ जायेगा। बात उस समय की है, जब मैं ग्रेजुएशन कर रहा था और पढ़ाई करने के लिए दिल्ली गया हुआ था, मैं वहाँ किराये के मकान में रहता था। मेरा मकान मालिक जो था, वोह बहुत ही अच्छे स्वाभाव का था। उसके परिवार में उसकी बीवी और उसके दो छोटे-छोटे बच्चे थे। मैं लगभग ६ महीने से वहीं पर रह रहा था, मकान मालिक से मेरी बहुत अच्छी पटती थी। मैं जिस यूनिवर्सिटी में पढता था, वहां पर तो लडकियों की कमी नहीं थी। एक से एक लड़कियाँ थीं वहाँ पर, जिनको देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता था। मेरा मन तो बहुत करता कि वहीं पर पटक कर एकाध को चोद दूँ, पर यूनिवर्सिटी थी… बवाल हो जाता।

सब से पहले, मैं सभी पाठकों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ। मेरा नाम राज है और मैं गुजरात में रहता हूँ। मैं आप लोगों को अपनी कहानी बताने जा रहा हूँ, ये मेरी पहली कहानी है। अगर कोई ग़लती हो जाए तो माफ़ करना, कहानी पढ़ने के बाद अपना प्रतिभाव देना मत भूलना। मैं छब्बीस साल का लड़का हूँ और मैं दक्षिण गुजरात के एक शहर में रहता हूँ, जो एक बड़ी नदी के किनारे पर है। मेरी हाइट लगभग छे फीट है और मैं बहुत ज़्यादा हैंडसम हूँ। ये उन दिनों की बात है, जब मे कॉलेज में पढ़ता था। मेरी एक गर्लफ्रेंड थी, जो बहुत ही खूबसूरत थी। उसके बूब्स ३४ के थे। वो हमेशा टाइट कपड़े ही पहनती थी। हम लोग बहुत ही रोमांटिक थे, जहाँ भी मौका मिलता हम चुम्मा-चाटी करना शुरू कर देते थे। मेरी गर्लफ्रेंड भी मुझे बहुत सपोर्ट करती थी और वो भी हमेशा तैयार रहती थी।

मेरा नाम आहिल है, ये मेरी पहली कहानी है। अगर गलती हो तो माफ़ कीजिएगा, मैं छुटमलपुर का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र इक्कीस साल है। बात तब की है, जब मैं सोलह साल का था। मैं ग्यारहवीं कक्षा में पढता था और सभी लड़कों की तरह मैं मुठ भी मारने लगा था। दोस्तो, जैसे ही मैं किसी भी लड़की को देखता तो जी करता कि अभी चोद डालूं। मेरी क्लास में एक लड़की पढ़ती थी, उसका नाम जया था और वह मुझसे एक साल बड़ी थी। वह बहुत ज़्यादा ही सेक्सी थी। उसका जिस्म ग़ज़ब का था, कमर पतली और गाण्ड पीछे को निकली हुई। मैं तो हमेशा उसे चोदने के सपने देखता रहता था, पर क्या करूँ ब्लू-फ़िल्म देख कर मूठ मार के ही काम चलाना पड़ता था।

मेरा नाम राज है और मैं 18 साल का हूँ। बात उन दिनों की है जब मैं पंद्रह साल का था। मैं फ़ेसबुक बहुत युज करता था कि तभी मेरी एक लड़की के साथ दोस्ती हुई जो की मेरे ही स्कूल की थी और मुझे पता नहीं था। बातों-बातों में मुझे उसी लड़की ने बताया कि मैंने आपको देखा है। मैंने पूछा – आपने मुझे कहाँ देख लिया, मैंने तो आजतक आपको कभी देखा नहीं। तो उसने कहा – सच्ची, मैंने आपको देखा है। मैंने कहा – ठीक है और फिर मैंने पूछा – क्या आप मुझ से मिल सकते हो? उसने कहा – ज़रूर… मैंने उसे बताया – आप मुझे बॉयोलॉजी लैब के बाहर मिलना। तो उसने कहा – ठीक है।

अब मैं अपनी एक सच्ची कहानी आपके सामने रखने जा रहा हूँ। मैं आज अपने और हर्षा के बारे में बताँऊगा… जब मैं इण्टर में था तब मैं कैमेस्ट्री के विषय में कमजोर था, तो तब मैंने कोचिंग क्लास जाने की सोची। मेरे स्कूल में हर्षा मेरे साथ पढ़ती थी। हर्षा को पढ़ाने एक सर उसके घर आते थे मैंने सर से बात की और मैंने भी उसके घर जाकर कोचिंग लेना शुरु की। मैं रोज़ उसके घर पढ़ने जाता था पर एक दिन सर पढ़ाने नहीं आये और हमने पूरा वक्त बातें की। धीरे धीरे मेरे और हर्षा में नज़दीकी बढ़ गई और तभी लाइट चली गई और 2 मिनट बाद लाइट आ गई। मैंने मज़ाक मे कहा लाइट गई पर तुमने कुछ किया नहीं। एक किस दे देती तो उसने कहा – अब लेलो।

मेरी उम्र 22 साल की है और मैं बी.टेक का छात्र हूँ। मैं फ़रीदाबाद में रहता हूँ और मेरे लण्ड का साइज़ 9 इंच है। बात उन दिनों की है, जब मैं कॉलेज में पढ़ा करता था… उन दिनों मेरी एक जूनियर हुआ करती थी। उसका नाम साक्शी था!! वो थी तो 18 साल की पर उसके चूचों का साइज़ उसके टॉप में से भी साफ़ नजर आता था!!! जब कभी वो झुकती थी तो लण्ड उफान पर आ जाता था!!! उसकी गाण्ड इतनी मोटी थी की जीन्स छोटी लगती थी!! बहुत ही सेक्सी थी, वो!! !!! वैसे तो दिखने में, मैं भी कुछ कम नहीं हूँ पर काफी शर्मीला हूँ… एक दिन मैं कॉलेज की बालकनी में बैठा था तो मेरी नजर सामने वाली क्लास पर गई, वहाँ साक्शी बैठी थी।

Desi Sex Kahani

मैंने बहुत बार अपनी कहानी इस साईट पर लिखने की कोशिश की है परन्तु हिम्मत नहीं हुई। आज मैं हिम्मत करके अपने एक एक्सपीरियंस के बारे में बता रहा हूँ। यह एक सच्ची कहानी है!!! कहानी शुरू करने से पहले, मैं अपने बारे में बता देता हूँ… मेरा नाम हितेश है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 24 साल है और मेरा कद 5’8 है। मेरा लण्ड 8 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है। अब मैं आपका ज्यादा समय न लेते हुए, सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ… यह बात 6 महीने पहले की है। जब मैं बी।टेक के दूसरे वर्ष में पढ़ता था। तब मेरी मुलाकात एक परी (काल्पनिक) नाम की लडकी से फेसबुक पर हुई, जो की मेरे कॉलेज से ही थी। उसकी उम्र 23 साल थी और वो दिखने में बहुत ही सुन्दर और सेक्सी थी!! उसका फिगर था 36-28-38। काफी दिनों चैटिंग करने के बाद मैंने उसने मिलने को कहा और उसे अपने कॉलेज की कैंटीन में मिलने को कहा।

मेरा नाम प्रिन्स राजपूत है और मैं भोपाल का रहने वाला हूँ। मैं अब एक कॉल बॉय हूँ और मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी सुनने जा रहा हूँ। बात जब की है, जब मैं बारहवीं कक्षा में पढ़ता था। उन दिनों मैं ज़्यादा किसी से बात नहीं करता था। मेरी कक्षा में एक लड़की थी, जिसका नाम वंदना था। वो मुझे बहुत अच्छी लगती थी!! मैं उसे बहुत प्यार करता था पर उसे बोलने से डरता था… एक बार मैं कक्षा से घर के लिए निकला, तो उसने मुझसे कहा – क्या तुम मुझे घर तक छोड़ दोगे? मुझे आज घर जल्दी पहुचना है। मेरी तो लॉटरी खुल गई, मैंने तुरंत उसको कहा – बिल्कुल, अगर आपको कोई परेशानी ना हो तो!! उसने कहा – मुझे क्या परेशानी होगी?

अभी एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में सॉफ्टवेर इंजिनियर की पोस्ट पर हूँ। यह कहानी आज से एक साल पहले की है, जब मैं एम सी ए फाइनल ईयर का स्टूडेंट था। उस टाइम मेरे फ्लैट पर कोई नहीं था। मेरे सारे रूम मेट्स अपने घर गये हुए थे और मैं अकेला बोर हो रहा था, तो मैंने कॉलेज जाने का सोचा। हमारा कॉलेज बहुत बड़ा है और उसमे लड़कियाँ की भी एक से एक हैं। मैं उस दिन कॉलेज पहुँचा और कैंटीन के बाहर मुझे रुचिरा मिल गई!! रुचिरा काटकर एक ऐसी लड़की थी, जिसके बारे में सोचकर पूरे कॉलेज के लड़के मूठ मारा करते थे; पर वो कमसिन हसीना अपना स्वाद किसी को नहीं चखाती थी!!!

मैं कुछ अपने बारे में बात दूँ। मेरा नाम अजीत है और मैं अभी देल्ही में रहता हूँ… बात उन दिनों की है, जब मैं अपने घर गया था। वहाँ मेरी मुलाकात मेरी बुआ जी से हुई। उनकी शादी २ साल पहले हुई थी, मगर कोई बच्चा नहीं था। वो देखने में बहुत सुन्दर थीं और उनका फिगर “34-28-36” का था। जब वो चलती थीं तो मेरा लण्ड उनके चूतड़ों को देख कर सलामी देने लगता था… हर वक्त मैं उन्हें चोदने का सोचता था। मैंने कई बार उनको सोच कर मूठ भी मारी थी। बाथरूम में रखी उनकी पैंटी भी पर भी मैं मूठ मार लेता था। मुझे ऐसे मूठ मारने में बहुत मजा आता था। मैं तो यही सोचता था की कब उनकी चूत मिले।